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Class – 7

HINDI

(Comprehension passage अपठि त गद्यांश)

Question 1.

Read the passage given below carefully and answer in Hindi the
questions that follow using your own language as far as possible;

एक बार महाराज कृष्णदेव राय ने अपने राज्य का वार्षि<क उत्सव बड़ी धूमधाम से
मनाया, उसमें आस-पास के राजाओं को भी बुलाया। सभी ने उन्हें कीमती उपहार
ठिदए। उपहारों में चार कीमती फूलदान भी थे, जो एक राजा ने ठिदए थे। महाराज को ये
फूलदान इतने अधिधक भाए ठिक उन्होंने उनकी सुरक्षा के लिलए अलग से एक सेवक
तैनात कर ठिदया और उसे सख्त आदेश ठिदया ठिक यठिद फूलदानों के रखरखाव में ठिकसी
प्रकार की लापवाही हुई यो वे टू ट गए तो उसे मृत्यु प्राणदण्ड ठिदया जाएगा।

वह सेवक ठिदन-रात उनकी ठिहफाजत करता था। उन पर धूल भी नहीं लगने देता था,
लेठिकन बदठिकस्मती से एक ठिदन अचानक एक फूलदान उसने हाथ से छूटकर टू ट
गया। खबर सुनते ही महाराज बहुत गुस्सा हो गए और उन्होंने इस लापरवाह सेवक को
आ वें ठिदन फाँसी की सजा का हुक्म दे ठिदया।

तेनाली राम को जब यह पता चला तो उन्होंने महाराजा को समझाने की कोशिशश की


ठिक रामसिंसह बीस व<i से उनकी सेवा में है, उसे इतने मामूली नुकसान के लिलए इतना
क ोर दण्ड देना उधिचत नहीं है। महाराज उनकी एक न न सुनी। वे अपना सा मुँह
लेकर लौट गए, लेठिकन उन्होंने उस सेवक की प्राण रक्षा का संकल्प कर लिलया। वे
कारागार में गए सेवक से सारी बात की जानकारी ली और उसके कान में कुछ कहकर
चले गए ।

ठिदन तेजी से बीते और फाँसी का ठिदन आ गया। उस ठिदन सभी फाँसी गृह में एकठिlत

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हुए । महाराज अभी क्रोध में थे और सेवक को फाँसी पर झूलते देखना चाहते थे।
सेवक को फाँसी के तख्ते पर चढ़ा ठिदया गया और तब जल्लादों ने उससे उसकी अंधितम
इच्छा पूछी. सेवक ने कहा- मैं बाकी बचे फूलदान भी देखना चाहता हूँ, जिजनकी वजह
से मैं फाँसी पर चढ़ाया जा रहा हूँ ।

महाराज की अनुमधित से तीनों फूलदान उसके सम्मुख लाए गए । उसने आव देखा न


ताव देखा और उन फूलदानों को जमीन पर पटक कर चूर-चूर कर ठिदया। महाराज के
क्रोध की सीमा न रही, और उन्होंने दहाड़ते हुए पूछा- मूखt ये कीमती फूलदान क्यों
तोड़ ठिदए तुमने- क्या ठिमला तुम्हें इन्हें तोड़कर? तीन ठिनदv<ों का जीवन महाराज।
ठिनभwकता से सेवक बोला- जिजस प्रकार मैं ठिनदv< इन फूलदानों के कारण फाँसी पर
चढ़ाया जा रहा हूँ, कभी न कभी मेरी तरह तीन और लोग भी फाँसी पर चढ़ाए जा
सकते थे। ये फूलदान मनुष्यों के जीवन से अधिधक कीमती नहीं हैं महाराज।

उसकी बात सुनकर उन्हें तुरन्त आभास हो गया ठिक क्रोध में वे कैसा अनथt करने जा
रहे थे। उन्होंने फौरन सेवक की फाँसी स्थठिगत कर दी।

( कृपया उत्तर लिलखते समय अपनी नोटबुक में प्रश्न भी अवश्य लिलखें। )

I. सेवक का क्या नाम था? उसे वहाँ काम करते हुए ठिकतना समय हो गया था?

II. उसे क्या काम सौपा गया था? उस काम के साथ क्या शतt जूड़ी हुई थी?

III.तेनाली राम क्या चाहते थे? उन्होंने अपने काम को पूरा करने के लिलए क्या
प्रयास ठिकए?

IV.महाराज के पास फूलदान कब आए थे? उन फूलदानों का क्या हश्र हुआ?

V. सेवक को फूलदान तोडने का मौका कब ठिमला? फूलदान तोड़कर सेवक को


क्या ठिमला?

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( कृपया उत्तर लिलखते समय अपनी नोटबुक में प्रश्न भी अवश्य लिलखें। )

A.

नीचे लिलखे गए शब्दों के अथt (meaning) लिलखो:

ठिहफाजत

ठिहदायत,

वजह,

अनुमधित,

सम्मुख,

आभास

नीचे लिलए गए शब्दों के ठिवलोम (Antonyms) शब्द लिलखो।

मामुली

दण्ड,

अंधितम

ठिनदv<

सख्त

नुकसान

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C

नीचे लिलखे शब्दों से वाक्य (sentence) बनाओ।

कमर कसना

आँ खों का तारा

ठिनम्नलिललिखत शब्दों में से ठिकन्हीं चार शब्दों को शुद्ध(correct) करो:

परिरक्छा

क्योंकी

अतीरिरक्त

समूद्री

अनूमती

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