Professional Documents
Culture Documents
CBSE Class 10 Hindi Course A Question Paper 2019 - Free PDF
CBSE Class 10 Hindi Course A Question Paper 2019 - Free PDF
SET- 1
YEAR- 2019
HINDI (Course A)
TIME: 3 hours Max Marks: 80
• कृपया जाांच करले की इस प्रशन – पत्र में मुद्रित पृष्ठ 7 है।
• प्रशन- पत्र में दाद्रहने हाथ की ओर द्रदए गए कोड नांबर को छात्र
उत्तर–पुस्तिका के मख्य – पृष्ठ पर द्रलखें।
• कृपया जाांच करले की इस प्रश्न – पत्र में 14 प्रशन है।
• कृपया प्रशन का उत्तर शुरू करने से पहले, प्रश्न का क्रमाांक
अवश्य द्रलखें।
अथवा
खंड – ख
खंड – ग
प्रश्न 7: द्रनम्नद्रलस्तखत गद्ाांश को ध्यानपूववक प़िकर पूछे गए प्रश्नोां के
उत्तर द्रलस्तखए –
द्रकसी द्रदन एक द्रशष्य ने डरते डरते खाां साहब को टोका, “बाबा! आप
यह क्ा करते हैं, इतनी प्रद्रतष्ठा है आपकी। अब तो आपको भारत रत्न
प्रश्न 8: द्रनम्नद्रलस्तखत में से द्रकन्ी चार प्रश्नोां के उत्तर सांक्षेप में द्रलस्तखए –
2x4=8
(क) लेखक ने फादर काद्रमल बुल्के की याद को 'यज्ञ की पद्रवत्र द्रि'
क्ोां कहा है?
(ख) मन्नू भांडारी का अपने द्रपता से जो वैचाररक मतभेद था उसे
अपने शब्दोां में द्रलस्तखए।
(ग) 'नेताजी का चश्मा' पाठ में बच्ोां द्वारा मूद्रतव पर सरकांडे का
चश्मा लगाना क्ा प्रदद्रशवत करता है?
(घ) बालगोद्रबन भगत अपने सुि और बोधे से बेटे के साथ कैसा
व्वहार करते थे और क्ोां?
(ङ) 'लखनवी अांदाज़' पाठ के आधार पर बताइए द्रक लेखक ने
यात्रा करने के द्रलए सेकांड क्लास का द्रटकट क्ोां खरीदा?
प्रश्न 10: द्रनम्नद्रलस्तखत में से द्रकन्ीां चार प्रश्नोां के उत्तर सांक्षेप में द्रलस्तखए-
2x4=8
(क) सांगतकार की मनुष्यता द्रकसे कहा गया है?
(ख) 'अट नहीां रही है' कद्रवता के आधार पर वसांत ऋतु की शोभा
का वणवन कीद्रजए।
(ग) परशुराम ने अपनी द्रकन द्रवशेषताओां के उल्लेख के द्वारा
लक्ष्मण को डराने का प्रयास द्रकया?
(घ) आपकी दृद्रष्ट में कन्या के साथ बात करना कहाां तक उद्रचत है?
(ङ) कभी नहीां सुसु की मुस्कान को दां तुररत मुस्कान क्ोां कहाां है?
कद्रव के मन पर उस मुस्कान का क्ा प्रभाव पडा?
अथवा
द्रसस्तिम के युवती के कथन में ' मै इां द्रडयन हां ' से स्पष्ट होता है द्रक
अपनी जाद्रत, धमव – क्षेत्र और सांप्रदाय से अद्रधक महत्वपूणव राष्टर है।
आप द्रकस प्रकार राष्टर के प्रद्रत अपने कतवव् द्रनभाकर दे श के प्रद्रत
अपना प्रेम प्रकट कर सकते है? समझाइए।
खंड – घ
प्रश्न 14: अद्रतवृद्रष्ट के कारण कुछ शहर बा़ि ग्रि है। वहाां के द्रनवाद्रसयोां
की सहायताथव सामग्री एकत्र करने हेतु एक द्रवज्ञापन लगभग 50 शब्दोां
में तैयार कीद्रजए। 5
अथवा
बाल पैनोां की एक कांपनी ' सफल ' नाम से बाज़ार में आई है। उसके
द्रलए एक द्रवज्ञापन लगभग 50 शब्दोां में तैयार कीद्रजए।
अथवा
(क) जो बीत गई सो बात गई उसे कभी यह कहना चाहता है द्रक जो
चीज चली गई है उसके बारे में दु खी होकर कोई फायदा नहीां है।
(ख) आकाश की ओर तब दे खना चाद्रहए जब तारे टू टते हैं।
खंड – ख
उत्तर 3:
(क) मैंने उस व्स्तक्त को दे खा और वह ददव से कराह रहा था।
(ख) पररश्रमी व्स्तक्त सफल होता है।
(ग) आद्रश्रत उपवाक्
(घ) कश्मीरी गेट के द्रनकलस कब्रगाह में वहाां उनका ताबूत
उतारा गया।
उत्तर 4:
(क) बाल गोद्रवांद भगत के द्वारा प्रभाद्रतया गाई गई।
(ख) बीमारी के कारण वह यहाां नहीां आ पाता।
(ग) माां ने बचपन में ही घोद्रषत कर द्रदया था।
(घ) अवनी के द्वारा चाय बनाई जा रही है।
(ङ) घायल हांस से उडाना जाता।
उत्तर 5:
(क) जाद्रतवाचक सांज्ञा, िीद्रलांग, बहुवचन, कताव कारक।
(ख) अकमवक द्रक्रया, पुस्तल्लांग, एकवचन।
