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राजस्थान के स्मारक (छतररयाां)

🏆राजाओां, सेठों, साधु-सांतों आदि बडे लोगों के मरणोपराांत उनकी याि में स्थापत्य की दृष्टि से विशशटि स्मारक
बनाए गए ष्जन्हें छतरीयों के नाम से जाना जाता है ।
🏆जयपुर की गेिोर, जोधपुर में जसिांत थडा, कोिा का क्षार विलास बाग, जैसलमेर का बडा बाग जो इस दृष्टि से बहुत
ही महत्िपण
ू ण है ।
🏆छतरीयों में दहांि ू और मुष्स्लम िोनों श्रेणणयों का शमश्रण पाया जाता है । सबसे नीचे चौकोर अथिा 8 कोनों का चबूतरा
बनाया जाता है।
🏆शाही छतररयाां - जहाां राज पररिार के व्यष्ततयों का िाह सांस्कार ककया गया िहाां उनकी छतररया बना िी गई।
अलिर की छतररयाां
मूसी महारानी की छतरी (80 खांभों),अलिर (RSSB)
🏆मुसी महाराजा बख्तािर शसांह की पासिान थी।
🏆जब महाराजा की मत्ृ यु हुई तो कोई भी रानी सती होने को तैयार नहीां हुई।
🏆महाराजा की पासिान मुसी सती होने के शलए तैयार हुई इसशलए उसे रानी का णखताब दिया गया।
🏆बाि में महाराजा विनयशसांह ने 1815 राज महल के पीछे में 80 स्तांभों पर एक कलात्मक छतरी बनाई गई।(छतरी
में सफेि ि लाल सांगमरमर का प्रयोग)
🏆इस छतरी की ऊपरी मांष्जल पर रामायण और महाभारत के शभवि चचत्र भी बने हुए हैं।
नैडा की छतरी,सररस्का िन क्षेत्र (अलिर)
🏆यह छतरी भीततचचत्रों के शलए प्रशसद्ध है ।
🏆हॉलैंड के प्रशसद्ध चचत्रकार मेरीयम के शब्िों में "सदियों तक प्रकाश में खल
ु ा रहने के बािजि
ू रासायतनक रां गों की
चमक का ज्यों का त्यों बना रहना आश्चयणजनक है ।"
िहला की छतरी, अलिर
🏆यहाां ष्स्थत शमश्रीजी की छतरी विशेष रूप से प्रशसद्ध है । इस छतरी की विशेषता शभवि चचत्रण का बेशमसाल
अलांकरण है।
जयपुर की छतररयाां
🏆गैिोर की छतररयााँ,जयपुर (नाहरगढ़ के पास यह कछिाहा िांश की छतररयााँ) (RSSB)
🏆इन छतररयों में पहली छतरी सिाई जयशसांह द्वितीय की थी। (सबसे सुांिर 20 खांभों पर आधाररत)
🏆ष्जसकी एक अनक
ु ृ तत लांिन के केनशसांगल म्यष्ू जयम में रखी गई है।
🏆राजा मानशसांह की छतरी,आमेर - राजा मानशसांह प्रथम कक आमेर छतरी चचत्रकारी के कारण कला जगत में बहुत
विख्यात हो चुकी है ।
🏆राजा मानशसांह की समाचध में खब
ू सरू त इिे शलयन सांगमरमर का प्रयोग ककया गया है ।
शेखािािी की छतररयाां
🏆रामगोपाल पोिार की छतरी- शेखािािी सांभाग की सबसे बडी छतरी है । (REET)
🏆यह सीकर ष्जले के रामगढ़ में ष्स्थत है ।
🏆जोगीिास की छतरी- यह उियपरु िािी(झांझ
ु न
ु )ू में ष्स्थत है ।
🏆यह शेखािािी के शभवि चचत्र का प्राचीनतम उिाहरण है ।

