Professional Documents
Culture Documents
उद्यमिता - ch 8
उद्यमिता - ch 8
(ii) उद्योग- उद्यिी के मलर्े मिमभन्न िैकक्तिक उद्य ग ,ों उत्पादन प्रमिर्ा, कच्चा
िाल, उत्पाद ों की िामणक्तिक व्यािहाररकता, प्रमतर् मगता फि ों आमद की
जानकारी का ह ना अत्यन्तआिश्यक ह ता है ।
(iii) प्रौद्योमगकी- उद्यिी क प्रौद्य मगकीर् पहलुओों का उमचत ज्ञान ह ना भी
आिश्यक है । उद्यिी क मनिाय ण प्रमिर्ाओों िें प्रर्ुि तकनीक ,ों उनकी लागत ों
और लाभ ों आमद के बारे िें भी पर्ाय प्त जानकारी का ह ना अत्यन्त आिश्यक
है ।
(II) सािामिक एिं सांस्कृमतक घटक-
उद्यमिता के मिकास िें र् गदान दे ने िाले सािामजक एिों साों स्कृमतक घटक
मनम्नमलक्तित हैं -
1. आदशष व्यिहार- उद्यमिता के मिकास के मलए आदशय व्यिहार के मनम्न
पहलू अत्यन्त प्रासोंमगक हैं -
(i) पाररिाररक आकांक्षायें एिं दबाि-उद्यमियों के मिकास िें पररिार की
आकाों क्षाओों और दबाि की भूमिका भी काफी िहत्त्वपूणय ह ती है । पररिार िें
स्वतन्त्र कार्य प्रारम्भ करने, बन किाने, प्रमतष्ठा अमजयत करने आमद इच्छाओों के
कारण व्यक्ति उद्य ग स्थामपत करने की तरफ स्वर्ों ही आकमियत ह ते हैं ।
(ii) आत्ममनभषरता- स्वतन्त्र एिों आत्म मनभयर जीिन जीने की इच्छा व्यक्ति क
साहमसक बनाने के मलए प्रेरणा स्र त का कार्य करती है । ऐसे व्यक्ति दू सर ों के
प्रभाि ों और िागयदशयन के मबना ही मकसी पररर् जना क साकार रूप प्रदान
करते हैं ।
(iii) िोक्तिि िहन- ज क्तिि उठाने की चुनौती भी व्यक्ति क साहमसक बना
दे ती
2. सिािीकरर्ण– मिमभन्न सािामजक सोंस्थाओों, जैसे-घर, स्कूल, िामियक
सोंगठन ,ों राजनैमतक दल ,ों अनौपचाररक सिूह ों आमद का उद्यमिता के मिकास
पर काफी प्रभाि है । सिाजीकरण से निर्ुिक ों िें साहसी िन िृमत्त, उपलक्तब्ध-
भाि तथा रचनात्मक मचन्तन क प्र त्साहन मिलता है । ‘सिाजीकरण के द्वारा
प्रमशक्षण प्रदान करके उद्यमिता के आिार क मनमियत मकर्ा जा सकता है । र्मद
बच्च ों क अत्यमिक सुरक्षा और िागयदशयन मदर्ा जाता है त िे स्वतन्त्र रूप से
कार्य करने िें रुमच नहीों लेते हैं । अतः उद्यमिता के मिकास के मलए
आत्ममनभयरता पर सािामजक प्रमशक्षण प्रारम्भ से ही मदर्ा जाना चामहए।
(III) िातािरर्ण सम्बन्धी घटक-
उद्यमिता के मिकास िें िातािरर्ण सम्बन्धी घटक मनम्नमिक्तित हैं -
1. मनयि एिं कानून- व्यिसार् के मलए सरकार व्यािहाररक एिों लाभप्रद
कानून ों और मनर्ि ों का मनिाय ण करके औद्य मगक मिर्ाओों क प्र त्साहन दे
सकती है । कानून ों के द्वारा साहमसर् ों क उनके व्यिसार्, िन सम्पदा एिों
सम्पमत्तर् ों की उमचत सुरक्षा प्रदान की जा सकती है । उद्य ग ों के मलए शाक्तन्त
और व्यिस्था का मिशेि िहत्त्व ह ता है ज मक मसफय मनर्ि और कानून ों के
द्वारा ही सम्भि है । इस प्रकार उद्यि के मिकास के मलए िैिामनक िातािरण
तैर्ार मकर्ा जाना आिश्यक ह जाता है ।
2. आमथषक एिं व्यािसामयक िातािरर्ण- हिारे दे श िें मिद्यिान प्रमतस्पर्द्ाय ,
