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Class 10 - हिंदी ब

प्रतिदर्श प्रश्नपत्र - 01 (2022-23)

अधिकतम अंक: 80

निर्धारित समय : 3 hours

सामान्य निर्देश:

इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं - खंड 'अ' और 'ब'।


खंड 'अ' में उपप्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कु ल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड 'ब' में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
दोनों खंडों के कु ल 18 प्रश्न हैं । दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशः लिखिए।

खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (अपठित गद्यांश)


1. अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:

डॉ. कलाम को 'मिसाइल मैन' कहा जाता है। जब ये छठी कक्षा में पढ़ते थे, तभी समाचार-पत्र में दूसरे महायुद्ध के सुप्रसिद्ध बमवर्षक विमान
'स्पटफायर' (मंत्रवाण) के विषय में पढ़कर इन्होंने वैमानिकी के क्षेत्र में कु छ कर गुजरने का निश्चय कर लिया था। यही नहीं, वैमानिकी की हर
बारीकी इन्होंने अपने छात्र-जीवन में ही भली प्रकार जान ली थी। डॉ. कलाम के शब्दों में-"विज्ञान वैदिक साहित्य की तरह है, सरस और
संवेदनशील"। 1958 में ये रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन से जुड़ गए और 1980 तक के लंबे सेवाकाल में इन्होंने देश को अंतरिक्ष अनुसंधान
की बुलंदी तक पहुँचाया। इस श्रृंखला में 1967 में रोहिणी-75 रॉके ट छोड़ा, भारत का पहला उपग्रह प्रक्षेपणयान एस.एल.बी.-3 का श्री हरिकोटा से
प्रक्षेपण किया गया। इतना ही नहीं, 1982 में डी.आर.डी.ओ. निदेशक के रूप में इन्होंने मिसाइल परियोजना के तहत पाँच प्रमुख मिसाइल कार्यक्रमों
पर अनुसंधान किए। 1983 में आई.जी.एच.डी.पी. का प्रक्षेपण किया व 1984 में प्रथम स्वदेशी जड़त्व निर्देशित प्रणाली के लिए मिसाइल का
परीक्षण किया। सन् 1985 में 'रिसर्च सेंटर' की आधारशिला रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका मूल मंत्र है- "विजन, मिशन और गोल।"
i. डॉ. कलाम को बमवर्षक विमान की जानकारी कहाँ से मिली?
क) मित्रों से
ख) समाचार-पत्रों से
ग) पुस्तकों से
घ) अध्यापकों से
ii. डॉ. कलाम ने विज्ञान को किसके समान सरस और संवेदनशील बताया?
क) संस्कृ त साहित्य के
ख) वैदिक साहित्य के समान
ग) पुराणों के
घ) भक्तिकालीन साहित्य के
iii. भारत के प्रथम उपग्रह प्रेक्षण यान का नाम है ________।
क) आई.जी.एच.डी.पी.
ख) विमान 'स्पटफायर'
ग) एस.एल.बी.-3
घ) रोहिणी-75
iv. डॉ. कलाम का मूल मंत्र निम्नलिखित में से कौन-सा है?
क) विजन, मिशन और गोल
ख) सृजन, मिशन और गोल
ग) विजन, गगन और गोल
घ) मिशन प्रशिक्षण और गोल

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v. कथन (A): डॉ. अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन कहा जाता है।

कारण (R): वे बचपन से ही वैमानिकी की हर बारीकी से परिचित थे।


क) (A) और (R) दोनों सत्य हैं तथा (R) अभिकथन (A) की सही व्याख्या करता है।
ख) (A) और (R) दोनों सत्य हैं परन्तु (R) अभिकथन (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
ग) (A) असत्य है परन्तु (R) सत्य है।
घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही असत्य हैं।
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2. अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:

प्राचीनकाल से ही देशाटन ऋषियों-मुनियों और राजाओं को भी प्रिय रहा है। उस समय हवाई जहाज, ट्रेनें, बसें आदि सुविधाजनक वाहन नहीं होते
थे। लोग घोड़ों पर बैठकर सवारी करते थे या पैदल ही यात्रा किया करते थे। प्राचीनकाल में लोग हजारों-हजारों मील पैदल यात्रा करते हुए एक
राज्य से दूसरे राज्य में पहुँच जाया करते थे। हाँ ! उसमें उनको काफी समय लग जाता था, परंतु उनको उस यात्रा में आनंद खूब आता था, साथ ही
उन्हें उस इलाके की पूरी जानकारी भी प्राप्त हो जाती थी।
पर्यटन द्वारा ज्ञान-प्राप्ति के साथ-साथ हमें सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन भी प्राप्त होता है। विभिन्न स्थानों, वनों पहाड़ों, नदी-तालाबों और सागर
की उत्ताल तरंगों का अवलोकन कर पर्यटक झूम उठते हैं। पर्यटन हमें नयनाभिराम दृश्यों को देखने का अवसर देता है। पर्यटन हमारे स्वास्थ्य के
लिए भी हितकर है। जलवायु परिवर्तन से चित्त में सरसता और उत्साह का संचार होता है। इससे हम प्रसन्न मन:स्थिति में रहते हैं, जो हमारे उत्तम
स्वास्थ्य की अनिवार्य शर्त है। देशाटन अथवा पर्यटन के दौरान अनेक कष्टों और कठिनाइयों का सामना करने पर जब हम उन्हें सुलझाने में सफल
हो जाते हैं, तो हमें एक अद्भुत प्रसन्नता प्राप्त होती है।

फलस्वरूप हमारे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। पर्यटन ने हमारे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को भी प्रभावित किया है। इससे विभिन्न राष्ट्रों में
परस्पर निकटता बढ़ती है और व्यापारिक संबंध दृढ़ होते हैं। विकसित देशों के संपर्क ने विकासशील देशों की उन्नति को तीव्र गति प्रदान की है
और अविकसित देशों के विकास में सहयोग देना आरंभ किया है। राष्ट्रों के पारस्परिक वैमनस्य और बैर को दूर करने में पर्यटन का योगदान
महत्वपूर्ण हो सकता है।
i. पर्यटन से हमें क्या प्राप्त होता है?
क) इनमें से कोई नहीं
ख) ज्ञान-प्राप्ति के साथ सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन
ग) धन-लाभ
घ) सामाजिक और राजनीतिक लाभ
ii. पर्यटन स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार हितकर है?
क) हमारे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है
ख) पर्यटन से चित्त में सरसता और उत्साह का संचार होता है
ग) सभी
घ) मन प्रसन्न रहता है
iii. पर्यटन हमें किस प्रकार प्रभावित करता है?
क) राष्ट्रों में परस्पर निकटता बढ़ती है
ख) सभी
ग) व्यापारिक संबंध दृढ़ होते हैं
घ) राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि होती है
iv. विकसित देशों के संपर्क से क्या लाभ हुआ है?
क) इनमें से कोई नहीं
ख) विकासशील देश उन्नति के पथ पर गतिशील हुए हैं
ग) विकासशील देशों से गरीबी दूर हुई है
घ) विकासशील देशों की आर्थिक प्रगति कम हुई है
v. पर्यटन के सकारात्मक प्रभाव हैं-
i. सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन
ii. चित्त में सरसता और उत्साह का संचार   

