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पाठ - 8

उद्यमिता: मिकास के मिए भारत सरकार का सहयोग

उद्यमिता मिकास (Entrepreneurial Development) – उद्यमिता के


मिकास से तात्पर्य व्यक्तिर् ों की साहमसक क्षिताओों एिों र् ग्यताओों क
पहचानने, मिकमसत करने तथा उनके प्रर् ग हे तु अमिकति अिसर उपलब्ध
करिाने की प्रमिर्ा से है । उद्यमिता मिकास क मनम्नमलक्तित प्रकार से
पररभामित मकर्ा गर्ा है ।
प्रो. उदय पारीक एिं िनोहर नाडकर्णी के अनुसार, “व्यािहाररक दृमिक ण
उद्यमिता के मिकास से आशर् उद्यमिर् ों के मिकास तथा साहमसक श्रेणी िें
व्यक्तिर् ों के प्रिाह क प्र त्सामहत करने से है ।”

➢ उद्यमिता के मिकास िें योगदान दे ने िािे घटक


उद्यमिता के मिकास िें र् गदान दे ने िाले घटक ों की व्याख्या मनम्नमलक्तित िगों
के आिार पर की जा सकती है ।
(I) व्यक्तिगत घटक-
उद्यिी का िहत्त्वपूणय घटक व्यक्ति है क् मों क व्यक्ति के द्वारा ही उद्यिी
मिर्ाओों की पहल की जाती है । व्यक्ति ही उपिि की स्थापना करने र्ा न
करने के सम्बन्ध िें मनणयर् लेता है । व्यक्ति की साहसी भूमिका क मनम्न तत्त्व
प्रभामित करते हैं -

1. अमभप्रेरर्णा घटक- उद्यमिता के मिकास िें अमभप्रेरणा व्यक्ति का


िहत्त्वपूणय घटक है । अमभप्रेरणा के अभाि िें व्यक्ति साहमसक कार्ों की तरफ
अग्रसर नहीों ह सकता है । क ई व्यक्ति ही अपने सोंचालन और व्यिहार के
द्वारा उपिि क सफल बना सकता है । उद्यमिता के सम्बन्ध िें अमभप्रेरणा के
मनम्न तीन तत्त्व अमत िहत्त्वपूणय हैं -
(i) साहमसक अमभप्रेरर्णा- प्र . िेक्लीलैंड ने मकसी क्षेत्र िें कुछ उपलक्तब्ध
हामसल करके निीनता लाने तथा उत्कृि कार्यक्षिता का प्रदशयन करने इच्छा
क मिकमसत करने की तरफ मिशेि ज र मदर्ा है । उन् न ों े अन्य व्यक्तिर् ों क
प्रभामित करने तथा उन पर मनर्न्त्रण रिने की इच्छा क उद्यमिता के मिकास
के मलए िहत्त्वपूणय बतार्ा है ।
(ii) संघर्ष क्षिता- उद्यिी क अपने उपिि की र् जनार्ें बनाने, पहल करने,
मनणयर् लेने, मिमभन्न सिस्याओों क सुलझाने आमद के मलर्े काफी सिर् और
ऊजाय व्यर् करनी पड़ती है । उद्यिी क मिमभन्न चुनौमतर् ों और बाह्य शक्तिर् ों
के प्रमत सचेत रहना पड़ता है । इसके पररणािस्वरूप उद्यिी क कई दबाि ों
और तनाि ों क भी सहन करना पड़ सकता है ।
(iii) प्रभािोत्पादकता- मजन व्यक्तिर् ों के अन्दर मिमभन्न क्तस्थमतर् ों क प्रभामित
करने की र् ग्यता अमिक ह ती है उन्ें भी उद्यमिता की तरफ आसानी से प्रेररत
मकर्ा जा सकता है । र्ह र् ग्यता मिमभन्न व्यक्तिर् ों िें मभन्न-मभन्न ह ती है ।
2. साहसी कौशि- उद्यिी की सफलता िें मिमभन्न कौशल जैसे-तकनीकी
कौशल, प्रबन्धकीर्, कौशल, व्यािसमर्क कौशल, िानिीर् कौशल आमद
िहत्त्वपूणय भूमिका मनभाते हैं । अतः उद्यमिर् ों िें आिश्यक कौशल क
मिकमसत करके उद्यमिता क प्र त्सामहत मकर्ा जा सकता है । पारीक एिों
नाडकणी के अनुसार उद्यिी के मलए मनम्न तीन प्रकार के कौशल अमत
िहत्त्वपूणय हैं -
(i) पररर् जना मिकास उपिि की स्थापना करने के मलए उद्यिी क पररर् जना
का मनिाय ण करने, मिमभन्न तथ् ों और सूचनाओों क एकमत्रत करने, मिमनर् ग
मनणयर् लेने तथा मिमभन्न अिस्थाओों पर मिचार करने की र् ग्यता का ह ना
अत्यन्त आिश्यक है ।
(ii) उपिि मनिाय ण उद्यिी िें अपने अिसर ों का उमचत उपर् ग करके
सृजनात्मक मचन्तन और प्रभािी व्यिहार के िाध्यि से अपने उपिि की एक
मिमशि पहचान बनाने का गुण अिश्य ह ना चामहए।
(iii) उपिि प्रबन्ध-उपिि के सोंचालन और मिकास के मलए इसका उमचत
प्रबन्ध मकर्ा जाना अत्यन्त आिश्यक ह ता है । उद्यिी िे मनर् जन, सोंगठन,
मनणयर्न, नेतृत्व और मनर्न्त्रण की र् ग्यता ह नी चामहए।
3. साहसी ज्ञान- उद्यमिता का मिकास काफी सीिा तक उद्यमिर् ों के ज्ञान पर
मनभयर करता है । मिमभन्न क्षेत्र ों के सिुमचत ज्ञान के द्वारा साहसी अपने कौशल
क प्रभािी बना सकता है साथ ही उपिि का सुदृढ़ व्यूह रचना क भी तैर्ार
कर सकता है । उद्यिी क मनम्न क्षेत्र ों का ज्ञान अिश्य ह ना चामहए-
(i) िातािरर्ण- उद्यिी क राजनैमतक और आमथयक िातािरण, सरकार की
नीमतर् ,ों बैंक ,ों और मित्तीर् सोंस्थाओों, उद्य ग ों क उपलब्ध सहार्ता और
प्रेरणाओों आमद का ज्ञान ह ना आिश्यक ह ता है ।

