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• बावड़ी निर्ाा ण का कार्ा करिे वाले व्यक्ति • पन्ना-िाही तालाब – धौलपुर

डागा बावड़ा कहलाते थे। • जच्चा बावड़ी – नहण्डौि (करौली)


• बावनड़र्ााँ का वास्तु कार/निल्पी कागररर्ा • िारार्णी र्ाता कुण्ड – अलवर
कहलाता था। • र्ािं जी बावड़ी – आर्ेर, जर्पुर
• खाण्डा बावड़ी :- जोधपुर । निर्ाा ण – • चुली बावड़ी – जर्वारार्गढ़, जर्पुर
गुलाब रार् (नवजर्न िंह की पत्नी) • चार घोड़ोिं की बावड़ी – जोबिेर, जर्पुर
• रानी जी की बावड़ी :- बूँदी । इ बावड़ी • भीकाजी बावड़ी – अजर्े र
को जनलर्ा – भगनलर्ा बावड़ी भी कहा • दाहर बावड़ी – अजर्ेर
जाता है । र्ह गीतोिं के नलए प्रन द्ध बावड़ी • झाझर्रार्पुरा बावड़ी – दौ ा
है । इ बावड़ी को भुआजी-भतीजी बावड़ी • राजा र ाल की बावड़ी – दौ ा
भी कहा जाता है । बावड़ी करीब 300 फीट • आलु कुबानणर्ााँ की बावनड़र्ााँ – दौ ा
लम्बी व 40 फीट चौड़ी है। र्ह एनिर्ा की • गिंगोद कुण्ड – आहड़, (उदर्पुर)
वाश्रेष्ठ बावनड़र्ोिं र्ें े एक है। अलिंकृत तोरण • गोर्ुख कुण्ड – नचत्तौड़गढ़
द्वारोिं की र्हराबे लगभग 30 र्ीटर ऊाँची हैं। • र्ार्ुख कुण्ड – नचत्तौड़गढ़
• अिार बावड़ी :- बाँ दी । निर्ाा ण – अिार दे वी • खातण की बावड़ी – नचत्तौड़गढ़
(ित्रु ाल की पत्नी) । इ बावड़ी को बगीचा • घी-ते ल की बावड़ी – नचत्तौड़गढ़
बावड़ी भी कहा जाता है । • ख्वाजा जी की बावड़ी – उदर्पुर
• भावाला बावड़ी :- बाँदी । निर्ाा ण – भावला • बाटाडाँ कुआाँ – बाड़र्ेर । निर्ाा ण –
दे वी गुलाबन िंह। इ े रे नगस्ताि का जलर्हल
• दु धा बावड़ी/र्हल :- बाँ दी कहा जाता है ।
• िाव कपुररर्ा बावड़ी - बाँ दी • चााँ दि िलकप – जै लर्े र । इ े 'थार का
• ल काररर्ा बावड़ी – बाँ दी घड़ा' कहते हैं ।
• भावलदे वी बावड़ी :- बाँदी र्ें क्तथथत इ भव्य • िाजर जी की बावड़ी – जोधपुर
बावड़ी का निर्ााण र्हाराव भावन िंह की पत्नी
• पचाा बावड़ी – रार्दे वरा, जै लर्ेर
भावलदे वी िे करवार्ा था। अिंग्रेजी के ‘L’ अक्षर
• घो ुण्डी बावड़ी – नचत्तौड़गढ़ । निर्ाा ण –
के आकार र्ें निनर्ात इ बावड़ी की लम्बाई
श्रृिंगार दे वी
155 फीट एविं चौड़ाई 22 फीट 5 इिं च है।
• औस्तीजी की बावड़ी :- िाहबाद (बारािं)
• िाग ागर कुण्ड :- बाँदी र्ें बाँदी िा क राव
• बड़गाूँव की बावड़ी :- बड़गााँव (अिंता, बारािं) र्ें
राजा रार्न िंह की पत्नी रािी चन्द्रभाि किंवर
कोटा ररर्ा त के तत्कालीि िा क ित्रुिाल
द्वारा निनर्ात बावड़ी
की पटरािी जादौण द्वारा निनर्ात
• रिं डी की बावड़ी :- बाँदी र्ें।
• वीनौता की बावड़ी :- ादड़ी (नचत्तौड़गढ़) र्ें
