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व नयोग

दा हने हाथ म पु ष और बाय हाथ म ी जल लेकर इस मं को पढे और मं को पढने के बाद हाथ का पानी
चौक के चार तरफ़ घडी क दशा के अनुसार हाथ को घुमाकर छोड दे ।

"ऊँ अ य कुबेर मं य व वा ऋ ष: बह
ृ ती छं द: शव म धने वर दे वता,दा र य वनाशने पूणसम ृ ध स धयथ
जपे व नयोग:"।

यान

व नयोग करने के बाद इस लोक को पढकर ी कुबेर दे वता का यान करे -

"ऊँ मनुजबाहु वमान वरि थतं ग डर ना भं न धनायकम।

ववसखं मुकुटा दभू षतं वरगदे दधतं भज तुि दलम॥

यास- व म ऋषये नम: शरसी, बह


ृ ती छ दसे नम: मुखे, शव म धने वर दे वतायै नम: दये व नयोगाय नम:
सवागे।

दया द यास – य ाय दयाय नमः कुबेराय शरसे वाहा, वै वणाय शखायै वष धन धा या धपतये
कवचाय हुम, धन धा य सम ृ ध मे ने याय वोष , दे ह दापय वाहा अ ाय फ़ ।

कर यास य ाय – अ गु ठा यां नमः, कुबेराय तजनी यां नमः, वै वणाय म यमा यां नमः, धनधा याधपतये
अना मका यां नमः, धन धा य सम ृ धं मे का नि टका यां नमः, दे ह दापय वाहा करतल करप ृ ठा यां नमः ।

|| ॐ य ाय कुबेराय वै वणाय धनधा या धपतये

धनधा यसम ृ धं मे दे ह दापय वाहा॥


कुबेर साधना अतु लत धन दे ने मे स म है

िजसका यापार नह चल रहा हो या पैसे क कमी हो उसे कुबेर साधना ज र करनी चा हए

फ टक माला से इसक व धवत जप करे

कुबेर मं के जप से पहले 1 माला महा म ृ युंजय मं जप ज र है

1 लाख 25 हजार जप करके एक अनु ठान संप न करे

अनु ठान के बाद हवन तपण और माजन करे

कुबेर साधना ज मो ज म क गर बी को दरू करता है

2 साल के अंदर जो साधक इसका 4 अनु ठान संप न करता है चाहे उसके भा य म कैसे भी खराब ि थ त हो
द र ता का योग हो वो ख म होता है

जो साधक इसका 11 लाख जप स पन ् करता है कई पीढ तक का गर बी दरू करके अथाह धन क ाि त करता है

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