(ii) उद्योग- उद्यिी के मलर्े मिमभन्न िैकक्तिक उद्य ग ,ों उत्पादन प्रमिर्ा, कच्चा
िाल, उत्पाद ों की िामणक्तिक व्यािहाररकता, प्रमतर् मगता फि ों आमद की
जानकारी का ह ना अत्यन्तआिश्यक ह ता है ।
(iii) प्रौद्योमगकी- उद्यिी क प्रौद्य मगकीर् पहलुओों का उमचत ज्ञान ह ना भी
आिश्यक है । उद्यिी क मनिाय ण प्रमिर्ाओों िें प्रर्ुि तकनीक ,ों उनकी लागत ों
और लाभ ों आमद के बारे िें भी पर्ाय प्त जानकारी का ह ना अत्यन्त आिश्यक
है ।
(II) सािामिक एिं सांस्कृमतक घटक-
उद्यमिता के मिकास िें र् गदान दे ने िाले सािामजक एिों साों स्कृमतक घटक
मनम्नमलक्तित हैं -
1. आदशष व्यिहार- उद्यमिता के मिकास के मलए आदशय व्यिहार के मनम्न
पहलू अत्यन्त प्रासोंमगक हैं -
(i) पाररिाररक आकांक्षायें एिं दबाि-उद्यमियों के मिकास िें पररिार की
आकाों क्षाओों और दबाि की भूमिका भी काफी िहत्त्वपूणय ह ती है । पररिार िें
स्वतन्त्र कार्य प्रारम्भ करने, बन किाने, प्रमतष्ठा अमजयत करने आमद इच्छाओों के
कारण व्यक्ति उद्य ग स्थामपत करने की तरफ स्वर्ों ही आकमियत ह ते हैं ।
(ii) आत्ममनभषरता- स्वतन्त्र एिों आत्म मनभयर जीिन जीने की इच्छा व्यक्ति क
साहमसक बनाने के मलए प्रेरणा स्र त का कार्य करती है । ऐसे व्यक्ति दू सर ों के
प्रभाि ों और िागयदशयन के मबना ही मकसी पररर् जना क साकार रूप प्रदान
करते हैं ।
(iii) िोक्तिि िहन- ज क्तिि उठाने की चुनौती भी व्यक्ति क साहमसक बना
दे ती
2. सिािीकरर्ण– मिमभन्न सािामजक सोंस्थाओों, जैसे-घर, स्कूल, िामियक
सोंगठन ,ों राजनैमतक दल ,ों अनौपचाररक सिूह ों आमद का उद्यमिता के मिकास
पर काफी प्रभाि है । सिाजीकरण से निर्ुिक ों िें साहसी िन िृमत्त, उपलक्तब्ध-
भाि तथा रचनात्मक मचन्तन क प्र त्साहन मिलता है । ‘सिाजीकरण के द्वारा
प्रमशक्षण प्रदान करके उद्यमिता के आिार क मनमियत मकर्ा जा सकता है । र्मद
बच्च ों क अत्यमिक सुरक्षा और िागयदशयन मदर्ा जाता है त िे स्वतन्त्र रूप से
कार्य करने िें रुमच नहीों लेते हैं । अतः उद्यमिता के मिकास के मलए
आत्ममनभयरता पर सािामजक प्रमशक्षण प्रारम्भ से ही मदर्ा जाना चामहए।
