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Newnational Education Policy Hindi
Newnational Education Policy Hindi
नीति 2020
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कुछ
मुख्य बिन्द ु
प्रधानमंत्री श्री नरे न्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंरीय मंत्रत्रमंडल ने 29 जुलाई 2020
की जरूरतों के अनक
ु ू ल स्कूल और कॉलेज की शिक्षा को अधधक समग्र, लचीला
महािजवत में बदलना और प्रत्येक छात्र में तनहहत अद्ववतीय क्षमताओं को सामने
लाना है ।
स्कूली शिक्षा
सबके शलए एकसमान पहुंच सतु नजश्चत करने पर जोर दे ती है । स्कूल छोड चक
ु े
जैसे कुछ प्रस्ताववत उपाय हैं। एनईपी 2020 के तहत स्कूल से दरू रह रहे लगभग
शिक्षा
प्रावधान है, जजसे ववश्व स्तर पर बच्चे के मानशसक ववकास के शलए महत्वपूणि
शलए अत्यंत जरूरी एवं पहली आवश्यकता मानते हुए ‘एनईपी 2020’ में मानव
ज्ञान पर एक राष्ट्रीय शमिन’ की स्थापना फकए जाने पर वविेष जोर हदया गया
है । राज्य वषि 2025 तक सभी प्राथशमक स्कूलों में ग्रेड 3 तक सभी शिक्षाधथियों
और व्यावसातयक एवं िैक्षणणक ववषयों के बीच सख्त रूप में कोई शभन्द्नता नहीं
होगी।
िाशमल होगी।
मातभ
ृ ाषा/स्थानीय भाषा/क्षेत्रीय भाषा को ही शिक्षा का माध्यम रखने पर वविेष
जोर हदया गया है। ववद्याधथियों को स्कूल के सभी स्तरों और उच्च शिक्षा में
िॉमूल
ि े में भी यह ववक्प िाशमल होगा। फकसी भी ववद्याथी पर कोई भी भाषा
नहीं थोपी जाएगी। भारत की अन्द्य पारं पररक भाषाएं और साहहत्य भी ववक्प के
रूप में उपलब्ध होंगे। ववद्याधथियों को ‘एक भारत श्रेष्ट्ठ भारत’ पहल के तहत 6-
8 ग्रेड के दौरान फकसी समय ‘भारत की भाषाओं’ पर एक आनंददायक
बधधर ववद्याधथियों द्वारा उपयोग फकए जाने के शलए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय
आकलन में सध
ु ार
‘एनईपी 2020’ में योगात्मक आकलन के बजाय तनयशमत एवं रचनात्मक आकलन
स्कूली परीक्षाएं दें गे, जो उपयुवत प्राधधकरण द्वारा संचाशलत की जाएंगी। ग्रेड 10
एवं 12 के शलए बोडि परीक्षाएं जारी रखी जाएंगी, लेफकन समग्र ववकास करने के
लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इन्द्हें नया स्वरूप हदया जाएगा। एक नया राष्ट्रीय
प्रातत करने के फकसी भी अवसर से वंधचत नहीं रह जाए। इसके तहत वविेष जोर
हदव्यांगता िाशमल हैं। इसमें बुतनयादी सवु वधाओं से वंधचत क्षेत्रों एवं समूहों के
तनयशमत स्कूली शिक्षा प्रफक्रया में परू ी तरह से भाग लेने में सक्षम बनाया जाएगा
के समय वाले एक वविेष बोर्डिंग स्कूल के रूप में ‘िाल भर्न’ स्थावपत करने के
स्कूल प्रिासन
(गवनेंस) की मल
ू इकाई होगा और बतु नयादी ढांचागत सवु वधाओं, िैक्षणणक
शलए एक स्पष्ट्ट, पथ
ृ क प्रणाली की पररक्पना करती है । राज्य/केंर िाशसत
प्रदे ि स्वतंत्र स्टे ट स्कूल स्टैंडर्डवस अथाररटी (एसएसएसए) का गठन करे गे। सभी
मल
ू भत
ू तनयामकीय सच
ू ना का पारदिी साविजतनक स्व-प्रकटन, जैसाफक
एसएसएसए द्वारा वणणित है , का उपयोग व्यापक रूप से साविजतनक तनगरानी
के जररये एक स्कूल गण
ु र्त्ता आकलन एर्ं प्रत्यायन संरचना (एसक्यए
ू एएफ) का
उच्चिर शिक्षा
एनईपी 2020 का लक्ष्य व्यवसातयक शिक्षा सहहत उच्चतर शिक्षा में सकल
करना है। उच्चतर शिक्षा संस्थानों में 3.5 करोड नई सीटें जोडी जाएंगी।
एर्ं उपयक्
ु ि प्रमाणन के साथ मलटीपल एंरी एर्ं एश्क्जट बिन्दओ
