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उन्मुखीकरण 

कार्यक्रम - बुनियादी साक्षरता एवं सख्


ं यात्मक समझ
मिशन 
निपुण भारत मिशन का विजन –

एक ऐसे वातावरण का निर्माण करना जिसमें बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान को पर्याप्त रूप से सशक्त किया जा सके |

प्रत्येक बच्चा कक्षा -3 के अंत तक पढ़ने –लिखने व सीखना एक समग्र, समावेशी,आनंददायक व


बुनियादी संख्या ज्ञान के स्तर को प्राप्त करे | आकर्षक प्रक्रिया के रूप में सुनिश्चित हो |

2026-27 तक
3 से 9 आयु वर्ग के बच्चों के सीखने की जरूरतों को पूरा हो |

प्री स्कू ल अवस्था से कक्षा 1 के बीच के चरणों क बीच बदलाव की प्रक्रिया के


बीच सशक्त समन्वय स्थापित हो |

https://www.youtube.com/watch?v=8Ko_gPHjNH0
मिशन की आवश्यकता -
सीखने की इस प्रकार की
जो बच्चे इन मूलभूत कौशलों से प्रक्रिया में निरंतर पिछड़ जाने
वंचित हो जाते हैं, उन्हे आगे से ऐसे बच्चे स्कू ली व्यवस्था
यह बुनियादी साक्षरता –बच्चों के आगे की की कक्षाओं में उचित अधिगम से –ड्रॉप आउट हो जाते हैं |
कक्षाओं के लिये उनके सफल शैक्षणिक प्राप्त होना मुश्किल होता है
विकास की आधारशिला है | और व निरंतर पिछड़ते जाते हैं
|
https://youtu.be/4CBvl9ppaZk

UNESCO’s Education For All Global Monitoring Report in 2013-14 calculated


if all students left school with basic reading skills, 171 million people could be lifted out of poverty
निपुण भारत मिशन के लक्ष्य के विकसात्मक चरण -
3- 9 आयु वर्ग के बच्चे

बच्चे अपने वातावरण से जुडते हुए


बच्चे अच्छे स्वास्थय एवं बच्चे प्रभावी संवाद स्थापित करने में
सीखने की प्रक्रिया में शामिल हो
विकास को प्राप्त कर सकें | निपुण बने |
सकें |
मिशन के लक्ष्य एवं उद्देश्य

पठन और लेखन कौशलों की समझ विकसित करना

संख्या, मापन और आकार में तर्क आधारित समझ विकसित करना

परिचित/स्थानीय/मातृभाषा (भाषाओं) में उच्च गुणवत्ता और सांस्कृ तिक रूप से संवर्धित शिक्षण संदर्भ सामग्री की उपलब्धता और प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना

FLN के संदर्भ में एक मजबूत नींव बनाने के लिए सभी हितधारकों जैसे - शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों और समुदाय, नीति निर्माताओं के साथ सक्रिय रूप से
जुड़ना

नियमित अधिगम स्तर के मूल्यांकन के लिये– समूह में कार्य, जोड़ों में कार्य , प्रोजेक्ट कार्य, प्रश्नोत्तरी, रोल प्ले, खेल, मौखिक-लिखित प्रस्तुतीकरण, जैसे विविध
प्रविधियों को अपने कार्य-योजना में शामिल करना

कक्षा कक्ष की प्रक्रिया में - खेल, खोज और गतिविधि-आधारित शिक्षण प्रकिया को शामिल करके , इन्हे बच्चों की दैनिक जीवन स्थितियों से जोड़कर,बच्चों की घरेलू
भाषाओं को औपचारिक रूप से शामिल करके एक समान और समावेशी कक्षा वातावरण सुनिश्चित करना।
FLN-मिशन में नया क्या है ?
सामाजिक एवं भावनात्मक विकास -

शारीरिक विकास अभिव्यक्ति

सामाजिक और भावनात्मक शिक्षा में प्रमुख घटक हैं-

सामाजिक और • स्वयं को समझना


भावनात्मक शिक्षा • एक दूसरे के साथ काम करना
रचनात्मकता एक दूसरे के साथ • अपने भावनाओ को समझना ,अभिव्यक्त करना
सबंधी विकास काम करना • रचनात्मकता सबंधी विकास
• शारीरिक विकास

डर , भय ,
झिझक को दूर अपने भावनाओ को समझना
करना ,अभिव्यक्त करना
कक्षा -3 तक भाषा सीखने की अपेक्षायें -

