You are on page 1of 19

Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

( RUN & Managed by – Sanjay kumar’s educational classes Pvt. Ltd. )

Dream 450+ Batch


For :- Class – 10th ( Bihar Board )
विषय :- विन्दी

कक्षा – 10 गोधुवि ( Full Notes )


By – Sanjay Sir

COURSE FEATURES
❖ Live Class ❖ PDF Notes
❖ Recorded Class ❖ Model Paper
❖ Class Pdf ❖ Guess Question Paper
❖ Doubt Class ❖ Question Bank

App:- https://play.google.com/store/apps/details?id=co.dishaonlineclasses

YouTube:- https://youtube.com/@DishaOnlineClasses

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

यह Notes सं जय सर के िारा तैयार बकया गया है |इसे बकसी Book या बकसी 5.जाबत प्रथा भारत में िेरोजगारी का एक प्रमुख और प्रत्यक्ष कारण कै से िनी हुई है
Teacher के Notes से Copy नहीं बकया गया है|आपके िोडक परीक्षा में उत्तर- भारत में जाबत प्रथा िोगों को कोई भी ऐसा कायक नहीं चुनने देती जो उनके
गोधूिी से Objective & Subjective बमिाकर 45-50 अंक के प्रश्न आते पूवकजों ने नहीं बकया हो|िोग अपने पूवकजों का ही कायक चुनते हैं लजसके कारण जाबत
हैं |यबद आप इस Notes को िहुत अच्छे से पढकर समझ जाते हैं तो आप बहंदी प्रथा भारत में िेरोजगारी का प्रत्यक्ष और प्रमुख कारण िनी हुई है |

में िहुत अच्छा अंक प्राप्त कर सकते हैं |िेहतरीन तैयारी के लिए आप 6.िेखक आज के उद्योगों में गरीिी और उत्पीड़न से भी िड़ी समस्या बकसे मानता
है और क्यों ?
YouTube पर हमेशा Disha Online Classes से जुड़ें रबहए ,धन्यवाद
उत्तर- िेखक गरीिी और उत्पीड़न से भी िड़ी समस्या जाबत प्रथा को मानते हैं
(सं जय सर )
क्योंबक जाबत प्रथा िोगों का उनके स्वभाव के अनुसार कायक चुनने की अनुमबत नहीं
देती है|
1. श्रम बवभाजन और जाबत प्रथा( बनिं ध) - भीमराव अंिेडकर 7.िेखक ने पाठ में बकन प्रमुख पहिुओ ं से जाबत प्रथा को एक हाबनकारक प्रथा का
2. बवष के दांत( कहानी ) - नलिन बविोचन शमाक रूप बदखाया है ?
3. भारत में हम क्या सीखे (भाषण ) - मैक्समूिर
उत्तर - इस पाठ में िेखक ने कई पहिुओ ं से जाबत प्रथा को एक हाबनकारक प्रथा
4. नाखून क्यों िढते हैं (िलित बनिं ध) - हजारी प्रसाद बिवेदी
िताया है | लजसमें आलथकक और रचनात्मक पहिू सिसे प्रमुख है|
5. नागरी लिबप (बनिं ध ) - गुणाकर मुिे
6. िहादुर (कहानी ) -अमरकांत
8.सच्चे िोकतं त्र की स्थापना के लिए िेखक ने बकन बवशेषताओं को आवश्यक
7. परंपरा का मूल्ांकन (बनिं ध) - रामबविास शमाक माना है ?
8. जीत -जीत मैं बनरखत हूं( साक्षात्कार) -पं बडत बिरजू महाराज उत्तर- िोकतं त्र की स्थापना के लिए िेखक ने िोगों के िीच दूध और पानी के
9. आबवन्यों (िलित रचना ) -अशोक वाजपेयी बमश्रण जैसा भाईचारे को आवश्यक माना है|
10. मछिी (कहानी ) -बवनोद कु मार शुक्ल
11. नौितखाने में इिादत( व्यबिगत लचत्र ) -यतींद्र बमश्र 2.बवष के दांत (कहानी)
12. लशक्षा और सं स्कृ बत (लशक्षाशास्त्र) - महात्मा गांधी
→ इस पाठ के िेखक नलिन बविोचन शमाक का
जन्म 18 फरवरी 1916 ई० में परना के
िदरघार में हुआ था|
1.श्रम बवभाजन और जाबतप्रथा (बनिं ध ) → िेखक की प्रमुख रचनाएाँ -दृबिकोण, साबहत्य का
इबतहास दशकन ,मानदं ड, प्रेमचं द साबहत्य तत्व और आिोचना इत्याबद हैं |
→ इस पाठ के िेखक भीमराव अंिेडकर का जन्म
→ यह कहानी “बवष के दांत कहानी तथा अन्य कहाबनयााँ “ नामक ग्रन्थ से
14अप्रैि1891 ई० में महू, मध्यप्रदेश के
लिया गया है |
एक दलित पररवार में हुआ था|
→ सेन साहि की एक कािे रंग की 7500 रु की कार थी|
→ उन्ोंने उच्च लशक्षा अमेररका और िं दन से प्राप्त की है|
→ सेन साहि अपनी पुबत्रयों को करपुतिी समझते थे और अपने िेरे को
→ श्रम बवभाजन और जाबत प्रथा पाठ भीमराव अंिेडकर के प्रलसद्ध भाषण
इं जीबनयर या बिजनेसमैन िनाना चाहते थे|
“एबनबहिेशन ऑफ कास्ट”से लिया गया है|
→ बगरधरिाि जो मदन का बपता और सेन साहि का बकरानी था|
→ “एबनबहिेशन ऑफ कास्ट”का बहंदी रूपांतरण ििई लसंह यादव ने बकया था|
→ मदन िट्टू घुमाने का खेि-खेि रहा था तभी काशु से उसकी िड़ाई हो गई |
→ िािा साहि भीमराव अंिेडकर का बनधन 1956 में बदल्ली में हुआ था |
→ मदन ने काशु या खोखा के 2 दांत तोड़ बदए |
→ उनके लचंतन व रचनात्मक के मुख्यतः तीन प्रेरक व्यबि िुद्ध ,किीर और
→ काशु सेन साहि के िुढापे का आं खों का तारा था|
ज्योबतिाफुिे थे|
→ सेन साहि ने मदन को कहा था की :- ऐसे ही िड़के चोर,डाकू िनते हैं|
1.िेखक बकस बवडंिना की िात करते हैं? बवडंिना का स्वरूप क्या है ?
→ महि और झोपड़ी की िड़ाई में अलधकतर महि वािे की ही जीत होती है|
उत्तर:- िेखक के लिए बवडंिना की िात यह है बक इस आधुबनक युग में भी
→ यह कहानी महि वािे और झोपड़ी के िीच है|
जाबतवाद के पोषक की कमी नहीं है|
→ घर के सभी मामिों में काशु अपवाद था|
2.जाबतवाद के पोषक उसके पक्ष में क्या तकक देते हैं?
→ सेन साहि की पांच पुबत्रयााँ थी लजनका नाम- सीमा , रजनी िाजो , सेफािी
उत्तर:- जाबतवाद के पोषक इस आधुबनक समाज में कायककुशिता के लिए श्रम
एवं आरती एवं 1 पुत्र था काशु (खोखा )था|
बवभाजन को आवश्यक मानते हैं और कहते है बक जाबत प्रथा भी श्रम बवभाजन का
1. सेन साहि के पररवार में िच्चों के पािन पोषण में बकए जा रहे लिं ग आधाररत
ही दूसरा रूप है इसलिए इसमें कोई िुराई नहीं है|
भेदभाव का अपने शब्ों में वणकन कीलजए
3. जाबतवाद के पक्ष में बदए गए तकों पर िेखक की प्रमुख आपबत्तयााँ क्या है ?
उत्तर :- सेन साहि के घर में िच्चों के पािन पोषण में लिं ग के अनुसार भेदभाव
उत्तर:- जाबतवाद के पक्ष में बदए गए तकों पर िेखक की पहिी आपबत्त यह है बक
बकया जा रहा था|उनकी िड़बकयों के लिए पढने,खेिने एवं हंसने के लिए अिग
जाबत प्रथा श्रम बवभाजन के साथ-साथ िोगों का भी बवभाजन करती है|श्रम
बनयम िनाए गए थे जिबक उसके िेरे काशु के लिए अिग बनयम थे|
बवभाजन बनश्चय ही सभ्य समाज की आवश्यकता है, परंतु बकसी सभ्य समाज में
2. खोखा बकन मामिों में अपवाद था ?
कायक के साथ-साथ िोगों का बवभाजन सही बवभाजन नहीं है|
उत्तर-सेन साहि का िेरा काशु घर में िनाए गए बनयम के मामिों में अपवाद था|
4.जाबत प्रथा भारतीय समाज में श्रम बवभाजन का स्वाभाबवक रूप क्यों नहीं कही
वह हमेशा अपने मन के अनुसार ही कायक करता था पर िड़बकयों को ऐसी आजादी
जा सकती ?
नहीं थी|
उत्तर- भारत की जाबत प्रथा की एक और बवशेषता यह है बक यह श्रबमकों का
3.सेन साहि दंपबत्त खोखा में कै सी सं भावनाएं देखते थे और उन सं भावनाओं के
अस्वभाबवक बवभाजन ही नहीं करती िल्कि श्रबमकों को एक दूसरे से ऊंच-नीच को
लिए उन्ोंने उनकी कै सी लशक्षा तय की थी ? उत्तर:- सेन साहि और उसकी पत्नी
दशाकता है | जो बवश्व के बकसी भी समाज में नहीं पाया जाता |
खोखा को इं जीबनयर या बिजनेसमैन िनाना चाहते थे |इसके लिए सेन साहि ने
अपने िेरे को स्कू ि न भेजकर घर पर ही लशक्षा देने के लिए तय बकया था |

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

4.मदन और डि ाइवर के िीच के बववाद के िारा कहानीकार क्या िताना चाहता है ? 2.िेखक की दृबि में सच्चे भारत के दशकन कहां हो सकते हैं और क्यों ?
उत्तर:- मदन और डि ाइवर के िीच के बववाद के िारा कहानीकार यह िताना चाहता उत्तर- िेखक मैक्समूिर के अनुसार सच्चे भारत का दशकन ग्रामीण इिाके में हो
है बक महि वािे कभी यह नहीं चाहते की झोपड़ी वािे के िच्चे उनके कीमती सकते हैं ना बक मुं िई, बदल्ली ,कोिकाता जैसे शहरों में क्योंबक भारत की असिी
सामानों के आसपास भी भरके | सं स्कृ बत ग्रामीणों में ही बनबहत है|
5.काशू और मदन के िीच झगड़े का कारण क्या था ? इस प्रसं ग के िारा 3.धमों की दृबि से भारत का क्या महत्व है ?
िेखक क्या बदखाना चाहते हैं ? उत्तर:- धमों की दृबि से भारत का बवशेष महत्व है यहां बवलभन्न धमों के िोग ( जैसे
उत्तर:- काशु और मदन के िीच झगड़े का कारण िट्टू घुमाने का खेि था | इस बहंदू मुल्किम,लसख,ईसाई,जैन िौद्ध,पारसी,यहूदी इत्याबद ) आपस में बमि जुि कर
प्रयोग के िारा िेखक यह िताना चाहता है बक झोपड़ी वािे िोग भी अपने अपमान रहते हैं |बवश्व के बकसी भी देश में ऐसी व्यवस्था नहीं है |
का िदिा िे सकते हैं जैसा की मदन ने काशु के दांत तोड़ कर लिया | 4.भारत बकस तरह अतीत और सुदरू भबवष्य को जोड़ता है? स्पि करें |
6.आपकी दृबि बवष के दांत कहानी का नायक कौन है ? तकक पूणक,उत्तर दें - उत्तर:- भारत अतीत और सुदरू भबवष्य को जोड़ता है क्योंबक भारत का इबतहास
उत्तर:- मेरी दृबि में इस कहानी का नायक मदन है क्योंबक वह महि वािे सेन बवश्व के सभी देशों के इबतहास से अच्छा है|लजससे भारत की युवा सीख कर अपने
साहि से बिना डरे उसके डि ाइवर से िड़ जाता है और उसके िेरे के दो दांत भी तोड़ भबवष्य को भी उज्जवि िना रही है|
देता है| 5.िेखक वास्तबवक इबतहास बकसे मानता है और क्यों ?
7.काशु का चररत्र लचत्रण करें | उत्तर:- िेखक मैक्समूिर के अनुसार वास्तबवक इबतहास वह है लजससे कु छ सीखा
उत्तर :- काशु सेन साहि के िुढापे की आं खों का तारा था | सेन साहि उसे जा सके |िेखक भारत के इबतहास को वास्तबवक इबतहास िताते हैं क्योंबक यहां के
इं जीबनयर या बिजनेसमैन िनना चाहते थे |काशु अपने बपता िारा िनाए गए सभी इबतहास में िहुत अच्छा सीखने को है|
मामिों में अपवाद था| घर के िाड-प्यार ने उसे बिगाड़ बदया था | वह बिना डरे
4.नाख़ून क्यों िढते हैं(िलित बनिं ध
बकसी के ऊपर हाथ चिा देता था |
8. सेन साहि का चररत्र लचत्रण कीलजए- → इस पाठ के िेखक का जन्म सन) 1907 में िलिया
उत्तर:- सेन साहि बवष के दांत कहानी का एक पात्र है |सेन साहि की पााँ च ( उत्तर प्रदेश ) में हुआ था | इन्ें पद्मभूषण पुरस्कार
पुबत्रयां और एक पुत्र हैं |वे अपने िच्चों के लिए घर पर अिग-अिग बनयम िनाए से नवाजा गया है |
हैं वह अपने िेरे में िुढापे का सहारा दे खते हैं | → इनका बनधन 1979 ईo में बदल्ली में हुआ था |
9. मदन का चररत्र लचत्रण करें | → इसकी प्रमुख रचनाएं :-अशोक के फूि ,पृथ्वीराज रासो,बवचार और बवतकक
उत्तर:- मदन बवष के दांत कहानी का एक पात्र है| यह इस कहानी का नायक है | आिोक पवक ,िाण भट्ट की आत्मकथा ,बहंदी साबहत्य का आबदकाि बहंदी
मदन बिना डरे सेन साहि के डि ाइवर का बवरोध करता है एवं जि काशु इसके साथ साबहत्य की भूबमका , बवश्व भारती ( शांबत बनके तन ) इत्याबद हैं|
गिी में खेिने आता है , तो मदन उससे िड़ाई कर उसके दो दांत तोड़ देता है | → सि पुराने अच्छे नहीं होते एवं सि नए खराि नहीं होते हैं |
Q. बगरधरिाि का चररत्र लचत्रण करें| → िेखक की एक िेरी थी|
उत्तर:- बगरधरिाि बवष के दांत कहानी का एक पात्र है | यह सेन साहि का → इं द्र का व्रज दलधची मुबन के हड्डी से िना था|
बकरानी और मदन का बपता है |मदन के िारा सेन साहि के िेरे से िड़ाई करने पर → आयों ने िोहा का आबवष्कार बकया था|
बगरधरिाि को काम से बनकाि बदया जाता हैं | 1.नाखून क्यों िढते हैं यह प्रश्न िेखक के आगे कै से उपल्कस्थत हुआ?
उत्तर :- नाखून क्यों िढते हैं यह प्रश्न िेखक के सामने ति उपल्कस्थत हुआ जि
3.भारत से हम क्या सीखें (भाषण)
िेखक की छोरी सी पुत्री ने िेखक से पूछा बक बपताजी – बपताजी नाखून क्यों िढते
→ इस पाठ के िेखक फ्रेबडि क मैक्समूिर का हैं ?
→ जन्म 6 लसतं िर 1823 ई० में जमकनी में हुआ था| 2. िढते नाखून िारा प्रकृ बत मनुष्य को क्या याद बदिाती है?
→ मैक्समुिर के बपता का नाम बवल्हेल्म मूिर था | उत्तर:- िढते नाखून िारा प्रकृ बत मनुष्य को उसके पाश्वक वृबत्त की याद बदिाती है|
→ जि मैक्समूिर 4 वषक के थे ति उसके बपता का 3.िेखक िारा नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना कहां तक सं गत है?
बनधन हो गया मैक्समूिर ने बहतोपदेश और मेघदूत का उत्तर:- िेखक िारा नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना काफी हद तक सं गत है
बहंदी से जमकनी भाषा में अनुवाद बकया है | |क्योंबक अस्त्र से हम अपनी सुरक्षा करते हैं| क्योंबक िाखों वषक पहिे हम
→ उनका बनधन 28 अक्टू िर सन 1900 को हुआ था आबदमानव थे और अपनी सुरक्षा के लिए नाखूनों का प्रयोग करते थे इसलिए
→ इस भाषण के अनुवादक “डॉ भवानी शं कर बत्रवेदी” हैं | नाखूनों को अस्त्र के रूप में देखना काफी हद तक सं गत है |
→ इस भाषण में मैक्स मूिर ने भारत के िारे में िताते हुए हर पहिू से भारत 4.मनुष्य िार-िार नाखूनों को क्यों कारता है?
को सिसे अच्छा देश िताया है | उत्तर:- मनुष्य िार-िार नाखूनों को इसलिए कारता है क्योंबक वह अपने पाश्वक वृबत्त
→ मैक्स मूिर के अनुसार सत्य भारत का दशकन ग्राम में होता है यानी पुरानी लचन्ों को भुिा देना चाहता है |
→ मैक्स मूिर को स्वामी बववेकानं द ने “वेदांतीओं का भी वेदांती” कहा था|
→ रानी बवक्टोररया ने मैक्समूिर को नाइर की उपालध दी थी िेबकन मैक्स मूिर 5.नागरी लिबप (बनिं ध)
ने इसे अस्वीकार कर बदया था|
→ मैक्समूिर ने भारत को सवाकलधक सं पदा और सौंदयक से पररपूणक देश कहा है → इस पाठ के िेखक गुणाकर मुिे का जन्म 1935 ई०
1. समस्त भूमंडि में सवकबवद सं पदा और प्राकृ बतक सौंदयक से पररपूणक देश भारत है| में महारािि के अमरावती में हुआ था| उन्ोंने 2500 से
िेखक ने ऐसा क्यों कहा? अलधक िेख एवं 30 पुस्तक का प्रकाशन बकया,
उत्तर-िेखक ने भारत को सवकबवद सं पदा और प्राकृ बतक सौंदयक से पररपूणक देश कहा इनका बनधन 2009 में हुआ था|
है| क्योंबक भारत में बकसी भी सं पदा की अन्य देशों की तुिना में कमी नहीं है और → उनकी प्रमुख रचनाएं :- अक्षरों की कहानी, इबतहास और सं स्कृ बत, प्राचीन
भारत का सौंदयक भी काफी आकषकक है|यहां की नबदयां, पवकत एवं हरे -भरे खेत भारत के महान वैज्ञाबनक, आधुबनक भारत के महान वैज्ञाबनक, मेंडिीफ
िोगों को अपनी ओर आकबषकत करते हैं| महान वैज्ञाबनक ,सूयक मं डि सूयक, नक्षत्र - िोग इत्याबद हैं|