(III) िातािरर्ण सम्बन्धी घटक-
उद्यमिता के मिकास िें िातािरर्ण सम्बन्धी घटक मनम्नमिक्तित हैं -
1. मनयि एिं कानून- व्यिसार् के मलए सरकार व्यािहाररक एिों लाभप्रद
कानून ों और मनर्ि ों का मनिाय ण करके औद्य मगक मिर्ाओों क प्र त्साहन दे
सकती है । कानून ों के द्वारा साहमसर् ों क उनके व्यिसार्, िन सम्पदा एिों
सम्पमत्तर् ों की उमचत सुरक्षा प्रदान की जा सकती है । उद्य ग ों के मलए शाक्तन्त
और व्यिस्था का मिशेि िहत्त्व ह ता है ज मक मसफय मनर्ि और कानून ों के
द्वारा ही सम्भि है । इस प्रकार उद्यि के मिकास के मलए िैिामनक िातािरण
तैर्ार मकर्ा जाना आिश्यक ह जाता है ।
2. आमथषक एिं व्यािसामयक िातािरर्ण- हिारे दे श िें मिद्यिान प्रमतस्पर्द्ाय ,
आमथयक क्तस्थरता, श्रि दशार्ें, कीिोंत ि आि-स्तर, व्यापाररक चि ों की क्तस्थमत
का भी उद्यमिता के मिकास पर काफी प्रभाि पड़ता है । उद्यमिता के मिकास
क प्र त्सामहत करके िें सिाज के मिमभन्न पक्ष ों जैसे उपभ िा, पूमतयकत्ताय ,
श्रमिक, मिमनर् िा आमद का भी उल्लेिनीर् र् गदान ह ता है ।
3. सरकारी नीमतयााँ एिं प्रेरर्णायें- उद्य ग ों के सम्बन्ध िें सरकार मिमभन्न
नीमतर् ों जैसे-औद्य मगक नीमत, लाइसेंस नीमत, मित्त मनर्ाय त, आर्ात-मनर्ाय त
आमद का मनिाय ण करके उद्यमिता मिकास क प्र त्सामहत कर सकती है । मपछड़े
हुए क्षेत्र ों तथा गााँ ि ों के मलए मिशेि छूट ों ि सहार्ता की घ िणा करके सरकार
उद्यमिर् ों क आकमियत कर सकती है ।
4. रािनैमतक एिं प्रशासमनक प्रर्णािी- व्यक्तिर् ों की उद्यिशीलता पर दे श
के राजनैमतक ढााँ चे, प्रशासमनक मचन्तन, सरकारी िशीनरी, नौकरशाही,
राजनेताओों की मिचारिारा आमद का काफी गहरा प्रभाि पड़ता है ।
5. तकनीकी मिकास- हिारे दे श िें उपलब्ध प्रौद्य मगकी, िैज्ञामनक मिर्ाओों,
तकनीकी अनुसोंिान आमद का भी उद्यमिता के मिकास िें काफी र् गदान ह ता
है । निीन तकनीक के िाध्यि से निीन िस्तुओों का मनिाय ण मकर्ा जा सकता
है । तकनीकी श ि से उत्पादन मिर्ाओों क मितव्यर्ी बनार्ा जा सकता है ।
सरकार तकनीकी मिकास के स्तर पर ध्यान दे कर साहमसर् ों के मिकास क
प्र त्साहन दे सकती है ।