अपने दैनिक जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर


दे पाना

सरल तुकबंदी कर पाना


प्रवाह व सटीकता के साथ 45 -60 प्रति भाषा और साक्षरता विकास में प्रमुख घटक हैं-
मिनट शब्द को पढ़ पाना
• मौखिक भाषा विकास
भाषा एवं • ध्वनि जागरूकता
साक्षरता
• डिकोडिंग
• शब्दावली
3-4 वाक्यों वाला पेराग्राफ पढ़कर,दिये गये प्रश्नों सिखाये गये अक्षरों की पहचान • समझ कर पढ़ना
के उत्तर दे पाना कर पाना • धाराप्रवाह के साथ पढ़ना
• प्रिंट अवधारणा को समझना
• लिखना
मात्रा सहित तीन अक्षरों वाले शब्द व सरल वाक्य को
सटीकता के साथ पढ़ पाना
• पढ़ने की संस्कृ ति/पढ़ने के प्रति झुकाव
कक्षा -3 तक आरंभिक गणित सीखने की अपेक्षायें - -

वस्तु को उनके रंग/आकार के आरंभिक गणित के चरण


आधार पर व्यवस्थित करना

दिये गये चित्र भाग में रिक्त भाग को


प्री-नंबर की अवधारणा
एक/दो अंकीय गुणन समस्या संख्या की समझ और संक्रियाओं पर कार्य
पूर्ण करना (स्थान की समझ)
को हल करना
मापन
आकार और पैटर्न पर समझ
आरंभिक
गणित

1-9 तक मौखिक रूप से संख्या


2 अंकीय जोड़/घटाव की समस्या
को गिनना/पहचान करना
को हल करना

99 तक की संख्या को सही तरीके से


पढ़ना / लिखना
यह कै से प्राप्त होगा - ?
बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य (मानसिक स्वास्थ्य सहित) पहलुओं पर
ध्यान देंते हुए

शिक्षक क्षमता संवर्धन के साथ

अपने स्कू ली शिक्षा मे – बच्चों की


संसाधन तक पहुँच व उनके ठहराव
विविधता पूर्ण व उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षक व
को सुनिश्चित करते हुए
बच्चों के लिये अधिगम सामग्री का निर्माण करते
हुए

सीखने के परिणामों को प्राप्त करने के आधार पर प्रत्येक बच्चे की प्रगति


का आकलन करते हुए
FLN- को क्रियान्वित करने निपुण भारत मिशन पर पाठ्यचर्या, विषय-वस्तु और
हेतु प्रस्तावित रोड मैप जागरूकता और अभिमुखीकरण सामग्री

जिला नेतृत्व और शिक्षक FLN पर मिशन मोड में


व्यावसायिक विकास क्रियान्वयन

समुदाय सशक्तीकरण एवं FLN मॉनिटरिंग और बच्चों के


पारिवारिक जुड़ाव सीखने का आकलन

समावेशन, समानता, लिंग, बहुभाषी अनुसंधान एवं तथ्य


Administrative structure of the Mission
राष्ट्रीय मिशन

राज्य मिशन

जिला मिशन

ब्लॉक/संकु ल स्तरीय मिशन

स्कू ल प्रबंधन समिति और सामुदायिक


भागीदारी –मिशन
FLN के अंतर्गत
जिला/ब्लॉक स्तरीय
मिशन- भूमिका और
कार्य
जिला/ब्लॉक स्तरीय samiti
जिला परियोजना प्रबंधन इकाई (DPMU) की भूमिका 
जिला एव ं ब्लाक स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों को सज्ञं ान में रखते हुए एक वर्ष की जिला स्तरीय कार्य योजना (DAP) को तैयार
करना |
FLN की आवश्यकताओ ं को चिन्हित करते हुए शोध कार्यक्रमों की योजना एवं उसके  क्रियान्वयन की रूपरे खा तैयार करने में अपनी
ू का अदा करना |
महत्वपर्णू भमि
स्कूल स्तर पर शिक्षकों की सहायता के लिए प्रिटं समद्ध
ृ सामग्री, बच्चों के अनक
ु ू ल बनि
ु यादी ढाचं े और डिजिटल ससं ाधनों की उपलब्धता
ु श्चित करना |
को सनि
आकलन के विभिन्न स्वरूपों में आकलन के अंतिम चरण तक अपना सहयोग व समर्थन प्रदान करना|

DIETs के साथ मिलकर शिक्षक-प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजना बनाना एवं उन प्रशिक्षण कार्यक्रम की सतत  निगरानी करना |

ु ं को ध्यान में रखकर –शिक्षक/प्रधान शिक्षक/ SMC/SMDC के सदस्य , बी. आर सी / संकुल


FLN मिशन के अंतर्गत विशिष्ट पहलओ
समन्वयक और अन्य हितधारकों का नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना |

स्कूल सबं धि
ं त प्रशासनिक कार्य हेतु आईटी आधारित समाधान/एमआईएस/ई-गवर्नेंस को लागू करना|

