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Deepak Research Paper
Deepak Research Paper
दीपक कुमार
( एम. एि. )
शोध सार :
आज इंटरनेट जीवन का बेहद जरूरी अंग बन गया है। ज्ञान के अजजन में भी इंटरनेट की भूममका
से इनकार नहीं ककया जा सकता है। यू-ट्यूब वीडियो का सबसे बडा सागर है। जजज्ञासा मानव
स्वभाव का महत्त्वपर्
ू ज अंग है। यह जजज्ञासा औपचाररक तथा अनौपचाररक दोनों प्रकार की हो
सकती है। यू-ट्यब
ू पर दोनों प्रकार के ही चैनल उपलब्ध हैं। आभासी मंच में वीडियो के सैकडों
अनप्र
ु योग उपलब्ध हैं, नॉलेज वीडियो का सबसे बडा केन्द्र वतजमान में यू-ट्यब
ू है। प्रस्तत
ु शोध पत्र
में ववषय के अनुरूप ममश्रित ववश्रध का उपयोग ककया गया है। शोध के उपागम के रूप में ममश्रित
उपागम का उपयोग ककया गया है। आँकडों का संग्रहर् ममश्रित प्रश्नावली द्वारा ककया गया है।
इस शोध पत्र के माध्यम से यह जानने का प्रयत्न ककया गया है कक नॉलेज वीडियो दे खने वाले
वीडियो में क्या पररवतजन चाहते हैं। ऑनलाइन मशक्षा से कुछ लोग भले ही अनमभज्ञ हों पर
ज्यादातर लोग इसके नाम से पररश्रचत हैं। यह भी जानने का प्रयत्न ककया गया है कक कैसे
ऑनलाइन मीडिया लोगों में इए ववषय के प्रतत भी आकषजर् पैदा कर रहा है। साथ ही यह भी
जानने का प्रयत्न ककया गया है कक कैसे नॉलेज वीडियो को और भी ज्यादा सध
ु ारा जा सकता है।
इंटरनेट ने मानव जीवन कक दशा – ददशा दोनों को बदल कर रख ददया है। इंटरनेट
आज जीवन का अमभन्द्न अंग बन चक
ु ा। ववश्व का प्रत्येक व्यजक्त इससे जुडा हुआ है किर चाहे
वह प्रत्यक्ष रूप से अथवा अप्रत्यक्ष रूप से उसका जुडाव है। इंटरनेट के क्षेत्र में तनत्य नवीन खोजों
के कारर् इसने मानव जीवन के सभी आयामों को प्रभाववत ककया है। य-ू ट्यूब सोशल मीडिया पर
बेहद प्रमसद्ध अनुप्रयोग है। कोववि के दौरान य-ू ट्यब
ू पर सामग्री को बनाने व उपभोग करने वालों
की संख्या में बेतहाशा वद्
ृ श्रध हुई है। यु-ट्यूब अब मात्र मनोरंजन का उपकरर् न बनकर मानव
जीवन से संबजन्द्धत सभी आयामों को समद्
ृ ध कर रहा है। अब जानकारी के मलए सचज इंजन से
शब्द ढूंढने के बजाय लोग यू-ट्यब
ू का सहारा ले रहे हैं। यू-ट्यूब यूँ तो वीडियो का दतु नया में सबसे
बडा संग्रहर् केन्द्र है। इस मंच पर उपलब्ध वीडियो बहुत तरह के हैं। इन्द्हीं वीडियो के ववववध प्रकारों
में नॉलेज वीडियो का भी स्थान है। वह वीडियो जो ज्ञान उपलब्ध करवाए उसे नॉलेज वीडियो कहा
जाता है। नॉलेज वीडियो के भी दो प्रकार हैं। औपचाररक वीडियो इसमें उन वीडियो को शाममल
ककया जाता है जो औपचाररक मशक्षा से जुडे हो। जैसे ककसी कोसज से जुडा कोई वीडियो, कोई
वेबीनार अथवा ककसी कक्षा के ववषय से जुडा कोई आख्यान। दस
ू रे प्रकार के वीडियो में अनौपचाररक
वीडियो आते है। अनौपचाररक नॉलेज वीडियो में वह वीडियो आते हैं, जजनका सम्बन्द्ध मात्र ज्ञान
से होता है। इस प्रकार के वीडियो का उद्देश्य मात्र ज्ञान उपलब्ध करवाना होता है। इसका ककसी
कक्षा व ववषय अथवा संस्थान से कोई लेना-दे ना नहीं होता है।
यू-ट्यब
ू अब ज्ञान के स्त्रोतों में से एक है। यू-ट्यब
ू इस समय ववववध क्षेत्र के ज्ञान से
सराबोर है। बच्चों की लोररयों से लेकर सुक्ष्म ववज्ञान समेत तमाम चैनलों की भरमार है। इन सभी
चैनलों की आय का ज़ररया ववज्ञापन हैं और ववज्ञापन का आधार कायजक्रम का प्रकार व ककतने
लोगों ने दे खा है, के आधार पर होता है। ज्ञान दो भागों में ववभक्त है। यू-ट्यब
ू पर दोनों ही तरह
के नॉलेज वीडियोज उपलब्ध है किर चाहे वह औपचाररक क्षेत्र का हो अन्द्यथा अनौपचाररक क्षेत्र।
