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Hindi-Shararat Ki
Hindi-Shararat Ki
उद्दे श्य
शक्षा दे ना ।
कुणाल दूसरों को परे शान करने में समय व्यथर्ड करता था । अपनी शररातों के कारण हर
1. छात्रावास
२. संयोग
३. अ भनय
४. दशा
५. वाडर्डन
६. शरारत
७. बच्छू
८. कष्ट
९. भौचक्का
१०.अनुशा सत
बोलकर
क. सौरभ और कुणाल कौन थे ?
चमटे के सहारे पकड़कर एक छोटे से डब्बे में बंद कर लया और छात्रावास पहु ँचकर सौरभ
के जूते में डाल दया ता क वह उस दृश्य का मज़ा ले सके जब सौरभ अपने पैर जूते में
छात्रावास में कैसे आया ? यह सुनकर कुणाल के पैरों तले ज़मीन खसक गई ।
बगीचे में ले जाता , उसके साथ बगीचे में समय बताता । सौरभ का अपने प्र त सेवा
भाव दे खकर कुणाल बहु त श मर्मिंदा हु आ । तब उसने सौरभ से माफ़ी माँगी और कहा क
उसे उसकी गलती का फल मल गया है । उसे परे शान करने के लए उसने उसके जूते