• हाड़ी रािी की बावड़ी :- टोडारार्न िं ह गािं व –
क्तथथत इ बावड़ी का निर्ााण थथािीर् जागीरदार
टोिंक
रजन िंह ििावत िे करवार्ा था।
• लवाण बावड़ी :- दौसा । इ े डाकनणर्ााँ • राजाजी की बावड़ी :- बारािं
बावड़ी भी कहा जाता है । • केला बावड़ी :- डाँ गरपुर र्ें। ननमााणकताा
• हरार्खौर बावड़ी :- नचत्तौड़गढ़ :- रािी गुर्ािकिंवरी (र्हारावल ज विंतन िंह
• चोर बावड़ी :- उदर्पुर राठौड़ की पत्नी)
• एक चट्टान बावड़ी – मण्डोर, (जोधपुर) । • निर की बावड़ी :- जर्पुर-आगरा राष्ट्रीर्
इ बावड़ी को रावण की चिंवरी भी कहा राजर्ागा पर नझर गााँव र्ें क्तथथत 3 र्िंनजली बावड़ी
जाता है । इ े चिंवरी बावड़ी भी कहते हैं । एक का निर्ााण बािं खो के ार्न्त बुधन िंह कुम्भाणी
चट्टाि को काटकर निनर्ात की गई अिंग्रेजी के ‘L’ िे करवार्ा।
आकार की बावड़ी। • लवाण की बावड़ी (डकनणयोों की बावड़ी)
• तुअर जी की बावड़ी – जोधपुर :- लवाण (झुिंझुििं) र्ें निनर्ात बावड़ी। अन्य नाम
• पन्नारार् की बावड़ी – जोधपुर :- गढ़ बावड़ी / डकनणर्ोिं (दक्षनणर्ोिं) की बावड़ी
एविं र्राठोिं का कुआिं । र्ह बावड़ी बाहर े एक
कुएाँ जै ी है नकन्तु इ के िीचे भीतर नकले जै ी • दे वरा बावड़ी, नाथजी की बावड़ी, सुनार की
िंरचिा है , नज का रास्ता अत्यन्त िंकड़ा है। बावड़ी, िालर बावड़ी :- बेगिं (नचत्तौड़गढ़)
• नौ चौकी :- राज र्न्द झील का उत्तरी नकिारा • मन्दानकनी कुण्ड :- अचलदे व (न रोही) र्ें।
(पाल), नज का निर्ााण राणा राजन िंह • मामादे व कुण्ड :- कुम्भलगढ़ (राज र्न्द) र्ें।
न ोनदर्ा द्वारा गोर्ती िदी के प्रवाह को • पन्नालाल शाह का तालाब :- खेतड़ी (झिंुझुििं) र्ें।
रोककर नकर्ा गर्ा। पाल की लम्बाई 999 फीट • तालाबशाही :- धौलपुर र्ें क्तथथत झील।
और चौड़ाई 99 फीट है। प्रत्येक ीढ़ी 9 इिं च • मल सागर (अमर सागर / गजरुप सागर)
चौड़ी और 9 इिं च ऊाँची है। इ पाल के निर्ााण :- जै लर्ेर र्ें। र्हारावल गजन िंह द्वारा निनर्ात।
र्ें उ र्र् 1 करोड़, 50 लाख, 7 हजार, 608 • राणीसर तालाब :- जाधपुर र्ें 1459 ई. र्ें राव
रुपर्े व्यर् हुए थे। जोधा की पटरािी ज र्ादे द्वारा निनर्ात। राणी र
• वीरूपुरी बावड़ी :- लगभग 300 वर्ा पवा वीरू तालाब र्ें तीि बेररर्ााँ हैं – ििंकर बेरी, नजर्ा बेरी
िार्क रािी द्वारा उदर्पुर र्ें निनर्ात बावड़ी। एविं पाट बेरी।
• जोहड़े :- िेखावटी क्षेत्र र्ें निनर्ात कच्चे कुएाँ । • कायलाना िील :- जोधपुर र्ें जोधपुर प्रिा क
चरू के जोहड़े बड़े प्रन द्ध है नज र्ें ेठिा का र प्रतापन िंह द्वारा निनर्ात झील।
जोहड़ा, पथराला जोहड़ा, पीथाणा जोहड़ा • गैब सागर तालाब :- डाँ गरपुर र्ें र्हारावल
प्रन द्ध है। गोपालन िंह द्वारा निनर्ात।
