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क्या बताऊं खूबियां आपकी विदाई पर, महकता था दिन आपके मुस्कुराने पर, अनुकरणीय है कर्म
आपका अग्रदत
ू आप कहलाओगे
आदरणीय श्रद्धेय हरें द्र सिंह जी, शिक्षक (सामाजिक विज्ञान) का हार्दिक अभिनंदन आदरणीय महोदय
उदय मान भास्कर की प्रथम किरण की सौम्यता के ज्ञानी, विचारशील, दया, प्रेम, स्नेह तथा राष्ट्र
निर्माण के धनी का अभिनंदन कर मैं अभिभूत हूं| शिक्षक, मार्गदर्शक, प्रेरणा स्रोत, प्रशासनिक ज्ञाता के
रूप में अभिसम्मत होकर जीवन के मधुर दिनों की मीठी मीठी मुस्कान के साथ कर्तव्यनिष्ठा का
पूर्ण निर्वहन करते हुए आपने शिक्षा और प्रशासनिक कार्यों का अखंड दीपक जलाए रखा और अपने
सहयोगी साथियों का पथ प्रदर्शन किया|
आपका जन्म: मोहम्मदपुर,सिवान में पिता स्वर्गीय रामबली सिंह व माता स्वर्गीय गिरजा दे वी के यहां
10 जन
ू 1962 को आपका जन्म हुआ|
कार्य क्षेत्र: शिक्षा के क्षेत्र में आपकी प्रथम नियुक्ति 1990 में व्याख्याता के पद पर श्याम नंदन सहाय
कॉलेज के भूगोल विभाग (मुजफ्फरपुर,बिहार) में हुई, जहां आप 1995 तक कार्यरत रहे | इसके बाद 1996
से लेकर अब तक डीएवी पब्लिक स्कूल धनुपरा आरा में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के पद को
सुशोभित कर रहे हैं| आपने शिक्षण कार्यों के अतिरिक्त प्रशासनिक दायित्वों यथा-- स्कूल परिवहन
विभाग, परीक्षा विभाग व मास्टर ट्रे नर आदि पदों के दायित्व का भी सफलतापूर्वक निर्वहन किया और
दिनांक 30 दिसंबर 2022 को 60 वर्ष पूर्ण करते हुए आप सेवानिवत्ृ त हुए |
पारिवारिक जीवन: दो भाइयों में छोटे हरें द्र सिंह जी की शादी 1988 में श्रीमती पुष्पा सिंह जी से हुई
जो शादी के वक्त एन कॉलेज पटना के राजनीतिक विभाग में व्याख्याता के पद पर कार्यरत थीं और
अभी बी एस डी ए वी पब्लिक स्कूल मिल रोड आरा में शिक्षिका है | इनके दो पुत्र ई. पीयूष पुष्कर
और ई. वेदांत हरीश जो इसी विद्यालय में पढ़कर बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत हैं| इनकी बड़ी
पुत्रवधू ई. निधि सिंह और भावी पुत्रवधू ई. दिव्या राय भी दे श-विदे श की बहुराष्ट्रीय कंपनियों में
कार्यरत हैं| इनका घर आंगन नन्हे -मुन्ने बच्चों की किलकारियों से गुंजायमान है |
अपने 26 साल के शैक्षणिक सफर में इनका व्यक्तित्व सरल,सहज और सौम्य रहा| इनके द्वारा दिए
गए संस्कारों के लिए हम आभारी हैं एवं इनके सुंदर स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए ईश्वर से
कामना करते हैं|
हम हैं आपके ही