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वत्त

ृ ान्त लेखन :-

Some important points .

कब

कहााँ

कैसे

क्या

ककसका

ककसने

वत्त
ृ ान्त लेखन का प्रारूप :-

ववदाई ददवस का भव्य समारोह

ददनाांक -

स्थान, कल मुम्बई में स्स्थत शारदा ववद्यालय में ________ का समारोह


मनाया गया । इस अवसर पर ववद्यालय के शशक्षक , प्रधानाचायय ,
मुख्याध्यापक तथा 9व ां और 10व के छात्र भ उपस्स्थत थे । इस काययक्रम के
मख्
ु य अततथथ श्र मनोज दाांडेकर ज थे । इनका स्वागत मख्
ु याध्यापक ने स्वयां
पुष्पगुच्छ दे कर ककया । इनके आते ही काययक्रम की शुरुवात ठीक 10 बजे जो कक
पहले से तनस्चचत था ।

काययक्रम का आरां भ सरस्वत वांदना के साथ हुआ । काययक्रम की शरु


ु वात होते
ही सांग तकार ने आपने वाद्य से ऐसा सांग त बजाया की सब उसमे मांत्रमुग्ध हो
गए । इसके बाद काययक्रम में कई ववद्याथथययों ने अपने भाषण से अध्यापकों का
ददल ज त शलया , तो वहीां कुछ ववद्याथथययों ने अपने गायन से सबके कानों में
रास घोल ददया । काययक्रम में कई ववद्याथथययों ने नाटक भ पेश ककया स्जसे
दे खकर सभ के होठों पर मुस्कान आ गय । ववद्याथथययों ने तो काययक्रम की
शोभा में चार चाांद लगा ददए थे ।

इसके बाद मनोज दाांडेकर ज ने जो कक वहाां के मुख्याततथथ थे उन्होंने आकर


ववद्याथथययों को प्रेररत ककया तथा उन्हें ज वन में कुछ करने का प्रोत्साहन भ
ददया । मानन य मुख्याध्यापक ज ने भ प्रेरणादायक भाषण ददया तथा ज वन
की कुछ अनमोल बातों को बताया | इसके बाद वपछले वषय अव्वल आये
ववद्याथथययों को पुरस्कार भ ददया , साथ ही उनकी तारीफ भ की | मानन य
मुख्याध्यापक ने काययक्रम में उपस्स्थत हर एक व्यस्क्त का आने के शलए शुकक्रया
अदा ककया | सभ को जल पान भ कराया गया | जन गण मन के साथ इस
तरह दोपहर 2 बजे इस काययक्रम का समापन हुआ |

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