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

→ दलक्षण भारत में नागररक लिबप को नं दी लिबप कहते हैं | का इल्जाम िगाया |िहादुर से लशिपट्टा रू रने पर वह िेखक का घर छोड़
→ बवजयनगर के शासकों का िेख नं दीनागरी लिबप में बमिते हैं | कर भाग गया
→ अकिर ने अपने समय के लसक्के में राम सीता का लचत्र िनवा कर राम लसया → िहादुर के पास एक नेपािी रोपी, कु छ िाि पत्थर ,एक पुरानी ताश की गड्डी थी|
लिखवाया था|उत्तर भारत की लिबप को देवनागरी लिबप कहते हैं | 1.अपने शब्ों में पहिी िार बदखे िहादुर का वणकन कीलजए|
→ आठवीं -नौवीं सदी में दे वनागरी लिबप प्रदेलशक लिबप िनी थी | उत्तर-िेखक अमरकांत जी के अनुसार पहिी िार देखे िहादुर-( 12- 13 )वषक का
→ नागरी लिबप के आरंलभक िेख बवं ध्य पवकत के नीचे के ढक्कन प्रदेश से बमिता गोरा रंग, चपता सा मुं ह ,हाफ पेंर, हाफ शरक ,भूरा रंग का जूता एवं गिे में स्काउर
है|एिोरा में अनुपम कै िाश मं बदर को कारकर िनाया गया था| गाइड का रुमाि लिए हुए खड़ा था |
→ जैन गलणतज्ञ महाबवराचायक ने गलणत सार सं ग्रह की रचना की थी | 2.िेखक को क्यों िगता है बक नौकर रखना िहुत जरूरी हो गया था ?
→ कनाकरक प्रदेश का श्रवणिेिगोिा स्थान जैन धमक का एक प्रमुख तीथक स्थानहै| उत्तर -िेखक के िड़े भाइयों के घर नौकर िगे हुए थे |लजसके कारण उसकी
1.देवनागरी लिबप के अक्षरों में ल्कस्थरता कै से आयी हैं ? भालभयााँ महारानी िन कर िैठी रहती थी इसलिए िेखक को एक नौकर रखना
उत्तर:- करीि दो सदी पहिे इस लिबप के राइप िने और इसमें पुस्तक छपने िगी जरूरी हो गया था |उसकी पत्नी भी नौकर के लिए धूम मचा रही थी क्योंबक उसने
लजसके कारण इसके अक्षरों में ल्कस्थरता आ गई| दुसरे के घर पर नौकरों का आनं द दे खा था|87576 06350
2.देवनागरी लिबप में कौन-कौन सी भाषाएं लिखी जाती है? 3.िहादुर अपने घर से क्यों भाग गया था ?
उत्तर:- देवनागरी लिबप में- बहंदी, सं स्कृ त ,मराठी, नेपािी इत्याबद भाषाएं लिखी उत्तर -िहादुर की मां चाहती थी बक िहादुर घर के कामकाज में हाथ िराए परंतु
जाती है| िहादुर ऐसा नहीं करता था| इसलिए उसकी मां िहादुर से रूठी रहती थी |एक बदन
3.िेखक ने बकन भारतीयों लिबपयों से देवनागरी का सं िं ध िताया है ? िहादुर ने मां की प्यारी भैंस को पीरा था|लजसकी कल्पना कर मााँ ने भी िहादुर को
उत्तर:- िेखक ने िं गािी लिबप, नं दी लिबप ,नागरी लिबप ब्राही लिबप इत्याबद का िहुत पीरा अंततः िहादुर घर छोडकर भाग गया|
सं िं ध देवनागरी लिबप से िताया है| 4.िहादुर के आने से िेखक के घर और पररवार के सदस्य पर कै सा प्रभाव पड़ा
4.नागरी लिबप के आरंलभक िेख कहां प्राप्त हुए हैं? उनके बववरण दें| उत्तर -िहादुर के आने से घर की अच्छी तरह से सफाई होने िगी घर के सदस्यों को
उत्तर:- नागरी लिबप के आरंलभक िेख हमें बवं ध्य पवकत के नीचे के दक्कन प्रदेश से काफी आराम बमिने िगा क्योंबक उनके िगभग सभी कायक िहादुर करने िगा था
बमिता है| 5.बकन कारणों से िहादुर ने एक बदन िेखक का घर छोड़ बदया ?
5.नागरी लिबप को देवनागरी क्यों कहते हैं? िेखक इस सं िं ध में क्या िताते हैं? उत्तर -शुरुआत में िेखक के घर िहादुर को िहुत प्यार बमि रहा था परंतु कु छ बदनों
उत्तर-नागरी लिबप को देवनागरी लिबप कहने के पीछे िेखक के अनुसार कई कारण के िाद उनके घर में िहादुर के साथ अच्छा व्यवहार नहीं होने िगा |
हैं| कु छ बविानों का मत है बक इस लिबप का प्रयोग सिसे पहिे गुजरात के नागर छोरी -छोरी गिती के लिए उसे मार पड़ने िगी |िेखक के ररश्तेदारों िारा भी
ब्राह्मणों ने बकया है इसलिए इसे देवनागरी लिबप कहते हैं उसके ऊपर चोरी का झूठा इल्जाम िगाया गया |लजसके कारण िहादुर का मन
दूसरा काशी के पं बडतों का मत है बक काशी देवों की भूबम है और सिसे पहिे इस िेखक के घर से उठ गया | जि उसके हाथ से लसििट्टा बगरकर रू र गया ति और
लिबप का प्रयोग काशी में ही हुआ है इसलिए इसका नाम देवनागरी लिबप है| ज्यादा डर गया | अंततः िेखक का घर छोड़कर भाग गया |
इसी प्रकार और कई मत देखने को बमिते हैं| 6.घर आए ररश्तेदारों ने कै सा प्रपं च रचा और उसका क्या पररणाम बनकिा?
6.नागरी लिबप कि तक सावकदेलशक लिबप थी? उत्तर- िेखक के घर आए ररश्तेदारों ने 11रूपये खो जाने का प्रपं च रचा |उसका
उत्तर:- नागरी लिबप आठवीं-नवीं सदी में सावकजबनक लिबप थी क्योंबक इस समय पररणाम यह बनकिा बक िहादुर को काफी कबठनाइयों सहनी पड़ी |उसी बदन से
सं पूणक देश में िगभग बकस लिबप का प्रयोग हो रहा था| िहादुर काफी उदास रहने िगा और िेखक के घरवािे भी िात -िात पर उसे डारने
7. गुजकर प्रबतहार कौन थे? और मारने िगें|
उत्तर:- गुजकर प्रबतहार भारत के िाहर से आए थे जो आठवीं सदी से पहिे हैं अवं ती 7.िहादुर का चररत्र -लचत्रण करें |
प्रदेश में अपना शासन खड़ा कर लिया था |िाद में उन्ोंने कन्नौज पर भी अलधकार उत्तर- िहादुर -िहादुर कहानी का सिसे मुख्य पात्र है |इस पाठ के िेखक
जमा लिया| अमरकांत हैं | िहादुर लजसका घर बिहार नेपाि के िॉडकर पर था | एक बदन मां के
6.िहादुर(कहानी) हाथ से मार खाकर िहादुर गोरखपुर भाग आया| िेखक ने िहादुर को अपने घर
→ इस पाठ के िेखक अमरकांत का जन्म जुिाई 1925 का नौकर िना लिया | िहादुर (12- 13 ) वषक का एक हसमुख िड़का था|शुरुआत
में उत्तर प्रदेश के नागर ,िलिया में हुआ था | में वह िेखक के यहां पररवार के एक सदस्य के जैसा रहा परंतु कु छ बदनों के िाद से
→ अलखि भारतीय कहानी प्रबतयोबगता में उनकी कहानी उसे छोरी मोरी गिती करने पर भी गािी और मार बमिने िगी |िहादुर पर झूठे
→ “बडप्टी किेक्टिी “को पुरस्कार बमिा था | चोरी के आरोप भी िगे लजसके कारण वह िेखक के यहां काफी उदास रहने िगा
→ आप की प्रमुख रचनाएं - लजं दगी और जोंक , देश के िोग ,मौत का नगर और एक बदन िेखक का घर छोड़ कर चिा गया|
,बमत्र-बमिन ,कु हासा इत्याबद |
7.परम्परा का मुल्ांकन(बनिं ध)
→ उपन्यास-सूखा पत्ती, आकाशपक्षी ,कािे उजिे बदन,ग्राम सेबवका, िीच की
दीवार आबद |वानर सेना एक िाि उपन्यास भी लिखीं हैं | → इस पाठ के िेखक डॉ रामबविास शमाक का जन्म 10 अक्टू िर
→ िहादुर ने भैंस को िहुत पीरा था |िहादुर का पूरा नाम बदििहादुर था | 1912 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव लजिे में हुआ था |
→ लजसकी कल्पना कर माने िहादुर को दुगना पीरा था|िहादुर घर से ₹2 िेकर → आपको “बनरािा की साबहत्य साधना” पुस्तक पर
भाग गया था|िहादुर के बपता युद्ध में मारे गए थे| साबहत्य अकादमी पुरस्कार बमिा है|उनका बनधन 30मई
→ िहादुर की उम्र( 12- 13) वषक की थी |मुं ह चपरा, रंग गोरा ,हाफ पैंर ,हाफ 2000 ईo को बनधन हुआ |
शरक , गिे में स्काउर गाइड की रुमाि और एक फरा हुआ जूता पहना था | → आप की प्रमुख रचनाएं -भारतेंदु हररश्चं द्र ,प्रेमचं द्र और उनका युग, भाषा और
→ िेखक के घर पर िेखक का िेरा बकशोर ने उसे पहिी िार मारा → समाज, भारत की भाषा समस्या, बवराम लचन् एवं िड़े भाई आबद हैं|
→ मार खाकर वह चुपचाप कोने में िैठ गया था |रोरी ना िनाने पर 1.परंपरा का ज्ञान बकन के लिए सिसे ज्यादा आवश्यक है और क्यों ?
बनमकिा(िेखक की पत्नी ) ने उसे मारा|ररश्तेदारों ने िहादुर पर ₹11 चोरी उत्तर-जो िोग साबहत्य में युग पररवतकन करना चाहते हैं, क्ांबतकारी साबहत्य लिखना
चाहते हैं उनके लिए साबहत्य की परंपरा का ज्ञान होना अबत आवश्यक है |

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

2.भारत की िहुजातीयता मुख्यतः सं स्कृ बत और इबतहास की देन है |कै से? → आबवन्यों कभी पोप की राजधानी हुआ करती थी |
उत्तर-िेखक रामबविास शमाक के अनुसार भारत में िहुजातीयता भारत की सं स्कृ बत → आबवन्यों का पूरा नाम- वीिनव्व िा आबवन्यों |
और इबतहास की देन है|हमारी सं स्कृ बत महाभारत और रामायण जैसे साबहत्य से → आबवन्यों में एक ईसाई मठ िा-शत्रुज था|
जुड़ी है ,जो एकता स्थाबपत करते हैं |हमारे इबतहास में कई ऐसी घरनाएं हैं लजससे → रोन नदी के बकनारे िसे दो शहर आबवन्यों और वीिनव्व था|
िोगों में िहुजातीयता का िोध होता है| → िेखक आबवन्यों में 19 बदन रह कर 35 कबवताएं लिखी थी |
Note- इस अध्याय के यही दोनों प्रश्न Exam में िार-िार पूछे जाते हैं | → िेखक अपने साथ राइपराइरर ,34 पुस्तकें और कु छ सं गीत रे प गए थे|
→ आबवन्यों फ्रांस का एक प्रमुख कें द्र था |
8.लजत-लजत मैं नीरख़त हूं(साक्षात्कार) → नदी बकनारे िेखक को बवनोद कु मार शुक्ल की कबवता “नदी चेहरे िोगों की”
याद आती है |
→ इस पाठ के िेखक बिरजू महाराज का जन्म → िेखक अपने आपको नदी के साथ िहता हुआ महसूस करते हैं |
िखनऊ की सातवीं पीढी में हुआ था | → िेखक नदी की समानता कबवता से करते हैं |
इन्ें 8 वषक में ही पहिी िार पुरस्कार बमिा था | 1.आबवन्यों क्या है और वह कहां अवल्कस्थत है?
→ बिरजू महाराज साढे 9 वषक के थे जि उसकी उत्तर- आबवन्यों दलक्षण फ्रांस में रोन नदी के बकनारे िसा एक पुराना शहर है|
बपता की मृत्यु हो गई थी | 2.हर वषक आबवन्यों में कि और कै सा समारोह हुआ करता है ?
→ बिरजू महाराज की तीन िहने थी |छोरी िहन उससे 8 वषक की िड़ी थी | उत्तर -हर वषक आबवन्यों गबमकयों के समय में एक अत्यं त प्रलसद्ध और िोकबप्रय
िड़ी िहन उससे 15 वषक िड़ी थी |इनके चाचा का नाम शम्भू था | रंग समारोह हुआ करता है |
→ बिरजू महाराज को दो प्रोग्राम करने पर 500रुपये बमिे थे | 3.िा शत्रुज क्या है और वह कहां अवल्कस्थत है आजकि उसका क्या उपयोग
→ बिरजू महाराज के शाबगदक शाश्वती थी | होता है
→ बिरजू महाराज अपना गुरु बपताजी को मानते थे | उत्तर -िा शत्रुज आबवन्यों शहर में ईसाई धमक का मठ हुआ करता था परंतु अि
→ बिरजू महाराज अपना जज अम्मा को मानते थे | उसे किा कें द्र िना बदया गया है |
→ बिरजू महाराज को उसके बपताजी ने गांडा िांधा था | 4.नदी के तर पर िैठे हुए िेखक को क्या अनुभव होता है ?
1.िखनऊ और रामपुर से बिरजू महाराज का क्या सं िं ध है ? उत्तर- नदी के तर पर िैठे हुए िेखक का यह अनुभव होता है बक वह नदी के
उत्तर- िखनऊ और रामपुर से बिरजू महाराज का गहरा सं िं ध था क्योंबक उनकी जि के साथ िह रहा है |
तीनों िहनों का जन्म रामपुर में एवं बिरजू महाराज का जन्म िखनऊ में हुआ था 5.नदी और कबवता में िेखक क्या समानता पाते हैं ?
|बिरजू महाराज का भी कई िार िखनऊ आना -जाना होता था| उत्तर- नदी और कबवता में सामानता िताते हुए िेखक कहते हैं बक लजस तरह
2.बकन के साथ नाचते हुए बिरजू महाराज को पहिी िार प्रथम पुरस्कार बमिा ? कई जगहों से जि आकर नदी में बमि जाते हैं ठीक उसी तरह कई जगह से
उत्तर- मात्र 8 वषक की आयु में बिरजू महाराज को प्रथम पुरस्कार बमिा था जि वे शब् आकर कबवता में बमि जाते हैं| लजस तरह नदी का कोई अंत नहीं उसी
अपने बपताजी और चाचा के साथ नाच रहे थे| तरह कबवता का भी कोई अंत नहीं |लजस तरह नदी में िोग िह जाते हैं उसी
3.बिरजू महाराज के गुरु कौन थे? उनका सं लक्षप्त पररचय दें | तरह कबवता को पढकर भी िोग उसी में खो जाते हैं |
उत्तर- बिरजू महाराज के गुरु उनके बपता जी ही थे|उन्ीं से बिरजू महाराज ने नृत्य 6.नदी तर पर िेखक को बकसकी याद आती है और क्यों ?
सीखा था|बिरजू महाराज के बपता एक नतकक थे|वह स्वभाव से िहुत ही अच्छे उत्तर -नदी तर पर िेखक को बवनोद कु मार शुक्ल की एक कबवता नदी चेहरे
आदमी थे|वे अपना सुख- दु:ख दूसरों के साथ साझा नहीं करते थे| िोगों की याद आती है क्योंबक उस कबवता में िेखक ने नदी के िारे में िहुत
4.बिरजू महाराज ने नृत्य की लशक्षा बकससे और कि देनी शुरू की ? अच्छा भाव लिखा था |
उत्तर -बिरजू महाराज ने नृत्य लशक्षा सीताराम िांग्ला नाम के एक िड़के को देनी 10.मछिी(कहानी )
शुरू की जि बिरजू महाराज हाई स्कू ि में पढते थे| → इस पाठ के िेखक बवनोद कु मार शुक्ल का
5.बिरजू महाराज कौन -कौन से वाद्य यं त्र िजाते थे ? जन्म 1 जनवरी 1937 ईo में राजनांदगांव ,
उत्तर- बिरजू महाराज तििा, शहनाई ,हारमोबनयम ,बगरार इत्याबद वाद्य यं त्र िजाते थे| छत्तीसगढ में हुआ था|
6.अपने बववाह के िारे में बिरजू महाराज क्या िताते हैं? → आप की प्रमुख रचनाएं -नौकर की कमीज ,
उत्तर- बिरजू महाराज अपने बववाह के िारे में िताते हैं बक उनका बववाह मात्र 18 लखिेगा तो देखेंगे, दीवार में एक लखड़की रहती थी ,
वषक की आयु में हो गई थी| लजसे वह उलचत नहीं िताते हैं | पेड़ पर कमरा और महाबवद्यािय इत्याबद हैं |
7.बिरजू महाराज की अपनी शाबगदक के िारे में क्या राय है ? → यह कहानी “महाबवद्यािय सं ग्रह” से लिया गया है |
उत्तर - बिरजू महाराज अपने शाबगदक के रूप में शाश्वती नाम की िड़की िताते हैं → आपको 1990 में साबहत्य अकादमी पुरस्कार बमिा है
→ बपताजी िाजार से तीन मछलियां िाई थी लजसमें एक मरी थी |
9.आबवन्यों (िलित रचना )
→ घर में मछिी के वि िेखक के बपता खाते थे |
→ इस पाठ के िेखक अशोक वाजपेयी का
जन्म 16 जनवरी 1941 ई० मेंदग
ु क ,छत्तीसगढ में → मछिी को िेकर िच्चे गिी में घुस गए|
हुआ था बकं तु उनका मूि बनवास मध्य प्रदेश में था| → सं तु मछिी को देखकर ही बहचक रहा था |
→ उनकी माता बनमकिा देवी और → िच्चे एक मछिी को कु आाँ में छोड़ना चाहते थे|
बपता परमानं द िाजपेयी थे| → दीदी ने िताया बक मरी हुई मछिी की आं ख में छबव(परछाई) नहीं िनती है|
→ एक पतं ग अनं त में ,थोड़ी सी जगह, बफिहाि इत्याबद हैं| → दीदी मछिी की तरह तड़प रही थी |मां मसािा पीस रही थी और भग्गू
→ आप को साबहत्य अकादमी पुरस्कार से 2004 में नवाजा गया था | मछिी कार रहा था|भग्गू घर का नौकर था |
→ िेखक 10 वषक पहिे आबवन्यों गए थे | → बपताजी ने भग्गू से नरेन के हाथ पैर तोड़ने को कहा था|
→ आबवन्यों दलक्षण फ्रांस में रोन नदी के बकनारे ल्कस्थत है |