सुशील (व्याख्याता)
Selected (2nd grade teacher 2018 & 2 time 3rd grade teacher)
जोधपुर ष्जले में स्मारक
🏆जसिांत थडा (मारिाड का ताजमहल) जसिांत ठाडा सफेि सांगमरमर से बना एक स्मारक है ।(मेहरानगढ़ िग
ु ण के पास)
🏆यह स्थान जोधपरु राज पररिार के सिस्यों के िाह सांस्कार के शलए सरु क्षक्षत रखा गया है ।
🏆इसे पहले राज पररिार के सिस्यों का िाह सांस्कार सांस्कार मांडोर में हुआ करता था।
🏆तनमाणण- सरिार शसांह ने 1906 में (जसिांत शसांह द्वितीय की स्मतृ त में करिाया)
पांचकांु ड की छतररयाां - जोधपरु
🏆यहााँ जोधपुर महारातनयों की छतरी बनी हुई हैं।
🏆यहाां रानी सूयण कांिर की 32 स्तांभों िाली छतरी सबसे बडी और भव्य है ।
🏆यहाां महाराजा मानशसांह की महारानी भदियानी रानी की छतरी भी बनी हुई है ।
मांडोर की छतररयाां - जोधपरु
🏆जोधपुर के प्राचीन राजाओां की छतररयाां एिां उधान के शलए प्रशसद्ध हैं। (RSSB)
🏆यहाां महाराजा अष्जत शसांह का स्मारक सबसे विशाल है ।
कागा की छतररयाां - जोधपरु
🏆जोधपरु से उिर दिशा में कागा की छतररयाां बनी हुई है । यह छतररयाां राज पररिार के सिस्यों की है ।
🏆कागा की छतरीयों के मध्य प्रधानमांत्री की छतरी भी ष्स्थत है ।
🏆प्रधानमांत्री राजशसांह चम्पाित की छतरी राजा जसिांत शसांह ने अपने प्रधानमांत्री की याि में 18 खम्भों की छतरी
बनिाईक।
🏆कागा की छतररयाां के पास महाराजा जसिांत शसांह के काल में बक नामक जािग
ू र द्िारा एक दिन में लगाया गया
अनार का बगीचा है।
ब्राह्मण िे िता की छतरी, (पांचकांु ड,मांडोर)
🏆मेहरानगढ़ िग
ु ण के ताांत्रत्रक अनटु ठान में ष्जस ब्राह्मण ने आत्मबशलिान दिया उसकी यह छतरी है ।
जोधपुर की अन्य छतररयाां
🏆 इन्रराज शसांधी की छतरी, कीरत शसांह सोढा/कीततणधनी की छतरी ,मामा (धन्ना) -भााँजा (भीया) की छतरी, गोरा-
धाय की छतरी, एक खम्भे की छतरी, रानी सय
ू ण काँिर की छतरी (32 खम्भों की छतरी) ,अखैराज शसांघवियों की
छतरी (20 खम्भों की) अजीतशसांह का िे िल। राि मालिे ि की छतरी जोधपुर में ष्स्थत है । (RSSB)
िे िीकांु ड की छतररयाां , बीकानेर
🏆िे िीकांु ड की छतररयाां- बीकानेर के शाही राठौडों की छतररयाां हैं।
🏆कल्याण सागर के ककनारे ष्स्थत इन छतररयों में रायशसांह एिां त्रबकाजी जी की छतररयाां प्रमख
ु हैं।
🏆राि कल्याणमल की छतरी बीकानेर की सबसे प्राचीन छतरी हैं।
बडा बाग (जैसलमेर)
🏆बडा बाग की छतरी- जैसलमेर के शाही भािी शासकों की छतररयाां है।
क्षारबाग की छतरी , कोिा
🏆क्षारबाग की छतरी- कोिा- बूांिी के हाडा चौहानों की छतररयाां हैं।
🏆कोिा के क्षारबाग में 136 खांभों िाली छतरी ष्स्थत है।(िो मांष्जला)
🏆यह छतरी महाराि शत्रस
ु ाल शसांह प्रथम की है

सुशील (व्याख्याता)
Selected (2nd grade teacher 2018 & 2 time 3rd grade teacher)
भीलिाडा की छतररयाां
🏆महाराणा साांगा की छतरी- माांडलगढ़ (भीलिाडा)
🏆जगन्नाथ/जगिीश कछिाहा की छतरी (शाहजहाां द्िारा तनशमणत 32 खांभों की छतरी)
🏆गांगाबाई की छतरी,गांगापुर - मराठा रानी गांगाबाई की छतरी एिां गांगा बाई का मांदिर भीलिाडा में गांगापुर में
ष्स्थत है ।
🏆इस मांदिर का तनमाणण शसांचधया महारानी गांगाबाई की याि में महािजी शसांचधया ने करिाया था।
🏆जोधशसांह की छतरी- बिनोर (32 खांभों की छतरी बिनोर में )
राजसमांि की छतररयाां
🏆चेतक घोडे की छतरी- हल्िीघािी के नजिीक बलीचा गाांि में ।
🏆महाराणा प्रताप के घोडे चेतक की याि में बना स्मारक चबत
ू रा कहलाता है ।
🏆पथ्
ृ िीराज शससोदिया की छतरी- कांु भलगढ़ िग
ु ण (12 खांभों की छतरी)
अजमेर की छतररयाां ि स्मारक
🏆रूठी रानी की छतरी- तारागढ़ (अजमेर) ,पथ्
ृ िीराज का स्मारक , आांतेड की छतरी (दिगांबर जैन सांप्रिाय से
सांबांचधत) अजमेर
84 खांभों की छतरी, बूांिी (RSSB)
🏆तनमाणण- सन ् 1683 में तत्कालीन शासक राि राजा अतनरुद्ध शसांह ने अपनी धाय माां के पुत्र यानी धाभाई िे िा
की स्मतृ त में करिाया था। (भगिान शशि को समवपणत) यह 2 मांष्जला भव्य छतरी 84 खांभों पर दिकी हुई है ।
कैसर बाग/ क्षारबाग-बूांिी (RSSB)
🏆केसर बाग में बूांिी शासकों तथा राज पररिारों की क्षत्रत्रय हैं।
🏆इन छतरी पर राजाओां के साथ हुई सती रातनयों की मूततणयाां भी बनी हुई है ।
🏆राि राजा शत्रस
ु ाल की मत्ृ यु हो जाने पर उनकी 64 रातनयों ने यही उनकी चचता में आहुतत िी थी।
उियपुर की छतररयाां
🏆आहाड की छतररयाां (महासतीयाां)- उियपुर के शससोदिया राजिांश की छतररयाां।
🏆मेिाड नरे श राणा अमरशसांह एिां राणा करणशसांह की छतररयाां आहाड उियपरु में ष्स्थत है । (RSSB)
🏆महाराणा प्रताप की छतरी- बारडोली में केजड बाांध के ऊपर बनी हुई हैं। (8 खांभों की छतरी)
🏆महाराणा उियशसांह की छतरी (गोगुांिा) उियपुर में ष्स्थत है ।