आमथयक क्तस्थरता, श्रि दशार्ें, कीिोंत ि आि-स्तर, व्यापाररक चि ों की क्तस्थमत
का भी उद्यमिता के मिकास पर काफी प्रभाि पड़ता है । उद्यमिता के मिकास
क प्र त्सामहत करके िें सिाज के मिमभन्न पक्ष ों जैसे उपभ िा, पूमतयकत्ताय ,
श्रमिक, मिमनर् िा आमद का भी उल्लेिनीर् र् गदान ह ता है ।
3. सरकारी नीमतयााँ एिं प्रेरर्णायें- उद्य ग ों के सम्बन्ध िें सरकार मिमभन्न
नीमतर् ों जैसे-औद्य मगक नीमत, लाइसेंस नीमत, मित्त मनर्ाय त, आर्ात-मनर्ाय त
आमद का मनिाय ण करके उद्यमिता मिकास क प्र त्सामहत कर सकती है । मपछड़े
हुए क्षेत्र ों तथा गााँ ि ों के मलए मिशेि छूट ों ि सहार्ता की घ िणा करके सरकार
उद्यमिर् ों क आकमियत कर सकती है ।
4. रािनैमतक एिं प्रशासमनक प्रर्णािी- व्यक्तिर् ों की उद्यिशीलता पर दे श
के राजनैमतक ढााँ चे, प्रशासमनक मचन्तन, सरकारी िशीनरी, नौकरशाही,
राजनेताओों की मिचारिारा आमद का काफी गहरा प्रभाि पड़ता है ।
5. तकनीकी मिकास- हिारे दे श िें उपलब्ध प्रौद्य मगकी, िैज्ञामनक मिर्ाओों,
तकनीकी अनुसोंिान आमद का भी उद्यमिता के मिकास िें काफी र् गदान ह ता
है । निीन तकनीक के िाध्यि से निीन िस्तुओों का मनिाय ण मकर्ा जा सकता
है । तकनीकी श ि से उत्पादन मिर्ाओों क मितव्यर्ी बनार्ा जा सकता है ।
सरकार तकनीकी मिकास के स्तर पर ध्यान दे कर साहमसर् ों के मिकास क
प्र त्साहन दे सकती है ।
प्रिानिोंत्री श्री नरे न्दर ि दी ने 2 निोंबर 2018 क सूक्ष्म, लघु एिों िध्यि उद्यि
(एिएसएिई) क्षेत्र के मलए एक सहर् ग एिों सोंपकय कार्यिि शुरू मकर्ा।
प्रिानिोंत्री ने 12 प्रिुि घ िणाएों की ज दे श भर िें एिएसएिई के मिकास
और मिस्तार के साथ-साथ उन्दहें सहूमलर्तें दे ने िें िदद करें गी।
1. एक ऑनलाइन प टय ल के िाध्यि से 59 मिनट के भीतर 1 कर ड़ रुपर्े
तक का ऋण।
2. सभी जीएसटी पोंजीकृत एिएसएिई के मलए ताजा र्ा िृक्तर्द्शील ऋण ों
पर 2% की ब्याज ररर्ार्त।
3. 500 कर ड़ रुपर्े से अमिक के कुल कार बार िाली सभी कोंपमनर् ों क
टीआरईडीएस प्लेटफॉिय पर िौजूदगी अमनिार्य ह गी तामक उद्यमिर् ों क
उनकी आगािी प्राक्तप्तर् ों के आिार पर बैंक ों से ऋण लेने िें सिथय बनार्ा
जा सके। इस प्रकार इससे नकदी चि की सिस्र्ा दू र ह गी।
4. सभी साियजमनक उपिि ों के मलए कुल िरीद का 20 प्रमतशत के बजार्
25 प्रमतशत िरीद एिएसएिई से करना अमनिार्य ह गा।
5. एिएसएिई से प्राप्त 25 प्रमतशत िरीद िें से 3 प्रमतशत िमहला उद्यमिर् ों
के मलए आरमक्षत।
6. सभी केंरीर् साियजमनक उपिि ों क अमनिार्य रूप से जीईएि प टय ल
के िाध्यि से िरीद करना ह गा।
7. 6000 कर ड़ रुपर्े की लागत से 100 प्रौद्य मगकी केंर स्थामपत मकए
जाएों गे।
8. फािाय क्लस्टर की स्थापना के मलए लागत का 70 प्रमतशत िहन भारत
सरकार करे गी।
9. साल िें एक बार 8 श्रि कानून ों और 10 केंरीर् मनर्ि ों के तहत ररटनय
दाक्तिल करना ह गा।