6. बडे साहमसयों का दृमिकोर्ण- बड़े उद्यमिर् ों का छ टे उद्यमिर् ों के प्रमत


सकारात्मक दृमिक ण भी लघु उद्यमिर् ों क काफी प्र त्सामहत कर सकता है ।
बड़े उद्यिी छ टे उद्यमिर् ों क मिमभन्न प्रकार क सुमििार्ें, जैसे-िशीनें, कच्चा
िाल, र्न्त्र, मित्त, भिन, परािशय आमद आसानी से उपलब्ध करा सकते हैं । र्ही
दृमिक ण साहसी के मिकास िें काफी सहार्क ह ता है ।
(IV) सहायता प्रर्णािी-
उद्यमिता के मिकास के मिए सहायता प्रर्णािी मनम्नमिक्तित है -
1. आधारभूत सुमिधायें- सरकार मिमभन्न आिारभूत सािन ों और सुमििार्ें,
जैसे औद्य मगक बक्तस्तर् ों का मनिाय ण, कच्चे िाल तथा शक्ति के सािन ों की
आपूमतय, बीिा तथा मित्तीर् सुमििार्ें, पररिहन आमद उपलब्ध कराकर उद्यमिता
के मिकास क गमत प्रदान कर सकती है ।
2. साहस अमभिुिी मशक्षा पद्धमत- निर्ुिक ों िें मशक्षण सोंस्थाओों के द्वारा
साहसी प्रिृमत्तर् ों का मिकास मकर्ा जा सकता है । स्कूल, कॉलेज, मिश्वमिद्यालर्,
प्रबन्ध सोंस्थान तथा तकनीकी सोंस्थान आमद के द्वारा मिमभन्न व्यािसामर्क एिों
उद्यि अमभिुिी पाठ्यिि ों का सोंचालन मकर्ा जा सकता है ।
3. सहायक संस्थान- सरकार उद्यमिता के मिकास के मलए कई प्रकार के
सहार्क सोंस्थान ,ों एजेंमसर् ों और सोंगठन ों की स्थापना करती है । इन सोंस्थान ों
का िुख्य कार्य साहमसर् ों क मनर्ाय त, प्रमशक्षण, तकनीकी प्रबन्ध,
आिुमनकीकरण, मिपणन, र्न्त्र, कच्चा िाल आमद के सम्बन्ध िें सुमििार्ें प्रदान
करना ह ता है । इन सोंस्थाओों के द्वारा साहस के मिकास के मलए कई र् जनाओों
का आर् जन मकर्ा जाता है ।
4. बैंकों ि मित्तीय संस्थाओं की भूमिका- बैंक ों और मित्तीर् सोंस्थाओों के द्वारा
भी ररर्ार्ती दर ों पर मित्त उपलब्ध कराके उद्यमिता क प्र त्सामहत मकर्ा जाता
है । इसके साथ ही बैंक एिों अन्य मित्तीर् सोंस्थार्ें रुग्ण इकाइर् ों ज मिशेि ऋण
सुमििा, पुनमियत्त एिों आिश्यक परािशय प्रदान करके साहस के मिकास िें
र् गदान दे सकती है ।
5. प्रमशक्षर्ण सुमिधायें- मिमभन्न प्रमशक्षण कार्यिि ों के द्वारा भी व्यक्तिर् ों िें
साहसी र् ग्यताओों और क्षिताओों का मिकास मकर्ा जा सकता है । मिमभन्न
सोंस्थाओों के द्वारा मिचार ों के आदान-प्रदान के मलए सम्मेलन ों एिों मिचार ग मष्ठर् ों
का भी आर् जन मकर्ा जाता है । हिारे दे श िें रािरीर् साहस एिों लघु मिकास
सोंस्थान प्रमशक्षण के कई पाठ्यिि सोंचामलत करता है ।
6. शोध एिं सामहत्य- उद्यमिता के मिकास िें कई श ि सोंस्थाओों का भी
िहत्त्वपूणय र् गदान ह ता है । साहस से सम्बक्तन्धत सिस्याओों पर श ि ह ने तथा
उनका प्रकाशन ह ते रहने से दे श िें उद्यमिर् ों का काफी मिकास ह ता है ।
साहसी सामहत्य और अनुसोंिान से साहमसर् ों क उपिि स्थापना िें उमचत
िागयदशयन प्राप्त ह ता है ।

प्रधानिंत्री द्वारा शुरू मकया गया एिएसएिई सहयोग एिं संपकष


कायषक्रि पीएिईिीपी की सफिता की कहानी है -
िादी - ग्रािीर्ण भारत की अथषव्‍यिस्‍था की बुमनयाद