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

1.झोिे में मछलियां िेकर िच्चे दौड़ते हुए पतिी गिी में क्यों घुस गए ? → मुहरकम लसया मुसिमान हजरत इमाम हुसैन एवं उनके कु छ वं श जी के प्रबत
उत्तर -िच्चे मछिी के झोिें को िेकर पतिी गिी में घुस गए क्योंबक चौरी गिी में शौक के लिए मनाते हैं|
काफी भीड़ थी और िरसात भी हो रही थी | → मोहरकम के बदन बिल्कस्मल्ला खा शहनाई नहीं िजाते थे|
2.मछलियों को िेकर िच्चों की क्या अलभिाषा थी ? → काशी में मरना भी मं गि माना जाता है |
उत्तर- िच्चे मछलियों के साथ खेिना चाहते थे|लजसके लिए वह बकसी एक मछिी → काशी आज भी सं गीत के स्वर पर जगती है
को कुाँ ए में भी छोड़ना चाहते थे |ताबक जि मन हो वहां से मछिी बनकािकर खेि
सके | 1.डु मराव की महत्ता बकस कारण से है?
3.मछलियां लिए घर आने के िाद िच्चों ने क्या बकया ? उत्तर- डु मराव में नरकर नाम का पौधा पाया जाता है लजससे शहनाई िनाई जाती
उत्तर -मछिी के घर आने के िाद िच्चों ने मछिी को आधे िाल्टी पानी में है| इसीलिए डु मराव की महत्ता अलधक है|
डािकर उनके साथ खेिने िगे | 2.सुबषर वाद्य बकन्ें कहते हैं |’शहनाई ‘शब् की उत्पबत्त बकस प्रकार हुई है?
4.मछिी को छू ते हुए सं तु क्यों बहचक रहा था ? उत्तर-शहनाई को सुबषर वाद्य कहा जाता है |इसे मुह से फूक मार कर िजाना
उत्तर -मछिी को छू ते हुए सं तु बहचक रहा था क्योंबक उसे डर था पड़ता है |अरि देशों में शहनाई जैसी वस्तु को नय कहकर िुिाया जाता है |शहनाई
बक मछिी कारना िे | को वहां शाहनेय कह कर िुिाया जाता है |दलक्षण भारत में इसे शहनाई नाम से
5.मछिी के िारे में दीदी ने क्या जानकारी दी थी ? िच्चों ने उसकी परख कै से की िुिाया जाता है | इस शब् की उत्पबत्त के बवषय में कहीं सरीक जानकारी नहीं है|
उत्तर -मछिी के िारे में दीदी ने यह जानकारी दी थी बक मरी हुई मछिी की आं खों 3.मुहरकम पवक से बिल्कस्मल्लाह खा के जुड़ाव का पररचय पाठ के आधार पर दे |
में बकसी की छबव नहीं बदखती है | बकसकी परख करने के लिए िेखक ने मरी हुई उत्तर -मुहरकम से बिल्कस्मल्लाह खा का जुड़ाव काफी घबनष्ठता था |मुहरम का मतिि
मछिी की आं खों में अपनी तस्वीर देखनी चाबहए थी | बिल्कस्मल्ला खा की शहनाई परंतु मोहरकम के बदन बिल्कस्मल्ला खा के पररवार में कोई
6.सं तु क्यों उदास हो गया? शहनाई नहीं िजाता था|
उत्तर – मछिी को कारते हुए देखकर मछिी के साथ खेिने की उसकी अलभिाषा 4.बिल्कस्मल्लाह खा जि काशी के िाहर प्रदशकन करते थे तो क्या करते थे
मर गई इसलिए सं तु उदास हो गया| इससे हमें क्या लशक्षा बमिती है ?
7.घर में मछिी कौन खाता था वह कै से िनाई जाती थी ? उत्तर-बिल्कस्मल्ला खा जि काशी से िाहर प्रदशकन करते थे ति वह काशी की ओर मुं ह
उत्तर -घर में मछिी के वि िेखक के बपताजी खाते थे | करके प्रणाम कर शहनाई िजाते थे | इससे हमें यह सीख बमिती है बक हमें अपनी
मछिी को िनाने के लिए एक मोरे से िकड़ी का पारा था| जन्म और कमक भूबम को नहीं भूिना चाबहए |
8.दीदी कहां थी और क्या कर रही थी?
12.लशक्षा और सं स्कृ बत (लशक्षाशास्त्र)
उत्तर- दीदी घर में थी और रो रही थी|
9.अरे -अरे कहता हुआ भग्गू बकसके पीछे भागा और क्यों? → इस पाठ के िेखक रािि बपता महात्मा गांधीजी
उत्तर -अरे -अरे कहता हुआ भग्गू सं तों के पीछे मछिी िेने के लिए भागा | का जन्म 2 अक्टू िर 1869ई०को गुजरात के
10.मछिी और दीदी में क्या समानता बदखिाई पड़ती अस्पि करें| पोरिं दर में हुआ था |
उत्तर-िेखक के अनुसार मछिी और दीदी में यह समानता बदखाई पड़ी की मछिी → गांधीजी का उपनाम रािि बपता, िापूजी है
जि से िाहर तड़प रही थी और दीदी घर के अंदर तड़प रही थी| गांधीजी के माता का नाम -पुतिीिाई और
11.बपताजी बकससे नाराज थे ? पबत का नाम- मोहनदास करमचं द गांधी था |
उत्तर- बपताजी नरेन से नाराज थे और भग्गू को कहा था की यबद नरेन आए तो → गांधी जी की पत्नी का नाम- कस्तूरिा िाई थी| गांधीजी ने दलक्षण अफ्रीका
उसका हाथ पैर तोड़ दें | (1893 – 1914) तक वकाित की थी|
11.नौितखाने में इिादत (व्यबि लचत्र )
→ वह दलक्षण अफ्रीका से 1915 ई0में भारत िौरे थे|
→ इस पाठ के िेखक यतींद्र बमश्र का जन्म → गांधी जी ने पहिा सत्याग्रह आं दोिन दलक्षण अफ्रीका में बकया था |
→ 1977 ईo में उत्तर प्रदेश के अयोध्या में हुआ था | → गांधीजी अपना हलथयार सत्य और अबहंसा को मानते थे|
→ यतींद्र बमश्र को राजीव गांधी रािि ीय एकता पुरस्कार, → वह िबढया लशक्षा- अबहंसक प्रबतरोध एवं हृदय की शांबत को मानते थे |
रजा पुरस्कार,हेमंत स्मृबत कबवता पुरस्कार , → गांधी जी की मृत्यु 30 जनवरी 1948 ईo में हुई थी |
ऋतुराज सम्मान बमिा है| → गांधी जी की हत्या नाथूराम गोडसे ने की थी|
→ नौित खाने का अथक –“प्रवेश िार में िजने → गांधी जी को सिसे पहिे िापू कहकर - रबवं द्र नाथ रै गोर ने िुिाया था |
वािी मं गि ध्वबन “है | → गांधी जी ने रबवं द्र नाथ रै गोर को गुरुदेव कहा था |
→ इिादत का अथक- उपासना है | → गांधी जी के प्रलसद्ध पत्र यं ग इं बडया और हररजन है |
→ काशी सं स्कृ बत का कें द्र कहा जाता है | → गांधी जी के राजनीबतक गुरु- गोपाि कृ ष्ण गोखिे थे |
→ बिल्कस्मल्लाह खा शहनाई िजाते थे |वह शहनाई के पयाकय भी कहिाते हैं | → 1915 में गांधीजी ने सािरमती आश्रम की स्थापना की थी|
→ बिल्कस्मल्लाह खा को भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था | 1.गांधीजी िबढया लशक्षा बकसे कहते हैं?
→ बिल्कस्मल्लाह खा का जन्म डु मराव (बिहार )में हुआ था | उत्तर -गांधी की िबढया लशक्षा अबहंसक प्रबतरोध और व्यावहाररक लशक्षा
→ काशी में गं गा ,िािा बवश्वनाथ, िािाजी का मं बदर है | को कहते हैं| लजससे मनुष्य के चररत्र का बनमाकण हो |
→ बिल्कस्मल्लाह खा मन्नत मांगते थे बक मेरा सुर ठीक रहे | 2.इं बद्रयों का िुबद्ध पूवकक उपयोग सीखना क्यों जरूरी है?
→ इस पाठ में मुहरकम त्यौहार का लजक् है | उत्तर- मल्कस्तष्क के बवकास के लिए इं बद्रयों को िुबद्ध पूवकक उपयोग करना आवश्यक
→ बिल्कस्मल्ला खां सुशीर वाद्य यं त्र िजाते हैं | है |ऐसा करने से मनुष्य अपने जीवन में समय से बवकास कर पाता है|
→ शहनाई नरकर (एक प्रकार का घास ) से िनाया जाता है | 3.लशक्षा का अलभप्राय गांधीजी क्या मानते हैं ?
→ बिल्कस्मल्लाह खा के परदादा उस्ताद खां हुसैन डु मराव के बनवासी थे | उत्तर- गांधीजी के अनुसार लशक्षा का अलभप्राय के वि बकतािी ज्ञान से नहीं है
लशक्षा ऐसी होनी चाबहए लजससे शरीर िुबद्ध और आत्मा तीनों का बवकास हो|

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

4.मल्कस्तष्क और आत्मा का उच्चतम बवकास कै से सं भव है ? 4.हरररस से कबव का अलभप्राय क्या है ?


उत्तर-गांधीजी के अनुसार जि िच्चे लिखना पढने के साथ-साथ कु छ कारीगरी और उत्तर- कबव गुरु प्रसाद को हरररस कहते हैं |
तािीम सीख िेंगे ति उसके मल्कस्तष्क और आत्मा का उच्चतम बवकास होगा| 5.कबव की दृबि में ब्रह्म का बनवास कहां है ?
5.लशक्षा का ध्येय गांधी जी क्या मानते हैं और क्यों ? उत्तर-वैसे मनुष्य लजसमें काम और क्ोध ना हो उनके हृदय में ब्रह्म का बनवास होता है
उत्तर-गांधीजी लशक्षा लशक्षा का ध्येय व्यवहाररक लशक्षा को मानते हैं |जहां िच्चों का 6. गुरु की कृ पा से बकस की युबि की पहचान हो पाती है?
चररत्र बनमाकण के साथ-साथ उनमें साहस िि सदाचार इत्याबद िक्षण हो क्योंबक उत्तर- गुरु नानक दे व जी के अनुसार गुरु की कृ पा से राम नाम की युबि की
गााँ धी जी के अनुसार यही वास्तबवक लशक्षा है और इसी से एक अच्छे मनुष्य का पहचान हो पाती है|
2.प्रेम अयनी श्री रालधका
बनमाकण हो सकता है |
→ कबव रसखान का जन्म - 16वीं सदी
में माना जाता है |
1. राम नाम बिनु बिरथे जबग जनमा - गुरु नानक
→ इनके दो ग्रंथ प्रमुख हैं –
2. प्रेम -आयनी श्री रालधका –रसखान
प्रेम वाबरका, सुजान रसखान |
3. अबत सूधो स्नेह को मागक है -घनानं द
→ रसखान सवैया छंद में लसद्ध थे |
4. स्वदेशी - प्रेमधन
रसखान व्रज भाषा के प्रमुख कबव थे|
5. भारतमाता -सुबमत्रानं दन पं त
→ इसे गुरु स्वामी बवट्ठिनाथ नेपुबिमागक की दीक्षा दी थी |रसखान कृ ष्ण भि थे
6. जनतं त्र का जन्म -रामधारी लसंह बदनकर
1.कबव ने मािी- मालिन बकसे और क्यों कहा ?
7. बहरोलशमा – सo हीo वात्स्यायन अज्ञेय
उत्तर -कबव रसखान ने कृ ष्ण -राधा को मािी- मालिन कहा क्योंबक कबव के अनुसार
8. एक वृक्ष की हत्या - कुं वर नारायण
लजस प्रकार पुष्प वाबरका में मािी -मालिन का कायक पुष्प की देखभाि करना है
9. हमारी नींद – बवरेन डंगवाि
ठीक उसी कायक प्रेम वाबरका में कृ ष्ण- राधा करते हैं |
10. अक्षर ज्ञान -अनाबमका
2.कृ ष्ण को चोर क्यों कहा गया है? कवी का अलभप्राय स्पि करें|
11. िौरकर आऊंगा बफर – जीवनानं द दास
उत्तर -कबव रसखान ने कृ ष्ण को चोर कहा है क्योंबक कबव के अनुसार नं द नं द ने
12. मेरे बिना तुम प्रभु -रेनर माररया ररिे
उनके लचत को चुरा लिया है |

3.अबत सूधो स्नेह को मारग

→ है घनानं द का
इस पाठ के कबव
1.राम नाम बिनु बिरथे ,जबग जनमा
जन्म 1689 ईo में हुआ था
→ इस पाठ के कबव गुरु नानक जी का जन्म 1469 ईo → घनानं द रीबतयुगीन ,रीबतमुि एवं
में तिवं डी, ग्राम लजिा िाहौर में हुआ था | मधुर भाषा के कबव थे |
इनके जन्म स्थान को ननकाना साहि के नाम से → उनकी हत्या नाबदरशाह के सैबनकों ने की थी|
जाना जाता है जो वतकमान में पाबकस्तान में है | → आप की प्रमुख रचनाएं - सुजानसागर ,बिरहिीिा, रसके िी िल्ली इत्याबद
→ आप की प्रमुख रचनाएं - जपुजी ,आसादीवार , → ये छंद उनकी रचनाविी घनआाँ नं द से लिया गया था |घनानद ‘प्रेम की पीर ‘
रबहरास और सोबहिा इत्याबद हैं के कबव हैं |घनानं दन की भाषा पररष्कृ त और शुद्ध ब्रजभाषा है |
→ बपता का नाम कािू चं द खत्री,माता का नाम तृप्ता पत्नी एवं पत्नी का नाम 1.कबव प्रेम मागक को अबत सूधो क्यों कहता है ?इस मागक की बवशेषता क्या है
सुिक्ष्मी था| गुरु नानक जी के बपता उन्ें व्यापारी िनाना चाहते थे| उत्तर- कबव घनानं द ने प्रेम मागक को अबत सूधो अथाकत अत्यं त सरि कहा है क्योंबक
→ उन्ोंने बनगुकण ब्रह्म का प्रचार बकया |उन्ोंने लसख धमक की स्थापना की | इस मागक में कोई चतुराई नहीं चिती है | इस मागक की बवशेषता यह है बक इस मागक
→ इनकी मुिाकात मुगि सम्रार िािर से हुई थी|वह बहंदी, पं जािी एवं वज्र पर बिना झुके और बिना छि कपर के चिना होता है|
भाषा इत्याबद के जानकार थे 2.मन िेहु पे देहु छरांक नहीं ‘से कबव का क्या अलभप्राय है?
→ सन 1539 में गुरु नानक देव जी ‘ वाहेगुरु ‘ कहते हुए अपने प्राण त्याग बदए उत्तर-यह पं बि घनानं द िारा रलचत काव्य अबत सूधो स्नेह को मागक है से लिया गया
→ इनकी रचनाओं का सं ग्रह लसख धमक के पाचवें गुरु गुरु अजुकन देव ने 1604 है| इस पं बि के माध्यम से कबव हमें ऐसे झूठे प्रेम करने वािे िोगों के िारे में
ई० में बकया| िताते हैं|जो िेते तो मन भर है परंतु देते छराक भर भी नहीं याबन (थोड़ा सा भी
→ जो गुरु ग्रंथ साहि के नाम से प्रलसद्ध है|लसख धमक में कु ि 10 गुरु हुए हैं | नहीं )
→ लजनमें प्रथम गुरु गुरु नानक दे व जी एवं दसवें गुरु गुरु गोबवं द लसंह जी थे| 3.परबहत के लिए ही देह कौन धारण करता है ? स्पि कीलजए
→ 10 गुरुओं के िाद गुरु ग्रंथ साहि को ही गुरु माना जाता है| उत्तर- कबव घनानं द के अनुसार िादि परबहत के लिए देह धारण करता है और सि
1.कबव बकसके बिना जगत में यह जन्म व्यथक मानता है ? के ऊपर समान िरसता है
उत्तर -कबव गुरु नानक देव राम नाम के बिना जगत में यह जन्म व्यथक मानता है| 4.कबव कहां अपने आं सुओ ं को पहुंचाना चाहता है और क्यों
2.वाणी कि बवष के समान हो जाती है? उत्तर- कबव घनानं द अपने आं सुओ ं को सुजान के आं गन तक पहुंचाना चाहते हैं
उत्तर- जि मनुष्य राम नाम को छोड़कर कोई अन्य शब् िोिता है तो उसकी वाणी क्योंबक कबव सुजान की बवरह वेदना में रो रहे हैं|
बवष के समान हो जाती है |
4.स्वदे शी
3.नाम- कीतकन के आगे कभी बकन कमों की व्यथकता लसद्ध करता है ?
उत्तर -कबव गुरु नानक देव जी कमं डि िेकर घूमना, िड़े -िड़े के स रखना ,शरीर में → कबव प्रेमधन का जन्म 1855 ई० में
भस्म िगाना ,तीथक स्थानों का भ्रमण करना आबद कमों को राम नाम के आगे व्यथक उत्तर प्रदेश के बमजाकपुर में हुआ था|
िताता है | → प्रेमधन भारतेंदु युग के महत्वपूणक कबव थे |
प्रेमघन का पूरा नाम - िद्रीनारायण चौधरी था |