अन्य प्रमुख छतररयाां


🏆बांजारों की छतरी- लालसोि (िौसा) 🏆बख्तािर शसांह की छतरी- अलिर
🏆अकबर की छतरी- भरतपरु 🏆भोहरा भगत की छतरी- करौली
🏆कुिे की छतरी-कुकराज की घािी(सिाई माधोपुर) 🏆रािशेखा की छतरी- निलगढ़ (झुांझुनू)
🏆गोपाल शसांह की छतरी – करौली 🏆त्रबघाजी जी का स्मारक- सुजानगढ़ (शुरू)
🏆थानेिार नाथशू सांह की छतरी- शाहबाि (बारााँ) 🏆पालीिालों की छतरी जैसलमेर
🏆अमरगढ़ की छतररयाां बागोर भीलिाडा 🏆सांत पीपा की छतरी िोडा (िोडारायशसांह) िोंक
🏆आतेड की छतररयाां (दिगांबर जैन सांप्रिाय) अजमेर

🏆शशिशलांग की छतरी, जयशसांह की छतरी (32 खांभों की छतरी) - रणथांबोर िग


ु ण (सिाई माधोपुर) में ष्स्थत हैं।

सुशील (व्याख्याता)
Selected (2nd grade teacher 2018 & 2 time 3rd grade teacher)
प्रमुख राजाओां की छतरी/स्मारक
🏆राणा साांगा की छतरी समाचध- माांडलगढ़ (भीलिाडा)
🏆जगन्नाथ कछिाहा की छतरी- माांडल (भीलिाडा)
🏆राणा प्रताप की छतरी - बाडोली (उियपुर) (RSSB)
🏆राणा उिय शसांह की छतरी- गोगुांिा
🏆अमर शसांह राठौड की छतरी-नागौर
🏆गोपाल शसांह की छतरी-करौली
🏆कांु िर पथ्
ृ िीराज की छतरी- कांु भलगढ़ िग
ु ण (राजसमांि)
🏆पथ्
ृ िीराज चौहान का स्मारक - तारागढ़ (अजमेर)
🏆अजीतशसांह का िे िल - जोधपरु

खांभो की सांख्या में छतररयाां


🏆एक खांभे की छतरी- जोधपुर
🏆8 खांभों की छतरी (महाराणा प्रताप की छतरी)-उउियपरु (RSSB)
🏆12 खांभों की छतरी (पथ्
ृ िीराज शससोदिया की छतरी) -कांु भलगढ़ (राजसमांि)
🏆18 खांभों की छतरी (राजशसांह चांपाित की छतरी)- जोधपुर
🏆20 खांभों की छतरी (अखेराज शसांघवियों की छतरी) जोधपरु
🏆32 खांभों की छतरी (रानी सूयण कांिर की छतरी) - जोधपुर
🏆32 खांभों की छतरी (जगन्नाथ कच्छािा की छतरी) -भीलिाडा
🏆32 खांभों की छतरी जोधशसांह की छतरी- बिनोर (भीलिाडा) 80 खांभों की छतरी(मूसी महारानी की छतरी) -अलिर
🏆84 खांभों की छतरी (मस
ू ी महारानी की छतरी) बांि
ू ी
🏆136 खांभों की छतरी- कोिा

सुशील (व्याख्याता)
Selected (2nd grade teacher 2018 & 2 time 3rd grade teacher)

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