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iii. आत्मविश्वास में वृद्धि
iv. पारस्परिक वैमनस्य को बढ़ावा
क) कथन i, ii व iv सही हैं
ख) कथन ii सही है
ग) कथन ii, iii व iv सही हैं
घ) कथन i, ii व iii सही हैं
खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (व्यावहारिक व्याकरण)
3. निर्देशानुसार 'पदबंध ' पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. सड़क के किनारे बैठा हुआ व्यक्ति अँधा है। रेखांकित वाक्य में कै सा पदबंध है?
क) संज्ञा पदबंध
ख) विशेषण पदबंध
ग) सर्वनाम पदबंध
घ) क्रिया पदबंध
ii. शैलेन्द्र ने राजकपूर की भावनाओं को शब्द दिए हैं। वाक्य में रेखांकित पदबंध है
क) सर्वनाम पदबंध
ख) क्रिया पदबंध
ग) संज्ञा पदबंध
घ) विशेषण पदबंध
iii. हवाई किले बनाने वाले युवकों, सम्भल जाओ। रेखांकित वाक्य में कै सा पदबंध है?
क) विशेषण पदबंध
ख) सर्वनाम पदबंध
ग) क्रिया पदबंध
घ) संज्ञा पदबंध
iv. उसका कु त्ता अत्यंत सुंदर और आज्ञाकारी है। - रेखांकित पद में कै सा पदबंध है?
क) संज्ञा पदबंध
ख) विशेषण पदबंध
ग) क्रिया पदबंध
घ) सर्वनाम पदबंध
v. बालक ने पुस्तक पढ़ी होगी। वाक्य में क्रिया पदबंध है
क) ने
ख) पढ़ी होगी
ग) पुस्तक
घ) बालक
4. निर्देशानुसार 'रचना के आधार पर वाक्य भेद' पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. नौकरी मिल जाने पर भी मैं पढ़ता रहता हूँ। (मिश्र वाक्य)
क) नौकरी मिल गई तो क्या फिर भी मैं पढ़ता रहता हूँ।
ख) मुझे नौकरी मिल गई फिर भी मैने पढ़ना नहीं छोड़ा।
ग) नौकरी मिल जाने पर भी पढ़ाई करते रहना चाहिए।
घ) यद्यपि मुझे नौकरी मिल गई है तथापि मैं पढ़ता रहता हूँ।
ii. ठण्डी बयार समुद्र से चल रही थी और तताँरा को छू रही थी। वाक्य-रचना की दृष्टि से है-
क) संयुक्त वाक्य
ख) मिश्र वाक्य
ग) सरल वाक्य
घ) सामान्य वाक्य
iii. यहाँ बाढ़ आई और बीमारियाँ बढ़ गई। (मिश्र वाक्य)
क) जब से यहाँ बाढ़ आई है तब से बीमारियाँ बढ़ गई।

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ख) यहाँ बाढ़ आई परन्तु साथ में बीमारियाँ भी लाई।
ग) यहाँ बाढ़ आई और बीमारियाँ बढ़ गई।
घ) जब भी बाढ़ आती है अपने साथ बीमारियाँ भी लाती है।
iv. ज्योति आई और चली गई। वाक्य का सरल वाक्य रूपांतरण निम्न विकल्पों से चुनें-
क) ज्योति आई और गई।
ख) जैसे ही ज्योति आई वह चली गई।
ग) ज्योति आई और खड़े-खड़े चली गई।
घ) ज्योति आकर चली गई।
v. मिश्र वाक्य में-
i. एक से अधिक उपवाक्य होते हैं।
ii. एक उपवाक्य प्रधान होता है व अन्य उपवाक्य उस पर आश्रित होते हैं।
iii. उपवाक्य जैसे, कि, यदि, अगर, तो, तथापि, इसलिए, आदि योजकों द्वारा जुड़े हैं।
iv. सभी विकल्प सही है।
क) विकल्प (ii)
ख) विकल्प (iv)
ग) विकल्प (iii)
घ) विकल्प (i)
5. निर्देशानुसार समास पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. 'जीवन - मरण' का समास विग्रह कर समास का नाम लिखिए। 
क) जीवन और मरण - समास विग्रह 

द्वंद्व समास - समास का नाम 


ख) जीवन और मरण - समास विग्रह 

अव्ययीभाव समास - समास का नाम 


ग) जीवन और मरण - समास विग्रह 

द्विगु समास - समास का नाम 


घ) जीवन है जो मरण - समास विग्रह 

कर्मधारय समास - समास का नाम 


ii. नवरात्रि
क) नव की रातें - तत्पुरुष समास
ख) नौ रातों का समूह - द्वंद्व समास
ग) नई रात्रि - कर्मधारय समास
घ) नौ रात्रियों का समाहार - द्विगु समास
iii. द्वंद्व समास के लिए सही समस्त पद कौन-सा है?
क) रसोईघर
ख) नर-नारी
ग) कामचोर
घ) चंद्रमुखी
iv. किस समास में पहला पद प्रधान होता है?
क) अव्ययीभाव
ख) कर्मधारय
ग) तत्पुरुष
घ) द्विगु
v. जिस पद में पूर्व पद विशेषण और उत्तर पद विशेष्य होता है।
क) कर्मधारित समास
ख) कर्मधारण समास
ग) कर्मधारय समास

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घ) कर्मधरय समास
6. निर्देशानुसार मुहावरे पर आधारित छह बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. विभीषण ने राम को रावण के सभी रहस्य बताकर ________ कार्य किया। रिक्त स्थान की पूर्ति उपयुक्त मुहावरे से कीजिए।
क) विष घोलने का
ख) सिर खपाने का
ग) हाथ पीले करने का
घ) मक्खी मारने का
ii. बीमारी ने मोहन को लोगों के सामने ________ मजबूर कर दिया। रिक्त स्थान के लिए उपयुक्त मुहावरे का चयन कीजिए-
क) आवाज़ उठाना
ख) अपना उल्लू सीधा करना
ग) हाथ फै लाना
घ) आँखें फे र लेना
iii. पन्ने रंगना
क) बेकार में लिखना
ख) चित्रकारी करना
ग) पृष्ठों पर रंग गिराना
घ) पृष्ठों में रंग भरना
iv. स्थाई रूप से रहना
क) डेरा बाँधना
ख) घर बनाना
ग) डेरा डालना
घ) मकान बनाना
v. घाव पर नमक छिड़कना
क) किसी का दुःख बाँटना
ख) चोट पर नमक डालना
ग) घायल होना
घ) दुखी व्यक्ति को और दुःख देना
vi. भ्रष्ट नेताओं के कारण कांग्रेस चुनाव हार गयी। रेखांकित वाक्यांश के लिए सही मुहावरा है-
क) भूत भगाना
ख) लुटिया डूब जाना
ग) अंतर पट खुलना
घ) अपने पाँव पर कु ल्हाड़ी मारना
खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (काव्य खंड)
7. अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:

विचार लो कि मर्त्य हो न मृत्यु से डरो कभी,


मरो, परंतु यों मरो कि याद जो करें सभी।

हुई न यों सुमृत्यु तो वृथा मरे, वृथा जिए,


मरा नहीं वही कि जो जिया न आपके लिए।
वही पशु-प्रवृत्ति है कि आप आप ही चरे,

वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।।


i. कवि ने किसकी मृत्यु को सुमृत्यु माना है?
क) शिक्षित मनुष्य की
ख) स्वार्थी मनुष्य की
ग) अमीर मनुष्य की
घ) परोपकारी मनुष्य की
ii. कवि के अनुसार पशु-प्रवृत्ति क्या होती है?