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

कबव का बनधन 1922 में उत्तर प्रदेश में हुआ था| 4.कबव भारतमाता को गीता प्रकाशनी मानकर भी जान मूढ क्यों कहता है ?
→ प्रेमधन भारतेंदु हररश्चं द्र को अपना आदशक मानते थे | उत्तर- भारत बवश्व के सिसे महत्वपूणक ग्रंथों में से एक ग्रंथ ‘गीता’ को प्रकालशत
→ उन्ोंने 1874 ईo में उन्ोंने बमजाकपुर में आरलक्षत समाज की स्थापना की| करने वािा देश है परंतु वतकमान में यही के िोग मूढ(मुखक ) और असभ्य हैं|
→ उन्ोंने आनं द कादंबिनी मालसक पबत्रका तथा नागरी नीरद नामक साप्ताबहक इसलिए कबव भारतमाता को गीता प्रकालशनी मानकर भी मूढ कहा है |
पत्र का सं पादन बकया |उनकी रचनाओं का सं ग्रह- प्रेमघन स्वरस है| 5.कबव की दृबि में आज भारत का तप सं यम क्यों सफि है?
→ उनका प्रलसद्ध नारक भारत सौभाग्य, प्रयाग रामागमन है उत्तर -कबव को आज भारतमाता का तप सं यम सफि होता हुआ बदख रहा है
→ प्रेमधन ने काव्य रचना अलधकांशत: व्रजभाषा और अवलध में की है| क्योंबक उसे ऐसा िगता है बक गांधीजी भारत माता का अबहंसा रूपी दूध पीकर
1.कबव को भारत में भारतीयता क्यों नहीं बदखाई पड़ती ? िोगों को अंग्रेजों से िचाने आए हैं |
उत्तर-कबव प्रेमधन जी को भारत में भारतीयता नहीं बदखाई पड़ती है क्योंबक भारत
6.जनतं त्र का जन्म
के िोगों का स्वभाव िगाव और उनके रहन-सहन बवदेशी हो गए हैं| वे अलधकतर
बवदेशी वस्तुओ ं का उपयोग कर रहे हैं | → रािि कबव रामधारी लसंह बदनकर का जन्म 23 बदसं िर
2.कबव समाज के बकस वगक की आिोचना करता है और क्यों → 1908 में बिहार के लजिा िेगूसराय में हुआ था|
उत्तर - प्रेमधन समाज के बहंदू वगक की आिोचना करते हुए कहते हैं बक कु छ िोग → उनकी मां का नाम मनरूप देवी और बपता का
बहंदू होकर भी बहंदी भाषा नहीं िोि पाते हैं | वे अंग्रेजी भाषा िोिते हैं और अंग्रेजी नाम रबव लसंह था |
वस्तुओ ं का ही उपयोग करते हैं | → उनका बनधन 24 अप्रैि 1974 ई० में हुआ था |
→ रामधारी लसंह बदनकर रािि कबव के नाम से जाने जाते हैं|
3.नेताओं के िारे में कबव की क्या राय है ? → बदनकर जी को ‘सं स्कृ बत के चार अध्याय ‘पर साबहत्य अकादमी
उत्तर -कबव प्रेमधन नेताओं पर व्यं ग्य करते हुए कहते हैं बक लजन नेताओं से उनकी → उवकशी पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुए हैं |
ढीिी ढािी धोती नहीं सं भिती वे देश का प्रिं ध कै से करेंगे ? → उन्ें भारत सरकार की ओर से पद्म बवभूषण पुरस्कार से सम्माबनत बकया गया
4.कबव ने डफिी बकसे कहा और क्यों ? था वह भारतेंदु युग के कबव थे |
उत्तर -कबव प्रेमघन वैसे िोगों को डफािी कहा जो िोगों की झूठी प्रशं सा करके → आपकी प्रमुख रचनाएं - रेणुका ,रसवं ती ,कु रुक्षेत्र ,रल्किरथी नीिकु सुम, उवकशी
चापिूसी करते हैं| हारे को हररनाम अधकनारीश्वर, सं स्कृ बत के चार अध्याय, बदनकर की डायरी
5.भारतमाता
इत्याबद हैं |
→ सुबमत्रानं दन पं त का जन्म 1900 में 1.कबव की दृबि में समय के रथ का घघकर -नाद क्या है ?स्पि करें
उत्तराखं ड के लजिे आिमोड़ा में हुआ था| उत्तर- कबव की दृबि में जनता का िदिा बदन ही समय का
→ उनकी माता का नाम सरस्वती दे वी और घघकर -नाद है|अि देश में िोकतं त्र की स्थापना हो रही है लजसमें शासन जनता का
→ बपता का नाम गं गाधर पं त था | होगा |
→ जन्म के 6 घं रे िाद ही कबव के मां की 2.कबव जनता के स्वपन का बकस तरह लचत्र खींचता है ?
मृत्यु हो गई थी |बमत्रानं दन पन्त को सुकुमार कबव उत्तर -कबव जनता के स्वपन का एक सुं दर लचत्र खींचता है| कबव के अनुसार वषों
भी कहते हैं |पं तजी छायावादी, मानवतावादी एवं सबदयों से दुख सहने वािी जनता को अि सुख बमिने वािा है क्योंबक देश में
प्रकृ बत के बप्रय कबव थे|उनका अंबतम काव्य ’ िोकयतन’ है | िोकतं त्र की स्थापना हो गई है |
→ पन्त जी ने आिोचना ,कहानी ,उपन्यास आबद लिखा है | 3.बवरार जनतं त्र का स्वरूप क्या है ? कबव बकनके लसर पर मुकुर धरने की िात
→ काव्य लचदंिरा के लिए सुबमत्रानं दन पं त को भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार बमिा करता है और क्यों ?
था|भारत माता कबवता काव्य सं ग्रह ‘ ग्राम्या’ से लिया गया है उत्तर- बवरार जनतं त्र का स्वरूप 30 करोड़ जनसं ख्या वािे देश में िोकतं त्र की
उनकी प्रमुख कबवताएं - स्थापना है| कबव 30 करोड़ जनता के लसर पर मुकुर धरने की िात करते हैं क्योंबक
उच्छवास , पल्लव ,वीणा , ग्रंलथ ,गुं जन ,युगांत .युगवाणी, ग्रामया स्वणकधूिी िोकतं त्र में राजा जनता ही होती है |
स्वणकबकरण ,युगपथ , लचदंिरा आबद हैं | 4.कबव की दृबि में आज के देवता कौन है और वह कहां बमिेंगे ?
1.भारतमाता अपने ही घर में प्रवालसनी क्यों िनी हुई है ? उत्तर -कबव की दृबि में आज के देवता सड़कों ,खेत ,खलिहान में काम करने
उत्तर -भारतमाता अपने ही घर में प्रवालसनी िनी हुई है क्योंबक इनके सामने भारतीय वािे िोग हैं| यह िोग सड़कों में खेतों में या कहीं अन्य जगह में काम करते हुए
िोगों पर अंग्रेज अत्याचार कर रहे और यह चुपचाप देख रही है| जैसे कोई प्रवासी बमिेंगे |
या मेहमान बकसी दूसरे के घर पर चुपचाप देखता है| 5.कबवता का मूि भाव क्या है ? सं क्षेप में स्पि कीलजए |
2.कबवता में कबव भारतवालसयों का कै सा लचत्र खींचता है ? उत्तर - इस कबवता के कबव रामधारी लसंह बदनकर जी हैं बदनकर जी की कबवता में
उत्तर -कबव सुबमत्रानं दन पं त के अनुसार भारत के 30 करोड िोग फरे पुराने वस्त्र काफी रहस्यमई िातें छु पी होती है इस कबवता के माध्यम से कबव िोकतं त्र की
पहने हैं, आधा पेर भोजन करते हैं |वह शोबषत, बिना वस्त्र के , मूखक और असभ्य स्थापना हो जाने के कारण यहां के शासकों को सचेत कर रहें है बक जो जनता
लशलक्षत हैं| वे अंग्रेजों के सामने नतमस्तक हैं और वृक्ष के नीचे बनवास करने के लिए वषों से यातनाएं सह रही थी |अि उनका समय आ गया है |इसलिए उनके जीतने
मजिूर हैं | भी शासक हैं वे लसहासन खािी कर रहे हैं
7.बहरोलशमा
3.भारतमाता का हास भी राहुग्रलसत क्यों बदखाई पड़ता है ?
उत्तर -भारतमाता का हास भी ग्रलसत बदखाई पड़ता है क्योंबक भारतमाता पर ऊगे → कबव अज्ञेय का पूरा नाम सल्कच्चदानं द
स्वणक जैसे फसि को अंग्रेजों के पैरों तिे कु चिा जा रहा है | हीरानं द वात्स्यायन अज्ञेय हैं |
→ जन्म 7 माचक 1911 को उत्तर प्रदेश के
कु शीनगर में हुआ था |
→ इनकी माता का नाम व्यं ती देवी |
→ बपता का नाम डॉक्टर हीरानं द शास्त्री था

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

→ उनके बपता प्रख्यात पुरातत्ववेता थे | → आप की प्रमुख रचनाएं इसी दुबनया में ,पुस्तक में ररश्ता आबद है
→ उन्ोंने बहंदी कबवता में प्रयोगवाद का सूत्रपात बकया | 1.मक्खी के जीवन चक् का कबव िारा उल्लेख बकए जाने का क्या आशय है ? उत्तर
→ उनका बनधन 4 अप्रैि 1987 ई० में हुआ था -कबव मक्खी के जीवन का उल्लेख करके हमें िताना चाहते हैं बक कु छ जीवो का
1.छायाएाँ बदशा ही सि ओर क्यों पड़ी है ? स्पि करें जीवनकाि बकतना छोरा होता है बफर भी वे जीव जन्म िेकर हंसी खुशी मर जाते हैं
उत्तर -जि परमाणु िम नगर के िीचो-िीच से धरती को चीरकर बनकिती है ,तो परंतु मनुष्य का जीवन इतना िं िा होने के िावजूद भी मनुष्य और जीने की इच्छा
मानव जन की छाया में बदशाहीन हो जाती है | रखता है |
2.प्रज्वलित क्षण की दोपहरी से कबव का आशय क्या है ? 2.कबव गरीि िल्कस्तयों का उल्लेख क्यों करता है ?
उत्तर- प्रज्वलित क्षण उसे कहा गया हैं लजस क्षण थोड़े ही समय के लिए उत्तर-कबव गरीि िल्कस्तयों का उल्लेख करके हमें िताना चाहते हैं बक कु छ िोग
परमाणु िम सूयक के जैसा चमका था और पुनः शांत हो गया था | गरीि होने के िावजूद भी अपने जीवन का आनं द िेते हैं तो कु छ िोग धनी होने के
3.मनुष्य की इच्छाएं कहां और क्यों पड़ी हुई है ? िावजूद भी जीवन का आनं द नहीं िे पाते |
उत्तर -मनुष्य की इच्छाएं जापान के बहरोलशमा में पड़ी है क्योंबक अमेररका के िारा 3.कबव बकन अत्याचारों का और क्यों लजक् करता है ?
बितीय बवश्वयुद्ध में जापान में परमाणु िम बगराया गया था लजसमें मनुष्य जिकर उत्तर- कबव वैसे व्यबि को अत्याचारी कह रहे हैं जो इस िात को मानने से इनकार
राख हो गए | करते हैं बक” हर पररल्कस्थबत में हमारा जीवन िढता ही जाता है क्योंबक िहुत से ऐसे
4.बहरोलशमा में मनुष्य की साखी के रूप में क्या है ? िोग हैं | लजनको उनका जीवनकाि िहुत छोरा िगता है|
उत्तर- बहरोलशमा में मनुष्य की साखी के रूप में कं काि, जिे हुए पत्थर ,रू री-फूरी 4. इं कार करना ना भूिने वािे कौन हैं ? कबव का भाव स्पि कीलजए |
सड़कें एवं अन्य चीजें हैं | लजन्ें दे खकर इबतहास में हुए उस घरना का अंदाजा उत्तर -वैसे िोग जो इस िात को नहीं मानते हैं बक जीवन हर पररल्कस्थबत में िढता
िगाया जा सकता है | जाता है वही िोग इनकार करना ना भूिते हैं | कबव का भाव वैसे िोगों पर व्यं ग
8.एक वृक्ष की हत्या
करना है
10.अक्षर का ज्ञान
→ इस पाठ के कबव कुं वर नारायण का जन्म
19 लसतं िर 1927 ईo में उत्तर प्रदे श के → इस पाठ की की कबवयत्री का
िखनऊ में हुआ था | जन्म 17 अगस्त 1961 को
कुं वर नारायण ने कबवता लिखने की शुरुआत → बिहार के मुजफ्फरपुर में हुआ था |
सन् 1950 ई० के आसपास की थी| → अनाबमका ने एमo ए oपीएचडी की
यह कबवता ‘इन बदनों से ‘लिया गया है | बडग्री बदल्ली बवश्वबवद्यािय से प्राप्त की है
→ आप को साबहत्य अकादमी पुरस्कार कबव सम्मान भी बमिा है | → यह कबवता कबव ने कहा काव्य सं ग्रह से लिया गया है
→ कुं वर नारायण पूरी तरह नगर सं वेदना के कबव हैं | → आप की प्रमुख रचनाएं - गित पते की लचट्ठी ,िीजाक्षर , कहती हैं औरतें
→ आप की प्रमुख रचनाएं - चक्व्यू ,कोई दूसरा नहीं ,इन बदनों आधी आधी हैं ,कबव ने कहा, इत्याबद है
1.कबव को िूढा वृक्ष चौकीदार क्यों िगता था ? 1. कबवता में ‘क’ का बववरण स्पि कीलजए |
उत्तर- कबव को उसके दरवाजे पर खराि वृक्ष चौकीदार िगता था क्योंबक एक उत्तर -िेरे के लिए ‘क’ का अथक किूतर है -जो लिखते समय चौखर में नहीं आता
चौकीदार की तरह ही िुढा वृक्ष उसके दरवाजे पर हमेशा तैनात रहता था | है |किूतर की तरह फुदक जाता है
2. वृक्ष और कबव में क्या सं वाद होता था ? 2.खालिस िेचैनी बकसकी है ?िेचैनी का क्या अलभप्राय है ?
उत्तर- कबव के अनुसार जि कबव कहीं िाहर से घर वापस आते थे तो मानो वृक्ष उत्तर -इस कबवता में ‘ख’ खरगोश की खािस िेचैनी है |यहां िेचैनी का अलभप्राय
दूर से ही ििकार कौन जवाि में कबव कहता “मैं तुम्हारा दोस्त हूं| अल्कस्थरता (चं चि )से है |
3. कबवता का समापन करते हुए कबव को अपने बकन अंदेशों 3.िेरे के लिए ‘ड.’क्या है और क्यों ?
का लजक् करते हैं और क्यों ? उत्तर- िेरे के लिए ‘ड.’ गोद में िच्चे को िी हुई मां है क्योंबक िेरा को ‘ड.’ मां
उत्तर- कबवता का समापन करते हुए कबव कहते हैं िचाना है- जं गि को मरुस्थि और बिं दु उसे िेरा के जैसा िगता है |
हो जाने से , िचाना है मनुष्य को -जं गि हो जाने से क्योंबक वतकमान समय में 4.िेरे के आं सू कि आते हैं और क्यों ?
मनुष्य पयाकवरण का दुरुपयोग कर रहा है | उत्तर-‘ड.’ को लिखते समय िेरे के आं ख में आं सू आ जाते हैं क्योंबक कई िार
4. घर, शहर और देश के िाद कबव बकन-बकन चीजों को िचाने की िात करते हैं कोलशश करने के िावजूद भी वह ‘ड.’ को नहीं लिख पाता है |
और क्यों ?
11.िौरकर आऊंगा बफर
उत्तर – घर, शहर और देश के िाद कबव नबदयों ,हवा ,खाना, मनुष्य एवं जं गि
को िचाने की िात करते हैं | क्योंबक वतकमान समय में मनुष्य बवकास करने की होड़ 1.कबव बकस तरह िं गाि में एक बदन िौरकर
में इन सभी चीजों को प्रदूबषत कर रहा है | आने की िात करता है ?
उत्तर- कबव जीवनानं द दास उस तरह के िं गाि में
9 .हमारी नींद
एक बदन िौरने की िातकरते हैं जहां धान के हरे –
→ इस पाठ के कबव वीरेन डंगवाि का भरे खेत और िहती नदी हो |
→ जन्म 5 अगस्त 1947 ई० में
→ उत्तराखं ड के गढवाि लजिे में हुआ था | 2.कबव अगिे जीवन में क्या-क्या िनने की सं भावना
→ वह 1971 में िरेिी कॉिेज के अध्यापक ही रहे हैं| व्यि करता है और क्यों ?
→ यह कबवता ‘दुष्चक् में दृिा ‘ से िी गई है | उत्तर -कबव अगिे जन्म में अिािीि पक्षी , कौआ , उल्लू या मनुष्य िनने की
→ आप को साबहत्य अकादमी पुरस्कार ‘दुष्चक् में दृिा ‘ लिए बमिा है | सं भावनाएं व्यि करता है क्योंबक उसे िं गाि के पयाकवरण से काफी िगाव था और
→ रघुवीर सहाय स्मृबत ‘इसी दुबनया’ में पुरस्कार बमिा है | ये चीजें िं गाि में समान्य रूप से पाई जाबत है |
→ 1991 में प्रकालशत उनका पहिा कबवता सं ग्रह ‘इसी दुबनया में ‘था |