य-ू ट्यब
ू के यह नॉलेज चैनल आज प्री स्कूल के छात्राओं से लेकर संघ लोक सेवा आयोग तक के
प्रततस्पश्रधजयों तक की सहायता कर रहे हैं। कोववि के दौरान स्कूल व महाववद्यालय तथा
ववश्वववद्यालय के बन्द्द हो जाने पर यू-ट्यूब ने भी तमाम तरह के मंचों के बीच महत्वपूर्ज भूममका
अदा की है। भारत में प्राचीनकाल से ही राज्य की नौकरी को आम जनमानस ज्यादा तरजीह दे ता
रहा है और यह परम्परा आज भी जारी है। इसके कई कारर् हो सकते हैं स्थातयत्व, मानदे य व
सामाजजक सम्मान। कई तरह की नौकररयों की तैयारी के मलए यू-ट्यब
ू पर बहुत चैनल हैं जो
मुफ्त अथवा सदस्यता शुल्क लेकर भी ज्ञानवधजन करते हैं। यू-ट्यूब सोशल मीडिया मंच का एक
अनप्र
ु योग है। इसे सन ् 2005 में शरू
ु ककया गया था, जजसके माध्यम से अरबों वीडियो को दे खा जा
सकता है, वीडियो को अपलोि ककया जा सकता है, वीडियो को बनाने वाले के माध्यम से सीधे तौर
पर दे खा जा सकता है।
मख्
ु य शब्द : य-ू ट्यब
ू , नॉलेज वीडियो, औपचाररक ज्ञान, अनैपचाररक ज्ञान।
मल
ू आलेख :
प्रस्तत
ु शोध पत्र में बताया गया है कक मशक्षक भी य-ू ट्यब
ू के माध्यम से स्वयं के ज्ञान में
ववस्तार कर रहे हैं। इस शोध में यू-ट्यूब को कक्षा में तथा कक्षा के बाहर दोनों तरह के
ववद्याश्रथजयों में सकारात्मक पररर्ाम रहा। इस शोध से यह भी पता चलता है कक जजन
मशक्षकों को दस वषज से ज्यादा का अनुभव है, वह य-ू ट्यूब से अपने ज्ञान का ववस्तार तो
करते हैं पर वह यू-ट्यूब पर तनभजर नहीं रहते। कुछ वररष्ठ मशक्षकों ने साि तौर पर इंकार
ककया कक वे यु-ट्यूब से ज्ञानाजजन नहीं करते हैं। नए मशक्षकों का य-ू ट्यूब से ज्यादा जुडाव
है। नए मशक्षक कक्षा में भी जानकारी दे ने वोले वीडियो को बच्चों को ददखाते हैं। वाद-
वववाद प्रततयोश्रगता के समय बच्चों के ज्ञान को बढाने के मलए मशक्षक य-ू ट्यब
ू का ज्यादा
सहारा लेते हैं। यू-ट्यूब की मदद से कक्षा के भीतर तथा आभासी कक्षा में भी यू-ट्यूब के
सकारात्मक पररर्ाम रहे हैं।
प्रस्तत
ु शोध पत्र में बताया गया है कक य-ू ट्यब
ू दतु नया का सबसे बडे ववडियोज़ के संग्रहर्
का केन्द्र है। तकनीकक के क्षेत्र में ववस्तार होने से इसे और बल ममला है। यू-
ट्यब
ू की प्रमसद्श्रध का सबसे बडा कारर् है, इसके उपयोगकताजओं की संख्या तथा इसकी
एल्गोररद्म जो कक दशजक को अपनी पसंद के अनुरूप वीडियो दे ख सकते हैं। यह इस मंच
की सबसे बडी ताकत है जो कक इसे अन्द्य परम्परागत माध्यमों से अलग बनाती है।
प्रस्तुत शोधपत्र में बताया गया है कक कोववि महामारी के दौरान ववश्व की तमाम व्यवस्थाएं
चरमरा गई थीं। इन सबके बीच स्वास््य क्षेत्र को भी तमाम मजु श्कलों का सामना करना
पडा था। इस सबके बीच ऑनलाईन मशक्षा का ववकल्प आया। ऑनलाइन मशक्षा का ववकल्प
नया नहीं था, परन्द्तु पहले लोग इससे कतराते थे। कोववि के दौरान लोगों ने इसे सहषज
स्वीकार ककया। ऑनलाइन मशक्षा के मलए जब दतु नया में तमाम तरह के अनुप्रयोग आए।
उस समय छात्र और मशक्षक दोनों ही िरते थे कक इन अनप्र
ु योगों का कैसे उपयोग ककया
जाए। इस समय में य-ू ट्यूब एक प्रभावी और ववश्वसनीय ववकल्प था। यू-ट्यूब के साथ
इसमलए भी समस्याएं कम थीं, क्योंकक छात्र तथा मशक्षक दोनों जानते थे कक इसे कैसे
उपयोग ककया जाएगा। ऑनलाइन क्लास में जहाँ तमाम तरह की समस्याएं आती हैं वहीं
यू-ट्यब
ू ज्ञानाजजन की दृष्टी से थोडा आसान है।
शोध उद्देश्य :-
शोध प्रववधध -
प्रस्तुत शोध समस्या के तनराकरर् के मलए समस्या के अनुरूप वववरर्ात्मक शोध पद्धतत का