प्रिानिोंत्री श्री नरे न्‍दर ि दी ने 2 निोंबर 2018 क सूक्ष्म, लघु एिों िध्यि उद्यि
(एिएसएिई) क्षेत्र के मलए एक सहर् ग एिों सोंपकय कार्यिि शुरू मकर्ा।
प्रिानिोंत्री ने 12 प्रिुि घ िणाएों की ज दे श भर िें एिएसएिई के मिकास
और मिस्तार के साथ-साथ उन्‍दहें सहूमलर्तें दे ने िें िदद करें गी।
1. एक ऑनलाइन प टय ल के िाध्यि से 59 मिनट के भीतर 1 कर ड़ रुपर्े
तक का ऋण।
2. सभी जीएसटी पोंजीकृत एिएसएिई के मलए ताजा र्ा िृक्तर्द्शील ऋण ों
पर 2% की ब्याज ररर्ार्त।
3. 500 कर ड़ रुपर्े से अमिक के कुल कार बार िाली सभी कोंपमनर् ों क
टीआरईडीएस प्लेटफॉिय पर िौजूदगी अमनिार्य ह गी तामक उद्यमिर् ों क
उनकी आगािी प्राक्तप्तर् ों के आिार पर बैंक ों से ऋण लेने िें सिथय बनार्ा
जा सके। इस प्रकार इससे नकदी चि की सिस्र्ा दू र ह गी।
4. सभी साियजमनक उपिि ों के मलए कुल िरीद का 20 प्रमतशत के बजार्
25 प्रमतशत िरीद एिएसएिई से करना अमनिार्य ह गा।
5. एिएसएिई से प्राप्त 25 प्रमतशत िरीद िें से 3 प्रमतशत िमहला उद्यमिर् ों
के मलए आरमक्षत।
6. सभी केंरीर् साियजमनक उपिि ों क अमनिार्य रूप से जीईएि प टय ल
के िाध्यि से िरीद करना ह गा।
7. 6000 कर ड़ रुपर्े की लागत से 100 प्रौद्य मगकी केंर स्थामपत मकए
जाएों गे।
8. फािाय क्लस्टर की स्थापना के मलए लागत का 70 प्रमतशत िहन भारत
सरकार करे गी।
9. साल िें एक बार 8 श्रि कानून ों और 10 केंरीर् मनर्ि ों के तहत ररटनय
दाक्तिल करना ह गा।
10. प्रमतष्ठान ों का दौरान करने िाले मनरीक्षक कम्प्यूटरीकृत रें डि
आिोंटन के जररर्े मनणयर् लेंगे।
11. िार्ु और जल प्रदू िण कानून ों के तहत एकल सहिमत। स्व-
प्रिाणन के िाध्यि से ररटनय स्वीकार मकए जाएों गे और केिल 10 प्रमतशत
एिएसएिई इकाइर् ों का मनरीक्षण मकर्ा जाएगा।
12. कोंपनी अमिमनर्ि के तहत िािूली उल्लोंघन ों के मलए उद्यमिर् ों क
अब अदालत का दरिाजा नहीों िटिटाना पड़े गा, बक्ति िे उन्ें सरल
प्रमिर्ाओों के जररर्े सही कर सकते हैं ।
प्रधान िंत्री ने कहा मक एिएसएिई क्षेत्र की सुमिधा के पांच प्रिुि पहिू
हैं :

• ऋण तक पहुों च

• बाजार तक पहुों च

• प्रौद्य मगकी उन्नर्न

• कार बारी सुगिता

• कियचाररर् ों के मलए सुरक्षा की भािना।

एसएिई क्षेत्र के मिए बिट आिंटन

सूक्ष्म, लघु एिों िध्यि उद्यि (एिएसएिई) क्षेत्र मपछले पाों च दशक ों िें
भारतीर् अथयव्यिस्था का एक अत्यमिक जीिोंत और गमतशील क्षेत्र बन गर्ा है ।
एिएसएिई र जगार के अिसर प्रदान करने िें िहत्वपूणय भूमिका मनभाते हैं ।
एिएसएिई बड़े उद्य ग ों के पूरक हैं और दे श के सािामजक-आमथयक मिकास
िें बहुत र् गदान करते हैं । इसे ध्यान िें रिते हुए और एिएसएिई क्षेत्र की
बढ़ती भूमिका और र् गदान क र जगार और आमथयक मिकास क बढ़ािा दे ने
के मलए केंरीर् बजट, मजसे सोंसद िें मित्त िोंत्री द्वारा 1 फरिरी 2018 क प्रस्तुत
मकर्ा गर्ा था, ने बजटीर् आिोंटन बढ़ाकर इस क्षेत्र पर काफी ज र मदर्ा।
एिएसएिई क्षेत्र के मलए 2017-18 िें 6,481.96 कर ड़ रुपर्े का बजटीर्
आिोंटन हुआ था मजसे बढ़ाकर 2018-19 िें 6,552.61 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा
गर्ा।
• व्यक्तिगत र् जनाओों (सीजीटीएिएसई के अलािा) के मलए आिोंटन 59%
बढ़कर 2018-19 िें 5,852.61 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा ज 2017-18 िें
3,680 कर ड़ था।