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

3.अगिे जन्म में िं गाि में आने की क्या लसफक कबव की इच्छा है ?स्पि कीलजए 16. िािा साहि के बवख्यात भाषण ‘एनीबहिेसन ऑफ कास्ट’ का बहंदी रूपांतरण
उत्तर-अगिे जन्म में िं गाि में आने की कबव की के वि इच्छा ही नहीं थी िल्कि वे बकसने बकया है?-उत्तर - ििई लसंह यादव ने
इसकी पूरी तरह सं भावनाएं भी व्यि करते हैं |कबव को अपने जन्म भूबम 17. भारत में िेरोजगारी का मुख्य कारण है -उत्तर -जाबत प्रथा जाबत प्रथा
िं गाि से काफी िगाव था | 18. जाती प्रथा स्वभाबवक बवभाजन नहीं है क्यों?
4.कबव बकन के िीच अंधेरे में होने की िात करता है ?आशय स्पि कीलजए उत्तर - रूलच पर आधाररत नहीं होने के कारण
उत्तर- कबव रंगीन िादिों के िीच अंधेरे में होने की िात करते हैं | 19. आदशक समाज स्वतं त्रता, समानता और भ्रातृत्व पर आधाररत होगा बकसने
कहा? -उत्तर - भीमराव अंिेडकर
12.मेरे बिना तुम प्रभु 20. भारत में िेरोजगारी का एक प्रमुख व प्रत्यक्ष कारण क्या है?
→ इस कबवता के कबव रेनर माररया ररिे का उत्तर - जाबत प्रथा
जन्म 4 बदसं िर 1885 में जमकनी के प्राग, 21. आधुबनक सभ्य समाज श्रम बवभाजन को आवश्यक क्यों मानता है?
आलस्टिया (अि जमकनी ) में हुआ था | उत्तर - कायककुशिता के लिए
→ इनके बपता का नाम जोसेफ ररिे और 22. भारतीय सं बवधान के बनमाकता कौन हैं? -उत्तर - भीमराव अंिेडकर
माता का नाम सोबफया था | 23. सच्चे िोकतं त्र में कै सी भाईचारा होनी चाबहए? –
→ इस का बनधन 29 बदसं िर 1926 ईस्वी में हुआ था | उत्तर - दूध और पानी के बमश्रण जैसी
→ इस कबवता का बहंदी में रूपांतरण धमकवीर भारती ने बकया था |
2.बवष के दांत (कहानी)
→ आप की प्रमुख रचनाएं -िाइफ एं ड सॉन्ग ,िॉरेंस सेक्ीफाईस,एडवेंर आदी है
1.शानदार ििादा बकसका बगर जाएगा और क्यों? 24. बवष के दांत पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर -कहानी
उत्तर- भगवान का शानदार ििादा बगर जाएगा क्योंबक लजसके कपोिों की नरम 25. बवष के दांत के िेखक कौन हैं?-उत्तर -नलिन बविोचन शमाक
सैया में भगवान की कृ पा दृबि बवश्राम करती थी वह भि ही नहीं रहेगा | 26. नलिन बविोचन शमाक का जन्म कहां हुआ था?उत्तर- परना के िदि घार में
2.कबव बकसको कै सा सुख देता था? 27. नलिन बविोचन शमाक का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर- 18 फरवरी 1916 को
उत्तर -कबव प्रभु की कृ पा दृबि को अपने शरीर ,चेहरे की नमक सैया पर बवश्राम 28. नलिन बविोचन शमाक की स्कू ि की पढाई कहां से हुई थी ?
करने का सुख देता था | उत्तर - परना कॉिेलजएर स्कू ि से
3.कबव को बकस िात की आशं का है ?स्पि कीलजए | 29. बकस बवश्वबवद्यािय से नलिन बविोचन शमाक ने सं स्कृ त और बहंदी में एम.ए.
उत्तर -कबव को इस िात की आशं का है बक उसके ना रहने पर प्रभु क्या करेंगे बकया था?-उत्तर - परना बवश्वबवद्यािय से
4.कबवता के आधार पर भि और भगवान के िीच के सं िं ध पर प्रकाश डालिए 30. साबहत्य का इबतहास दशकन बकसकी रचना है?उत्तर- नलिन बविोचन शमाक का
उत्तर - कबवता के आधार पर कबव ने भि और भगवान के िीच काफी गहरा सं िं ध 31. बवष के दांत कहानी बकस कहानी सं ग्रह से िी गई है?
िताया है |भगवान को भिों के बिना पूणकत: अधूरा िताया है | भि और भगवान् उत्तर - बवष के दााँ त तथा अन्य कहाबनयां से
को एक दुसरे के पूरक िताया गया है | 32. बवष के दााँ त कहानी बकस के अनेक अंतः बवरोलधयों को उजागर करती है ?
उत्तर - मध्यम वगक के
1.श्रम बवभाजन और जाबतप्रथा (बनिं ध ) 33. सेन साहि की कार बकस रंग की थी?-उत्तर - कािे रंग की
1. श्रम बवभाजन और जाबत प्रथा पाठ की कौन -सी बवधा है? -उत्तर - बनिं ध 34. सेन साहि के कार की कीमत बकतनी थी?-उत्तर- 7500 रुपए
2. श्रम बवभाजन और जाबत प्रथा के िेखक कौन हैं?-उत्तर - भीमराव अंिेडकर 35. सेन साहि के यहां बगरधरिाि क्या था?-उत्तर - बकरानी
3. िािा साहि भीमराव अंिेडकर का जन्म कि हुआ था? 36. सेन साहि के िेरे का नाम क्या था ?-उत्तर -काशू या खोखा
उत्तर - 14 अप्रैि 1891 ई० में 37. सेन साहि की बकतनी पुबत्रयां थी?-उत्तर- 5
4. िािा भीमराव अंिेडकर का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर - मध्यप्रदे श ,महू में 38. सेन साहि अपने पुत्र को क्या िनाना चाहते थे?
5. भीमराव अंिेडकर का जन्म बकस पररवार में हुआ था?उत्तर - दलित पररवार में उत्तर - बिजनेसमैन या इं जीबनयर
6. ‘मानव मुबि के पुरोधा’ बकसे कहा जाता है?-उत्तर - भीमराव अंिेडकर को 39. घर के िनाए सभी मामिों में कौन अपवाद था?-उत्तर- काशू या खोखा
7. बकसके प्रोत्साहन रालश पर भीमराव अंिेडकर उच्च लशक्षा प्राप्त करने के लिए 40. सेन साहि अपनी पुबत्रयों को मानते थे ?-उत्तर - कठपुतिी
न्यूयॉकक और बफर वहां से िं दन गए? -उत्तर - िड़ौदा नरेश 41. मदन बकसका पुत्र था ?-उत्तर -बगरधर िाि का
8. भीमराव अंिेडकर के लचंतन व रचनात्मकता के प्रमुख प्रेररत व्यबि कौन थे? 42. मदन ने काशू के बकतने दांत तोड़े थे ?-उत्तर- दो
उत्तर - िुद्ध ,किीर और ज्योबतिा फुिे 43. मदन और काशू के िीच बकस खेि को िेकर बववाद हुआ था ?
9. भारत के सं बवधान बनमाकण में बकस की अहम भूबमका थी? उत्तर- िट्टू के खेि
उत्तर - भीमराव अंिेडकर की 44. सेन साहि के डि ाइवर ने बकसे धक्का बदया था?-उत्तर - मदन को
10. भीमराव अंिेडकर की मृत्यु कि और कहां हुई? 45. िं गिे के बपल्ले और गिी के कु त्ते की िड़ाई बकस कहानी में दशाकया गया है ?
उत्तर - बदसं िर 1956 में ,बदल्ली में उत्तर - बवष के दांत में
11. ‘द कास्ट इन इं बडया’ के िेखक कौन है?-उत्तर - भीमराव अंिेडकर 46. ऐसे ही िड़की आगे चिकर चोर, डाकू िनते हैं बकसने कहा था?
12. ‘िुबद्धस्म एं ड कम्युबनज्म’ के िेखक कौन हैं? -उत्तर - भीमराव अंिेडकर उत्तर - सेन साहि ने
13. ‘िुद्ध एं ड बहस धम्मा’ के िेखक कौन हैं?-उत्तर - भीमराव अंिेडकर िािा साहि 47. मदन के लिए क्या खाना मामूिी िात थी ?-उत्तर - मार
14. िािासाहेि अम्बेडकर का सं पूणक वांग्मय बकतने खं डों में प्रकालशत है? 48. सीमा ,रजनी ,आिो, सेफािी और आरती पांचों बकसकी िहने थी ?
उत्तर - 21 खं डों में उत्तर- खोखा की
15. श्रम बवभाजन और जाबत प्रथा िािासाहेि आं िेडकर के बकस भाषा से लिया 49. खोखा के दांत बकसने तोड़ा था ?-उत्तर - मदन ने
गया है?-उत्तर - एनीबहिेशन ऑफ कास्ट 50. सेन साहि की आं खों का तारा कौन था?-उत्तर - खोखा
51. बकस के अनुसार सेना ने लसद्धांतों को भी िदि लिया था ?उत्तर -खोखा के अनुसार

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

52. मैं तो खोखा को इं जीबनयर िनाने जा रहा हूं- यह कथन बकसका था ? 87. बकस रचना पर हजारी प्रसाद बिवेदी को साबहत्य अकादमी पुरस्कार बमिा है?
उत्तर- सेन साहि का उत्तर -आिोक पवक पर
53. सेन साहि की पांचों िड़बकयां कै सी थी ?उत्तर-मूखक थी 88. िढते नाखूनों हमें बकस की याद बदिाते हैं?-उत्तर -पाश्ववृबत्त के
89. नाखून क्यों िढते हैं यह प्रश्न है िेखक से बकसने पूछा था
उत्तर -उसकी छोरी िड़की ने
3.भारत से हम क्या सीखें (भाषण)
90. नाखून क्यों िढते हैं यह बनिं ध बकस ग्रंथ से लिया गया है
54. भारत में हम क्या सीखें पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर- भाषण उत्तर -बिवेदी ग्रंथाविी से
55. भारत में हम क्या सीखें पाठ के िेखक कौन हैं ?-उत्तर - मैक्स मूिर 91. ‘पुराने का मोंह सि समय वांछनीय ही नहीं होता’ यह पं बि बकस शीषकक
56. मैक्समूिर का पूरा नाम क्या है ?-उत्तर- फेबडि क मैक्समूिर पाठ से है ?उत्तर - नाखून क्यों िढते हैं
57. मैक्समूिर का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर -जमकनी में 92. बकस देश के िोग िड़े-िड़े नाखून रखना पसं द करते हैं ?
58. मैक्सवेि का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर- 6 बदसं िर 1823 में उत्तर -गोंड देश के िोग
59. मैक्स मूिर बकतने वषक के थे जि उनके बपता की मृत्यु हो गई उत्तर -4वषक के 93. ‘अनामदास का पोथा’ उपन्यास बकस िेखक की कृ बत है ?
60. मैक्स मूिर के बपता का नाम क्या था ?-उत्तर - बवल्हेल्म मूिर उत्तर- हजारी प्रसाद बिवेदी
61. मैक्स मूिर ने बकस देश को सवाकलधक सं पदा से पररपूणक िताया है ? 94. हजारी प्रसाद बिवेदी ने बनिकज्ज अपराधी बकसे कहा है ?-उत्तर -नाखून को
उत्तर- भारत को 95. बकसने कहा था बक सि पुराने अच्छे नहीं होते सि नए खराि नहीं होते ?
62. मैक्समूिर ने बकस आयु में लिपलजं ग बवश्वबवद्यािय में सं स्कृ त भाषा में अपना उत्तर -कालिदास ने
अध्ययन आरंभ बकया था ?-उत्तर - 18 वषक 96. दधीलच मुबन का हड्डी से क्या िना है ?-उत्तर - इं द्र का ब्रज
63. ‘कठ और के न ‘आबद उपबनषदों का जमकन भाषा में अनुवाद बकसने बकया था 97. इं द्र का ब्रज बकस से िना है ?-उत्तर - दधीलच मुबन की हड्डी से
उत्तर- मैक्समूिर ने 98. हजारी प्रसाद बिवेदी िारा रलचत पाठ कौन सा है ?-उत्तर- नाखून क्यों िढते हैं
64. मेघदूत का जमकन भाषा में अनुवाद बकसने बकया था?-उत्तर -मैक्स मूिर ने 99. सहजात वृबत बकसे कहते हैं?-उत्तर -अनजान स्मृबत को
65. स्वामी बववेकानं द ने बकसे ‘वेदांतीओं का भी वेदांती’ कहा है-उत्तर - मैक्स मूिर को 100. नाखून का िढना बकसका पररणाम है-उत्तर -मनुष्य की अंध सहजात वृबत की
66. मैक्समुिर को बकसने वेदाल्कन्तयों का भी वेदांती कहा है ?
उत्तर- स्वामी बववेकानं द ने 5.नागरी लिबप (बनिं ध)
67. महारानी बवक्टोररया ने बकसे ‘नाइर’ की उपालध दी थी?उत्तर - मैक्समूिर को 101. नागरी लिबप पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर -बनिं ध
68. मैक्स मूिर ने बकसकी नाइर की उपालध को अस्वीकार कर बदया ? 102. नागरी लिबप पाठ के िेखक कौन है?-उत्तर- गुणाकर मुिे
उत्तर- महारानी बवक्टोररया की 103. गुणाकर मुिे का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर- 1935 में
69. मैक्समूिर का बनधन कि हुआ ?-उत्तर- 28 अक्टू िर 1900 को 104. गुणाकर मुिे का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर - अमराविी महारािि में
70. भारत से हम क्या सीखें भाषण का बहंदी रूपांतरण बकसने बकया है ? 105. गुणाकर मुिे का बनधन कि हुआ था?-उत्तर - 2009 में
उत्तर- डॉ भवानी शं कर बत्रवेदी ने 106. खगोि बवज्ञान, अंतररक्ष बवज्ञान, बवज्ञान का इबतहास इत्याबद बकसकी रचना
71. सच्चे भारत का दशकन कहां हो सकता है?-उत्तर - ग्रामीण भारत में है?-उत्तर- गुणाकर मुिे की
72. बकस गवनकर जनरि के समय 172 दाररस नामक सोने से भरा घड़ा बमिा था 107. बकसकी 2500 से अलधक िेख तथा 30 पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है ?
उत्तर- वारेन हेलस्टं ग्स उत्तर -गुणाकर मुिे
73. बनवृत्त बवद्या का सं िं ध बकससे है ?-उत्तर -मानव बवज्ञान से 108. अक्षरों की कहानी बकसकी रचना है ?-उत्तर- गुणाकर मुिे की
74. सर बवलियम जॉन्स समुद्री यात्रा करते भारत कि पहुंचे ?-उत्तर- 1783 में 109. प्राचीन भारत के महान वैज्ञाबनक बकसकी रचना है?-उत्तर- गुणाकर मुिे
75. दाररस नामक सोने के लसक्कों से भरा घड़ा बकसे बमिा था 110. मेंडिीफ ,महान वैज्ञाबनक, सौरमं डि ,सूयक ,नक्षत्र-िोक भारतीय लिबपयों की
उत्तर - वारेन हेलस्टं ग्स को कहानी, अंतररक्ष -यात्रा ,ब्रह्मांड पररचय इत्याबद बकसकी रचना है?
76. बकसके अध्ययन क्षेत्र में भारत के कारण नवजीवन का सं चार हो चुका है ? उत्तर -गुणाकर मुिे
उत्तर -नीबतकथा का 111. नागरी लिबप पाठ गुणाकर मुिे की बकस पुस्तक से िी गई है
77. यूनान और रोम के सं पूणक साबहत्य से कहीं अलधक बवशाि है उत्तर - भारतीय लिबपयों की कहानी से
उत्तर -सं स्कृ त भाषा और साबहत्य 112. देवनागरी लिबप के प्रारंलभक िेख कहां से प्राप्त हुए-उत्तर- दलक्षण भारत से
78. सिसे पुरानी भाषा कौन सी है ? 113. बहंदी तथा इसकी बवबवध िोलियां बकस भाषा में िोिी जाती है ?
उत्तर -सं स्कृ त उत्तर- देवनागरी लिबप
114. 15वीं सदी के बवजयनगर के शासकों ने अपने िेखों के लिए बकस लिबप का
4.नाख़ून क्यों िढते हैं(िलित बनिं ध
प्रयोग बकया ?-उत्तर -नं दीनागरर
79. नाखून क्यों िढते हैं यह) पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर -िलित बनिं ध 115. दोहा कोश बकसकी रचना है ?-उत्तर- सरहपाद की
80. नाखून क्यों िढते हैं पाठ के िेखक कौन हैं ?-उत्तर -हजारी प्रसाद बिवेदी 116. रामायण की रचना बकस भाषा में हुई?-उत्तर- सं स्कृ त में
81. हजारी प्रसाद बिवेदी का जन्म कि हुआ था?-उत्तर -1907 में 117. तबमि, मियािम, तेिुगू ,कन्नड़ भाषाएं हैं ?-उत्तर - दलक्षण भारत की
82. हजारी प्रसाद बिवेदी का जन्म कहां हुआ था? 118. बहंदी के आबद कबव हैं ?-उत्तर – सरह पाद
उत्तर -छपरा ,िलिया ,उत्तर प्रदेश में 119. नागररक लिबप के िेख कि से बमिने िगे थे ?उत्तर -9 वीं सदी से
83. हजारी प्रसाद जी की मृत्यु कि हुई थी?-उत्तर -1979 ई० (बदल्ली में) 120. भारत में िेतमा दान पत्र बकस समय का है?-उत्तर -1020 ईo
84. ‘अशोक के फूि’ बकसकी रचना है ?-उत्तर- हजारी प्रसाद बिवेदी की 121. बवजयनगर के शासकों के िेख बकस लिबप में है ?-उत्तर - नं दीनागरी लिबप में
85. आिोक पवक बकसकी रचना है?-उत्तर- हजारी प्रसाद बिवेदी की 122. परमार शासक भोज कहां के रहने वािे थे ?-उत्तर - धारा नगरी के
86. िाणभट्ट की आत्मकथा बकसकी रचना है ?-उत्तर- हजारी प्रसाद बिवेदी की 123. करीि बकतने वषक पहिे पहिी िार देवनागरी लिबप के राइप िने ?