ु ं के साथ
बाद सहटि फिकेट, 2 वषों के बाद एडवांस र्डतलोमा, 3 वषों के बाद स्नातक की
बढावा दे ने के शलए एक िीषि तनकाय के रूप में राष्ट्रीय अनुसंधान िाउं डेिन का
सज
ृ न फकया जाएगा।
वर्तनयमन
धचफकत्सा एवं कानूनी शिक्षा को छोडकर समस्त उच्च शिक्षा के शलए एक एकल
अतत महत्वपण
ू ि व्यापक तनकाय के रूप में भारत उच्च शिक्षा आयोग
दं र्डत करने की िजवत होगी। साविजतनक एवं तनजी उच्चतर शिक्षा संस्थान
वर्र्ेकपण
ू व संस्थागि संरचना
महाववद्यालय बन जाएंगे।
दे न,े संस्थागत नेतत्ृ व के जररये प्रेरक, ऊजाििील एवं संकाय के क्षमता तनमािण
की अनि
ु ंसा करता है। इन मल
ू भत
ू तनयमों का पालन न करने वाले संकायों को
अध्यापक शिक्षण
परामिव शमिन
वररष्ट्ठ/सेवातनवत्त
ृ संकाय का एक बडा पूल होगा -जजसमें भारतीय भाषाओं में पढाने
करें गे।
छािों के शलए वर्त्तीय सहायिा
एससी, एसटी, ओबीसी और अन्द्य ववशिष्ट्ट श्रेणणयों से जुडे हुए छात्रों की योग्यता
को प्रोत्साहहत करने का प्रयास फकया जाएगा। छात्रववृ त्त प्रातत करने वाले छात्रों की
के शलए राष्ट्रीय छात्रववृ त्त पोटि ल का ववस्तार फकया जाएगा। तनजी उच्च शिक्षण
संस्थानों को अपने यहां छात्रों को बडी संख्या में मुफ्त शिक्षा और छात्रववृ त्तयों की
ववत्तपोषण, बेहतर छात्र सेवाएं, एमओओसी द्वारा क्रेर्डट आधाररत मान्द्यता आहद
साधनों की तैयाररयों को सतु नजश्चत करने के शलए ,स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों
बनाई जाएगी।
मंच प्रदान करने के शलए एक स्र्ायत्त तनकाय, राष्ट्रीय िैक्षक्षक प्रौद्योधगकी मंच
सही रूप से एकीकरण करके ,उसका उपयोग कक्षा प्रफक्रयाओं में सुधार लाने,
पेिेवर शिक्षकों के ववकास को समथिन प्रदान करने, वंधचत समूहों के शलए िैक्षक्षक
फकया जाएगा।
भारिीय भाषाओं को िढ़ार्ा
संस्थान (की स्थापना करने, उच्च शिक्षण संस्थानों में संस्कृत और सभी भाषा
ववभागों को मजबत
ू करने और ज्यादा से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थानों के कायिक्रमों
शसिाररि की गई है।
पररसरों को खोलने के शलए िीषि ववश्व रैंफकंग रखने वाले ववश्वववद्यालयों के प्रवेि
व्यार्सातयक शिक्षा
होगा।
प्रौढ़ शिक्षा
इस नीतत का लक्ष्य 2030 तक 100% यव
ु ा और प्रौढ साक्षरता की प्राजतत करना
है ।
वर्त्तपोषण शिक्षा
शिक्षा पहले की तरह 'लाभ के शलए नहीं' व्यहार पर आधाररत होगी जजसके शलए
पयाितत रूप से धन मुहैया कराया जाएगा। शिक्षा क्षेत्र में साविजतनक तनवेि को
बढावा दे ने के शलए, केंर और राज्य शमलकर काम करें गे जजससे जीडीपी में इसका
अभूिपूर्व परामिव
फकया गया है जजसमें 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 6,600 ब्लॉकों, 6,000 यूएलबी,
676 जजलों से प्रातत हुए लगभग 2 लाख से ज्यादा सुझावों को िाशमल फकया
मई 2016 में, ‘नई शिक्षा नीतत के ववकास के शलए गहठत सशमतत ने अपनी
ररपोटि प्रस्तत
ु की ,जजसकी अध्यक्षता स्वगीय श्री टी.एस .आर .सब्र
ु मण्यन, पव
ू ि
कैत्रबनेट सधचव ने की थी। उसने इसके आधार पर, मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा
नीतत, 2016के शलए कुछ इनपुट तैयार फकए। जून 2017 में ,प्रख्याि र्ैज्ञातनक ,
के शलए एक सशमतत का गठन फकया गया था, जजसने 31 मई, 2019को माननीय
मानव संसाधन ववकास मंत्री को राष्ट्रीय शिक्षा नीतत, 2019का मसौदा प्रस्तत
ु