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क) देश के लिए जीना
ख) दूसरों के लिए जीना
ग) इनमें से कोई नहीं
घ) के वल अपने लिए जीना
iii. मरा नहीं वही कि जो जिया न आपके लिए पंक्ति का क्या आशय है?
क) जिसकी इच्छाएँ कभी पूरी नहीं होतीं, वह कभी नहीं मरता।
ख) जो अपना जीवन परोपकार में लगा देता है, वह कभी नहीं मरता।
ग) जो अपने लिए जीता है, वह कभी नहीं मरता।
घ) जो पशुओं की भाँति जीता है, वह कभी नहीं मरता।
iv. अमर कौन हो जाता है?
क) परोपकार करने वाला
ख) तपस्या करने वाला
ग) पशु के समान जीवन जीने वाला
घ) राज करने वाला
v. निम्नलिखित वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए-
i. स्वार्थ की भावना का होना पशु-प्रवृति की निशानी है।
ii. परमार्थ की भावना ही मनुष्य की पहचान है।
iii. हमारी मृत्यु यादगार होनी चाहिए।
iv. दूसरों के लिए जीने वालों का जीना व्यर्थ होता है।
v. जो अपने लिए जीता है वही वास्तव में जीवित है।

पद्यांश से मेल खाते वाक्यों के लिए उचित विकल्प चुनिए –


क) (i), (iv), (iii)
ख) (iii), (iv), (v) 
ग) (i), (ii), (iii)
घ) (ii), (iv), (v)
8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।
i. कर चले हम फ़िदा गीत में युद्धभूमि में सैनिक देश पर प्राण न्यौछावर करते समय किसको सम्बोधित कर रहा है ?
क) प्रियजनों को 
ख) दुश्मनों को 
ग) भक्तों को 
घ) साथियों को 
ii. स्याम म्हाने चाकर राखो जी का अर्थ है-
क) हे श्याम! हमारे यहाँ नौकरी कर लो
ख) हे श्याम, सबको दासी बना लो
ग) हे श्याम! मुझे दासी बना लो
घ) हमने श्याम को नौकर रख लिया है
खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (गद्य खंड)
9. अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:

अब भाई साहब बहुत कु छ नरम पड़ गए थे। कई बार मुझे डाँटने का अवसर पाकर भी उन्होंने धीरज से काम लिया। शायद वह खुद समझने लगे थे
कि मुझे डाँटने का अधिकार उन्हें नहीं रहा, या रहा भी, तो बहुत कम। मेरी स्वच्छंदता भी बढ़ी। मैं उनकी सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाने लगा।
मुझे कु छ ऐसी धारणा हुई कि मैं पास ही हो जाऊँ गा, पढूँ या न पढूँ, मेरी तकदीर बलवान है, इसलिए भाई साहब के डर से जो थोड़ा-बहुत पढ़ लिया
करता था, वह भी बंद हुआ। मुझे कनकौए उड़ाने का नया शौक पैदा हो गया था और सारा समय पतंगबाजी की ही भेंट होता था, फिर भी मैं भाई
साहब का अदब करता था और उनकी नज़र बचाकर कनकौए उड़ाता था। माँझा देना, कनने बाँधना, पतंग टूर्नामेंट की तैयारियाँ आदि समस्याएँ
सब गुप्त रूप से हल की जाती थीं। मैं भाई साहब को यह संदेह न करने देना चाहता था कि उनका सम्मान और लिहाज मेरी नज़रों में कम हो गया
है।

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i. अब मुझे डाँटने का अधिकार उन्हें नहीं रहा इस पंक्ति में किसे डाँटने का अधिकार नहीं रहा?
क) दादा को
ख) अध्यापक को
ग) बड़े भाई साहब को
घ) छोटे भाई को
ii. बड़े भाई साहब के व्यवहार में लेखक को नरमी दिखाई देने का क्या कारण था?
क) उन्हें लगना कि वे जरूरत से ज्यादा डाँटते हैं
ख) छोटे भाई द्वारा उनसे बात करना बंद कर देना
ग) उनका परीक्षा में फे ल होना
घ) उनका अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होना
iii. निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर
लिखिए।
कथन (A): छोटे भाई ने बिल्कु ल भी पढ़ना बंद कर दिया था।

कारण (R): उसे अपनी तकदीर पर भरोसा था कि वह बिना पढ़े भी पास हो जाएगा।
क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत है।
ख) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
ग) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
iv. बड़े भाई के डर से लेखक कौन-सा कार्य करने लगा था?
क) नवीन योजना बनाता था
ख) और अधिक खेलता था
ग) मित्रों से नहीं मिलता था
घ) थोड़ा-बहुत पढ़ता था
v. लेखक बड़े भाई साहब को किस बात का संदेह नहीं होने देना चाहता है?
क) उनकी पढ़ाई की पुस्तकें उसने फाड़ दी हैं
ख) अनुभव के कारण उनकी बात को जानने का
ग) उनका सम्मान लेखक की नज़रों में कम हो गया है
घ) उनकी शिकायत दादा से कर दी
और अधिक प्रश्नों का अभ्यास करने और परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी करने के लिए, myCBSEguide ऐप डाउनलोड करें। यह UP बोर्ड,
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10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।
i. तीसरी कसम पाठ के आधार पर शैलेन्द्र के गीतों की क्या विशेषता है?
क) भाव प्रदान और सरल दोनों
ख) भाव प्रदान
ग) इनमें से कोई नहीं
घ) सरल
ii. तताँरा के लिए क्या असहनीय था?
क) पशु पर्व के कार्यक्रमों में बाधा आना
ख) उसके गांव पासा के लोगों का अपमान होना
ग) बहुत सारे गांववालों का इकट्ठा हो जाना
घ) गांववालों का उसके विरोध में आव़ाज उठाना
खंड - ब वर्णनात्मक प्रश्न (पाठ्य पुस्तक)
11. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए:
i. कलकत्ता में 26 जनवरी, 1931 को हुए आंदोलन में महिलाओं का बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना यह स्पष्ट करता है कि स्वाधीनता-संघर्ष में महिलाओं
की भूमिका पुरुषों से कम नहीं थी। पाठ के संदर्भ में स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित कीजिए |