(ग) सववनाम, बहुवचन, पुस्तल्लांग।
(घ) द्रवशेषण, िीद्रलांग, एकवचन, अकमवक द्रक्रया।
खंड – ग
उत्तर 7:
(क) एक द्रदन द्रशष्य ने खान साहब को उनकी तहमत के द्रलए
रोका और बोला द्रक आप को भारत रत्न द्रमल चुका है आपकी
इतनी प्रद्रतष्ठा है आप यह फटी तहमद क्ोां पहनते हैं।
(ख) खान साहब ने द्रशष्य को समझाया द्रक भारत रत्न उन्ें अपनी
शहनाई के हुनर पर द्रमला है ना द्रक उनकी फटी तहमद पर और
अगर वह सारी द्रजांदगी श्रृांगार साज पर लुटा दे ते तो शहनाई वादन
नहीां कर पाते।
(ग) खान साहब एक बहुत ही सरल और सुलझे हुए व्स्तक्त थे
द्रजनके द्रलए द्रदखावा के प्रद्रत कोई महत्व नहीां था वह बहुत ही
सादा जीवन जीते थे।
उत्तर 10:
(क) सांगतकार की मनुष्यता उसके उदाहरण के द्रलए कहा गया
है क्ोांद्रक जब कोई गायक ऊांचे स्वर में गाते गाते खो जाता है
तब वह आवाज प्रभावशाली ना हो जाए इसका ध्यान सांगतकार
रखता है।
(ख) वसांत में वातावरण बहुत मीठा और सुहावना होता है।
धरती पर सबसे अद्रधक पुल खेलते हैं। आसमान साफ स्वच्छ
होता है। पद्रक्षयोां के समूह आकाश में द्रबहार करते द्रदखाई दे ते
हैं।
(ग) परशुराम अपने झूठे क्रोध और बडबोलेपन से लक्ष्मण को
डराने की कोद्रशश कर रहे थे।
(घ) ना के द्रलए दान शब्द का प्रयोग अनुद्रचत और
अपमानजनक है। दान विुओ ां का होता है व्स्तक्तयोां का नहीां।
(ङ) कद्रव को द्रशशु की मुस्कान दां तुररत मुस्कान इसद्रलए लगती
है क्ोांद्रक वह इतनी मनमोहक है द्रक मृत व्स्तक्त में भी जान दाल
अथवा
खंड – घ
(ग)हम अपना जीवन जी रहे हें या काट रहे हें, यह जानना हमारे
द्रलए बहुत जरूरी है | जीवन काटने का अथव यह है द्रक हम
पूणवत: अबोधी जीवन जी रहे है द्रजसकी पररणद्रत हमारा सम्पूणव
द्रवनाश है | इसके ठीक द्रवपरीत ‘बोधी-जीवन’ रक्षा, सुख-
समृद्धी, शाांद्रत और द्रवकास लाता है | ‘मनुष्य-जीवन’ प्रकृद्रत का
दु लवभ, अद्रत सुन्दर तथा सववश्रेष्ठ उपहार है | आत: इसे सत्यम ,
द्रशवम् ,सुिरम के आधार पर जीने क प्रयास करना चाद्रहये |
हमारी आधुद्रनक जीवन-शैली, कैसी होां गयी है इसके कुछ
द्रववरण से हम सब को यह जानकारी द्रमलती है द्रक -
“हमने ऊांचे-ऊांचे भवन बना द्रलए, लेद्रकन हमें छोटी सी बात पर गुस्सा
आ जीजाता है | हमने आने-जाने के द्रलए खूब चौडे मागव तो बना द्रलए
लेद्रकन हम सांकुद्रचत द्रवचारोां से बुरी तरह ग्रि हैं | हम अनावश्यक
खचव करते हैं और बदले में काम बहुत कम होता है | हम खरीदते
बहुत अद्रधक हैं द्रकन्तु आनांद कम उठा पाते हैं | हमारे घर बहुत बडे
बडे हैं द्रकन्तु उन मे रहने वाले पररवार छोटे हैं | हमारे पास सुद्रवधाएां
बहुत हैं द्रकन्तु समय कम| हमारे पास द्रडद्रग्रयाां बहुत हैं लेद्रकन “कायव-
बोध” बहुत कम| हमारे पास ज्ञान बहुत है लेद्रकन ठीक द्रनणवय लेने की
क्षमता कम है| हम बहुत द्रनपुण हैं लेद्रकन समस्याओां में उलझे रहते हैं
द्रदनाांक – 12/07/19
महोदय,
मै इां िपुरी का रहने वाला रहवासी हां, आजकल हमारे क्षेत्र में अपराध
बहुत ब़िने लगे हैं। कल ही एक चैन चोरी हुई एक मद्रहला की, एक
अथवा
द्रदनाांक – 12/09/19
द्रप्रय गौरव,
आशा करता हां तुम्हारा स्वास्थ्य अच्छा होगा। मै परसो अपने घर वापस
पहुांच गया , द्रकांतु द्रशमला की वाद्रदयोां का दृश्य नज़रोां से का ही नहीां
रहा। यह ग्रीष्मकालीन का अवकाश मेरे द्रलए सबसे यादगार अवकाश
रहेगा, मैंने प्रकृद्रत को पास से जाना और उसका आनांद उठा पाया,
और इसका पूरा श्रेय तुमको जाता है। धन्यवाद मझे अपना शहर
द्रदखाने के द्रलए।
तुम्हारा सोनू
उत्तर 14: “ भाइयोां और बहनोां”!!!!! हमारे दू सरे भाई बहन सांकट में है
हमें उनकी मदद करनी होगी “ आओ सब साथ द्रमलकर हाथ बताटे
हैं”
“सफल पेन”