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Folk Dances in India - Hindi - 1361645 - 2022 - 12 - 31 - 07 - 58
Folk Dances in India - Hindi - 1361645 - 2022 - 12 - 31 - 07 - 58
• हिकत
जबरो चम शोोंडोल
हिमाचल प्रदे श
• चारबा - दशिरे के दौरान
नाटी डाोंगी
उत्तराखोंड
• िोहटया नृत्य, डाां डला, चामफूली, धुसाका और धुरांग, बदरा नाटी
छोहलया चाोंचरी
पोंजाब
• िाोंगड़ा
• झम
ू र - हतब्बल हसखोों द्वारा। फसल नृत्य! िहथयारोों का आों दोलन
सबसे मित्वपूर्ष िै । बलूहचस्तान के व्यापाररयोों द्वारा िारत में लाया
गया ।
• हकक्कली
हकक्कली
िाोंगड़ा हगद्दा
िररयार्ा
• लूर - लड़हकयोों द्वारा
• झम
ू र, डीएएफ, धमाल, खोररया
लूर
उत्तर प्रदे श
• रासलीला - राधा कृष्ण और गोहपयोों के आसपास
रासलीला
राजस्थान
• घूमर - शुरुआत में िील जनजाहत की महिलाओों द्वारा
• तेरि ताली, कच्छी घोड़ी, चरी, गायर, काठपुतली, नेजा, झूलन लीला,
लहजम लािर्ी
• छाऊ
ओहडशा
• सांगीत नाटक अकादमी 8 शास्त्रीय नृत्य ां क मान्यता दे ती है , जबवक सांस्कृवत मांत्रालय
उस सूची में छऊ नृत्य क भी मान्यता दे ती है ।
• माशषल, आवदिासी और लोक परां पराओां के साथ अधध शास्त्रीय
• छाया मीहनहनग छाया से उत्पन्न ह ता है । ज रदार माशधल आां द लन। आमतौर पर
इस्तेमाल ह ने िाले मुखौटे और पौराविक कहावनय ां पर आधाररत। 3 मुख्य शैवलयााँ :
– मयूरिोंज छऊ - ओहडशा
– सरायकेला छऊ - झारखोंड
– पुरुहलया छाऊ - पहिम बोंगाल
• 2010 में मानिता की अमूतष साोंस्कृहतक हिरासत की यूनेस्को प्रहतहनहध सूची में
अोंहकत हकया गया।
ओहडशा
• पाइका - दहक्षर्ी ओहडशा का माशषल लोक नृत्य। शब्द पाइका सोंकेत
करता िै – लड़ाई
पुरुहलया छऊ अलकप
झारखण्ड
• पाइका, सरायकेला छऊ
• मुोंडारी नृत्य - आमतौर पर नि हििाहित, मुोंडारी जनजाहत को मनाने
के हलए
• दमक झम ू ता, दमकच
• जनानी झुमर - खेती के दौरान
• – कटाई के बाद
• करम नाच - कदम िृक्ष पूजा, छोटा नागपुर का पठार
• वझका, रां गा, बार आ
• स हर - बच्चे के जन्म पर
जाट-जहतन
मध्य प्रदे श
• जिारा - फसल नृत्य, बुोंदेलखोंड क्षेत्र। इसमें जिारा की टोकरी को
सोंतुहलत करना शाहमल िै ।
• मटकी - महिलाओों का एकल नृत्य - हसर पर हमट्टी के कलश का सोंतुलन।
िेररएों ट -आडा नाच, खाडा नाच
• विडा, चरकुला
जिारा मटकी
छत्तीसगढ़
• गौर माररया - बाइसन हॉनध माररया जनजावत के पुरुष और मवहलाएां ।
नकल! बाइसन का आां द लन।
हसोंघी छम याक छम
अरुर्ाचल प्रदे श
• अजी लामू, चल , हिरर क्तखहनोंग, प पीर, प ग
ां , पासी कोोंगकी, रे खा पडा,
र पनी
अजी लामू
नागालैंड
• चाोंग लो (सुआ लुआ), खांबा वलम
• जेहलयाोंग, खैिा
चाोंग लो जेहलयाोंग
महर्पुर
• थाोंग ता - माशषल डाोंस। थाोंग - तलिार, ता - िाला
चेरि नृत्य
मेघालया
• लािो, शाद सुक माइां सीम, बगला, नोोंगक्रेम डाोंस
िोजाहगरी िोंगला
असम
• हबहू - समूि में पुरुष और महिलाएों । रै हपड िैं ड आों दोलन।
• ह बजाई
हबहू बगरुम्बा
गोिा
• तारों गमेल - दशिरा और िोली के दौरान। िेशिूषा जैसे इों द्रधनुष का
उपयोग और रों गीन झोंडे।
फुगड़ी डे खनी
कनाषटका
• यक्षगान - पौराविक कहावनय ां और पु राि ां पर आधाररत नृत्य नावटका का
पारां पररक रां गमांच रूप।
• गुहड़या कुहनथा - कुवनथा का अथध है अनुष्ठान नृ त्य। शे िडध समुदाय द्वारा कुरुबा
कहा जाता है ।
• पाटा कुहनठा - मैसूर क्षेत्र। पुरुष ां द्वारा धावमधक नृत्य। लांबे समय का उपय ग
यक्षगान कुहनठा
आन्ध्र प्रदे श
• बुरषकथा / जांगम कथा - नृत्य कथन
• धीम्सा, दप्पुबघम
आन्ध्र प्रदे श
बुरषकथा
कोलट्टम
आों ध्र नाट्यम
तेलोंगाना
• पेररनी हशिताोंडिम - पुरुषोों द्वारा हिहशष्ट् युद्ध नृत्य।
• चोंदू िगितम।
• गुसाड़ी - ग ड
ां ु लु जनजावतय ां द्वारा
लम्बाडी
पेररनी हशिताोंडिम
केरल
मुहदयेट्टू
• अनुष्ठान वथएटर और केरल का नृत्य नाटक।
कुम्मी
महयलाट्टम
पडायनी
तहमलनाडु
• महयलाट्टम, कुम्मी, बोम्मई अट्टम (कठपुतली शो)।
• अवयलतम्।
तहमलनाडु