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

उत्तर- दो सदी पहिे 163. भौबतकवाद का अथक भाग्य वादा नहीं है यह बकस बनिं ध की पं बि है ?
124. के रि के शासकों ने अपने लसक्के पर देवनागरी लिबप में क्या लिखवाया? उत्तर - परंपरा का मूल्ांकन
उत्तर – वीरके रिस्य 164. परंपरा का ज्ञान बकसके लिए आवश्यक है ?
उत्तर- जो िकीर के फकीर ना होकर क्ांबतकारी साबहत्य की रचना करना चाहते हैं
6.िहादुर(कहानी) 165. जारशाही कहा ल्कस्थत है ?-उत्तर - रूस में
125. िहादुर पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर- कहानी 166. साबहत्य के बनमाकण में प्रबतभाशािी मनुष्यों की भूबमका है उत्तर - बनणाकयक
126. िहादुर पाठ के िेखक कौन है?-उत्तर -अमरकांत 167. जातीय अल्कस्मता की दृबि से इबतहास का प्रभाव कै सा है?
127. अमरकांत का जन्म कि हुआ था?-उत्तर - जुिाई 1925 में उत्तर -बवल्कच्छन और अबवल्कच्छन्न
128. अमरकांत का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर -नगर ,िलिया उत्तर प्रदेश में 168. साबहत्य की परंपरा का पूणक ज्ञान बकस व्यवस्था में सं भव है ?
129. अलखि भारतीय कहानी प्रबतयोबगता में बकस की कहानी को ’बडप्टी किेक्टरी’ उत्तर- समाजवादी व्यवस्था में
से पुरस्कृ त बकया गया था?उत्तर- अमरकांत 169. िेखक रामबविास शमाक कि से कि तक भारतीय प्रगबतशीि िेखक सं घ के
130. लजं दगी और जोंक बकसकी रचना है?-उत्तर -अमरकांत की महामं त्री रहे ?-उत्तर - 1949 से 1953 तक
131. देश के िोग ,मौत का नगर, बमत्र- बमिन ,कु हासा आबद बकसकी रचना है? 170. सामालजक बवकास क्म में सामं ती सभ्यता की अपेक्षा बकस सभ्यता को
उत्तर- अमरकांत की अलधक प्रगबतशीि कहा जा सकता है ?-उत्तर- पूं जीवादी सभ्यता में
132. िेखक के िड़के का नाम क्या था ?-उत्तर -बकशोर 171. मनुष्य और पररल्कस्थबत का सं िं ध है? -उत्तर - िं दात्मक
133. िेखक की पत्नी का नाम क्या था ?-उत्तर - बनमकिा 172. बहंदी आिोचना को वैज्ञाबनक दृबि प्रदान करने का श्रेय लजनको है ?
134. िहादुर ने बकसे पीरा था ?-उत्तर- भैंस को उत्तर- रामबविास शमाक को
135. िहादुर से मार खाकर भैंस भागी -भागी बकसके पास आई थी 173. बकसने सोबवयत सं घ पर आक्मण बकया ?-उत्तर- बहरिर ने
उत्तर- मां के पास 174. यबद मनुष्य पररल्कस्थबतयों का बनयामक नहीं है तो पररल्कस्थबत भी मनुष्य की ?
136. िहादुर अपने घर से बकतने रुपए िेकर भागा था?-उत्तर -दो रुपए उत्तर -बनयामक नहीं है
137. अपनी मां से मार खाकर िहादुर कहां छु प गया?उत्तर -झाररयों में 175. सोबवयत सं घ के िोग बहरिर बवरोधी सं ग्राम को क्या कहते हैं ?
138. िहादुर को िेखक के घर कौन िाया था?उत्तर - िेखक के सािा ने उत्तर - महान रािि ीय सं ग्राम
139. िहादुर िेखक के यहां क्या था ?-उत्तर - नौकर 176. अल्कस्मता का क्या अथक है ?-उत्तर- पहचान
140. िहादुर का उम्र बकतना था ?-उत्तर- 12 वषक
8.लजत लजत मैं नीरख़त हूं(साक्षात्कार)
141. िहादुर बकशोर से मार खाकर क्या बकया?-उत्तर-चुपचाप कोने में खड़ा हो गया
142. िहादुर पर ररश्तेदार ने कौन सा इं जाम िगाया ?-उत्तर - चोरी का 177. ‘लजत-लजत मैं बनरखत हूं’ पाठ की कौन सी बवधा है ?
143. िहादुर पर बकतने रुपए चोरी के इन्जाम िगे ?-उत्तर -11रु उत्तर - साक्षात्कार
144. िहादुर िेखक को क्या कहता था ?-उत्तर – िािूजी 178. ‘लजत-लजत मैं बनरखत हूं ‘पाठ के रचनाकार कौन हैं?
145. िहादुर के हाथ से क्या बगरकर रू र गया ?-उत्तर - लसििट्टा उत्तर- पं बडत बिरजू महाराज
146. िहादुर के क्या नहीं िनाने पर बनमकिा ने उसे पीरा?-उत्तर -रोरी 179. पं बडत बिरजू महाराज का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर- 4 फरवरी 1938 को
147. िहादुर कहां का रहने वािा था ?-उत्तर -नेपाि का 180. पं बडत बिरजू महाराज का जन्म कहां हुआ था ?-उत्तर- िखनऊ में
148. िहादुर का पूरा नाम क्या था ?-उत्तर- बदि िहादुर 181. पं बडत बिरजू महाराज बकतने वषक के थे जि उनके बपता का देहांत हो गया?
149. िहादुर अपने घर से क्यों भागा था?-उत्तर- मां की मार के कारण उत्तर- साढे नौ वषक
150. िहादुर का िाप कहां मारा गया था?-उत्तर- युद्ध में 182. पं बडत बिरजू महाराज के चाचा का नाम क्या था ?-उत्तर - शं भू महाराज
151. िेखक की पत्नी के ररश्तेदार बकस बदन आए थे ?-उत्तर - रबववार के बदन 183. पं बडत बिरजू महाराज के गुरु कौन थे ?-उत्तर -बपताजी
152. िहादुर बकतने वषक का था? -उत्तर -िारह- तेरह वषक का 184. पं बडत बिरजू महाराज अपना जि बकसे मानते थे?-उत्तर -अम्मा को
185. जि पं बडत बिरजू महाराज को सं गीत नारक अकादमी अवाडक बमिा था ति
7.परम्परा का मुल्ांकन(बनिं ध)
उसकी आयु बकतनी थी ?-उत्तर - 27 वषक
153. परंपरा का मूल्ांकन पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर -बनिं ध 186. पं बडत बिरजू महाराज खुद को बकसके शाबगदक मानते थे?-उत्तर -बपताजी के
154. परंपरा के मूल्ांकन पाठ के बनिं धकार कौन हैं?-उत्तर- रामबविास शमाक 187. पं बडत बिरजू महाराज को बकसने गांडा िांधा था ?-उत्तर -बपताजी ने
155. रामबविास शमाक का जन्म कि हुआ था?-उत्तर - 10 अक्टू िर 1912 में 188. पं बडत बिरजू महाराज बकसके पयाकय माने जाते हैं?-उत्तर- नृत्य के
156. रामबविास शमाक का जन्म कहां हुआ था? 189. पं बडत बिरजू महाराज के नृत्य की शैिी कौन सी थी ?-उत्तर - कत्थक
उत्तर -उन्नाव (उत्तर प्रदेश) के , ऊंचगााँ व सानी में 190. पं बडत बिरजू महाराज का जन्म िखनऊ के बकस पीढी में हुआ था ?
157. रामबविास शमाक बकस बवश्वबवद्यािय के अंग्रेजी बवभाग के अध्यापक रहे ? उत्तर - सातवीं पीढी में
उत्तर -िखनऊ बवश्वबवद्यािय में 191. बिरजू महाराज की बकतनी िहने थी ?-उत्तर- 3
158. रामबविास शमाक बकस बवश्वबवद्यािय में कु िपबत के रूप में रहे ? 192. पं बडत बिरजू महाराज की सिसे छोरी िहन उससे बकतने वषक िड़ी थी ?
उत्तर - आगरा ,बवश्वबवद्यािय में उत्तर - 8 वषक
159. रामबविास शमाक का बनधन कि हुआ?-उत्तर - 30 मई 2000 में बदल्ली में 193. पं बडत बिरजू महाराज की सिसे िड़ी िहन उसे बकतने वषक िड़ी थी ?
160. बनरािा की साबहत्य साधना बकसकी रचना है?-उत्तर - रामबविास शमाक की उत्तर - 15 वषक िड़ी थी
161. रामबविास शमाक को बकस कृ बत के लिए साबहत्य अकादमी पुरस्कार बमिा है ?
उत्तर- बनरािा की साबहत्य साधना पर 194. पं बडत बिरजू महाराज को सं गीत भारती िेकर कौन गए थे ?
162. भारतेंदु हररश्चं द्र ,प्रेमचं द्र और उनका युग, भाषा और समाज इत्याबद के िेखक उत्तर -कबपिा जी
कौन हैं ?-उत्तर - रामबविास शमाक

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

195. पं बडत बिरजू महाराज ने अंबतम िार अपने बपताजी के साथ कहां प्रोग्राम बकया 233. प्रत्येक वषक आबवन्यों में कै सा समारोह आयोलजत होता है-उत्तर- रंग-समारोह
था ?-उत्तर - मैनपुरी में 234. वीिनव्व और आबवन्यों के िीच में कौन सी नदी है ?-उत्तर - रोन नदी
196. पं बडत बिरजू महाराज ने बकतने प्रोग्राम करके अपने बपताजी की तैरवी करवाई 235. आबवन्यों क्या है?-उत्तर -ईसाइ मठ
थी ?-उत्तर - दो प्रोग्राम 236. आबवन्यों में रहकर िगभग 30 सं युि कबवताएं लिखने वािे अबतयथाथकवादी
197. पं बडत बिरजू महाराज ने दो प्रोग्राम पर बकतने रुपए कमाए थे कबव हैं -उत्तर- आं द्रे बब्रता,रेने शा और पॉि एिुआर सभी
उत्तर- 500रु 237. अशोक वाजपेयी की िलित रचना है ?उत्तर -आबवन्यों
198. पं बडत बिरजू बकसे अपना शाबगदक मानते हैं ?-उत्तर- शाश्वती को 238. आबवन्यों दलक्षण फ्रांस में रोन नदी के बकनारे िसा कै सा शहर है ?
199. बिरजू महाराज को तािीम बकसने दी ?-उत्तर -िािूजी ने उत्तर- पुराना
200. बिरजू महाराज बकस शैिी के नतकक थे ?उत्तर- कत्थक 239. िेखक आबवन्यों बकसलिए गए थे ?-उत्तर - रंग समारोह में भाग िेने के लिए
201. बिरजू महाराज की ख्याबत बकस रूप में है ?-उत्तर- नतकक के रूप में 240.पीरर ब्रुक का बववाद प्रस्त महाभारत पहिे पहि कहां प्रस्तुत बकया जाने
202. शं भू महाराज बिरजू महाराज कौन थे ?-उत्तर -चाचा वािा था?-उत्तर -आबवन्यों में
203. हिकारे का अथक होता है -उत्तर- सं देशवाहक 241. िा-शत्रुज को बकसने िनवाया था ?-उत्तर -फ्रेंच शासकों ने
204. नेपाि में बिरजू महाराज के एक ररश्तेदार थे लजनका नाम था 242. कारथूलसयन सं प्रदाय का एक ईसाई मठ है -उत्तर -िा -शत्रुज
उत्तर- झुमकिाि 243. जारशाही कहां है ?-उत्तर -रूस में
205. जि बदल्ली में बहंदू मुल्किम दं गे होने िगे तो डर के मारे बिरजू महाराज और 244. आबवन्यों बकस नदी पर ल्कस्थत है?-उत्तर- रोन नदी पर
उनकी अम्मा कहां चिे आए ?-उत्तर- िखनऊ 245. अशोक वाजपेयी को नदी बकनारे बकसकी कबवता याद आती है ?
206.बिरजू महाराज का सं िं ध है -उत्तर- कत्थक नृत्य से उत्तर- बवनोद कु मार शुक्ल की
207.बिरजू महाराज बकतना रुपए नजराना देकर अपने गुरु बपता जी से गांडा 246. अशोक वाजपेयी नदी की तुिना बकससे करते हैं?उत्तर - कबवता से
िनवाया था ?-उत्तर -500 247. अशोक वाजपेयी को नदी के बकनारे बवनोद कु मार शुक्ल की कौन सी कबवता
208. शाबगदक का अथक होता है -उत्तर -लशष्य याद आती है ?-उत्तर -नदी चेहरे िोगों के

10.मछिी(कहानी )
9.आबवन्यों (िलित रचना
248. मछिी पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर -कहानी
) सी बवधा है?-उत्तर -िलित रचना
209.आबवन्यों पाठ की कौन
249. मछिी पाठ के िेखक कौन हैं ?-उत्तर -बवनोद कु मार शुक्ल
210. आबवन्यों के िेखक कौन है ?-उत्तर -अशोक वाजपेयी
250. बवनोद कु मार शुक्ल का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर -1 जनवरी 1937 को
211. अशोक वाजपेयी का जन्म कि हुआ था?-उत्तर -16 जनवरी 1941 में
251. बवनोद कु मार शुक्ल का जन्म कहां हुआ था ?उत्तर -राजनादगावाँ ,छत्तीसगढ में
212. अशोक वाजपेयी का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर- दुगक ,छत्तीसगढ में
252. बवनोद कु मार शुक्ल बकस बवश्वबवद्यािय के एसोलसएर प्रोफेसर थे ?
213. अशोक वाजपेई कहां के मूि बनवासी थे ?-उत्तर- मध्य प्रदेश के
उत्तर -इं बदरा गांधी कृ बष बवश्वबवद्यािय
214. अशोक वाजपेयी की माता और बपता का नाम क्या था?
253. नौकर की कमीज बकसकी उपन्यास हैं ?-उत्तर -बवनोद कु मार शुक्ला
उत्तर -माता बनमकिा देवी, और बपता परमानं द वाजपेयी
254. पेड़ पर कमरा और महाबवद्यािय बकसकी दो प्रलसद्ध कहानी है ?
215. अशोक वाजपेयी ने अपनी प्रारंलभक लशक्षा कहां शुरू की?
उत्तर -बवनोद कु मार शुक्ल
उत्तर- गवनकमेंर हायर सेकेंडरी स्कू ि से
255. बवनोद कु मार शुक्ल को रघुवीर सहाय स्मृबत पुरस्कार कि बमिा था ?
216. अशोक वाजपेयी ने एम. ए. कहां से बकया ?-उत्तर- बदल्ली से
उत्तर -1997में
217. बकसके िगभग तीन दजकन मौलिक और सं पादक कृ बतयां प्रकालशत हैं?
256. बवनोद कु मार शुक्ल को साबहत्य अकादमी पुरस्कार कि बमिा था?
उत्तर -अशोक वाजपेयी के
उत्तर- 1990 में
218. एक पतं ग अनं त में बकसकी रचना है ?-उत्तर -अशोक वाजपेयी के
257. मछिी कहानी बकस कहानी सं ग्रह से लिया गया है?-उत्तर- महाबवद्यािय से
219. तत्पुरुष ,कहीं नहीं तो वहीं , थोड़ी सी जगह , इत्याबद बकसकी रचना हैं ?
258. िेखक के घर मछिी कौन खाता था?-उत्तर -उसके बपता
उत्तर- अशोक वाजपेयी की
259. बपताजी ने िाजार से बकतनी मछलियां िाई थी ?-उत्तर -3
220.आबवन्यों कहां ल्कस्थत है ?-उत्तर- दलक्षण फ्रांस में
260.बपताजी िारा िाजार से िाई गई तीन मछलियों में बकतनी मछिी मरी थी?
221. आबवन्यों क्या है ?-उत्तर - दलक्षण फ्रांस का एक मध्ययुगीन ईसाई मठ
उत्तर- एक मछिी
222. िेखक बकतने वषक पहिे आबवन्यों गए थे?-उत्तर -10 वषक पहिे
261. मछिी के लिए मसािा कौन पीस रही थी ?-उत्तर- मां
223. िेखक आबवन्यों में बकतने बदन रुके ?-उत्तर -19 बदन
262. िेखक को मछिी खाने से बकसने मना बकया था ?-उत्तर -मां ने
224. िेखक ने 19 बदन के प्रवास में आबवन्यों में बकतनी कबवताएं और गद्य लिखें
263. मछिी को कौन कार रहा था ?-उत्तर -भग्गू
उत्तर - 35 कबवताएं और 27 गद्य
264. मछिी छू ते हुए कौन बहचक रहा था ?-उत्तर- सं तु
225. फ्रांस का एक प्रमुख किा कें द्र रहा है ?-उत्तर- आबवन्यों
265. िच्चे मछिी िेकर कहां घुस गए?-उत्तर- पतिी गिी में
226. रोन नदी के दूसरी ओर िसा एक छोरा सा शहर कौन था ?-उत्तर- वीिनव्व
266. िच्चों के मन में मछिी के प्रबत क्या अलभिाषा थी?
227. वीिनव्व है -उत्तर- एक छोरा सा गांव
उत्तर - एक मछिी को कु आं में छोड़कर िड़ा करने की
228. अशोक वाजपेयी आबवन्यों साथ िे गए थे ?
उत्तर -बहंदी का राइपराइरर ,कु छ पुस्तकें और कु छ सं गीत के रे प्स
267. बकसने कहा था मरी हुई मछिी की आं खों में परछाई नहीं बदखती ?
229. चौदवीं सदी से फ्रेंच क्ांबत तक बकसका धाबमकक उपयोग रहा है
उत्तर - दीदी ने
उत्तर -िा- शत्रुज का
268. मछिी की तरह कौन तड़प रही थी ?-उत्तर- दीदी
230.िा शत्रुज क्या था ?-उत्तर -ईसाई मठ
269. मछिी कहानी में दीदी का प्रेमी कौन था ?-उत्तर- नरेन
231. बपकासो की कृ बत का नाम क्या है ?-उत्तर -मादामोिेज द आबवन्यों
270.बपताजी ने भग्गू से बकसके हाथ तोड़ने के लिए कहा ?-उत्तर- नरेन का
232. रोन नदी के बकनारे िसे शहर का नाम क्या है?-उत्तर- आबवन्यों
271. अरे -अरे कहता हुआ सं तु के पीछे कौन भागा ?-उत्तर- भग्गू