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ii. कारतूस पाठ के संदर्भ में लेफ्टीनेंट को कै से पता चला कि हिन्दुस्तान में सभी अंग्रेजी शासन अंग्रेजी शासन को नष्ट करने का निश्चय कर चुके
हैं?
iii. चाय पीते-पीते उस दिन मेरे दिमाग से भूत और भविष्य दोनों काल उड़ गए थे। के वल वर्तमान क्षण सामने था और वह अनंतकाल जितना
विस्तृत था। उपरोक्त गद्यांश के आधार पर बताइए कि जब आप मानसिक तनाव में होते हैं तो चाय पीकर आप कै सा अनुभव करते हैं?
12. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए:
i. विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? तोप कविता के आधार पर स्पष्ट करते हुए तोप की विशेषताएँ भी लिखिए।
ii. आत्मत्राण कविता में क्या कवि की यह प्रार्थना आपको अन्य प्रार्थना गीतों से अलग लगती है यदि हाँ, तो कै से?
iii. “पंत प्रकृ ति चित्रण के सर्वोत्तम कवि हैं।” 'पर्वत प्रदेश में पावस' कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
13. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए:
i. आम आदमी की धर्म के प्रति अंधश्रद्धा को धर्म के ठे के दार किस रूप में भुनाते हैं? 'हरिहर काका' कहानी में काका किस प्रकार इसका शिकार
हुए? व्यक्ति का वैज्ञानिक दृष्टिकोण उसे किस प्रकार बचा सकता है?
ii. आज की शिक्षा-व्यवस्था में विद्यार्थियों को अनुशासित बनाए रखने के लिए क्या तरीके निर्धारित हैं? ‘सपनों के -से दिन' पाठ में अपनाई गई
विधियाँ आज के संदर्भ में कहाँ तक उचित लगती हैं? जीवन मूल्यों के आलोक में अपने विचार प्रस्तुत कीजिए।
iii. इफ़्फ़न के घर में उसकी दादी की मृत्यु के बाद एक खालीपन सा आ जाता है। टोपी को वह घर अब खाने को दौड़ता था। उस घर में एक दादी
ही थीं जो उससे स्नेह रखती थीं।
हमारे बुज़ुर्ग हमारी विरासत होते हैं - 'टोपी शुक्ला' पाठ के आधार पर बताइए कि आप अपने घर में रह रहे बुजुर्गों का ध्यान कै से रखेंगे?
खंड - ब वर्णनात्मक प्रश्न (लेखन)
14. साँच को आँच नहीं विषय पर दिए गए संके त बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।
सत्य बोलने का महत्त्व
सत्य बोलने वालों के उदाहरण
सत्य न बोलने का परिणाम

अथवा

मित्रता विषय पर दिए गए संके त-बिन्दुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।


आवश्यकता
कौन हो सकता है मित्र
लाभ

अथवा

साहित्य का महत्त्व विषय पर दिए गए संके त बिंदुओं के आधार पर अनुच्छेद लिखिए।


साहित्य का सामर्थ्य
देश की वास्तविक स्थिति का सजीव चित्रण
साहित्यकारों द्वारा संस्कृ ति व सभ्यता को बचाने में योगदान
15. विद्यालय के गेट पर मध्यावकाश के समय ठे ले और रेहड़ी वालों द्वारा जंक फू ड बेचे जाने की शिकायत करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर उन्हें
रोकने का अनुरोध कीजिए।

अथवा

अपने क्षेत्र के विद्युत विभाग के अधिकारी को विद्युत बिल ठीक कराने के लिए पत्र लिखिए।
16. विद्यालय में छु ट्टी के दिनों में भी प्रातःकाल में योग की अभ्यास कक्षाएँ चलने की सूचना देते हुए इच्छुक विद्यार्थियों द्वारा अपना नाम देने हेतु
सूचना-पट्ट के लिए एक सूचना लगभग 30 शब्दों में लिखिए।

अथवा

आप विद्यालय की छात्र कल्याण-परिषद् के सचिव हैं। विद्यालय में होने वाले वार्षिक-उत्सव में भाग लेने के इच्छुक छात्रों के नाम आमंत्रित करने के
लिए सूचना तैयार कीजिए।
17. कोचिंग सेंटर हेतु एक विज्ञापन लगभग 25-50 शब्दों में बनाइए।

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अथवा

अपने विद्यालय में होने वाले निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर के आयोजन से संबंधित विज्ञापन लगभग 25-50 शब्दों में तैयार कीजिए।
18. मैं तितली हूँ विषय पर लगभग 100-120 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।

अथवा

आपकी बस्ती के पार्क में कई अनधिकृ त खोमचे वालों ने डेरा डाल दिया है, उन्हें हटाने के लिए नगर-निगम अधिकारी को dyancsz@mcd.org.in
एक ईमेल लिखिए।

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प्रतिदर्श प्रश्नपत्र - 01 (2022-23)

उत्तर

खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (अपठित गद्यांश)


1. i. (ख) समाचार-पत्रों से

व्याख्या: समाचार-पत्रों से
ii. (ख) वैदिक साहित्य के समान

व्याख्या: वैदिक साहित्य के समान


iii. (ग) एस.एल.बी.-3

व्याख्या: एस.एल.बी.-3
iv. (क) विजन, मिशन और गोल

व्याख्या: विजन, मिशन और गोल


v. (क) (A) और (R) दोनों सत्य हैं तथा (R) अभिकथन (A) की सही व्याख्या करता है।

व्याख्या: (A) और (R) दोनों सत्य हैं तथा (R) अभिकथन (A) की सही व्याख्या करता है।
2. i. (ख) ज्ञान-प्राप्ति के साथ सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन

व्याख्या: ज्ञान-प्राप्ति के साथ सरस और सुरुचिपूर्ण मनोरंजन


ii. (ग) सभी

व्याख्या: सभी
iii. (ख) सभी

व्याख्या: सभी
iv. (ख) विकासशील देश उन्नति के पथ पर गतिशील हुए हैं

व्याख्या: विकासशील देश उन्नति के पथ पर गतिशील हुए हैं


v. (घ) कथन i, ii व iii सही हैं

व्याख्या: कथन i, ii व iii सही हैं


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खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (व्यावहारिक व्याकरण)
3. निर्देशानुसार 'पदबंध ' पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. (ख) विशेषण पदबंध

व्याख्या: विशेषण पदबंध


ii. (ख) क्रिया पदबंध

व्याख्या: क्रिया पदबंध


iii. (घ) संज्ञा पदबंध

व्याख्या: संज्ञा पदबंध


iv. (ख) विशेषण पदबंध

व्याख्या: सुन्दर और आज्ञाकारी कु त्ते की विशेषता बता रहा है।


v. (ख) पढ़ी होगी

व्याख्या: पढ़ी होगी


4. निर्देशानुसार 'रचना के आधार पर वाक्य भेद' पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. (घ) यद्यपि मुझे नौकरी मिल गई है तथापि मैं पढ़ता रहता हूँ।

व्याख्या: यद्यपि मुझे नौकरी मिल गई है तथापि मैं पढ़ता रहता हूँ।
ii. (क) संयुक्त वाक्य

व्याख्या: संयुक्त वाक्य

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iii. (क) जब से यहाँ बाढ़ आई है तब से बीमारियाँ बढ़ गई।

व्याख्या: जब से यहाँ बाढ़ आई है तब से बीमारियाँ बढ़ गई।


iv. (घ) ज्योति आकर चली गई।

व्याख्या: ज्योति आकर चली गई।


v. (ख) विकल्प (iv)

