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Baiju Chach
Baiju Chach
आंतरिक जाँच:
आंतरिक जाँच, कंपनी के दै निक कार्यों में निहित नियंत्रणों और प्रक्रियाओं की एक व्यवस्था है । इसका
● अनम
ु ोदन: लेनदे न के लिए उचित अनम
ु ोदन प्रक्रिया स्थापित करना।
● भौतिक नियंत्रण: संपत्तियों की सरु क्षा के लिए भौतिक सरु क्षा measures लागू करना।
आंतरिक अंकेक्षण:
आंतरिक अंकेक्षण, कंपनी के नियंत्रण प्रणालियों, जोखिम प्रबंधन प्रक्रियाओं और कॉर्पोरे ट प्रशासन
● व्यापक मल्
ू यांकन: नियंत्रण प्रणालियों के सभी पहलओ
ु ं का मल्
ू यांकन करना, जिसमें तकनीकी,
operasional, और मानवीय पहलू शामिल हैं।
● सध
ु ार के लिए सिफारिशें: कमजोरियों को उजागर करने और सध
ु ार के लिए सिफारिशें करने के
लिए।
स्वतंत्र कम उच्च
ता
आवत्ति
ृ निरं तर समय-समय पर
विवेचना:
जाता है । आंतरिक जाँच की स्वतंत्रता कम होती है , जबकि आंतरिक अंकेक्षण की स्वतंत्रता अधिक होती
है ।
मल्
ू यांकनात्मक दृष्टिकोण है ।
● आवत्ति
ृ : आंतरिक जाँच निरं तर रूप से की जाती है , जबकि आंतरिक अंकेक्षण समय-समय पर
किया जाता है ।
अधिक होती है ।
इन अंतरों को दे खते हुए, यह स्पष्ट है कि आंतरिक जाँच और आंतरिक अंकेक्षण एक दस
ू रे को परू क करते
हैं। आंतरिक जाँच एक बनि
ु यादी ढांचा प्रदान करती है , जबकि आंतरिक
● परिभाषा: वाउचिंग का अर्थ है , कंपनी द्वारा दर्ज किए गए वित्तीय लेनदे नों के समर्थन में मौजद
ू
दस्तावेजों की जाँच करना। इन दस्तावेजों में चालान (invoices), रसीदें , बैंक विवरण, अनब
ु ंध,
और अन्य प्रासंगिक व्यावसायिक दस्तावेज़ शामिल हो सकते हैं।
● उद्दे श्य
○ पर्ण
ू ता: यह सनि
ु श्चित करने में मदद करता है कि सभी वैध लेनदे न दर्ज किए गए हैं, और
किसी भी लेन-दे न को छोड़ा नहीं गया है ।
अधिकृत हैं।
○ मल्
ू य निर्धारण: वाउचिंग यह सनि
ु श्चित करती है कि लेनदे न के लिए शल्
ु क लिया गया
मल्
ू य उचित बाजार मल्
ू य को दर्शाता है ।
1. त्रटि
ु यों और धोखाधड़ी का पता लगाना: वाउचिंग त्रटि
ु यों और धोखाधड़ी को उजागर करने में मदद
करती है । बिना किसी सबत
ू के किया गया कोई भी लेन-दे न अंकेक्षण के दौरान आसानी से पकड़ा
जा सकता है । यह धोखाधड़ी की रोकथाम का एक महत्वपर्ण
ू साधन है ।
विस्तत
ृ वाउचिंग के माध्यम से, एक अंकेक्षक उचित आश्वासन प्रदान कर सकता है कि लेखांकन
रिकॉर्ड कंपनी की वास्तविक वित्तीय स्थिति को सही ढं ग से परिलक्षित करते हैं।
3. आधार के रूप में उपयोग: एक अंकेक्षक वाउचिंग से मिली जानकारी के आधार पर अपने अन्य
अंकेक्षण प्रक्रियाओं का मार्गदर्शन कर सकता है । उदाहरण के लिए, यदि वाउचिंग में खामियां पाई
● जोखिम मल्
ू यांकन: अंकेक्षक जोखिम का आंकलन करके वाउचिंग से जड़
ु ा काम करता है ।