• रािरीर् मिमनिाय ण प्रमतस्पिाय त्िकता कार्यिि के मलए आिोंटन 2017-18 के


मलए 506 कर ड़ रुपर्े से बढ़ाकर 2018-19 के मलए 1,006 कर ड़ रुपर्े कर
मदर्ा गर्ा। इस र् जना से एिएसएिई क्षेत्र िें प्रौद्य मगकी उन्नर्न िें िदद
मिलेगी।

• प्रिानिोंत्री र जगार सृजन कार्यिि के तहत आिोंटन बीई 2017-18 िें


1,024.49 कर ड़ रुपर्े था मजसे बढ़ाकर बीई 2018-19 िें 1,800 कर ड़ रुपर्े
कर मदर्ा गर्ा तामक गैर-कृमि क्षेत्र िें लगभग 88,000 सूक्ष्म उद्यि ों की स्थापना
से स्िर जगार का सृजन और लगभग 7 लाि ल ग ों के मलए र जगार के अिसर
पैदा ह सकें।

• िेमडट गारों टी फोंड क पहले ही 2,500 कर ड़ से बढ़ाकर 7,500 कर ड़


रुपर्े कर मदर्ा गर्ा है । इस र् जना िें अन्य सोंरचनात्मक सुिार ों के साथ-साथ
एिएसई क्षेत्र िें ऋण िृक्तर्द् और र जगार सृजन क व्र्ापक तरीके से बढ़ािा
दे ने का लक्ष्र् है ।

• बीई 2017-18 िें अत्यािुमनक प्रौद्य मगकी केंर ों की स्थापना के मलए आिोंटन
तीन गुना से अमिक बढ़ाकर 550 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा ज बीई 2018-
19 िें 150 कर ड़ रुपर्े था।

• िादी अनुदान के तहत आिोंटन क बीई 2017-18 के मलए 265.10 कर ड़


रुपर्े से बढ़ाकर बीई 2018-19 के मलए 415 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा।

• स्कीि फॉर रीजेनरे शन ऑफ टर े मडशनल इों डस्टर ीज (एसएफर्ूआरटीआई) के


तहत बजटीर् आिोंटन बीई 2017-18 िें 10 कर ड़ रुपर्े था मजसे बढ़कर बीई
2018-19 िें 125 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा। इससे पारों पररक एिों ग्रािीण
उद्य ग ों िें र जगार सृजन क जबरदस्त बढ़ािा मिलेगा।
• एएसपीआईआरई (निाचार, ग्रािीण उद्य ग एिों उद्यमिता क बढ़ािा दे ने के
मलए र् जना) के तहत आिोंटन बीई 2017-18 िें 50 कर ड़ रुपर्े था मजसे
बढ़ाकर बीई 2018-19 िें 232 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा। इसके तहत 100
आजीमिका व्यिसार् इन्‍दक्ूबेटर ों और 20 प्रौद्य मगकी व्यिसार् इन्‍दक्ूबेटर ों की
स्थापना का लक्ष्य रिा गर्ा है । इससे उद्यमिता एिों र जगार सृजन िें तेजी
आएगी।

• रािरीर् एससी/ एसटी हब के मलए आिोंटन क 60 कर ड़ रुपर्े से बढ़ाकर


93.96 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा है तामक एससी/ एसटी उद्यमिर् ों के
कार बार िें िृक्तर्द् क रफ्तार मिल सके। पूिोत्तर क्षेत्र के मलए मिमभन्न एससी/
एसटी र् जनाओों के तहत कुल आिोंटन िें भी उल्लेिनीर् िृक्तर्द् हुई है ।
एिएसएिई क्षेत्र को बढािा दे ने िािी अन्य योिनाएं इस प्रकार हैं :