10. प्रमतष्ठान ों का दौरान करने िाले मनरीक्षक कम्प्यूटरीकृत रें डि
आिोंटन के जररर्े मनणयर् लेंगे।
11. िार्ु और जल प्रदू िण कानून ों के तहत एकल सहिमत। स्व-
प्रिाणन के िाध्यि से ररटनय स्वीकार मकए जाएों गे और केिल 10 प्रमतशत
एिएसएिई इकाइर् ों का मनरीक्षण मकर्ा जाएगा।
12. कोंपनी अमिमनर्ि के तहत िािूली उल्लोंघन ों के मलए उद्यमिर् ों क
अब अदालत का दरिाजा नहीों िटिटाना पड़े गा, बक्ति िे उन्ें सरल
प्रमिर्ाओों के जररर्े सही कर सकते हैं ।
प्रधान िंत्री ने कहा मक एिएसएिई क्षेत्र की सुमिधा के पांच प्रिुि पहिू
हैं :
• ऋण तक पहुों च
• बाजार तक पहुों च
सूक्ष्म, लघु एिों िध्यि उद्यि (एिएसएिई) क्षेत्र मपछले पाों च दशक ों िें
भारतीर् अथयव्यिस्था का एक अत्यमिक जीिोंत और गमतशील क्षेत्र बन गर्ा है ।
एिएसएिई र जगार के अिसर प्रदान करने िें िहत्वपूणय भूमिका मनभाते हैं ।
एिएसएिई बड़े उद्य ग ों के पूरक हैं और दे श के सािामजक-आमथयक मिकास
िें बहुत र् गदान करते हैं । इसे ध्यान िें रिते हुए और एिएसएिई क्षेत्र की
बढ़ती भूमिका और र् गदान क र जगार और आमथयक मिकास क बढ़ािा दे ने
के मलए केंरीर् बजट, मजसे सोंसद िें मित्त िोंत्री द्वारा 1 फरिरी 2018 क प्रस्तुत
मकर्ा गर्ा था, ने बजटीर् आिोंटन बढ़ाकर इस क्षेत्र पर काफी ज र मदर्ा।
एिएसएिई क्षेत्र के मलए 2017-18 िें 6,481.96 कर ड़ रुपर्े का बजटीर्
आिोंटन हुआ था मजसे बढ़ाकर 2018-19 िें 6,552.61 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा
गर्ा।
• व्यक्तिगत र् जनाओों (सीजीटीएिएसई के अलािा) के मलए आिोंटन 59%
बढ़कर 2018-19 िें 5,852.61 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा ज 2017-18 िें
3,680 कर ड़ था।
• बीई 2017-18 िें अत्यािुमनक प्रौद्य मगकी केंर ों की स्थापना के मलए आिोंटन
तीन गुना से अमिक बढ़ाकर 550 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा ज बीई 2018-
19 िें 150 कर ड़ रुपर्े था।
• बैंक ों द्वारा मितररत रकि, रकि हामसल करने िाली पररर् जनाओों की सोंख्र्ा
और र जगार सृजन िें मपछले ििय के िुकाबले 60% से अमिक की िृक्तर्द् दजय
की गई।
सिािेशी मिकास क हामसल करने के मलए दे श के सभी मजल ों क प्रमत मजले
कि से कि 75 पररर् जनाएों आिोंमटत करने का लक्ष्र् रिा गर्ा है । ग्रािीण
क्षेत्र ों िें िमहलाओों, एससी/ एसटी, ओबीसी, मदव्र्ाों ग जन ,ों एनईआर आिेदक ों
के मलए सक्तिडी की उच्च दर (25% से 35%) लागू ह गी।
मनम्नमिक्तित बातों को ध्यान िें रिते हुए िक्ष्य मनधाषररतमकए गए हैं :
• राि िें अत्र्मिक मपछड़ापन,
• अत्र्मिक बेर जगारी,
• मपछले ििय के लक्ष्र् ों क पूरा करने की क्तस्थमत,
• राि/ केंर शामसत प्रदे श की जनसोंख्या और
• पारों पररक कौशल एिों कच्चे िाल की उपलब्धता।
➢ पीएिईजीपी के तहत 266 मजल ों ने 2016-17 के दौरान 75
पररर् जनाओों का लक्ष्य हामसल मकर्ा है ।
➢ लक्ष्य के सिान मितरण और सिािेशी मिकास क हामसल करने के