उच्च-जोखिम वाले क्षेत्रों या लेनदे न-प्रकारों पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।
● नमन
ू ाकरण: एक अंकेक्षक हर संभव लेन-दे न की जाँच नहीं कर सकता है । इसलिए उनका काम
नमन
ू े की जाँच से किया जाता है । ये नमन
ू े जोखिम मल्
ू यांकन और अंकेक्षक के निर्णय के आधार
पर चन
ु े जाते हैं।
● वाउचिंग के प्रकार: विभिन्न प्रकार की लेनदे नों के लिए अलग-अलग तरह की वाउचिंग करते हैं।
उदाहरण के लिए:
○ बिक्री के लिए वाउचिंग में बिक्री चालान, वितरण नोट और ग्राहक पत्राचार की जांच
निष्कर्ष
वाउचिंग किसी भी अंकेक्षण प्रक्रिया की आधारशिला है । यह एक अंकेक्षक को लेखांकन रिकॉर्ड की
सटीकता और पर्ण
ू ता का आकलन करने की अनम
ु ति दे ता है । यह त्रटि
ु यों और धोखाधड़ी का पता लगाने
में मदद करता है और वित्तीय रिपोर्टिंग में विश्वास पैदा करता है ।
क्या आप वाउचिंग की प्रक्रिया पर और विवरण प्राप्त करना चाहें गे? मैं आपको और जानकारियाँ प्रदान
कर सकता हूँ!
वाउचर के प्रकार
वाउचर, जो कि वाउचिंग प्रक्रिया के दौरान उपयोग किए जाने वाले सहायक दस्तावेज होते हैं, विभिन्न
रूपों में उपलब्ध हैं। यहाँ कुछ सामान्य प्रकार के वाउचर दिए गए हैं:
● बाहरी वाउचर (External Vouchers): ये दस्तावेज कंपनी के बाहर से आते हैं और लेनदे न का
○ अनब
ु ंध (Contracts)
○ सरकारी कर की रसीदें (Government tax receipts)
● आंतरिक वाउचर (Internal Vouchers): ये दस्तावेज कंपनी के भीतर ही बनाए जाते हैं। कुछ
उदाहरण हैं:
मल्
ू यांकन और अपने विवेक के आधार पर किन लेनदे नों की जानी है । नमन
ू े चन
ु ने की तकनीकों
का इस्तेमाल किया जा सकता है , जिनमें शामिल हैं:
○ सांयोगिक नमन
ू ा विधि (Random sampling): यह व्यापक जाँच के लिए उपयोग किया
जाता है ।
2. वाउचर प्राप्त करना और उसकी जाँच करना (Obtaining and Examining the Voucher):
प्रत्येक चन
ु े हुए लेनदे न के लिए, अंकेक्षक:
गया था?
○ अन्य सहायक दस्तावेजों से: क्रय आदे शों (purchase orders), चालानों (invoices),
वाउचिंग में चन
ु ौतियाँ (Challenges in Vouching)
वाउचिंग, एक महत्वपर्ण
ू प्रक्रिया होते हुए भी, कई चन
ु ौतियों से यक्
ु त है :
● अनप
ु लब्ध वाउचर (Missing Vouchers): वाउचर खो सकते हैं या अनप
ु लब्ध हो सकते हैं,
जिससे सत्यापन मश्कि
ु ल हो जाता है । अंकेक्षकों को तब वैकल्पिक प्रमाण तलाशना पड़ता है या
जाली दस्तावेज बनाये जा सकते हैं। अंकेक्षकों को ऐसे जाली दस्तावेजों की सम्भावना के प्रति
● लेन-दे न की संख्या (Volume of Transactions): विशेष रूप से बड़ी कंपनियों में , लेन-दे न की
● निष्कर्षों की व्याख्या और उनके निहितार्थ को समझना, जो अंकेक्षण रिपोर्ट में दर्ज़ होंगे
क्या आप किसी भी विशेष पहलू को और अधिक विस्तार से समझना चाहें गे? क्या ऐसे कोई विशिष्ट
दे ना।
उदाहरण के लिए, यदि विभिन्न अवधियों के सकल मार्जिन में कोई अजीब उतार-चढ़ाव दे खा
