Professional Documents
Culture Documents
Aaa
Aaa
ु मणिका
क्रमाक
विवरण
पष्ृ ठ संख्या
1.प्रस्तावना
4.समस्या कथन
5.प्रयक्
ु त शब्दों का परिभाषीकरण
7.अध्ययन की परिकल्पना
9.शोध जनसंख्या
10.शोध न्यादर्श
11.शोध उपकरण
13.सीमांकन
14.सन्दर्भ
1
प्रास्तावना :-
उद्दे श्य-
उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बालक एवं बालिकाओं में नैतिक मल्
ू य
प्रतिमान लगाना।
3.
- उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत वाला वर्ग के विद्यार्थियों में नैतिक
मल्
ू य का अध्ययन करना।
निष्कर्ष-
उच्चतर माध्यमिक स्तर वो वाला वर्ग के छात्र-छात्रायें मल्ू यों की अपेक्षा सामाजिक,
सख ु वादी और स्वास्थ्य मल्
ू यों की ओर अधिक झक ु ाव रखते हैं तथा छात्र- छात्राओं के
प्रजातांत्रिक, आस्था व परिवारिक प्रतिष्ठा मल्
ू यों में कोई अंतर नहीं है ।
निष्कर्ष-
निष्कर्ष-
निष्कर्ष-
नैतिक मल् ू यों के प्रति शहरी विद्यालयों के छात्र- छात्राओं व ग्रामीण विद्यालयों के
छात्र-छात्राओं में कोई अन्तर नहीं है ।
सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के छात्र- छात्राओं को नैतिक मल्
ू यों में कोई सार्थक
अन्तर नहीं है ।
वर्तमान यगु नित बदलते मल् ू यों, बढ़ती वैज्ञानिक तथा तकनीकी क्षमताओं और शैक्षिक
संस्कृति का यग
ु है । उच्च माध्यमिक स्तर के किशोरों के नैतिक मल्ू य उनके
5.
4. समस्या कथन -
5. प्रयक्
ु त शब्दों का परिभाषीकरण
उच्च माध्यमिक स्तर - प्रस्तावित लघु शोध अध्ययन में माध्यमिक स्तर से तात्पर्य
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त उच्च माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों से है । जहाँ कक्षा 9 से
कक्षा 12 तक की शिक्षा प्रदान की जाती है ।
नैतिक मल्
ू य - उचित अनचि ु त व्यवहार को बताने वाले मल् ू यों को नैतिक मल्
ू य कहते है ।"
नैतिक मल्ू य नियमों का एक समह ू है जो व्यक्ति को निर्देशित करता है सही व गलत तथा
अच्छे व बरु े में मल्
ू यांकन के लिए, नैतिक मल् ू य एक व्यक्ति के व्यक्तिगत गण ु ों को भी
परिभाषित करता है ।
6.
विद्यालयी वातावरण
7. अध्ययन की परिकल्पना
प्रस्तत
ु लघु शोध अध्ययन उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के नैतिक मल्
ू यों का
उनके विद्यालयी वातावरण के संदर्भ में अध्ययन वर्तमान स्थिति को ज्ञात
8.
चर-
11. शोध उपकरण - प्रस्तत ु लघु शोध अध्ययन के दौरान नैतिक मल्
ू य एवं विद्यालय
वातावरण से सम्बन्धित कोई नवीन उपकरण उपलब्ध होता है तो शोध में उन नवीन
उपकरणों का प्रयोग किया जायेगा, या स्वनिर्मित उपकरण का निर्माण सम्बन्धित
विशेषज्ञों की सहायता से किया जायेगा।
9.
12. अध्ययन की सांख्यिकी विधियाँ - प्रस्तत
ु लघु शोध अध्ययन में वर्णनात्मक
सांख्यिकी, अनमु ाननिक सांख्यिकी, तथा उचित चित्रिय सांख्यिकी (Graphical
Statistics) का प्रयोग किया जायेगा।
संक्षेप में कहा जा सकता है कि मध्यमान, प्रमाणिक विचलन, टी- टे स्ट तथा का प्रयोग
किया जायेगा। एनोवा
13. सीमांकन -
प्रस्तत
ु लघु शोध अध्ययन उत्तर प्रदे श के लखनऊ जनपद तक सीमित रखा जायेगा।
सन्दर्भग्रन्थ सच
ू ी-
3. कुमारी, के0 (2012): उच्च माध्यमिक स्तर के निम्न निष्पत्ति प्राप्त विद्यार्थियों के
नैतिक मल्
ू यों व व्यवसायिक रूचि का अध्ययन, एस०जी०वी० विश्वविद्यालय, जयपरु
4. शर्मा एस0 (2012): उच्च माध्यमिक स्तरीय शिक्षण के संदर्भ में नैतिक मल्
ू यों एवं
समाजिक सफलता के मध्य सहसम्बन्धों का तल ु नात्मक अध्ययन, जे०जे०टी०
विश्वविद्यालय राजस्थान।
5. करलिंगर, एन० एफ० (2000): फाउण्डेशन ऑफ विहे वियरल रिसर्च, पंचम पर्न
ु मद्रि
ु त
संस्करण, सरु जीत, पब्लिकेशन, दिल्ली