उपयोग ककया गया। यह शोध युवाओं के मत से जुडा है, इसमलए ममश्रित उपागम का प्रयोग कर
उत्तर जानने का प्रयत्न ककया गया। शोध की जनसंख्या में वह सभी युवा हैं जो यू-ट्यूब पर नॉलेज
वीडियो दे खते हैं। आँकडों के ढाँचे के रूप में स्कूल व कॉलेज के लोगों को शाममल ककया गया।
आँकडों का संकलन ऑिलाइन प्रश्नावली के माध्यम से ककया गया है। ममश्रित प्रश्नावली द्वारा
आँकडों का संकलन ककया गया है। गैर सम्भाव्य के उद्दे श्यात्मक प्रततचयन द्वारा आँकडों का
संकलन ककया गया है। आँकडों की संख्या पचास है।
इस प्रश्न के उत्तर में उत्तरदाताओं नें बताया कक 43.8 प्रततशत दो घन्द्टे से अश्रधक समय देते
हैं। 25 प्रततशत का मानना है कक वह तीस ममनट तक दे खते हैं। 6.3 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना
है कक वह एक घन्द्टे से अश्रधक समय तक दे खते हैं। 6.3 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना है कक
वह बीस ममनट नॉलेज वीडियो दे खते हैं। 19.4 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना है कक वह दस
ममनट तक के ही नॉलेज वीडियो दे खना पसंद करते हैं।
इस प्रश्न के उत्तर में 81.3 प्रततशत लोगों ने उत्तर ददया कक वह नॉलेज वीडियो बबना कोई शल्
ु क
ददए दे खते हैं। 18.8 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना है कक वह शुल्क दे कर भी नॉलेज वीडियो
दे खना पसंद करते हैं।
प्रश्न 3. आप कैसे तय करते िैं, कोई नॉलेज वीडियो सिी जानकारी दे रिा िै।
इस प्रश्न के दौरान 21.3 प्रततशत उत्तरदाता बताते हैं कक वह त्यों की जाँच करते हैं। 14 प्रततशत
का मानना है कक वह इसकी जाँच अन्द्य मंचों से भी करते हैं। 14.3 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना
है कक वह नॉलेज ववडियो के मामले में कम से कम मममलयन सबस्क्राईबर वाले चैनलों को ही
दे खते हैं। 30 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना है कक वह य-ू ट्यूब पर कोई भी कायजक्रम दे खने से
पहले कमेंट जरूर पढते हैं, इससे वीडियो के बारे में जानकारी ममल जाती है। 10.4 प्रततशत
उत्तरदाताओं का मानना है कक यदद मुद्दा समाचार से जुडा हो तो उसे आसानी से जाँचा जा सकता
है। 10 प्रततशत उत्तरदाताओं का मानना है कक वह एक वीडियो कक सत्यता जाँचने के मलए अन्द्य
वीडियो भी दे खते हैं।
प्रश्न 4. नॉलेज वीडियो के कारण ककसी क्षेर में आपकी हदलचस्त्पी बढी िो।
40 प्रततशत उत्तरदाताओं का कहना है कक वीडियो के प्रस्ततु तकरर् का तरीका बदला जाना चादहए
और वीडियो जब पूरा त्यों से भरा होता है तो उबाऊ हो जाता है। 40 प्रततशत उत्तरदाताओं का
कहना है कक हत्यों के साथ छे ड-छाड न की जाए। 20 प्रततशत लोगों को कोई आपवत्त नहीं है।
70 प्रततशत उत्तरदाताओं का मत है कक यू-ट्यूब के नॉलेज वीडियो से उनके ज्ञान में बढोतरी होती
है साथ ही उनकी पढाई में भी मदद होती है। 10 प्रततशत उत्तरदाताओं को लगता है कक उनका
ज्ञान तो बढता है पर शैक्षणर्क ववषय पर कोई ज्यादा मदद नहीं ममलती है। 20 प्रततशत लोगों को
मानना है कक उनकी इस पर कोई राय नहीं है।
तनष्कर्ष :
संदभष ग्रन्थ :
● Smith H. (2011). Pop culture Pedagogy in Music Classroom, The Scarecrow Press
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● Vasilia, A. Panagiotis, M. Maria, D. Nikolaos, S. Georgios (2015). YouTube: An
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● Rahmatika, Y. Munawir, A. Leo (2021). The Effectiveness of Youtube as an Online
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