व्याख्या: सभी विकल्प सही है


5. निर्देशानुसार समास पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. (क) जीवन और मरण - समास विग्रह 

द्वंद्व समास - समास का नाम 

व्याख्या: यहाँ दोनों पद ही प्रधान होने के कारण यहाँ द्वंद्व समास है। 
ii. (घ) नौ रात्रियों का समाहार - द्विगु समास

व्याख्या: यह विकल्प सही है क्योंकि इस समास में पहला पद संख्यावाची होता है और समस्त पद किसी समूह विशेष का बोध करवाता है तो
यह नव - नौ अर्थात संख्या है और नवरात्रि - नौ रातों का समूह।
iii. (ख) नर-नारी

व्याख्या: नर-नारी
iv. (क) अव्ययीभाव

व्याख्या: अव्ययीभाव
v. (ग) कर्मधारय समास

व्याख्या: कर्मधारय समास

उदाहरण- लालमिर्च = लाल है जो मिर्च

लाल- विशेषण

मिर्च- विशेष्य
6. निर्देशानुसार मुहावरे पर आधारित छह बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
i. (क) विष घोलने का

व्याख्या: विष घोलने का


ii. (ग) हाथ फै लाना

व्याख्या: हाथ फै लाना


iii. (क) बेकार में लिखना

व्याख्या: बेकार में लिखना - शीला ने पन्ने रंग दिए पर कोई फायदा नहीं हुआ।
iv. (ग) डेरा डालना

व्याख्या: डेरा डालना - लोग जहाँ अनुकू ल साधन देखते हैं वहीं डेरा जमा लेते हैं।
v. (घ) दुखी व्यक्ति को और दुःख देना

व्याख्या: दुखी व्यक्ति को और दुःख देना - अपाहिज सोनू के लिए सांत्वना के शब्द मानो घाव पर नमक छिड़कने का काम करते हैं।
vi. (ख) लुटिया डूब जाना

व्याख्या: लुटिया डूब जाना


खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (काव्य खंड)
7. i. (घ) परोपकारी मनुष्य की

व्याख्या: परोपकारी मनुष्य की


ii. (घ) के वल अपने लिए जीना

व्याख्या: के वल अपने लिए जीना


iii. (ख) जो अपना जीवन परोपकार में लगा देता है, वह कभी नहीं मरता।

व्याख्या: जो अपना जीवन परोपकार में लगा देता है, वह कभी नहीं मरता।
iv. (क) परोपकार करने वाला

व्याख्या: परोपकार करने वाला


v. (ग) (i), (ii), (iii)

व्याख्या: स्वार्थ की भावना का होना पशु-प्रवृति की निशानी है। परमार्थ की भावना ही मनुष्य की पहचान है। हमारी मृत्यु यादगार होनी

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चाहिए।
8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।
i. (घ) साथियों को 

व्याख्या: इस गीत में देश की रक्षा के लिए सैनिक अपने प्राण न्यौछावर करते समय अपने साथियों को संबोधित कर रहा है कि हे साथियों !
अब तुम्हारे हवाले यह वतन(देश) साथियों ।
ii. (ग) हे श्याम! मुझे दासी बना लो

व्याख्या: प्रस्तुत पंक्ति का अर्थ है कि हे श्याम! मुझे दासी बना लो। 


खंड अ वस्तुपरक प्रश्न (गद्य खंड)
9. i. (ग) बड़े भाई साहब को

व्याख्या: बड़े भाई साहब को


ii. (ग) उनका परीक्षा में फे ल होना

व्याख्या: उनका परीक्षा में फे ल होना


iii. (घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

व्याख्या: कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
iv. (घ) थोड़ा-बहुत पढ़ता था

व्याख्या: थोड़ा-बहुत पढ़ता था


v. (ग) उनका सम्मान लेखक की नज़रों में कम हो गया है

व्याख्या: उनका सम्मान लेखक की नज़रों में कम हो गया है


10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए।
i. (क) भाव प्रदान और सरल दोनों

व्याख्या: भाव प्रदान और सरल दोनों


ii. (घ) गांववालों का उसके विरोध में आव़ाज उठाना

व्याख्या: वामीरो की माँ के द्वारा सबके सामने अपमान किए जाने पर तताँरा क्रोध से भर गया था और अन्य गांववालों का विवाह परंपरा के
समर्थन में चुप रहना उसे चुभ रहा था। वह हमेशा ही सबके बीच में सम्मान और आदर  पाता था इसीलिए इस प्रकार लोगों का उसके खिलाफ़
आव़ाज उठाना उसके लिए असहनीय था। अन्य विकल्पों की तुलना में यह विकल्प सबसे उचित है 
खंड - ब वर्णनात्मक प्रश्न (पाठ्य पुस्तक)
11. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए:
i. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में प्रत्येक निर्णायक मोड़ पर महिलाओं ने पुरुषों के साथ संघर्ष को गति दी। स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम के दौरान
1857 ई. में जहाँ झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई तथा लखनऊ की बेगम हज़रत महल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

प्रस्तुत पाठ के अंतर्गत जमना लाल बजाज की पुत्री मदालसा और उनकी पत्नी जानकीदेवी द्वारा  छात्राओं को आंदोलन के लिए मार्गदर्शन
करना तथा गुजराती सेविका संघ, मारवाड़ी विद्यालय की बालिकाओं का जुलूस निकालने एवं सार्वजनिक गिरफ्तारी देने का उल्लेख हुआ है।
इसके अलावा महिलाओं का स्वतंत्र जुलूस निकालना ,धर्मतल्ले के मोडपर  धरना देना, पुलिस के लाठीचार्ज के बाद भी  वहां से न हटना आदि
के वर्णन से हमें स्त्रियों के योगदान का पता चलता है। लेखक ने यह भी स्पष्ट तौर पर बताया है कि कलकत्ता के इस आंदोलन में 105 स्त्रियों ने
अपनी गिरफ़्तारी दी, जो बड़ी संख्या थी। इन सब बातों से स्पष्ट होता है कि स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका किसी भी तरह से पुरुषों
से कम नहीं थी |
ii. जब लेफ्टीनेंट को कर्नल से यह पता चला कि कम्पनी के खिलाफ के वल वजीर अली ही नहीं, बल्कि दक्षिण में टीपू सुल्तान और बंगाल के
नवाब का भाई शमसुद्दौला भी अंग्रेज़ी शासन के खिलाफ है और इन तीनों ने ही अफगानिस्तान के बादशाह शाहे-जमा को हिन्दुस्तान पर
आक्रमण करने का निमंत्रण दिया है। लेफ्टीनेंट को ऐसा लगा कि कम्पनी के खिलाफ सारे हिन्दुस्तान में एक लहर दौड़ गई है अवध से लेकर
बंगाल तक सभी अंग्रेजी शासन को नष्ट करने का निश्चय कर चुके हैं।
iii. जब हम मानसिक तनाव में होते हैं तो हमें कु छ भी अच्छा नहीं लगता। ऐसा लगता है कि जीवन में कु छ भी अच्छा नहीं होगा और यही सोच कर
हमारा मन तनावग्रस्त हो जाता है। ऐसे में यदि गर्मागर्म चाय पीने को मिल जाए तो सारा तनाव कहीं रफू चक्कर हो जाता है। जैसा लेखक ने
अनुभव किया कि उसके दिमाग की रफ़्तार धीमी पड़ गई और थोड़ी देर में बिलकु ल बंद हो गई, वैसा ही हम अनुभव करते हैं। चाय पीने के बाद
हमें लगता है कि भूत और भविष्य कु छ भी नहीं है। जो शाश्वत है वह के वल वर्तमान है। हमें यह समझ आने लगता है कि वर्तमान का सदुपयोग
कर हम अपने भावी जीवन की समस्त गुत्थियाँ सुलझा सकते हैं।
12. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए:

