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805 Hindi Sem II Specimen N
805 Hindi Sem II Specimen N
Question 1 [12]
Write a composition in approximately 300-350 words in Hindi on any one of the topics
given below.
1
(v) आपने हाल ही िें सािामिक सेवा से िडु ा हुआ एक कायण मकया । वह कायण क्या था और आपने
उस कायण को करने िें मकन-मकन कमिनाइयों का सािना मकया और कायण सम्पन्न होने के िाद लोगों
की क्या प्रमतमिया थी? वणणन कीमिए ।
(vi) मनम्नमलमखत िें से मकसी एक मवषय पर िौमलक कहानी मलमखए :
(a) 'ईश्वर के रंग न्यारे हैं' ।
(b) एक ऐसी िौमलक कहानी मलमखए मिसका अमन्ति वाक्य हो:
…..काश! िैंने अपने मदिाग की िगह मदल की िात सनु ी होती!
Question 2
Do as directed.
2
(v) मनम्नमलमखत व़ाक्य का शद्ध
ु रूप मलमखए । [1]
3
SECTION B
LITERATURE - 21 MARKS
Answer three questions from this section on any three out of the four prescribed
textbooks.
प़ाठ्यक्रम में तनऱ्ााररि च़ार पस्िकों में से तकन्हीं िीन पस्िकों के प्रश्नों के उत्तर इस भ़ाग से दीतिए ।
(i) "यह िहुत िडी गलती हो गई थी। आपने भी नहीं देखा, िैंने भी नहीं देखा। उसके चेहरे पर तवतचत्र
संिोष की गररम़ा िी। मैं चतकि रह गय़ा । "
(a) मकससे, क्या गलती हो गई थी ? [1]
(c) 'कै से कह,ाँ मक दमु नया से सच्चाई और ईिानदारी लप्तु हो गई है ?' इस कथन के िाध्यि से [4]
लेखक क्या कहना चाहते हैं ? क्या आप उनके कथन से सहित हैं? उदाहरण देते हुए अपनी
िात थपष्ट कीमिए ।
अथिा (OR)
(ii) "वैसे तो िीवन िें प्रायः सभी को अपने-अपने नाि का मवरोधाभास लेकर िीना पडता है; पर
भमक्तन िहुत सिझदार है, क्योंमक वह अपना सिृमद्ध - सचू क नाि मकसी को िताती नहीं ।"
(a) भमक्तन का वाथतमवक नाि क्या था ? उसे ‘भतिन’ नाि मकसने मदया ? [1]
(b) भमक्तन को यह नाि क्या देखकर मदया गया था ? वह अपने नाि को क्यों मछपाना चाहती [2]
थी ?
(c) भमक्तन सेवक-धिण िें मकससे थपधाण करती थी ? भमक्तन की सेवाधमिणता के िारे िें अपने [4]
मवचार मलमखए ।
4
िाव्य मंजरी (Kavya Manjari)
Question 4
(i) “मछपा मदए सि तत्व आवरण के नीचे ईश्वर ने,
सघं षों से खोि मनकाला उन्हें उद्यिी नर ने ।
ब्रह्मा से कुछ मलखा भाग्य िें िनिु नहीं लाया है,
अपना सख ु उसने अपने भिु िल से ही पाया है ।”
(a) ईश्वर ने आवरण के नीचे क्या-क्या मछपा रखा है ? कोई दो ित्वों के नाि मलमखए । [1]
(c) आप भाग्य और किण इन दोनों िें से मकसे प्रिल िानते हैं और क्यों ? कमवता के आधार पर [4]
तकण समहत उत्तर दीमिए ।
अथिा (OR)
(ii) "दगु णि िर्ाणनी घाटी िें
शत-सहस्त्र र्ुट ऊाँ चाई पर
अलख नामभ से उिने वाले
मनि के ही उन्िादक पररिल-
के पीछे धामवत हो-होकर