जिला स्तरीय गठित PMU द्वारा जिले के  डैशबोर्ड को व्यवस्थित  करना एवं अपने कार्य में डैशबोर्ड  के आंकड़ों का प्रयोग करना |
सीखने के परिणामों पर आधारित –विभिन्न उपलब्धि सर्वेक्षणों के प्रदर्शन आधारित संकेतकों Performance Indicators
(KPIs) का नियमित अनश्रु वण करना |

जिला व ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों,DIETs और ब्लॉक/क्लस्टर स्टाफ के साथ समीक्षा बैठकें आयोजित करना। बैठकों का उद्देश्य शिक्षकों को कक्षा
की रणनीति तैयार करने और मल्ू याक
ं न की समीक्षा करने में सहायता प्रदान करना होगा।
समदु ाय आधारित गतिविधियों  जैसे - "नक्ु कड़ नाटक, रै ली, दीवार लेखन, सामदु ायिक सम्मेलन, डोर -टू  डोर विजिट , सामदु ायिक आधारित
-कला /सांस्कृतिक कार्यक्रम माता -पिता , स्वयं सहायता समहू के सदस्यों के साथ , समदु ाय स्तर पर पठन मेला, कहानी सनु ना, पठन
आधारित LED VANS" आदि की  सहायता से -FLN के संदर्भ में समदु ाय को संगठित एवं जागरूक करना 

नियमित अंतराल में क्षेत्र भ्रमण कर मिशन आधारित गतिविधियों की प्रगति एवं आवश्यकताओ ं का आकलन करना | 

शिक्षकों के लिये शिक्षक शिक्षण सामग्री (टीएलएम),उनके   क्षमता संवर्धन हेतु - विषय आधारित प्रशिक्षण कार्यकमों एवं उनके  व्यवसायिक दक्षता
(Professional Development) आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों  की आवश्यकताओ ं को चिन्हित करना एवं उनको पर्णू करने हेत ु आपेक्षित अनदु ान
उपलब्ध  कराना | 

ु योजित प्रयासों / कार्यों को तैयार किया जाना |


सीखने के परिणामों की आवश्यकतों को परू ा करने के लिये जिले एवं संस्थागत स्तर पर सनि
ब्लॉक/संकु ल स्तरीय संसाधन कें द्र की भूमिका-

ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम इकाई


अकादमिक जागरूकता का शिक्षकों व विद्यालयवार
आवश्यकता के लिए संगठित एवं SMCs का प्रगति का
निरंतर समर्थन सृजित स्वरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम अनुश्रवण करना

जिले एवं स्कू ल के बीच में समन्वय


BRC/CRC की भूमिका
स्कू लों में नियमित अकादमिक  निरीक्षण,

स्कू ल स्तर पर स्कू लों और शिक्षकों को प्रशिक्षण अकादमिक सहायता प्रदान करना,

एक सप्ताह में शिक्षकों के शैक्षणिक घंटों की संख्या की निगरानी करना,

स्कू लों को  नवाचार आधारित  शिक्षाशास्त्र से परिचय और उनमें निरंतरता को सुनिश्चित करना (खेल  आधारित/कला-एकीकृ त/खेल-एकीकृ त/गतिविधि-
आधारित/अनुभवात्मक/कहानी-कहानी आधारित/आईसीटी-एकीकृ त शिक्षा, आदि),​

स्कू लों को उपलब्ध कराए गए सभी टीएलएम का कक्षा में प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करना,

स्कू ल के शिक्षकों द्वारा बिना लागत या कम लागत वाली शिक्षण सामग्री/उपकरण तैयार करने में सुविधा और मार्गदर्शन प्रदान करना,​

स्कू ल स्तर पर आईसीटी उपकरण और आईसीटी आधारित शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता को सुनिश्चित करना एवं उनके कु शल उपयोग के माध्यम
से आईसीटी के निरंतर और प्रभावी उपयोग  को सुनिश्चित करना,
BRC/CRC की भूमिका
स्कू ल में अधिगम संवर्धन आधारित गतिविधियों को सुनिश्चित करना,

CWSN और धीमी गति से सीखने वालों के लिए व्यक्तिगत समर्थन सुनिश्चित करना,


सभी शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों के लिए 50 घंटे क्षमता संवर्धन विकास (सीपीडी) को सुनिश्चित करना,

सभी आदेशों , दिशा-निर्देशों , सूचनाओं आदि को अंतिम स्कू ल में अंतिम शिक्षक तक पहुँचाना सुनिश्चित करना,​

 स्कू लों द्वारा माता-पिता/स्वयंसेवकों की भागीदारी सुनिश्चित करना

सुनिश्चित करना कि स्कू ल सुरक्षा ऑडिट कर रहे हैं,

स्कू लों द्वारा KPI पर समय पर और सही रिपोर्टिंग सुनिश्चित करना,

जिला/राज्य स्तर पर बीआरसी/सीआरसी द्वारा समय पर और सही रिपोर्टिंग कार्य को  सुनिश्चित करना |​


धन्यवाद

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