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i. विरासत में मिली चीजों की सुरक्षा बड़ी सँभालकर इसलिए होती है क्योंकि वह पूर्वजों और बीते समय की देन होती है, उनका अपना महत्त्व
और इतिहास होता है। इनसे हमें प्राचीन इतिहास की जानकारी मिलती हैं। 1857 की तोप जो कम्पनी बाग के प्रवेश द्वार पर स्थित है वह
अंग्रेजों द्वारा हमें विरासत में सौंपी गई थी, जिसकी सँभाल भी की जाती है। यह वर्ष में दो बार चमकाई जाती है अर्थात इसका प्रयोग दो बार ही
किया जाता है। इस तोप ने अच्छे-अच्छे वीर योद्धाओं के चिथड़े-चिथड़े उड़ा दिए थे। यह अपने समय में बहुत जबर थी। ब्रिटिश काल में अंग्रेजों
द्वारा भारतीय स्वतंत्रता के वीर सेनानियों को इस तोप से बाँधकर उड़ा दिया जाता था।
ii. कवि की प्रस्तुत प्रार्थना मुझे अन्य प्रार्थना गीतों से अलग लगती है। सबसे पहले तो मैं इस प्रार्थना को अतुकान्त रूप या बिना किसी प्रत्यक्ष लय
में आबद्ध पाता हूं। यह लय हम अस्पष्ट रुप में कु छ-कु छ पंक्तियों के अंतराल के बाद पाते हैं जो स्पष्ट नहीं है। कविता लेखन कला की दृष्टि से यह
रचना कठिन जान पड़ती है। इसके अलावा इस कविता में हिन्दी के कु छ तत्सम या कठिन शब्दों का प्रयोग किया गया है। हम सामान्यतः देखते
हैं कि अन्य प्रार्थनाओं में अकसर सुख, समृद्धि, दुखों एवं समस्याओं से निवारण संबंधित प्रार्थना होती है जबकि यह प्रार्थना उनसे बिलकु ल ही
अलग है वह के वल इतना चाहता है कि ईश्वर उसकी आत्मिक और नैतिक शक्ति बनाए रखें।अन्य प्रार्थनाओं के उलटे इस प्रार्थना में कवि ने
अपना सारा बोझ ईश्वर पर नहीं डाला। कवि अपनी सहायता खुद करना चाहता है। वह के वल इतना चाहता है कि भगवान उसके आसपास रहे
और उसे उसका मात्रा एहसास होता रहे। इस प्रार्थना की यही विशेषताएं इसे अन्य प्रार्थना गीतों से अलग करती हैं।
iii. पंत प्रकृ ति के सुकु मार कवि हैं। उनके काव्य का मुख्य विषय प्रकृ ति चित्रण ही रहा है। उन्होंने अधिकतर प्रकृ ति के मधुर एवं कोमल रूप का
ही चित्रण किया है और कहीं-कहीं प्रकृ ति के उग्र और भयानक रूप का वर्णन भी किया है। प्रकृ ति का चित्रण करते समय उन्होंने उपवन, नदी,
पर्वत, बादल, समुद्र आदि प्राकृ तिक उपकरणों का सहारा लेकर अपनी काव्य रचना की।
उनकी कविताओं में अलंकारों का प्रयोग बहुत ही अच्छे तरीके से है जिसके कारण उनकी कविताओं की सुंदरता और बढ़ जाती है | उन्होंने
प्रकृ ति के विभिन्न कार्यों के माध्यम से मनुष्यों को विभिन्न संदेश दिए हैं। प्रकृ ति उनके लिए कविता का मूल आधार रही है। एक सच्चे कवि की
भाँति उनकी कल्पनाओं का क्षेत्र बहुत विस्तृत है। उनकी कल्पनाएँ मौलिक तथा नूतन हैं।

यह उनकी कल्पना तथा भावों की अभिव्यक्ति का कौशल ही है, जो उन्होंने पर्वत को आकाश में उड़ते हुए बताया है, शाल के वृक्षों को भय के
कारण ज़मीन में फँ सा हुआ कहा है और शीतल जल से भरे हुए तालाब से आग उगलने का चित्रण किया है। इसके अतिरिक्त वे पर्वतों पर उगे
हुए पेड़ों कि तुलना मनुष्य की उच्चाकांक्षाओ से की है| झरनों को सन्नाटा का प्रतीक बताया है जिससे प्रतीत होता है कि आकाश धरती पर आ
गया हो | उन्होंने स्वच्छ और पारदर्शी जल वाले तालाब की तुलना आईने से की है |

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि सुमित्रानंदन पंत प्रकृ ति चित्रण के सर्वोत्तम कवि हैं।
13. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए:
i. आम आदमी की धर्म के प्रति अंधश्रद्धा का तथाकथित धर्म के ठे के दार अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए इस्तेमाल करते हैं। वे मनुष्यों को मोह और
माया की पट्टी पढ़ाकर उनका सब कु छ हथिया लेना चाहते हैं।
' हरिहर काका ' कहानी में काका भी इसी प्रकार के शिकार हुए । महंत को जब पता चला कि काका की अपने भाइयों के परिवार से मेल नहीं
है,तो उसने उनके खिलाफ षडयंत्र करके उनकी जायदाद को हड़पने का प्रयास किया।

ऐसी स्थिति में व्यक्ति का वैज्ञानिक दृष्टिकोण ही उसकी मदद कर सकता है।बिना तर्क के इन समस्याओं से हम छु टकारा नहीं पा सकते हैं।
ii. वर्तमान में विद्यार्थियों को अनुशासित बनाए रखने के लिए जो तरीके निर्धारित किए गए हैं, वे पाठ में बताए हुए तरीको से सर्वथा भिन्न है। जैसे
कि पुराने समय में बच्चों को पीटने अथवा अन्य कोई शारीरिक दंड देने में कोई आपत्ति नहीं थी, परन्तु वर्तमान समय में बच्चों को कोई भी
शारीरिक दंड देना अमानवीय व्यवहार और अपराध के श्रेणी में आता है।