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

272. मोहरा नदी शहर से बकतनी है?-उत्तर- 3 मीि 313. उस्ताद बिल्कस्मल्ला खााँ को ररयाज के लिए कहााँ जाना पड़ता था
273. घर में कौन हिी-हिी लससबकयां िे रही थी ?-उत्तर - दीदी उत्तर -पुराना िािाजी मं बदर
274. पूरे घर में कै से गं दा रही थी ?-उत्तर - मछलियों की 314. 5 -6 वषक डु मराव में बिताकर कमरुद्दीन कहां आ गए ?-उत्तर -काशी
275. िेखक अपने बपता से क्या मांगना चाहता था ?-उत्तर - मछिी 315. शहनाई िजाने के लिए बकसका प्रयोग होता है?-उत्तर -रीड नरकर का
276. मछिी कहानी में बकस वगक का जीवन वलणकत है ?-उत्तर- मध्यमवगक का 316. रसूिन िाई थी ?-उत्तर -गाबयका
277. खरीदे गए मछिी में बकतनी मछलियां लजंदा थी?उत्तर- दो 317. बिल्कस्मल्ला खााँ के परदादा उस्ताद सिाम हुसैन कहां के बनवासी थे?
278. बपताजी बकससे नाराज थे ?-उत्तर - नरेंद्र से उत्तर- डु मराव के
279. सं तु बकस कहानी का पात्र है ?-उत्तर -मछिी 318. अमीरुद्दीन/कमीरुद्दीन बकसका नाम था ?-उत्तर -बिल्कस्मल्ला खााँ
280. पररवार के बकस सदस्य ने मछिी जैसे समानता बदखाई पड़ी उत्तर -दीदी 319. अरि देश में फूंक कर िजाए जाने वािे वाद्य यं त्र लजसमें नाड़ी होती है को
281. महाबवद्यािय नामक कहानी सं ग्रह बकसकी रचना है? क्या कहते हैं ?-उत्तर - नय
उत्तर -बवनोद कु मार शुक्ल की 320.यतींद्र बमश्र ने गीतकार गुिजार की कबवताओं का सं पादन बकस नाम से
282. मछिी बकस प्रकार की कहानी है ?-उत्तर -मनोवैज्ञाबनक बकया?-उत्तर - यार जुिाहे के नाम से
283. सं तु मछिी िेकर क्यों भागा?-उत्तर- कु एं में छोड़ने के लिए
284. सं तु भींगने से िचने के लिए कहां खड़ा हो गया?
12.लशक्षा और सं स्कृ बत (लशक्षाशास्त्र)
उत्तर- मकान के नीचे 321. लशक्षा और सं स्कृ बत पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर- लशक्षाशास्त्र
322. लशक्षा और सं स्कृ बत के िेखक कौन हैं?-उत्तर - महात्मा गांधी
11.नौितखाने में इिादत (व्यबि लचत्र )
323. महात्मा गांधी का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर - 2 अक्टू िर 1869 में
285. नौितखाने में इिादत पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर -व्यबिगत लचत्र 324. महात्मा गांधी का जन्म कहां हुआ था ?-उत्तर -पोरिं दर, गुजरात में
286. नौितखाने में इिादत पाठ के िेखक कौन हैं ?-उत्तर -यतींद्र बमश्र 325. महात्मा गांधी के बपता का नाम क्या था ?-उत्तर- करमचं द गांधी
287. यतींद्र बमश्र का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर -1977 में 326. महात्मा गांधी की माता का नाम क्या था?-उत्तर- पुतिीिाई
288. यतींद्र बमश्र का जन्म कहां हुआ था ?-उत्तर- अयोध्या उत्तरप्रदेश में 327. गााँ धी जी की प्रारंलभक लशक्षा कहां से हुई थी ?
289. यतींद्र बमश्र ने बहंदी भाषा और साबहत्य में एम. ए. बकस बवश्वबवद्यािय से उत्तर- पोरिं दर और उसके आस- पास से
बकया था?-उत्तर- िखनऊ बवश्वबवद्यािय से 328. महात्मा गांधी वकाित की पढाई करने के लिए कि और कहां गए थे ?
290.बकस िेखक को राजीव गांधी एकता पुरस्कार, रजा पुरस्कार हेमंत स्मृबत उत्तर - 4 बदसं िर1888 ई o को िं दन यूबनवलसकरी से
कबवता पुरस्कार ,ऋतुराज सम्मान पुरस्कार आबद से सम्माबनत बकया गया है? 329. महात्मा गांधी का बववाह बकसके साथ हुआ था?-उत्तर - कस्तूरिा गााँ धी से
उत्तर - यतींद्र बमश्र को 330. गांधीजी दलक्षण अफ्रीका में कि से कि तक रहे थे?
291. बिल्कस्मल्ला खााँ क्या िजाते थे ?-उत्तर- शहनाई उत्तर -1893 से 1914 तक
292. बिल्कस्मल्ला खााँ का जन्म कि और कहां हुआ था? 331. गााँ धी जी दलक्षण अफ्रीका से वापस कि आए थे?-उत्तर- 1915 में
उत्तर - बिहार ,डु मराव में 1916 ई० में 332. गांधी जी को महात्मा की उपालध बकसने दी थी ?-उत्तर - रबवं द्रनाथ ठाकु र ने
293. बिल्कस्मल्ला खााँ के परदादा कौन थे?उत्तर- उस्ताद सिार हुसैन 333. गांधीजी ने रबवन्द्रनाथ ठाकु र/रै गोर को बकस की उपालध दी थी ?
294. सुबषर वाद्य यं त्रों में शाह की उपालध बकसे है ?-उत्तर -शहनाई को उत्तर- िापू की
295. बिल्कस्मल्ला खााँ नमाज में क्या मांगते थे?-उत्तर- मालिक एक सुर वि दे 334. बहंद स्वराज ,सत्य के साथ मेरा प्रयोग आबद बकसकी पुस्तकें हैं ?
296. बिल्कस्मल्ला खााँ के साथ मुल्किम धमक का कौन सा पवक जुड़ा है ?उत्तर - मुहरकम उत्तर - गांधीजी की
297. बिल्कस्मल्ला खााँ जि भी कहीं प्रोग्राम करने तो बकस ओर मुं ह करके शहनाई 335. हररजन, यं ग इं बडया आबद पबत्रकाएं बकसकी है?-उत्तर- गांधी जी की
िजाते थे ?-उत्तर- बवश्वनाथ और िािाजी मं बदर की बदशा की ओर 336. गांधी जी की मृत्यु कि हुई ?-उत्तर - 30 जनवरी 1948 को ,नई बदल्ली में
298. सं स्कृ ती की पाठशािा है -उत्तर- काशी 337. गांधी जी की स्मृबत में हम कौन सा बदवस मनाते हैं?-उत्तर- अबहंसा बदवस
299. बिल्कस्मल्ला खााँ का मतिि -उत्तर- बिल्कस्मल्ला खााँ की शहनाई 338. िापू कहकर कृ तज्ञ रािि बकन्ें याद करता है ?-उत्तर - महात्मा गांधी को
300.बिल्कस्मल्ला खााँ को बमि चुका है -उत्तर- भारत रत्न 339. अंतररािि ीय स्तर पर अबहंसा बदवस कि मनाया जाता है ?उत्तर- 2 अक्टू िर को
301. िािा बवश्वनाथ और बिल्कस्मल्ला खााँ एक दूसरे के थे ?-उत्तर -पूरक 340.अंग्रेजो के लखिाफ अबहंसा का पहिा प्रयोग गांधीजी ने कहां बकया ?
302. कौन सा शहर आज भी सं गीत के स्वर पर जगती है?-उत्तर-काशी उत्तर - दलक्षण अफ्रीका में
303. कहााँ मरने पर भी मं गि माना जाता है?-उत्तर- काशी में 341. महात्मा गांधी के अनुसार उदास हुआ िबढया लशक्षा क्या है-
304. बकस व्यबि को सं गीत नाट्य अकादमी पुरस्कार ,पद्म भूषण पुरस्कार और उत्तर- जो अबहंसक प्रबतरोध हो
भारत रत्न से नवाजा गया है ?-उत्तर -बिल्कस्मल्ला खााँ को 342. आध्यालत्मक लशक्षा से गांधीजी का क्या तात्पयक है?-उत्तर- हृदय की लशक्षा
305. नौित खाने में इिादत पाठ के कें द्र में कौन है?-उत्तर- बिल्कस्मल्ला खााँ 343. कौन चाहते थे बक सभी घरों की सं स्कृ बत की हवा उनके घर के पास िहती रहे
306.इिादत का अथक है?-उत्तर- उपासना उत्तर - गांधीजी
307.बिल्कस्मल्ला खााँ का सं िं ध है ?-उत्तर -शहनाई से 344. शेक्सबपयर बकस भाषा के कबव हैं?-उत्तर- अंग्रेजी
308. फरा सूर न िक्से ,िूाँ गीया का क्या ,आज फरी तो कि सीि जाएगी -उपयुि 345. रॉिस्टॉय कौन थे ?-उत्तर - रूसी िेखक
कथन बकसका है ?-उत्तर -बिल्कस्मल्ला खााँ 346. मेरा धमक कै द खाने का धमक नहीं है -यह बकसका कथन है
309.शास्त्रों में आनं द -कानन के नाम से प्रबतबष्ठत है ?-उत्तर- काशी उत्तर - महात्मा गांधी का
310. नौितखाने का अथक है?-उत्तर- प्रवेश िार के ऊपर मं गि ध्वबन िजने का स्थान 347. मेरा धमक कै द खाने का धमक नहीं है ।यह पं बि बकस शीषकक पाठ में है ?
311. नौितखाने में इिादत पाठ में िेखक ने बकन का व्यबिगत लचत्र प्रस्तुत बकया उत्तर- लशक्षा और सं स्कृ बत
है ?-उत्तर - बिल्कस्मल्ला खााँ का
312. बिल्कस्मल्ला खााँ के िचपन नाम था ?उत्तर -कमरुद्दीन /अमीरुद्दीन

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
Class – 10th DREAM 450+ Batch Hindi ( गोधुलि )

काव्य खं ड 358. गुरु नानक देव जी पं जािी भाषा के साथ-साथ और बकस भाषा में कबवताएं
लिखते थे?-उत्तर - बहंदी भाषा में
1.राम नाम बिनु बिरथे ,जबग जनमा 359. गुरु नानक जी की भाषा में मेि था-उत्तर - ब्रजभाषा और खड़ी िोिी दोनों का
348. राम नाम बिनु बिरथे जबग जनमा पाठ की कौन सी बवधा है उत्तर -कबवता 360.गुरु नानक देव जी की रचनाओं का सं ग्रह बकसने बकया था ?
349. राम नाम बिनु बिरथे जबग जनमा पाठ के कबव कौन हैं ?-उत्तर- गुरु नानक उत्तर- लसख धमक के पांचवें गुरु, गुरु अजुकन देव जी ने
350. गुरु नानक का जन्म कि और कहां हुआ था? 361. गुरु नानक देव जी की रचनाओं का सं ग्रह कि बकया गया ?उत्तर -1604
उत्तर -1469 में, तिवं डी ग्राम ,लजिा िाहौर में 362. लसख धमक में गुरु नानक देव जी की रचनाओं का सं ग्रह क्या कहिाता है
351. बकन का जन्म स्थान ननकाना साहि के नाम से प्रलसद्ध है उत्तर- गुरुग्रंथ साबहि
उत्तर -गुरु नानक का 363. जपुजी, आशादीवार ,रबहरास और सोबहिा बकसकी रचना है?
352. गुरु नानक के बपता का नाम क्या था?-उत्तर - कािू चं द खत्री उत्तर- गुरु नानक दे व जी की
353. गुरु नानक के माता का नाम क्या था?-उत्तर- तृप्ता देवी 364. गुरु नानक देव जी की मृत्यु कि हुई?-उत्तर- 1539 में
354. गुर नानक के पत्नी का नाम क्या था ?-उत्तर- सुिक्ष्मी 365. गुरु नानक देव जी के मुं ह से बनकिे अंबतम शब् क्या थे ?-उत्तर – वाह गुरु
355. बकस कबव ने वणाकश्रम व्यवस्था और कमककांड का बवरोध करके बनगुकण ब्रह्म की 366. गुरु नानक के पद में क्या बमिते थे?
भबि का प्रचार बकया ?-उत्तर- गुरु नानक ने 367. उत्तर - प्रेम एवं भबि के प्रभावशािी मधुर गीत
356. गुरु नानक की भेंर बकस शासक से हुई थी ?-उत्तर- िािर से
357. लसख धमक के प्रवतकक हैं -उत्तर - गुरु नानक
368. गुरु नानक देव जी बकसके बिना इस जगत में जीवन व्यथक मानते हैं ? 396. तुम कौन धौ पारी पढे हो, कहो मन िेहुाँ पर देहुाँ छराक नहीं पं बि बकस
उत्तर- राम नाम के बिना कबवता की है ?-उत्तर -अबत सूधो स्नेह को मारग है
369. राम नाम के बिना इस जगत में जीवन क्या है -उत्तर -व्यथक 397. कबव ने परजन्य बकसे कहा है ?-उत्तर- िादि को
370.गुरु नानक कौन थे ?-उत्तर - लसखों के प्रथम गुरु 398. घनानं द के अनुसार कौन सा मागक अबत सीधा और सरि है उत्तर- स्नेह का
371. गुरु नानक के उपदेश में बमिता है ? मागक सुजान सागर बकसकी रचना है ?-उत्तर - घनानं द की
उत्तर- गुरु की महत्ता, ब्रह्म की सवकशबिमता, नाम जप की मबहमा, सभी 399. घनानं द की कबवता में बकस की गहरी व्यं जना है ?
372. नानक की दृबि में ब्रह्म का बनवास कहां है ?-उत्तर- सच्चे हृदय में उत्तर - प्रेम की पीड़ा ,मस्ती ,बवयोग ,सभी
373. राम नाम बिनु बिरथे जबग जनमा बकस पर िि देता है? 400. कबव के अनुसार परबहत के लिए कौन देह को कौन धारण करता है ?
उत्तर -सच्चे हृदय से राम नाम के कीतकन पर उत्तर- मेघ
374. बिरथे का अथक है -उत्तर-व्यथक 401. रीबतमुि काव्यधारा के लसरमोर कबव हैं ?-उत्तर -धनानं द
375. जो नर दुख में दुख नहीं माने बकनकी रचना है?-उत्तर- गुरु नानक की 402. कुं जन का अथक होता है ?-उत्तर- िगीचा
376. हरर रस से कबव का क्या अलभप्राय है ?-उत्तर- राम नाम के जप से 403. घनानं द रलचत अत्यं त प्रलसद्ध क्या है ?-उत्तर- सवैया और घनाक्षरी
377. गुरु नानक के पद हैं-उत्तर- प्रेम एवं भबि के मधुर गीत
3.प्रेम अयनी श्री रालधका
378. बकसके बिना प्राणी को मुबि नहीं बमिती ?-उत्तर - गुरु ज्ञान के बिना
379. गुरु नानक बकस मागक के कबव हैं ?-उत्तर - बनगुकण भबि मागक के 404. प्रेम अयनी श्री रालधका पाठ कौन सी बवधा है ?उत्तर- कबवता
380. ननकाना साहि अि कहां है?-उत्तर- पाबकस्तान में 405. प्रेमी श्री रालधका के कबव कौन हैं ?उत्तर -रसखान
406. रसखान का जन्म बदल्ली के बकस राजवं श में हुआ था उत्तर -पठान राजवं श में
2.अबत सूधो स्नेह को मारग
407.रसखान बदल्ली से कहां चिे गए थे ?-उत्तर- ब्रजभूबम
381. अबत हैसूधो स्नेह को मागक है। पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर -कबवता 408. रसखान ने बकससे पुबिमागक की दीक्षा िी थी?-उत्तर -स्वामी बवट्ठिनाथ से
382. अबत सूधो स्नेह को मागक है पाठ के कबव कौन हैं?-उत्तर- घनानं द 409.रसखान ने स्वामी बवट्ठिनाथ से बकसकी दीक्षा िी थी उत्तर- पुिीमागक की
383. कबव घनानं द का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर -1689 ईo 410. प्रेम वाबरका और सुजान रसखान के रचनाकार कौन हैं?-उत्तर- रसखान
384. कबव घनानं द बकस काव्य धारा के कबव हैं?-उत्तर -रीबतमुि कबव 411. बकस ग्रंथ में कृ ष्ण की भबि से सं िं लधत रचनाएं हैं ?-उत्तर - सुजान रसखान में

385. घनानं द की हत्या बकसने की थी ?-उत्तर -नाबदरशाह के सैबनकों ने 412. रसखान बकस छंद में लसद्ध थे ?-उत्तर- सवैया छंद में
386. कबव घनानं द की हत्या कि हुई थी?-उत्तर -1739 में 413. सं प्रदाय मुि कृ ष्ण भि कबव कौन थे?-उत्तर- रसखान
387. कबव घनानं द बकसके यहााँ मीर मुं शी का काम करते थे ?-उत्तर- मोहम्मद शाह राँगीिे 414. प्रेम अयनी श्री रालधका कबवता के दोहे कहां से सं कलित हैं ?
388. नाबदर शाह के सैबनकों ने कबव घनानं द को क्या कहा था?-उत्तर- जर, जर,जर
389. कबव घनानं द ने नाबदर शाह के सैबनकों को क्या बदया था? उत्तर- रसखान रचनाविी से
उत्तर- रज,रज, रज अथाकत तीन मुट्ठी धूि 415. रसखान बकस काि के कबव हैं ?-उत्तर- भबि काि के
390.प्रेम के पीर कबव कौन हैं ?-उत्तर- घनानं द 416. रसखान के सवैया की भाषा है ?-उत्तर -ब्रजभाषा
391. घनानं द की भाषा कौन सी थी ?-उत्तर – ब्रजभाषा 417. रसखान ने प्रेम वाबरका की रचना कि की थी?-उत्तर -1610ई
418. रसखान बदल्ली के बकस राजवं श में उत्पन्न हुए थे?-उत्तर - पठान राजवं श में
392. सुजान सागर, बवरहिीिा ,रसके लि िल्ली आबद बकसकी प्रलसद्ध रचना है ? 419. बकनकी रचनाओं से मुि होकर भारतेंदु हररश्चं द्र ने कहा था। इन मुसिमान
उत्तर- घनानं द पर कोबर ने बहंदू वाररये-उत्तर - रसखान
393. घनानं द की भाषा थी?-उत्तर- पररष्कृ त और शुद्ध ब्रजभाषा 420.करीि के कुं जन ऊपर वािों के कबव कौन हैं ?-उत्तर - रसखान
394. अबत सूधो स्नेह को मारग है कबवता घनानं द की बकस रचना 421. कबव ने मािी मालिन बकसे कहा है ?-उत्तर- राधा -कृ ष्ण को
से िी गई है -उत्तर - घन आनाँ द 422. रसखान के रचना काि के समय बकसका राज्य काि था ?-उत्तर - जहांगीर
395. आाँ सू बवहीन िे िरसों के कबव कौन हैं ?-उत्तर -धनानं द 423. कबव रसखान ने बकसे चीत चोर कहा है ?-उत्तर -कृ ष्ण को