● भग
ु तान वाउचर (Payment Vouchers): भग
ु तान वाउचर को अतिरिक्त ध्यान दे ने की
आवश्यकता है , क्योंकि उनमें धोखाधड़ी का जोखिम अधिक होता है । अंकेक्षक को संबंधित
चालान, अनब
ु ंध, प्राधिकरण, और हस्ताक्षर की वैधता की जांच करनी चाहिए।
● जर्नल वाउचर (Journal Vouchers): जर्नल वाउचर विशेष रूप से महत्वपर्ण
ू होते हैं, क्योंकि
इनका उपयोग लेखांकन समायोजन (accounting adjustments) करने और असाधारण लेनदे न
अंकेक्षक को यह सनि
ु श्चित करने के लिए हमेशा चौकस रहना चाहिए कि:
● गणना की अशद्
ु धियाँ (Arithmetic Errors): अंकेक्षकों को गणितीय गणनाओं के लिए
वाउचरों की सावधानीपर्व
ू क जांच करनी चाहिए।
● मल्
ू य निर्धारण त्रटि
ु यां (Pricing Errors): अंकेक्षक को किसी भी गड़बड़ी का पता लगाने के
लिए बाजार मल्
ू यों या अनब
ु ंधित कीमतों के साथ इनवॉइस पर कीमतों की तल
ु ना करनी चाहिए।
● लिपिकीय त्रटि
ु याँ (Clerical Errors): तिथियों, नामों, लेखांकन कोड में त्रटि
ु यों से गलत बयानी
हो सकती है या छल के अवसर बन सकते हैं।
● बनाये गए वाउचर (Fabricated Vouchers): धोखाधड़ी करने के लिए, नकली वाउचर बनाए
जा सकते हैं। अंकेक्षकों को हस्ताक्षरों की प्रामाणिकता को सत्यापित करने और इनवें ट्री काउं ट
● दोहरे वाउचर (Duplicate Vouchers): डुप्लीकेट वाउचरों से दोहरी नकद प्राप्ति हो सकती है ,
जिससे कंपनी को नक
ु सान होता है । अंकेक्षकों को संभावित डुप्लिकेट की पहचान के लिए नमन
ू ों
(sample) की जांच करनी चाहिए।
अंकेक्षक की ज़िम्मेदारी
हालांकि वित्तीय विवरण तैयार करना प्रबंधन की जिम्मेदारी है , अंकेक्षक को वाउचिंग प्रक्रिया को उचित
याद रखें, वाउचिंग अंकेक्षण प्रक्रिया का सिर्फ एक हिस्सा है । अंकेक्षक को वित्तीय विवरणों पर समग्र राय
दे ने के लिए अन्य अंकेक्षण तकनीकों जैसे विश्लेषण, जांच और आकलन का भी उपयोग करना चाहिए।
क्या कुछ और विशिष्ट है जिसे आप वाउचिंग प्रक्रिया के संदर्भ में जानना चाहें गे?
बिलकुल! आइए 'वाउचिंग' की और भी बारीकियों को समझते हैं।
जोखिम मल्
ू यांकन और वाउचिंग का गहरा रिश्ता
● उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को लक्षित करना: अंकेक्षक लेनदे न और वित्तीय विवरण मदों की पहचान
● डाटा एनालिटिक्स: बड़े डेटा सेट की पहचान करने और उनका विश्लेषण करने के लिए अंकेक्षक
डेटा एनालिटिक्स उपकरण का उपयोग कर सकते हैं। इससे उन क्षेत्रों पर प्रकाश पड़ता है जहाँ
● कंप्यट
ू राइज्ड ऑडिट टे क्निक्स (CATs): यह सॉफ्टवेयर उपकरण अंकेक्षकों को बड़ी मात्रा में
डिजिटल वाउचरों के साथ कुशलतापर्व
ू क काम करने में मदद करते हैं। CATs फ़िल्टरिंग, सॉर्टिंग,
और जोखिम संकेतकों के आधार पर लेनदे न चन
ु ने जैसे कार्यों को स्वचालित कर सकते हैं।