लेखक के समय विद्यालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए उन्हें विभिन्न तरीकों से भयभीत किया जाता था। अनुशासन के नाम पर शिक्षक
निरंकु शता तथा निर्दयता की सारी हदें पार कर जाते थे। पढ़ाई के नाम पर बच्चों पर अतिरिक्त बोझ डाला जाता था। किन्तु इसके विपरित
वर्तमान में विद्यार्थियों को अनुशासित बनाए रखने के लिए शारीरिक दण्ड के बदले उन पर आर्थिक दण्ड अथवा निलंबन लगाया जाता है।
इसके अतिरिक्त पढ़ाई को बच्चों पर जबरदस्ती नहीं थोपा जाता है।
अतः हम यह कह सकते हैं कि वर्तमान की शिक्षा पहले की शिक्षा व्यवस्था से पूरी तरह भिन्न और अधिक बेहतर है । 
iii. बुज़ुर्ग हमारी धरोहर होते हैं। वे ऐसी विरासत होते हैं जो हमें कु छ न कु छ सिखाते हैं। वे अनुभवी होते हैं। उनके अनुभवों से हम नवीन ज्ञान प्राप्त
करते हैं। वे हमारे नैतिक और चारित्रिक बल को ऊँ चा उठाते हैं। टोपी जब भी इफ्फन के घर जाता था तो कई बार उसकी अम्मी और बाजी
उसकी भाषा का मजाक उड़ाती थीं तो इफ्फन की दादी ही उनका बीच-बचाव करती थीं। उसे दादी के व्यवहार से बड़ा ही अपनापन मिलता
था। हम भी अपने घर में रह रहे बुजुर्गों का सम्मान करते हैं। हम उनकी उचित देखभाल करेंगे और उनकी सेवा करेंगे।
खंड - ब वर्णनात्मक प्रश्न (लेखन)

14. साँच को आँच नहीं जो व्यक्ति सत्य बोलता है, उस पर कोई आँच नहीं आती अर्थात् उसे कोई भी नुकसान नहीं पहुँचा सकता। सत्य बोलने वाले
व्यक्ति की समाज में जीते-जी बहुत प्रतिष्ठा होती है तथा मृत्यु के पश्चात् उसके यश में और वृद्धि हो जाती है। महात्मा गांधी ने जीवनभर 'सत्य ही
ईश्वर है' के सिद्धांत को अपनाया। संसार के कई व्यक्तियों का यह मानना है कि संसार की हर सफलता को सत्य के बल पर प्राप्त किया जा सकता
है। सत्य बोलने वाले को कदम-कदम पर संघर्ष करना पड़ता है, किंतु अंत में विजय उसे ही प्राप्त होती है। यह एक कटु सत्य है कि असत्य बोलने

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वालों को क्षणिक सफलता तो मिल जाती है, किंतु उनका अंत बहुत बुरा होता है तथा अंततः पराजय का सामना उन्हें करना ही पड़ता है। इस विषय
में सत्यवादी हरिश्चंद्र का जीवन साक्षात् प्रमाण है, जिन्होंने सत्य की रक्षा के लिए अनेक कष्ट सहे, किंतु सत्य को एक पल के लिए भी नहीं छोड़ा।
आज भी सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र का नाम इतिहासों में लिखा गया है वह सदैव के लिए अमर हो चुके हैं। वाकई में सत्य के मार्ग पर चलने वाले इंसान
कु छ समय के लिए परेशानी का सामना जरूर करते हैं लेकिन सांच को कभी आंच नहीं होती। 

अतः प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए, क्योंकि सत्य को अपनाकर ही हम अपने जीवन में शांति और संतोष प्राप्त
कर सकते हैं। सत्य बोलकर हम इस समाज का कल्याण करने में अपनी सहायक भूमिका निभा सकते हैं।

अथवा

दोस्त हमारे जीवन का वह हिस्सा हैं जिन्हें हम खुद चुनते हैं। जितना जरूरी जीवन में परिवार का होना है उतना ही जरूरी मित्र का होना भी है। सच्चे
मित्र जीवन में हर मोड़ पर हमें सहायता और मार्गदर्शन देते हैं। मित्र हमें भावनात्मक समर्थन देते हैं जो हमें हमारे विशेष होने का अहसास कराते हैं।
यदि हमारे पास सच्चे मित्र हैं तो जीवन अधिक मनोरंजक और सहनशील बन जाता है। मित्र हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है
अतः मित्र का होना बहुत ही आवश्यक है।

सच्चा मित्र मिलना बहुत कठिन है। सच्चा मित्र वही हो सकता है जो दिल से आपको अपना माने। सच्चा मित्र वही है जो कभी हमारे सामने दिखावा
नहीं करता हो और न ही झूठ बोलता हो। जो दुख और सुख में कभी साथ नहीं छोड़ता हो और पीठ पीछे बुराई न करता हो। जो कभी मित्रता में
छल-कपट न करे तथा मित्र को अवगुणों व कु संगति से छु टकारा दिलाने हेतु प्रयत्नशील रहे। मानव जीवन में मित्रता से अनेक लाभ होते हैं। मित्र के
समान समाज में सुख और आनंद देने वाला दूसरा कोई नहीं है। दुख के दिनों में मित्र को देखते ही हृदय में शक्ति का संचार होता है। अधीरता और
व्याकु लता प्राणों के भीतर से भाग जाती है और निराश मन के भीतर आशा की ज्योति जलने लगती है। जब विपत्ति में सब साथ छोड़ देते हैं तब वह
हमारे साथ खड़ा रहता है। मित्र के बिना जीवन नीरस रहता है।

अथवा

साहित्य का महत्त्व साहित्य कमज़ोर एवं शोषितों को उत्साहित करने का कार्य करता है। यह साहित्य ही है, जिसने कई बार हारी हुई लड़ाइयों को
भी जीतने में मदद की है। कहा भी गया है कि 'साहित्य समाज का दर्पण' होता है। साहित्य समाज में फै ली रूढ़िवादिता से अवगत कराके उसे खत्म
करने का मार्ग प्रशस्त करता है। समाज को बदलने और आगे बढ़ाने में साहित्य का महत्वपूर्ण योगदान होता है । साहित्य देश की वास्तविक स्थिति
का सजीव चित्रण करता है, जिससे प्रभावित होकर समाज के जागरूक लोग सामाजिक बुराइयों को पहचानकर, उनका कारण समझकर तथा
उन्हें मिटाने के तरीके ढूंढकर उन्हें समाप्त कर देते हैं। जिस समय भारतीय संस्कृ ति और सभ्यता को दुष्प्रभावित करने का षड्यंत्र किया जा रहा था,
उस समय कबीरदास, तुलसीदास, भूषण, प्रेमचंद, रामधारी सिंह 'दिनकर' आदि साहित्यकारों ने जनता को अपनी रचनाओं के माध्यम से शिक्षित
एवं संवेदनशील बनाने का कार्य किया। राष्ट्रीयता एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा करने में अनेक साहित्यकारों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।
साहित्यकारों ने अपने राष्ट्रीय एवं नैतिक दायित्व को पहचाना तथा उसी के अनुसार कार्य किया। इस प्रकार कह सकते हैं कि साहित्यकार का
सामाजिक उत्तरदायित्व होता है। समाज के हित की दृष्टि से लिखा गया साहित्य ही श्रेष्ठ साहित्य कहा जा सकता है।