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
424. रसखान िारा कृ ष्ण िीिा का गान बकया गया है?-उत्तर- सवैया में उत्तर -यथातथ्य
425. कबव रसखान ने प्रेम अयनी बकसे कहा है ?-उत्तर - राधा को 465. भारत मां के श्रेष्ठ मुख्य की तुिना कबव ने बकस से की है
426. सवैया एवं छंद के लसद्ध कबव थे?-उत्तर- रसखान उत्तर - छाया युि चं द्र से
427. कबव रसखान बकस के परम भि थे?-उत्तर-कृ ष्ण के 466. सुबमत्रानं दन पं त को मानवता सौंदयक ने बकस ओर आकृ ि बकया ?
उत्तर- समाजवाद की ओर
4.स्वदे शी
467. कबव सुबमत्रानं दन पं त के अनुसार भारत माता की बकतनी सं ताने दलित और
428. स्वदेशी पाठ कौन सी बवधा है?-उत्तर- कबवता अभाव से ग्रलसत है ?-उत्तर - 30 करोड़
429. स्वदेशी पाठ के िेखक कौन हैं ?-उत्तर- प्रेमघन 468. सुबमत्रानं दन पं त के बपता का नाम था ?-उत्तर - गं गाधर पं त
430.प्रेमघन का पूरा नाम क्या है ?-उत्तर- िद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन 469. कबव पं त जी के अनुसार भारत माता का आं चि कै सा है उत्तर- धूि भरा
431. प्रेमघन का जन्म कि हुआ था?-उत्तर- 1855 में, बमजाकपुर ,उत्तर प्रदेश में 470. पं त की प्रमुख काव्य कृ बत है ?उत्तर- उच्छवास, ग्राम्या, लचदंिरा ,उपयुि सभी
432. प्रेमघन का बनधन कि हुआ था?-उत्तर -1922 ई० में 471. सुबमत्रानं दन पं त ने बमट्टी की प्रबतमा उदास ने बकसे कहा है ?
433. प्रेमघन बकस युग के कबव थे ?-उत्तर - भारतेंदु युग के उत्तर -भारत माता को
434. प्रेमघन अपना आदशक बकसे मानते थे ?-उत्तर - भारतेंदु हररश्चं द्र को 472. कबव पं त के अनुसार भारत माता है ?-उत्तर - ग्रामवालसनी
435. प्रेमघन ने रलसक समाज की स्थापना कि की थी?-उत्तर- 1874ईo में 473. पं त के अनुसार गं गा यमुना में क्या प्रभाबवत हो रहे हैं
436. रलसक समाज की स्थापना बकसने की थी ?-उत्तर- प्रेमघन ने उत्तर -भारत मााँ के आं सू जि
437. आनं द ,कादंबिनी मालसक पबत्रका तथा नागरी नीरद नामक सप्ताबहक पबत्रका
6.जनतं त्र का जन्म
का सं पादन बकसने बकया उत्तर- प्रेमघन ने
438. प्रेमघन की रचनाएं बकस नाम से सं ग्रबहत है?-उत्तर- प्रेमघन स्वरस 474. जनतं त्र का जन्म पाठ है -उत्तर- कबवता
439. जीणक जनपद बकसकी रचना है ?-उत्तर- प्रेमघन की 475. कबवता जनतं त्र के जन्म के कबव कौन हैं ?-उत्तर - रामधारी लसंह बदनकर
440.भारत सौभाग्य बकसकी रचना है ?-उत्तर -प्रेमघन की 476. रािि कबव कौन है ?-उत्तर- रामधारी लसंह बदनकर
441. िद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन िारा रलचत कबवता कौन सा है ?-उत्तर- स्वदेशी 477. रामधारी लसंह बदनकर का जन्म कि हुआ था ?-उत्तर - 23 लसतं िर 1960 को
442. प्रदेश की बवद्या पढने से क्या पररणाम हुआ है ?-उत्तर - सि की िुबद्ध बवदेशी हो गई 478. रामधारी लसंह बदनकर का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर -लसमररया ,िेगूसराय में
443. प्रेमघन जी कबव के साथ-साथ थे ?उत्तर -बनिं धकार ,नारककार, समीक्षक सभी 479. रामधारी लसंह बदनकर का बनधन कि हुआ?-उत्तर- 24 अप्रैि 1974 में
444. कबव के अनुसार अि भारत में क्या बदखाई नहीं पड़ता है ?उत्तर -भारतीयता 480. रामधारी लसंह बदनकर की मां का नाम क्या था?-उत्तर - मनरूप देवी
445. प्रेमघन ने बकस कबवता में ग्रामीण जीवन का यथाथकवादी लचत्रण बकया है ? 481. रामधारी लसंह बदनकर के बपता का नाम क्या था?-उत्तर - रबव लसंह
उत्तर - जीणक जनपद 482. बदनकर की प्रारंलभक लशक्षा कहां से हुई थी?-उत्तर- गांव और उसके आस-पास से
446. भारतेंदु युग के महत्वपूणक कबव कौन थे ?-उत्तर- प्रेमघन 483. बदनकर जी कबव के साथ-साथ हैं ?-उत्तर- गद्यकार
447. "बहंदस्त
ु ानी नाम सुनी 'अि ये सकु ची िजाता'पं बि बकस कबवता से उध्ददृत है? 484. रेणुका, हुंकार ,रसवं ती, कु रुक्षेत्र ,रल्किरथी ,उवकशी
उत्तर -स्वदेशी हारे को हररनाम इत्याबद बकसकी रचना है-उत्तर- रामधारी लसंह बदनकर की
448. "सिै बवदेसी वस्तु नर, गबत रबत रीत िखात। कछु ना अि भारत में दरसात 485. अधकनारीश्वर, सं स्कृ त के चार अध्याय इत्याबद बकसकी रचना है?
।"उत्तर -भारतीयता उत्तर - रामधारी लसंह बदनकर की
449. स्वदेशी कबवता कहााँ से सं कलित है ?-उत्तर- प्रेमघन स्वरस से 486. बकस रचना के लिए रामधारी लसंह बदनकर को साबहत्य अकादमी पुरस्कार
बमिा है ?-उत्तर - सं स्कृ बत के चार अध्याय पर
5.भारतमाता
487. बकस रचना के लिए रामधारी लसंह बदनकर को ज्ञानपीठ पुरस्कार बमिा है ?
450. भारत माता पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर - कबवता उत्तर - उवकशी के लिए
451. भारत माता पाठ के कबव कौन है ?-उत्तर- सुबमत्रानं द पं त 488. बदनकर बकस वाद के कबव थे ?-उत्तर - छायावाद के
452. सुबमत्रानं दन पं त का जन्म कि हुआ था?-उत्तर -1980 में 489. राम धारी लसंह बदनकर बकस युग के कबव थे?-उत्तर- भारतेंदु युग में
453. सुबमत्रानं दन पं त का जन्म कहां हुआ था ?
उत्तर -अल्मोड़ा लजिा के कौसानी( उत्तराखं ड में ) 490.कबव बदनकर बकस के लिए लसंहासन खािी करने की िात करते हैं ?
454. बकस कबव के जन्म के 6 घं रे िाद उसकी माता का देहांत हो गया था ? उत्तर - जनता के लिए
उत्तर -सुबमत्रानं दन पं त का 491. कबव बदनकर की दृबि में आज के देवता कौन हैं ?-उत्तर- मजदूर, बकसान
455. सुबमत्रानं दन पं त की मां का नाम क्या था ?-उत्तर- सरस्वती दे वी 492. बदनकर जी बकस बवश्वबवद्यािय में उपकु िपबत के पद पर रहे थे ?
456. सुबमत्रानं दन पं त का बनधन कि हुआ था ?-उत्तर- 29 बदसं िर 1977 ईo को उत्तर - भागिपुर बवश्वबवद्यािय में
457. प्रकृ बत और सौंदयक के प्रेमी कबव कौन हैं ?-उत्तर- सुबमत्रानं दन पं त 493. कबव बदनकर बकन के लसर पर मुकुर धरने की िात करते हैं ?उत्तर - जनता के
458. सुबमत्रानं दन पं त का अंबतम काव्य कौन सा है ?-उत्तर- िोकायतन 494. बमट्टी की अिोध मूरतें कौन है ?-उत्तर- जनता
459. उच्छ्वास, पल्लव, वीणा, ग्राम्या, युगवाणी, लचदंिरा इत्याबद बकसकी रचना है 495. कबव के अनुसार बकससे महिों की बनखर जाती है उत्तर- हुंकारों से
उत्तर- सुबमत्रानं दन पं त की फावड़े और हि राजदं ड िनने को है - यह पं बि बकस कबवता में है ?
460.सुबमत्रानं दन पं त को लचदंिरा की रचना के लिए कौन सा पुरस्कार बमिा था? उत्तर - जनतं त्र का जन्म
उत्तर -भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार 496. आधुबनक भारत में जनतं त्र के उदयघोष कबवता है ?उत्तर - जनतं त्र का जन्म
461. सुबमत्रानं दन पं त कै से कबव हैं?-उत्तर- छायावादी कबव 497. रामधारी लसंह बदनकर बकस हाई स्कू ि से मैबरि क की लशक्षा प्राप्त की थी?
462. भारत माता कबवता बकस काव्य सं ग्रह से सं कलित है उत्तर- ग्रामीण उत्तर - मोकामा, घार रेिवे हाई स्कू ि
463. सुबमत्रानं दन पं त के अनुसार भारत माता बकसकी मूबतक हैउत्तर-उदास मारी की 498. रािि कबव रामधारी लसंह बदनकर प्रमुख कबव हैं?-उत्तर - उत्तर छायावाद के
464. भारतमाता कबवता में भारत मां का कै सा लचत्र प्रस्तुत बकया गया है? 499. रामधारी लसंह बदनकर कहां के रहने वािे थे?-उत्तर- बिहार के

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
500.बदनकर के काव्य का मूि स्वर क्या है?-उत्तर - ओज एवं रािि ीय चेतना 538. जं गि को क्या होने से िचाना है ?-उत्तर - मरुस्थि होने से
539. मनुष्य को क्या होने से िचाना है?-उत्तर-जं गि होने से
7.बहरोलशमा
540. कबवता में पेड़ के डाि की तुिना कबव बकससे करते हैं उत्तर- राइफि से
501. बहरोलशमा पाठ की कौन-सी बवधा है ?-उत्तर -कबवता 541. एक वृक्ष की हत्या कबवता में कबव शहर को बकस से िचाने की िात करते हैं
502. बहरोलशमा पाठ के कबव कौन है ?-उत्तर -अज्ञेय उत्तर - नाबदरों से
503. अज्ञेय का पूरा नाम क्या है?उत्तर - सल्कच्चदानं द हीरानं द वात्स्यायन अज्ञेय 542. एक वृक्ष की हत्या शीषकक पाठ में दूर से कौन
504. अज्ञेय का जन्म कि हुआ था ? ििकारता है ?-उत्तर- वृक्ष रुपी चौकीदार
उत्तर- 7 माचक 1911ईo में, कु शीनगर,उत्तर प्रदेश में 543. कबव के अनुसार वृक्ष रुपी चौकीदार की पगड़ी कै सी है उत्तर- फूिपत्ती दार
505. अज्ञेय के बपता और माता का नाम क्या था? 544. चक्व्यू बकसकी रचना है?-उत्तर - कुं वर नारायण की
उत्तर -बपता- डॉ हीरानं द शास्त्री और माता-व्यं बत देवी
506. अज्ञेय ने प्रारंलभक लशक्षा कहां से प्राप्त की है?-उत्तर - िखनऊ से
9 .हमारी नींद
507. कौन से कबव िहुभाषाबवद थे ?-उत्तर-अज्ञेय 545. हमारी नींद पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर -कबवता
508. भग्नदूत, आाँ गन के पार िार ,बकतनी नावों में बकतनी िार, सदानीरा ,बवपत 546. हमारी नींद कबवता के कबव कौन हैं ?-उत्तर- वीरेन डंगवाि
गाथा आबद बकसकी रचना है उत्तर- अज्ञेय की 547. वीरेन डंगवाि का जन्म कि और कहां हुआ था?
509. अज्ञेय का बनधन कि हुआ था ?-उत्तर - 4 अप्रैि 1987 को उत्तर- 5 अगस्त 1947को ,भारती नगर, रे हरी, गढवाि उत्तराखं ड में
510. आधुबनक साबहत्य में एक प्रमुख प्रबतभा कबव कौन है उत्तर -अज्ञेय 548. वीरेन डंगवाि का पहिा कबवता सं ग्रह कि प्रकालशत हुआ था?
511. प्रयोगवाद के सूत्रपात कबव कौन हैं?-उत्तर -अज्ञेय उत्तर-1991 में
512. आधुबनक सभ्यता की दुदाांत मानवीय बवभीबषका का लचत्रण करने वािी 549. वीरेन डंगवाि को बकस कृ बत के लिए साबहत्य अकादमी पुरस्कार बमिा है ?
कबवता कौन सी है ?-उत्तर- बहरोलशमा उत्तर - दुष्चक् में स्रिा
513. बहरोलशमा कहां ल्कस्थत है?-उत्तर -जापान में 550. वीरेन डंगवाि को बकस कृ बत के लिए रघुवीर सहाय स्मृबत पुरस्कार बमिा था
514. बहरोलशमा पर परमाणु िम बकसने बगराया था?-उत्तर- अमेररका ने उत्तर - इसी दुबनया में
515. उगते हुए सूरज का देश बकसे कहा जाता है ?-उत्तर -जापान को 551. हमारी नींद कबवता बकस काव्य सं ग्रह से लिया गया है उत्तर -दुष्चक् में स्रिा
516. अज्ञेय एक प्रमुख कबव के साथ-साथ थे? 552. वीरेन डंगवाि कबव हैं -उत्तर -समकािीन
उत्तर -कथाकार ,बवचारक ,पत्रकार ,सभी 553. कबव के अनुसार धमाके के साथ हुआ ?-उत्तर- देवी जागरण
517. अज्ञेय बकस काि के प्रमुख कबव हैं ?-उत्तर -आधुबनक काि 554. धमाके से देवी जागरण कहां हुआ? -उत्तर- गरीि िल्कस्तयों में
518. बहरोलशमा कबवता बकस काव्य सं ग्रह से सं कलित है उत्तर- सदानीरा 555. मेरी नींद के दौरान कु छ िढ गए ?-उत्तर- इं च
519. अज्ञेय का मूि बनवास कहां था?-उत्तर -करतारपुर, पं जाि 556. हमारी नींद कबवता में बकसके जीवन क्म पूरा होने की िात कही गई है ?
520. कबव की दृबि में बकसका रचा हुआ सूरज मानव को भाप िनाकर सूख गया ? उत्तर - मक्खी की
उत्तर- मानव का 557. दैबनक अमर उजािा के सं पादकीय सिाहकार भी हैं उत्तर -वीरे न डंगवाि
521. बहरोलशमा कबवता बकस का लचत्रण करती है? 558. कबव के अनुसार इं कार करना ना भूिने वािे कौन हैं उत्तर - हठधमी िोग
उत्तर- आधुबनक सभ्यता की दुदाांत मानवी बवभीबषका का 559. हमारी नींद कबवता में नींद बकसका प्रतीक है ?-उत्तर - आिस का
522. तार सप्तक के सं पादक कौन हैं ?-उत्तर -अज्ञेय 560. कबव वीरेन डंगवाि के अनुसार जीवन में महत्वपूणक क्या है ?-उत्तर- सं घषक
523. अज्ञेय के अनुसार एक बदन सहरसा सूरज कहां बनकिा ?
उत्तर- नगर के चौक पर
524. अज्ञेय बकस काव्य धारा के कबव हैं ?-उत्तर -प्रयोगवाद
10.अक्षर का ज्ञान
525. शेखर :एक जीवनी बकसका उपन्यास है ?-उत्तर- अज्ञेय का
526. नगर के िीप बकस कबव की रचना है ?उत्तर- सल्कच्चदानं द हीरानं द वात्स्यायनअज्ञेय 561. अक्षर का ज्ञान पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर -कबवता
527. धूप िरसी पर अंतररक्ष में नहीं ?उत्तर- फरी बमट्टी से 562. अनाबमका का जन्म कि और कहां हुआ था ?-उत्तर -17 अगस्त 1961ईo में
563. अनाबमका का जन्म कहां हुआ था ?-उत्तर- मुजफ्फरपुर ,बिहार में
8.एक वृक्ष की हत्या
564. अनाबमका ने बकस बवश्वबवद्यािय से अंग्रेजी में एम. ए. बकया था ?
528. एक वृक्ष की हत्या पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर -कबवता उत्तर- बदल्ली बवश्वबवद्यािय से
529. एक वृक्ष की हत्या कबवता के कबव कौन है?-उत्तर- कुं वर नारायण 565. गित प ते की लचट्ठी , िीजाक्षर ,मानलचत्र आबद बकसकी रचनाएं हैं ?
530. कुं वर नारायण का जन्म कि और कहां हुआ था? उत्तर -अनाबमका की
उत्तर - 29 लसतं िर 1927ई , िखनऊ, उत्तर प्रदेश में 566. व्यबि की बवकास कथा का प्रथम अक्षर क्या है ?
531. चक्व्यूह, कोई दूसरा नहीं ,इन बदनों इत्याबद बकसकी रचना है ? उत्तर - बवफिता पर छिके आं सू
उत्तर - कुं वर नारायण की 567. कबवबयत्री अनाबमका के अनुसार चौखर में िेरे का क्या नहीं अरता ?
532. नगर सं वेदना के कबव कौन हैं?-उत्तर - कुं वर नारायण उत्तर- क
533. एक वृक्ष की हत्या कुं वर नारायण के बकस कबवता सं ग्रह से लिया गया है ? 568. अक्षर ज्ञान कबवता िच्चों के बकस स्तर की लशक्षण प्रबक्या से सं िं लधत है ?
उत्तर- इन बदनों से उत्तर - प्रारंलभक लशक्षण प्रबक्या
534. कबव ने बकसे िूढा चौकीदार कहां है ?-उत्तर - वृक्ष को 569. अक्षर ज्ञान कबवता में बकस मनोबवज्ञान का आधार लिया गया है ?
535. नबदयों को क्या होने से िचाना है?-उत्तर- नािा होने से उत्तर- िाि मनोबवज्ञान
536. हवा को क्या होने से िचाना है ?-उत्तर - धुआं होने से
537. खाने को क्या होने से िचाना है?-उत्तर - जहर होने से

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
11.िौरकर आऊंगा बफर
570. िौर कर आऊंगा बफर पाठ की कौन सी बवधा है?-उत्तर- कबवता
571. िौर कर आऊंगा बफर कबवता के कबव कौन हैं ?-उत्तर -जीवनानन्द दास
572. जीवनानं द दास बकस भाषा के कबव हैं ?-उत्तर -िांग्ला भाषा के
573. जीवनानन्द दास का बनधन एक दुघकरना में कि हुआ था उत्तर- 1954 में
574. जीवनानन्द दास के बकतने काव्य सं किन प्रकालशत हुए हैं ?-उत्तर- छः
575. जीवनानन्द दास की बकस कबवता को प्रिुद्ध आिोचकों िारा रबवंद्रोत्तर युग
की सवकश्रेष्ठतम प्रेम कबवता की सं ज्ञा दी गई है ?-उत्तर - वन ितासेन
576. जीवनानन्द दास की कबवता को श्रेष्ठ काव्य ग्रंथ का पुरस्कार कि बदया गया
है ?-उत्तर - 1952 में
577. िौर कर आऊंगा बफर कबवता बकसके िारा भाषांतररत बकया गया है ?
उत्तर - प्रयाग शुक्ल
578. िौर कर आऊंगा बफर पाठ में कबव कहां िौरने की िात करते हैं ? Click and Watch
उत्तर- िं गाि में
579. कबव अगिे जीवन में क्या िनने के अलभिाषा व्यि करते हैं ?
उत्तर -अिािीि ,तोता, कौआ इनमें से सभी
580. कबव कपास के पेड़ पर बकस की िोिी सुनने की िात करता है ?
उत्तर- उल्लू की
581. हरा पािक बकसकी रचना है ?उत्तर- कुं वर नारायण की

12.मेरे बिना तुम प्रभु

582. मेरे बिना तुम प्रभु पाठ की कौन सी बवधा है ?-उत्तर- कबवता
583. मेरे बिना तुम प्रभु पाठ के रचनाकार हैं ?-उत्तर -रेनर मररया ररिे
584. ररिे का जन्म कहां हुआ था?-उत्तर -जमकनी में
585. कबव ररिे का का जन्म कि हुआ था?-उत्तर- 4 बदसं िर 875 में
586. ररिे के बपता का नाम क्या था?-उत्तर - जोशेफ ररिे
587. मेरे बिना तुम प्रभु बकस भाषा से अनुबदत है?-उत्तर- जमकन भाषा से
588. दूर चट्टानों की ठं डी गोद में बकस कबव की पं बि है उत्तर- रेनर माररया ररिे
589. कबव के अनुसार मनुष्य के बिना बकस का अल्कस्तत्व नहीं रहेगा?-उत्तर- ईश्वर का
590. कबव के अनुसार भि बकस रूप में है ?-उत्तर - जि पात्र ,मबदरा , सभी से
591. कबव बकनका शानदार नवादा बगर जाने की िात करता है ?-उत्तर - प्रभु का Click and Watch
592. मेरे बिना तुम प्रभु कबवता का बहंदी रूपांतरण बकसने बकया है ?
उत्तर- धमकवीर भारती ने
593. िाइफ एं ड सोंग्स के रचनाकार कौन हैं ?-उत्तर- रेनर माररया ररिे
594. मेरे बिना तुम प्रभु शीषकक कबवता बकस भाव की है -उत्तर -भबि का

Click and Watch


Click and Watch

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598
👉10वीं के लिए :- 👉 11वीं और 12वीं (बहंदी और अंग्रेजी) के लिए
Youtube: YouTube:
https://www.youtube.com/@DishaOnlin https://youtube.com/@dishahindienglish
eClasses Telegram:
Telegram: https://telegram.me/dishahindienglish
https://telegram.me/dishaonlineclasses
👉मैबरि क और इं रर के िैच ज्वाइन करने के लिए
👉 11वीं और 12वीं (Science) के लिए Disha Online Classes App download करें।
Youtube: App Link :
https://youtube.com/@DishaScienceClas https://play.google.com/store/apps/detai
ses ls?id=co.dishaonlineclasses
Telegram:
https://telegram.me/dishascienceclasses
👉बकसी भी सहायता के लिए आप कॉि /व्हाट्सएप कर
👉 11वीं और 12वीं (Arts) के लिए सकते है।
YouTube:
7700879453
https://youtube.com/@DishaArtsClasses
6201320598
Telegram:
https://telegram.me/dishaartsclass 9234080284

👉 11वीं और 12वीं (commerce) के लिए आप हमसे जुड़ सकते है।


YouTube: Facebook:
https://www.youtube.com/@dishacomm https://www.facebook.com/dishaonlinec
erceclasses lasses?mibextid=ZbWKwL
Telegram: Instagram:
https://telegram.me/dishacommerceclass https://instagram.com/dishaonlineclasses
es ?igshid=YmMyMTA2M2Y=

https://youtube.com/@sanjaysir_ka_ladla

बिहार में मैबरि क की सिसे िेहतरीन तैयारी के लिए आज ही YouTube पर Disha Online Classes से जुड़ें | Mob – 7700879453, 6201320598

You might also like