• मोराकुण्ड :- िादौती ( वाईर्ाधोपुर) र्ें। • डगसागर तालाब :- झालावाड़ र्ें।
• तुोंवरजी का िालरा :- जोधपुर र्ें र्हाराजा • प्राथाना का जाेे रा (जोहड़ा) :- चरू र्ें।
अभर्न िंह की रािी तुिंव जी द्वारा निनर्ात। • नवलखाूँ तालाब :- बारािं।
• भोपन का कुआूँ :- कैथि (कोटा) र्ें। • नवल सागर :- बाँदी र्ें। (राजा उम्मेदन िंह द्वारा
• लाभजी कटला की बावड़ी :- बीकािेर र्ें। निनर्ात)।
• लाखोलाव तालाब :- र्ण्डवा (िागौर) र्ें क्तथथत। • उद्यान :-
• प्रतापबाव बावड़ी :- दे वनलर्ा (प्रतापगढ़) र्ें। 1. सहेनलयोों की बाड़ी :- उदर्पुर र्ें राणा
• बुडढा जोहड़ िील :- श्रीगिंगािगर र्ें। िंग्रार्न िंह नद्वतीर् द्वारा निनर्ात। पुनननामााण
• प्रीतमपुरी िील :- रै वा ा ( ीकर) र्ें। :- र्हाराणा फतेहन िंह द्वारा।
• मृगा बावड़ी :- न राही र्ें 2. नशमला बाग (कम्पनी बाग) :- अलवर र्ें
• सरडा रानी की बावड़ी :- टोडा रार्न िंह र्हाराजा श्योदाि न िंह द्वारा 1868 र्ें निनर्ात।
(टोिंक) र्ें क्तथथत कलात्मक बावड़ी। 3. कमल का फल बाग :- धौलपुर र्ें। बाबर द्वारा
• खारी बावड़ी व फुटी बावड़ी :- निवाई (टोिंक) अपिी आत्मकथा ‘तुजुक-ए-बाबरी’ र्ें इ बाग का
र्ें। उल्लेख नकर्ा गर्ा है।
• बड़ली तालाब :- उदर्पुर र्ें र्हाराणा राजन िंह 4. जयननवास उद्यान :- जर्पुर र्ें र्हाराजा
द्वारा अपिी र्ााँ जिादे की स्मृनत र्ें बिवार्ा गर्ा जर्न िंह द्वारा निनर्ात राजप्रा ाद।
तालाब। अन्य नाम :- नजर्ाि ागर। र्हााँ दे ि 5. दौलत बाग :- अजर्ेर र्ें आिा ागर झील के
का प्रथर् र्त्स्य अभर्ारण्य नवकन त नकर्ा जा नकिारे र्ुगल म्राट जहााँगीर द्वारा निनर्ात बाग।
रहा है। इ े सुभाष उद्यान के िार् े जािा जाता है।
• नडग्गी तालाब :- अजर्ेर र्ें। 6. हरसुख नवकास उद्यान :- करौली र्ें र्हाराव
• डाइला तालाब :- बााँ वाड़ा र्ें। छत्र ाल द्वारा निनर्ात।र्ह करौली र्ें फेद चन्दि
• आठ तीवण का कुआूँ (अलखसागर कुआों ) के वृक्षोिं का र्हकिे वाला उद्याि है।
:- बीकािेर र्ें (लच्छीरार् द्वारा निनर्ात) 7. राईका बाग :- जोधपुर र्ें र्हाराजा ज विंत
• माधोसागर, सेंथलसागर एवों कालखो सागर न िंह की पत्नी ज विंत दे िे 1646 ई. र्ें इ का
:- दौ ा र्ें। निर्ााण करवार्ा।
• दमोह जल प्रपात :- धौलपुर र्ें। 8. नीमड़ी माता का बाग :- बाड़र्ेर र्ें।
• पुोंजेला िील :- डाँ गरपुर र्ें। ननमााता :- र्हारावल
पुिंजराज। जीणोद्वार :- र्हारावल नवजर्न िंह।
• चोंडावाड़ा की िील, पटे ला िील :- डाँ गरपुर र्ें।
• तलवाड़ा िील :- हिुर्ािगढ़ र्ें।
• बुबाननया कुण्ड :- आभािेरी (दौ ा) र्ें।

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