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किरण हिंदी पेपर
किरण हिंदी पेपर
खिंड -क
द्रर्दलर्ाड़ा में कई जैन मंद्रर्दर हैं | इनमें र्दो मुख्य हैं -एक नेलमनाथ जी का और र्दस
ू रा आद्रर्दनाथ जी का |
नेलमनाथ जी का मंद्रर्दर एक वर्शाल चबूतरे पर बना है | मंद्रर्दर बाहर से द्रर्दिने में इतना आकर्वक तो नह ं
लगा मगर अंर्दर जाकर हम चककत ह रह गए | मंद्रर्दर के र्ातार्रण में अपूर्व शांनत थी | भगर्ान नेलमनाथ
जी की सोने की मूनतव जगमगा रह थी | इसी मंद्रर्दर के पास प्रथम तीथंकर आद्रर्दनाथ जी का मंद्रर्दर है |
इसे तेजपाल और र्स्तप
ु ाल र्दो भाइयों ने सन ् 1230 में बनर्ाया था | नेलमनाथ जी के मंद्रर्दर की अपेक्षा
यह मंद्रर्दर काफ़ी बड़ा और आकर्वक है | सारा मंद्रर्दर संगमरमर से बना हुआ है | मंद्रर्दर के मुख्य भाग में
संगमरमर की कलाकृनतयों का सौन्र्दयव और भी खिल उठा है | ऐसा लग रहा था मानो हम ककसी और
र्दनु नया में आ गए हों | मंद्रर्दर की र्द र्ारों,छतों र् स्तंभों पर सुंर्दर- सुंर्दर मूनतवयााँ हैं-कह ं तीथंकरों की ,कह ं
अन्य र्दे र्ी-र्दे र्ताओं की | इसके अलार्ा भारतीय र्ादय यंत्रों ,राग-रागगननयों र् पशु-पक्षक्षयों की आकृनतयााँ भी
र्दे िने को लमलती हैं | मंद्रर्दर की छत पर दृष्ष्ि जाते ह रुक जाती हैं | संगमरमर की बार क िुर्दाई ने मानो
पत्थरों में जान भर र्द हों | एक-एक फूल ,एक-एक कल ,एक-एक बेल सजीर् जान पड़ती है | मैंने मन-
ह -मन उन कलाकारों को प्रणाम ककया, ष्जन्होंने पत्थर की ऐसी सजीर् र् सुंर्दर कलाकृनतयों का ननमावण
ककया |
क. उपयक्
ुव त गदयांश का उगचत शीर्वक र्द ष्जए ? 1
ि. भगर्ान नेलमनाथ जी की मूनतव ककसकी बनी है ? 1
1
ग. द्रर्दलर्ाड़े के मंद्रर्दरों का ननमावण ककनके दर्ारा हुआ था ? नेलमनाथ जी के मंद्रर्दर की क्या वर्शेर्ता है?
2
घ. पयविकों की दृष्ष्ि मंद्रर्दर की छतों पर जाकर क्यों रुक जाती है ? 2
ङ. द्रर्दलर्ाड़े में बने ककन मंद्रर्दरों की चचाव की गई है ? र्े कहााँ बने हैं ? 2
च. गदयांश में लेिक ने मन-ह -मन ककन्हें प्रणाम ककया र् क्यों ? 2
खिंड -ख
प्रश्न 2. शब्र्द,पर्द कब बन जाता है ? उर्दाहरण सद्रहत समझाइए | 2
प्रश्न 3. उगचत स्थान पर अनुस्र्ार और अनुनालसक का प्रयोग कीष्जए : 2
आसू,पडडत
प्रश्न 4. उपसगव और मल
ू शब्र्द अलग कीष्जए : 2
सार्दर,भरपेि
प्रश्न 5. प्रत्यय और मल
ू शब्र्द अलग कीष्जए : 2
स्र्ाभावर्क,स्र्खणवम
प्रश्न 6. रे िांककत शब्र्दों के वर्पर ताथवक शब्र्द ललिकर र्ाक्य पूरे कीष्जए : 2
क. पहले तो तुमने यहााँ आना स्व कार कर ललया अब -------------कर रहे हो |
ि . इधर प्रवेश दर्ार है और उधर ------------दर्ार |
प्रश्न 7. नीचे ललिे शब्र्दों का र्ाक्यों में इस तरह प्रयोग कीष्जए कक अंतर स्पष्ि हो जाए : 2
अपेक्षा -उपेक्षा
प्रश्न 8 . नीचे ललिे शब्र्दों के र्दो-र्दो पयावयर्ाची शब्र्द ललखिए : 2
जड़ ,पथ
प्रश्न 9. अथव की दृष्ष्ि से र्ाक्य भेर्द पहचाननए : 2
क. शायर्द आज पर क्षा का पररणाम आए |
ि. ईश्र्र तुम्हें लंबी आयु प्रर्दान करें |
खिंड -ग
प्रश्न 10. ननम्नललखित प्रश्नों के उत्तर अंकों के आधार पर ललखिए : 6
क. महात्मा गााँधी के धमव संबंधी वर्चारों पर प्रकाश डाललए ?
ि .’बुदगध की मार’ के संबंध में लेिक गणेशशंकर वर्दयाथी के क्या वर्चार हैं?
ग .सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने का क्या आशय है ?
2
प्रश्न 12.ननम्नललखित प्रश्नों के उत्तर अंकों के आधार पर ललखिए : 6
क. ‘िश
ु बू रचते हैं हाथ’ कवर्ता में कवर् ने ककस सामाष्जक वर्र्मता को उजागर ककया है ?
ि. रह म के अनुसार वर्पवत्त में कौन सहायक होता है ?
ग.‘एक फूल की चाह’ कवर्ता का केंि य भार् अपने शब्र्दों में ललखिए ?
खिंड-घ
प्रश्न 15. लमत्र को सोशल मीडडया की अफर्ाहों से बचने हे तु तीस- चाल स शब्र्दों में संर्देश ललखिए | 5
अथवा
ि म्स पर अनतररक्त कक्षा के ललए उपष्स्थत होने हे तु अपनी कक्षा के छात्रों को संर्देश ललखिए |
प्रश्न 16. ऑनलाइन कक्षा के ललए वपता से एक लैपिॉप िर र्दने की अनुमनत मााँगते हुए पत्र ललखिए |5
अथवा
जीर्न के हर कर्दम पर आत्मवर्श्र्ास की महत्ता बताते हुए छोिे भाई को पत्र ललखिए |
3
मोबाइल की बैिर िर र्दते समय र्दक
ु ानर्दार और आपके बीच हुई बातचीत को पचास-साठ शब्र्दों मे संर्ार्द
के रूप में ललखिए |