• 50 कर ड़ रुपर्े से कि कुल कार बार िाली कोंपमनर् ों के मलए 25 प्रमतशत


ररर्ार्ती दर का दार्रा मफलहाल उन कोंपमनर् ों तक बढ़ा मदर्ा गर्ा है मजनका
कुल कार बार मित्त ििय 2016-17 िें 250 कर ड़ रुपर्े तक रहा।

• सरकार द्वारा नए कियचाररर् ों के मलए तीन ििय तक कियचारी भमिष्य मनमि


(ईपीएफ) िें 8.33% का र् गदान।

• ल ग ों क बड़े पैिाने पर र जगार दे ने िाले फुटमिर्र, चिड़ा और कपड़ा जैसे


क्षेत्र ों िें सरकार द्वारा तीन साल के मलए ईपीएफ िें 12% का र् गदान।
पीएिईिीपी की सफिता की कहानी

प्रधानिंत्री रोिगार सृिन कायषक्रि- 2019-20 तक िारी रहेगा


प्रिानिोंत्री र जगार सृजन कार्यिि (पीएिईजीपी) एक प्रिुि िेमडट-
मलोंक्ड सक्तिडी कार्यिि है मजसे एिएसएिई िोंत्रालर् द्वारा 2008-09 से लागू
मकर्ा गर्ा है । इस र् जना का उद्दे श्य ग्रािीण क्षेत्र ों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र ों िें
पारों पररक कारीगर ों एिों बेर जगार र्ुिाओों की िदद करके गैर-कृमि क्षेत्र िें
सूक्ष्म उद्यि ों की स्थापना करते हुए स्वर जगार के अिसर पैदा करना है ।
आमथयक िािल ों की िोंमत्रिोंडलीर् समिमत ने पीएिईजीपी क 5,500 कर ड़
रुपर्े के कुल पररव्र्र् के साथ 12िीों र् जना के इतर 2017-18 से 2019-20
तक तीन ििों के मलए जारी रिने के मलए 28 फरिरी 2018 क िोंजूरी दी।
प्रिानिोंत्री र जगार सृजन कार्यिि (पीएिईजीपी) र् जना इन तीन मित्त ििों
के दौरान करीब 15 लाि ल ग ों के मलए स्थार्ी र जगार के अिसर पैदा करे गी।

• बजट अनुिान 2018-19 िें पीएिईजीपी के तहत आिोंटन क पहले ही


बढ़ाकर 2018-19 के मलए 1,800 कर ड़ रुपर्े कर मदर्ा गर्ा है ज इससे
मपछले ििय के मलए 1,024.49 कर ड़ रुपर्े था।

• पीएिईजीपी के तहत मपछले तीन ििों र्ानी 2015-16 से 2017-18 के


दौरान 11,13,000 से अमिक र जगार सृमजत ह ने का अनुिान है ।

• कुल 4.55 लाि सूक्ष्म उद्यि ों क 9,564.02 कर ड़ रुपर्े की िामजयन रकि


सक्तिडी के साथ सहार्ता की गई मजससे 31.01.2018 तक 37.98 लाि ल ग ों
क र जगार मिलने का अनुिान है ।

• ििय 2018 के दौरान िोंत्रालर् ने पीएिईजीपी के तहत िामजयन रकि के तौर


पर 1,760.64 कर ड़ रुपर्े जारी मकए मजसिें से 1,007.52 कर ड़ रुपर्े बैंक ों
द्वारा पहले ही मितररत मकए जा चुके हैं ।