उद्दे श्र् से सभी मजल ों क प्रमत पररर् जना (8-10 लाि रुपर्े पररर् जना
लागत) 2 लाि रुपर्े के औसत िामजयन के साथ रकि आिोंमटत।
➢ प्रत्येक मजले के मलए 75 इकाइर् ों के लक्ष्य क हामसल करने का प्रर्ास
मकर्ा जा रहा है और राि सरकार ों के प्रिान समचि र् जना की मनगरानी
कर रहे हैं ।
➢ मजल ों के साों सद की अध्यक्षता िाली मजलास्तरीर् सलाहकार समिमतर्ाों
भी इस र् जना की मनगरानी कर रही हैं ।
➢ र्मद कहीों कि उपलक्तब्ध दे िी गई ह त उसके मलए राि स्तर पर
सिीक्षा बैठकें मनर्मित रूप से आर् मजत की जा रही हैं ।
➢ रािस्तरीर् मनगरानी समिमत की बैठक (एसएलएिसी) के दौरान मित्त
प िण करने िाली राज्र् की बैंक शािाओों क सलाह दी जाती है तामक
िे किज र प्रदशयन करने िाले मजल ों िें अमिक पीएिईजीपी
पररर् जनाओों क िोंजूरी दें ।
➢ सूक्ष्म उद्य ग ों के मिकास के मलए पीएिईजीपी र् जना का प्रचार करने
के मलए मजला स्तर और राि स्तर पर जागरूकता मशमिर आर् मजत
मकए जा रहे हैं ।
➢ पीएिईजीपी के तहत सािान्य श्रेणी के लाभाथी ग्रािीण क्षेत्र ों के मलए
पररर् जना लागत का 25% सक्तिडी िामजयन और शहरी क्षेत्र ों के मलए
15% सक्तिडी िामजयन का लाभ उठा सकते हैं ।
➢ अनुसूमचत जामत/ अनुसूमचत जनजामत/ ओबीसी/ अिसोंख्यक /ों
िमहलाओों, भूतपूिय सैमनक, मदव्र्ाों ग जन ,ों एनईआर, पहाड़ी और
सीिािती क्षेत्र जैसी मिशेि श्रेमणर् ों से सोंबोंमित लाभामथयर् ों के मलए ग्रािीण
क्षेत्र ों िें सक्तिडी िामजयन 35% और शहरी क्षेत्र ों िें सक्तिडी िामजयन 25%
है ।
➢ 18 ििय से अमिक उम्र का क ई भी व्यक्ति इसके मलए पात्र है ।
➢ मिमनिाय ण क्षेत्र िें 10 लाि रुपर्े से अमिक लागत िाली पररर् जनाएों
स्थामपत करने और व्यिसार्/ सेिा क्षेत्र िें 5 लाि रुपर्े से अमिक लागत
िाली पररर् जनाएों स्थामपत करने के मलए लाभामथयर् ों के पास कि से कि
आठिीों कक्षा पास की शैमक्षक र् ग्यता ह नी चामहए।
➢ मिमनिाय ण क्षेत्र िें पररर् जनाओों की अमिकति लागत 25 लाि और सेिा
क्षेत्र िें पररर् जनाओों की अमिकति लागत 10 लाि ह गी।
➢ पीएिईजीपी के तहत केिल नई इकाइर् ों की स्थापना के मलए ही लाभ
प्राप्त मकर्ा जा सकता है ।
➢ पीएिईजीपी र् जना के तहत लाभ लेने के इच्छु क ल ग ों के मलए 1 जुलाई
2016 से एक ऑनलाइन प टय ल शुरू मकर्ा गर्ा है । पूरी प्रमिर्ा
ऑनलाइन और िास्तमिक सिर् आिाररत है । आिेदक क प टय ल पर
आिेदन करना ह गा और िह पीएिईजीपी-ई-प टय ल पर अपने आिेदन
की क्तस्थमत क टर ै क कर सकते हैं । लाभामथयर् ों द्वारा प्रमतपुमि दे ने के मलए
एक ऑनलाइन प्रमतपुमि ढाों चा भी तैर्ार मकर्ा गर्ा है ।
➢ िादी एिों ग्राि द्य ग आर् ग (केिीआईसी) इसके मलए रािरीर् स्तर पर
न डल कार्ाय िर्न एजेंसी है । राि/ मजला स्तर पर केिीआईसी के राज्र्
कार्ाय लर्, िादी एिों ग्राि द्य ग ब डय (केिीआईबी) और मजला उद्य ग केंर
(डीआईसी) कार्ाय िर्न एजेंमसर्ाों हैं ।