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15. परीक्षा भवन

दिल्ली
दिनांकः 13 मार्च, 2019
सेवा में

प्रधानाचार्य महोदय

गंगा इंटरनेशनल स्कू ल,

दरियागंज,

दिल्ली - 11002

विषय: विद्यालय के बाहर जंक फू ड बेचे जाने से अवगत कराने हेतु पत्र 

महोदय,

सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय के दसवीं कक्षा का छात्र हूँ। हमारे विद्यालय के गेट पर मध्यावकाश के समय ठे ले और रेहड़ी पर जंक फू ड
बेचा जाता है। विद्यार्थियों द्वारा इनका सेवन दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है |  बहुत-से विद्यार्थी  इसके निरंतर सेवन करने के कारण बीमार पड़
गए हैं। इस खुले हुए जंक फू ड पर मक्खियों और धूल-मिट्टी का आक्रमण रहता है। कल हमारे कु छ मित्रों ने यहाँ से बर्गर खरीद कर खाया था,

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जिसके कु छ ही देर बाद वे बीमार हो गए। आए दिन बीमार होने के कारण विद्यार्थियों की  पढाई अवरुद्ध हो रही है।
अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि आप  इस प्रकार की घटिया गुणवत्ता वाले जंक फू ड के बेचे जाने पर रोक लगाने हेतु उचित कदम उठाएँ।

धन्यवाद
भवदीय
तरुण
कक्षा-दसवीं 'ब'
अथवा
परीक्षा भवन,
उत्तर प्रदेश

दिनांक: 13 मार्च, 2019

सेवा में,
एसडीओ (विद्युत वितरण विभाग),

क्षेत्र संख्या-5,

मुरादाबाद
विषय: बिजली का बिल ठीक करवाने हेतु पत्र

महोदय,

सविनय निवेदन है कि मेरे घर की जनवरी - फरवरी 2019 तक की बिजली की  मीटर रीडिंग 8819 दिखाई गई है, जबकि आज के दिन तक हमारा
मीटर 7999 तक ही पहुँचा है। अतः इसका तो यही अर्थ है कि बिजली की रीडिंग लेने के संबंध में लापरवाही हुई है और बिना मीटर देखे ही किसी
कर्मचारी ने अपने तरीके से विद्युत बिल संबंधी प्रपत्र तैयार कर दिया। इससे पहले कभी भी हमारा बिजली का बिल इतना अधिक नहीं आया है।
इसके प्रमाण हेतु मैं पिछले तीन बिलों की छायाप्रतियाँ भी संलग्न कर रहा हूँ।

अतः आपसे अनुरोध है कि इस संबंध में शीघ्र ही उचित कार्यवाही की जाए तथा मेरा बिल जल्द-से-जल्द  ठीक करके सही बिल भेजा जाए,
ताकि मैं उसे समय से  जमा करवा सकूँ ।

सधन्यवाद
भवदीय
पवन
बाल भारती पब्लिक स्कू ल, दिल्ली

सूचना दिनांक: 20 दिसंबर, 20XX


योग कक्षाओं के आयोजन हेतु
समस्त विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि 'बाल भारती पब्लिक स्कू ल' की ओर से ग्रीष्मावकाश में दिनांक 25 मई , 2019 से 10
जून 2019 तक प्रतिदिन प्रातःकाल 8 बजे से 9 बजे तक विद्यालय  प्रांगण में योग की कक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक विद्यार्थी
अपने नाम, कक्षा व रोल नं. का ब्योरा योगा कॉर्डिनेटर को लिखवा दें।
चाँ शर्मा

16. योग कॉर्डिनेटर


अथवा
सूचना

डी. ए. वी. विद्यालय,

रमेश नगर सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि विद्यालय "वार्षिकोत्सव 2022" मनाएगा जिसकी जानकारी निम्नलिखित है -

तिथि- 22 जून, 20XX

समय- प्रातः 7 बजे से साथं 6 बजे तक

स्थान- खेल मैदान, डी. ए. वी. विद्यालय, रमेश नगर

इस कार्यक्रम में नृत्य, संगीत, कला आदि कलाओं में भाग लेने हेतु इच्छुक छात्र अपना नाम खेल मैदान में सचिव को लिखवाएँ।

गोविन्द
सचिव

छात्र कलयाण-परिषद
सभी कक्षाओं के लिए
तृप्ति कोचिंग सेंटर

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कक्षा 6 से 10 तक सोमवार, बुधवार, शुक्रवार कक्षा 11वीं से 12वीं तक मंगलवार, वीरवार, शनिवार
तृप्ति कछवाहा 
फोन: 788888xxxx

17. ईमेल: tripti@cochingcentre.com


अथवा
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निशुल्क! निशुल्क! निशुल्क! निशुल्क! निशुल्क!

श्री गोविन्दम् विद्यालय परिसर में


सबके लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

शिविर में विद्यालय के सभी कर्मचारियों और विद्यार्थियों का निशुल्क परीक्षण


विद्यालय का मानना है अच्छा स्वास्थ्य ही जीवन का सच्चा आनंद है,

कहा भी गया है स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।

शिविर का दिनांक- 01-02-20 समय प्रातः 9:30 बजे से

अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें-

सचिव

विद्यालय स्वास्थ्य सेवा समिति

दूरभाष संख्या - 0000000000

विद्यालय प्रशासन द्वारा जारी

18. मैं तितली हूँ मैं एक तितली हूँ। मैं एक छोटे-से अंडे से निकली। उसमें से लार्वा निकला और दो रंगीले, कोमल और चमकीले पंखों को अपने शरीर पर
लिए हुए मेरा जन्म हुआ। मुझे फू लों से विशेष लगाव है। रंग-बिरंगे फू लों पर बैठकर उनका रसपान करना मुझे बहुत पसंद है। जब मैं फू लों पर बैठती
हूँ तो छोटे-छोटे बच्चे मुझे पकड़ने के लिए मेरे पीछे भागते हैं पर मैं उनसे बच निकलती हूँ।

एक दिन एक शरारती बच्चा मुझे पकड़कर अपने घर ले गया। तब तो मैं घबरा गई थी। बच्चे की माँ ने समझाया कि वो मुझे खुले आसमान में उड़ने
दे। जैसे ही उसने मुझे छोड़ा, मेरी जान में जान आई और मैं खुले आसमान में उड़ गई।

अथवा
From: pawan@mycbseguide.com

To: dyancsz@mcd.org.in

CC ...

BCC ...
विषय - पार्क में खोमचे वालों को हटाने हेतु

महोदय,

मैं गोविन्द नगर का रहने वाला हूँ तथा वार्ड की स्वच्छता समिति का अध्यक्ष हूँ। मैं आपका ध्यान बस्ती के पार्क में खोमचे वालों द्वारा अनधिड्डत डेरा
डालने की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। दिन-प्रतिदिन पार्क की स्थिति खराब होती जा रही है। बच्चों को खेलने और बड़े-बूढ़ों को टहलने के लिए
जगह नहीं मिल रही है। वे लोग इस पार्क में कचरा फें क कर इस पार्क को दूषित कर रहे हैं।

महोदय, गोविन्द नगर, वार्ड की स्वच्छता समिति का सुझाव है कि बस्ती के पार्क से खोमचे वालों को हटाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाए।
यदि आवश्यक हो तो इनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही भी की जाए। इससे समस्त निवासियों को लाभ मिलेगा और हमारा पर्यावरण भी प्रदूषण मुक्त
हो जाएगा।

पवन

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