● ऑटोमेटेड वाउचिंग: कुछ मामलों में , स्वचालित वाउचिंग तकनीकों को बनि
ु यादी स्तर के
सत्यापन करने के लिए लागू किया जा सकता है । उदाहरण के लिए, सॉफ्टवेयर किसी इनवॉइस
की तल
ु ना खरीद आदे श या अनब
ु ंध की शर्तों से कर सकता है ।
● महत्वपर्ण
ू ता (Materiality): अंकेक्षक व्यावसायिक निर्णय का उपयोग करके उन लेनदे न पर
ध्यान केंद्रित करें गे जो वित्तीय विवरणों में महत्वपर्ण
ू प्रभाव डालने की क्षमता रखते हैं।
● विश्लेषणात्मक प्रक्रियाओं का वाउचिंग के साथ उपयोग: विश्लेषणात्मक प्रक्रियाएं वाउचिंग को
● अपर्ण
ू अभिलेख (Incomplete Records): यदि वाउचर गायब हैं या खराब रिकॉर्ड रखने की
प्रथा है , तो अंकेक्षक के लिए वाउचिंग प्रक्रिया को परू ा करना मश्कि
ु ल हो सकता है । ऐसे मामलों
में , अंकेक्षक को वैकल्पिक प्रक्रियाओं पर विचार करना पड़ सकता है या अपनी अंकेक्षण रिपोर्ट में
विदे शी मद्र
ु ा लेनदे न, को विशेषज्ञता की आवश्यकता हो सकती है । अंकेक्षक को उचित सत्यापन
करने के लिए आंतरिक या बाहरी विशेषज्ञों की मदद लेनी पड़ सकती है ।
● अंकेक्षक को लेखांकन नीतियों को समझना चाहिए जिनके तहत लेनदे न दर्ज किए गए हैं
● वाउचिंग को एक निरं तर प्रक्रिया के रूप में दे खें और अप्रत्याशित परिणामों के सामने आने पर
अंकेक्षण एक जटिल और पेचीदा क्षेत्र है । क्या वाउचिंग के कुछ ऐसे पहलू हैं जिनके बारे में आप और
अधिक विस्तार से जानना चाहें गे? कुछ उदाहरण दे ने से भी मदद मिल सकती है !
बिल्कुल, चलिए इस विषय को यहाँ पर समाप्त करते हैं, वाउचिंग के बारे में अंतिम और महत्वपर्ण
ू
विवरणों के साथ, जो आपको इसकी परू ी समझ बनाने में मदद करें गे।
बोर्ड (IAASB) द्वारा जारी किए गए अंतर्राष्ट्रीय अंकेक्षण मानक (ISA) वैश्विक स्तर पर
अंकेक्षण अभ्यास के लिए एक मापदण्ड निर्धारित करते हैं। ISA, वाउचिंग से संबंधित विशिष्ट
अंकेक्षकों को उन मानकों की गहरी जानकारी होनी चाहिए जो उनके अधिकार क्षेत्र में लागू होते
हैं।
● निष्पक्षता (Objectivity): अंकेक्षक को अपनी जांच का काम निष्पक्ष होकर करना चाहिए,
रखने की आवश्यकता होती है , जिसे वे सत्यापन के लिए वाउचिंग के दौरान एक्सेस करते हैं।
○ ओवरस्टे टमें ट (ज्यादा दिखाना): कंपनी के राजस्व को कृत्रिम रूप से बढ़ाने के लिए
नकली बिक्री।
2. वाउचरों का चयन: अंकेक्षक बिक्री चालान, वितरण रसीदों, ग्राहक पत्राचार और बिक्री रिपोर्ट के
एक नमन
ू े (sample) का चयन करे गा।
5. विश्लेषणात्मक प्रक्रियाएँ: अंकेक्षक पिछले अवधियों (या बजट बिक्री लक्ष्यों) के साथ सकल
महत्वपर्ण
ू बिंद ु (Key Takeaways):
● वाउचिंग अंकेक्षण प्रक्रिया का एक अभिन्न तत्व है लेकिन अंकेक्षक की राय बनाने के लिए
● प्रौद्योगिकी अंकेक्षण कार्य में दक्षता ला रही है , लेकिन मानवीय तत्व, निर्णय लेने का कौशल
और संदेहपर्ण
ू दृष्टिकोण अभी भी अनिवार्य हैं।