तरल तरुण कथतरू ी िृग को
अपने पर मचढ़ते देखा है ।
िादल को मघरते देखा है ।"
(a) उक्त पमं क्तयााँ मकस कमवता से ली गई हैं ? कमवता और कमव का नाि मलमखए । [1]
(b) कथतरू ी िृग मकस मलए अपने-आप पर मचढ़ते हैं ? सिझाकर मलमखए । [2]
(c) कमव ने कमवता िें िादलों के मघरने के पररप्रेक्ष्य िें अन्य मकन दृश्यों का वणणन मकया है? [4]
मकसी एक दृश्य को अपने शब्दों िें मलमखए ।
5
सारा आिाश (Sara Aakash)
Question 5
(i) "अरे यार, पास तो हो िाएाँ पहले, मर्र कुछ सोचें भी । अगर कहीं र्े ल हो गए तो एक साल की
मपसाई और हो िाएगी। रोि िंमदर िें दशणन करके िाना, और दमु नया-भर के सगनु िनाना िेकार
चला िाएगा। तिु तो र्थटण - मिवीिन ला रहे हो, तम्ु हें मचन्ता क्या है ? िसु ीित तो हिारी है ।"
(a) उक्त कथन के वक्ता और श्रोता कौन हैं ? [1]
(b) 'एक साल की मपसाई' से यहााँ क्या तात्पयण है ? इन शब्दों का प्रयोग मकस सन्दभण िें मकया [2]
गया है ?
(c) परीक्षा िें पास होने के मलए मकए िाने वाले आिम्िरों के िारे िें आपके क्या मवचार हैं? [4]
वक्ता ने पास होने के मलए क्या-क्या आिम्िर मकए थे ? उपन्यास के आधार पर सिझाकर
मलमखए।
अथिा (OR)
(ii) "िडी देर लगा देते हो सिर, आमखर िह खाने को भी तो िैिी रहती है। खाना-वाना खाकर ही घिू ने
मनकल िाया करो न! मर्र िंिा खाना शरीर को लगता भी तो नहीं है ।"
(a) यहााँ 'िह' शब्द का प्रयोग मकसके मलए मकया गया है ? उसके प्रमत वक्ता का व्यवहार पहले [1]
कै सा था ?
(b) वक्ता के इस व़ात्सल्य का क्या कारण था ? सिझाकर मलमखए । [2]
(c) िंिा खाना शरीर को लगता भी तो नहीं है' - पमं क्त से वक्ता का क्या आशय है ? आपके [4]
अनसु ार वक्ता के इस कथन के पीछे उनका कौन-सा िनोभाव मछपा है ? सिझाकर
मलमखए ।
6
आषाढ़ िा एि कदि (Ashad Ka Ek Din)
Question 6
(i) "आपके कारण िैं थकाँू गा ? िझु े आप मदन-भर पवणत - मशखर से खाई िें और खाई से पवणत - मशखर
पर िाने को कहती रहें, तो भी िैं नहीं थकाँू गा। िातल
ु का शरीर लोहे का िना है, लोहे का ।"
(a) िातल ु मकससे अपने न थकने की िात कह रहा है ? इससे उसके मकस भाव का पता चलता [1]
है ?
(b) वह इस इस वि कहााँ आय़ा है और क्यों ? [2]
अथिा (OR)
(ii) "...तिु चाहते हो इस सिय िैं यहााँ से चला िाऊाँ । िैं चला िाता हाँ । इसमलए नहीं मक तिु आदेश
देते हो । परन्तु इसमलए मक तिु आि यहााँ अमतमथ हो, और अमतमथ की इच्छा का िान होना
चामहए ।"
(a) यहााँ कौन, मकसके घर पर अमतमथ है ? [1]
(b) कौन, मकसे, कहााँ चले िाने को कह रहा है ? वह व्यमक्त वहााँ से चले िाने को क्यों तैयार [2]
हुआ ?
(c) क्या आप इस िात से सहित हैं मक "अमतमथ की इच्छा का िान होना चामहए ।" नाटक के [4]
आधार पर अपनी िात को पष्टु कीमिए ।