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Live in Relationship Agreement Format in Hindi
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संवत 2077 के फागण सूद सातम के वार : सोमवार, दिनांक -2, माह : मार्च, सन 2021 के
अग्रेजी दिन..
लड़के का नाम
उ.आ.व. , धंधा : ,
निवासी :
जोग ली..
उ.आ.व. , धंधा : ,
निवासी :
करते है की..
हम दोनों पक्षकार _____ ज्ञाति के है। दूसरे पक्षगण की शादी हो चुकी है ओर वह शादी से
दूसरे पक्षगण एक लड़की अमृता जिनकी हाल आयु डेढ़ साल है ओर पहेल पक्षगण शादी शुदा नहीं है।
दूसरे पक्षगण को उनके पति द्वारा दिये गये शारीरिक एव मानसिक त्रास की वजह से वह अपना घर
छोड़कर अपनी मर्जी से अपनी लड़की के साथ पहले पक्षगण के साथ लीव इन रिलेशनशीप मे रहने के
लिए आयी है। हम पक्षकार एक दूसरे को पिछले छ महीने से पहचानते है ओर एक दूसरे के साथ लगाव
से जुड़े हुए है। हम दोनों पक्षकारने एक दूसरे के साथ तय किये मुताबीत प्रेमसबंध के नाते देखभाल ,
सारवार करना तय किया है ओर इसलिए हम दोनों पक्षकारने यह लीव इन रिलेशनशीप करार किया है।
हम दोनों पक्षकार एकदूसरे को पिछले छ महीने से पहचानते है। हम दोनों पक्षकार के बीच प्रेम
सबंध हुआ है। हमने एकदूसरे के साथ आगे का जीवन साथ बिताने का तय किया है। हम दोनों परिवार
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उपरोक्त बताए हुय सरनामे पे कई साल से रहते आये है। हम दोनों पक्षकारोने एकदूसरे के साथ रहना
तय किया हुआ है।
पक्षकारोने समज कर, विचार कर ओर अपनी सम्पूर्ण मर्जी से किया हुआ है। यह करार हम दोनों
पक्षकारों को कबूल, मंजूर ओर बंधकर्ता रहेगा ओर यह करार कानून ओर परिस्थिति को देखते हुए शादी
किये बिना साथ मे सहजीवन लीव इन लाइफ एकदूसरे के साथ रहकर जीवन बिताना कायदेसर है।
एसलिए हम दोनों पक्षकार अपनी सम्पूर्ण सम्मति से इस तरह से सहजीवन लीव इन रिलेशन याने
सेटलमेंट का लिखान करके एक ही घर मे साथ मे सहजीवन बिताएंगे।
पक्षकार मे से ओर कोई दूसरा पक्षकार का हमारे ऊपर कोई लोभ लालच, प्रलोभन या दबाव नहीं है ओर
हम दोनों हमारी मर्जी एवं समंती से साथ मे रहने का निर्णय लिया है।
:: शर्ते ::
1. इस करार की इसे पहले पक्षकारने दूसरे पक्षकार की आज के दिन के बाद तमाम तरह की
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2. हम दोनों पक्षकार सिर्फ मित्रता के नाते एकदूसरे के साथ रह रहे है। जिस वजह से हम दोनों
पक्षकारो मे से कोई भी पक्षकार पति पत्नी तरह का कोई भी हक्क करना कराना नहीं है। दूसरे
पक्षगण की लड़की अमृता की सम्पूर्ण पढ़ाई लिखाई व भरणपोषण की तमाम जिम्मेदारी पहले
पक्षगण की रहेगी।
3. ऊपर के रिश्ते मे पहले पक्षकार ओर दूसरे पक्षकार बीच कोई पति पत्नी की तरह का रिश्ता अभी
रहेगा नहीं या भविष्य मे ऐसा कोई हक्क पैदा कर सकते नहीं ओर हिन्दू मेरेज एक्ट की मंजूरी
मे हिन्दू सक्सेशन एक्ट की अंदर किसी भी तरह का कानूनी हक्क मांगना ओर किसी भी जात
का दर दावा कर सकते नहीं। लेकिन हम दोनों पक्षकार पति पत्नी की तरह जीवन जी सकते है
एकदूसरे की पूर्णता करते हुए एकदूसरे के साथ रहना है लेकिन कोई सामाजिक रिश्ता कोई भी
5. हम दोनों पक्षकार ने सिर्फ निजी मित्रता के नाते एकदूसरे के साथ रहना तय किया है। लेकिन
हम दोनों पक्षकार भविष्य मे पति पत्नी बन सकते है सही। इससे पहले हम दोनों पक्षकार को
6. हलमे हम दोनों साथ मे कहा रहने का यह निर्णय एक दूसरे से बातचीत करके लेनेवाले है। हाल
दूसरे पक्षकार के लाभ मे सिर्फ लीव इन रिलेशनशीप हुआ है। जिसकी पूर्तता करनी पड़ेगी सही।
8. हम दोनों पक्षकार से बीच कोई अनैतिक सबंध नहीं है ओर यह सबंध सिर्फ मित्रता तक ही
सीमित है।
9. हाल दूसरे पक्ष सबीज नहीं यानि की गर्भ से नहीं है। इसकी खात्री कर ली गई है।
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10. यह लेख सहजीवन लीव इन लाईफ जीने की लिखावट ओर पहले पक्ष ओर दूसरे पक्ष की पूरी
समंती से यह लिखान करने मे आया है। इस लेखन के आधार से इनके बीच लग्न बंधन माना
प्रकार की लिखावट को कानूनी परिभाषा मे कायदेसरता बक्षने मे आती है जिससे पहले पक्ष ओर
11. यह लीव इन रिलेशनशीप रु। 300 के नॉन ज्यू. स्टेम्प पेपर के ऊपर किया है।
यह लीव इन रिलेशनशीप हम दोनों पक्षगण अपनी राजी खुशी से हमने हमारी अक्कल होशियारी से
पढ़कर पढ़ाकर, समजबूज से किसी भी प्रकार के दाब दबाव के बगैर सहमति से किया है ओर यह हमे
ओर हमारे वंश, वाली वर्सो इत्यादि सब को मंजूर ओर बंधनकारक है सही ओर रहेगा सही।
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(जानकारी के लिए ऐ लीव इन रिलेशनशीप करार सिर्फ जानकारी के लिए है करार करने से पहले कानूनी माहिती ओर सलाह लेना जरूरी है)
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पहले पक्षकार का नाम साक्षी
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