पीएिईिीपी के तहत िमहिा उद्यमियों को सहायता
• सरकार ने दे श के ग्रािीण एिों शहरी क्षेत्र ों िें र जगार सृजन के उद्दे श्य से
प्रिानिोंत्री र जगार सृजन कार्यिि (पीएिईजीपी) के तहत 2016-17 िें
14,768 पररर् जनाएों स्थामपत करने िें िमहला उद्यमिर् ों क मित्तीर् सहार्ता
प्रदान की है ।
• असि िें सबसे अमिक 1,484 पररर् जनाएों और उसके बाद उत्तर प्रदे श िें
1,387 पररर् जनाएों , तमिलनाडु िें 1,248 पररर् जनाएों , ओमडशा िें 942
पररर् जनाएों और मबहार िें 915 पररर् जनाएों स्थामपत हुईों। इसके अलािा अन्य
राि /ों केंरशामसत प्रदे श ों िें पररर् जनाओों की सोंख्या अलग-अलग थी।
• पीएिईजीपी र् जना के तहत िमहला उद्यमिर् ों क शहरी एिों ग्रािीण क्षेत्र ों िें
पररर् जना स्थामपत करने के मलए ििश: 25% और 35% सक्तिडी प्रदान की
जाती है ।
आयुर् के साथ एिओयू
• र हतक
• मभिाड़ी
• बद्दी
• बेंगलूरु
• दु गय
• पुडुचेरी
• मिशािापत्तनि
• मसतारगोंज
• भ पाल
• कानपुर
• इस सम्प्िेलन िें ऑस्टर े मलर्ा, ऑक्तस्टरर्ा, फ्राों स, इों ड नेमशर्ा, इटली, केन्या,
क ररर्ा, िलेमशर्ा, ि रक्क , नाइजीररर्ा, मफलीपीोंस, प लैंड, रूस, स्पेन,
श्रीलोंका, दमक्षण अफ्रीका और र्ूएई के प्रमतमनमििोंडल ों ने भाग मलर्ा।
• एिएसएिई िोंत्रालर् िमहलाओों क कार बार स्थामपत करने िें प्र त्सामहत
करने के मलए एक िसौदा तैर्ार करने की प्रमिर्ा िें है ।
भारत के एसएिई और मिटे न, रूस, उज्बेमकस्तान, प लैंड, भूटान, ऑक्तस्टरर्ा,
चेक गणराि, कैिरून एिों श्रीलोंका के एसएिई के बीच तेईस सिझौत ों पर
हस्ताक्षर मकए गए। र्े सिझौते मनम्प्नमलक्तित 12 क्षेत्र ों िें हैं :
• िाद्य प्रसोंस्करण
• कृमि
• िस्त्र
• रक्षा
• ग ला बारूद
• कचरा प्रबोंिन
• डे र्री उत्पाद
• क र्ला
• आभूिण
• स्वास्थ्य दे िभाल
• मशक्षा
उद्यि संिाद
एिएसएिई िोंत्रालर् द्वारा नई मदल्ली िें 16 से 17 अप्रैल 2018 उद्यि सोंिाद
नाि से मिकास सोंस्थान ,ों प्रौद्य मगकी केंर ों और टू ल रूि का द मदिसीर्
सम्प्िेलन का आर् जन मकर्ा गर्ा।
इस सम्मेलन का उद्दे श्य क्लस्टर एिों टू ल रूि जैसे एिएसएिई िोंत्रालर् के
सफल उपिि ों का व्यापक प्रचार- पसार करना था तामक दे श िें ऐसे कई
अन्दर् उपिि स्थामपत मकए जा सकें।
सम्मेलन का उद्दे श्य मिमभन्न िोंत्रालर् ों िें एिएसएिई के मलए र् जनाओों के बारे
िें जानकारी का अमिक से अमिक प्रसार करना था। इस सम्मेलन के िाध्यि
से िोंत्रालर् ने ग्राि स्तर तक पहुों चने के मलए काि मकर्ा मजसके मलए मिकास
सोंस्थान ों क मजला अमिकाररर् ों के साथ सििर् करने के मलए कहा गर्ा था।
ई-पहि
भारत के राष्टर पमत श्री रािनाथ क मिोंद ने 27 जून 2018 क सोंर्ुक्त राष्टर
एसएिई मदिस पर नई मदल्ली िें 'सोंपकय' नाि से एिएसएिई िोंत्रालर् के एक
प टय ल का अनािरण मकर्ा। र्ह प टय ल प्रमतभाओों और प्रमशमक्षत श्रिबल की
िाों ग करने िाले उद्यि ों के बीच एक सेतु का काि करता है ।