Professional Documents
Culture Documents
पूंजीवादी अर्थव्यवस्था
पूंजीवादी अर्थव्यवस्था
ू ीवादी अर्थव्यवस्था
776 में छपी प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एडम स्मिथ की किताब ‘द वेल्थ ऑफ नेशंस’
को पंज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था की मल
ू स्रोत कहा जाता हैं. स्काटिश अर्थाशास्त्री
में व्यापार आदि पर राज्य के हस्तक्षेप के खिलाफ आवाज उठा रहे थे. एडम
स्मिथ के अनस
ु ार आर्थिक विकास दर को ऊपर उठाने के लिए श्रम विभाजन
क्या और कितना करना है तथा किन दरों पर इसे बेचना है इसका निर्धारण कोई
सरकार या राज्य न करके स्वतंत्र बाजार प्रणाली करती हैं. जिसमें आपूर्ति और
पँज
ू ीवाद का प्रभाव एवं इसकी प्रतिक्रिया
औद्योगिक क्रांति के आरं भिक दिनों में इंग्लैंड में ऐडम स्मिथ का अहस्तक्षेप
का प्रयोग प्रथम बार हुआ (कोआपरे टिव मैगज़ीन, १९२७)। इस स्थिति में
तरीके आदि के प्रश्न रहते हैं। समाजवादी व्यवस्था के अंतर्गत इसके लिए
रहा, दास प्रथा जैसी परम्पराएं इस मॉडल के प्राचीन होने का साक्ष्य रही
हैं.I
प्रचार अठारवी शदी में यूरोप के दे शो में हुआ. विश्व में औद्योगिक क्रांति के
जन्म में पूजीवाद का बड़ा योगदान था. इसे Mass Production Capitalism भी
कहा जाने लगा. वैसे तो संस्थागत रूप से सोलहवीं सदी में ही पूंजीवाद ने यूरोप
जा सकता हैं. बीसवीं सदी के आरं भ में मैक्स वेबर ने इसे सही ढं ग से परिभाषित
पंज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था में उत्पादन के घटक जैसे भमि
ू , खानें , कारखाने, मशीनें
इच्छानस
ु ार इनका प्रयोग करने के लिए स्वतंत्र होते है . व्यक्तियों की सम्पति
consumers) पंज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता प्रभस
ु ता सम्पन्न होते
पंज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था को स्वतंत्र उद्यम वाली अर्थव्यवस्था भी कहा
जाता है .
अपने अपने उत्पाद तथा वस्तुओं को बेचने के लिए तथा क्रेताओं के बिच
वर्ग संघर्ष (class struggle) – पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में समाज दो वर्गों में
कहलाता है . तथा दस
ू री ओर साधन विहीन वर्ग होता है . जो श्रमिक
कहलाता है . पंज
ू ीपतियों में लाभ बढ़ाने का उद्देश्य व श्रमिकों के शोषण से
सकते है .
पंज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था के गण
ु
साधनों का अनक
ु ू लतम प्रयोग
तकनिकी विकास
आर्थिक स्वतंत्रता
बाज़ार ऐसी जगह को कहते हैं जहाँ पर किसी भी चीज़ का व्यापार होता है । आम
बाज़ार और ख़ास चीज़ों के बाज़ार दोनों तरह के बाज़ार अस्तित्व में हैं। बाज़ार में
विक्रय होता है उसे बाजार कहते हैं . सामान्यतः बाजार का अर्थ उस स्थान से
खरीदा तथा बेचा जाता है | उदाहरण के लिए: सर्राफा बाजार में सोने-चाँदी का
होता है तथा वस्त्र बाजार में वस्त्रों का होता है | अर्थशास्त्र के अंतर्गत बाजार
स्थापना की जाती है जिनमें विशाल मात्रा में तीव्र गति से उत्पादन होता है । बड़ी
2. अधिकाधिक लाभ-पँज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था में अधिकाधिक लाभ प्राप्त करने
3. एकाधिकार- पँज
ू ीवादी व्यवस्था में उद्योगों एवं उत्पादित माल पर कुछ मुट्ठी
के समक्ष टिक नहीं सकते। उन्हें अपना उत्पादन बन्द करना होता है । वे या तो
बेकार हो जाते हैं या श्रमिकों के रूप में काम करने लगते हैं।
5. शोषण- पँज
ू ीवादी अर्थव्यवस्था में पूंजीपति श्रमिकों को कम से कम दे ना
छोटे -छोटे टुकड़ों में बांट दिया जाता है , इसमें श्रम विभाजन एवं विशेषीकरण को
प्रोत्साहन मिलता है ।
10. वर्ग-संघर्ष- पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में हमें प्रमुख रूप से दो वर्ग- पूंजीपति एवं
श्रमिक वर्ग दिखायी दे ते हैं। दोनों वर्ग अपने-अपने हितों की रक्षा के लिए संगठन
बनाते एवं संघर्ष करते हैं। श्रमिक संगठनों दे ते हैं। दोनों लोग तोड़-फोड़ हड़ताल,
श्रमिक कराने एवं अनन्य सुविधाएं प्राप्त करने के लिए पूंजीपतियों से संघर्ष
करते हैं।