• पीएिईजीपी र् जना के तहत लाभाक्तित 35,796 नए उद्यि ों ने 2,86,368


ल ग ों क र जगार प्रदान मकर्ा।

• बैंक ों द्वारा मितररत रकि, रकि हामसल करने िाली पररर् जनाओों की सोंख्र्ा
और र जगार सृजन िें मपछले ििय के िुकाबले 60% से अमिक की िृक्तर्द् दजय
की गई।
सिािेशी मिकास क हामसल करने के मलए दे श के सभी मजल ों क प्रमत मजले
कि से कि 75 पररर् जनाएों आिोंमटत करने का लक्ष्र् रिा गर्ा है । ग्रािीण
क्षेत्र ों िें िमहलाओों, एससी/ एसटी, ओबीसी, मदव्र्ाों ग जन ,ों एनईआर आिेदक ों
के मलए सक्तिडी की उच्च दर (25% से 35%) लागू ह गी।
मनम्‍नमिक्तित बातों को ध्‍यान िें रिते हुए िक्ष्य मनधाषररतमकए गए हैं :
• राि िें अत्र्मिक मपछड़ापन,
• अत्र्मिक बेर जगारी,
• मपछले ििय के लक्ष्र् ों क पूरा करने की क्तस्थमत,
• राि/ केंर शामसत प्रदे श की जनसोंख्या और
• पारों पररक कौशल एिों कच्चे िाल की उपलब्धता।
➢ पीएिईजीपी के तहत 266 मजल ों ने 2016-17 के दौरान 75
पररर् जनाओों का लक्ष्य हामसल मकर्ा है ।
➢ लक्ष्य के सिान मितरण और सिािेशी मिकास क हामसल करने के
उद्दे श्र् से सभी मजल ों क प्रमत पररर् जना (8-10 लाि रुपर्े पररर् जना
लागत) 2 लाि रुपर्े के औसत िामजयन के साथ रकि आिोंमटत।
➢ प्रत्येक मजले के मलए 75 इकाइर् ों के लक्ष्य क हामसल करने का प्रर्ास
मकर्ा जा रहा है और राि सरकार ों के प्रिान समचि र् जना की मनगरानी
कर रहे हैं ।
➢ मजल ों के साों सद की अध्यक्षता िाली मजलास्तरीर् सलाहकार समिमतर्ाों
भी इस र् जना की मनगरानी कर रही हैं ।
➢ र्मद कहीों कि उपलक्तब्ध दे िी गई ह त उसके मलए राि स्तर पर
सिीक्षा बैठकें मनर्मित रूप से आर् मजत की जा रही हैं ।
➢ रािस्तरीर् मनगरानी समिमत की बैठक (एसएलएिसी) के दौरान मित्त
प िण करने िाली राज्र् की बैंक शािाओों क सलाह दी जाती है तामक
िे किज र प्रदशयन करने िाले मजल ों िें अमिक पीएिईजीपी
पररर् जनाओों क िोंजूरी दें ।
➢ सूक्ष्म उद्य ग ों के मिकास के मलए पीएिईजीपी र् जना का प्रचार करने
के मलए मजला स्तर और राि स्तर पर जागरूकता मशमिर आर् मजत
मकए जा रहे हैं ।
➢ पीएिईजीपी के तहत सािान्य श्रेणी के लाभाथी ग्रािीण क्षेत्र ों के मलए
पररर् जना लागत का 25% सक्तिडी िामजयन और शहरी क्षेत्र ों के मलए
15% सक्तिडी िामजयन का लाभ उठा सकते हैं ।
➢ अनुसूमचत जामत/ अनुसूमचत जनजामत/ ओबीसी/ अिसोंख्यक /ों
िमहलाओों, भूतपूिय सैमनक, मदव्र्ाों ग जन ,ों एनईआर, पहाड़ी और
सीिािती क्षेत्र जैसी मिशेि श्रेमणर् ों से सोंबोंमित लाभामथयर् ों के मलए ग्रािीण
क्षेत्र ों िें सक्तिडी िामजयन 35% और शहरी क्षेत्र ों िें सक्तिडी िामजयन 25%
है ।
➢ 18 ििय से अमिक उम्र का क ई भी व्यक्ति इसके मलए पात्र है ।
➢ मिमनिाय ण क्षेत्र िें 10 लाि रुपर्े से अमिक लागत िाली पररर् जनाएों
स्थामपत करने और व्यिसार्/ सेिा क्षेत्र िें 5 लाि रुपर्े से अमिक लागत
िाली पररर् जनाएों स्थामपत करने के मलए लाभामथयर् ों के पास कि से कि
आठिीों कक्षा पास की शैमक्षक र् ग्यता ह नी चामहए।
➢ मिमनिाय ण क्षेत्र िें पररर् जनाओों की अमिकति लागत 25 लाि और सेिा
क्षेत्र िें पररर् जनाओों की अमिकति लागत 10 लाि ह गी।
➢ पीएिईजीपी के तहत केिल नई इकाइर् ों की स्थापना के मलए ही लाभ
प्राप्त मकर्ा जा सकता है ।
➢ पीएिईजीपी र् जना के तहत लाभ लेने के इच्छु क ल ग ों के मलए 1 जुलाई
2016 से एक ऑनलाइन प टय ल शुरू मकर्ा गर्ा है । पूरी प्रमिर्ा
ऑनलाइन और िास्तमिक सिर् आिाररत है । आिेदक क प टय ल पर
आिेदन करना ह गा और िह पीएिईजीपी-ई-प टय ल पर अपने आिेदन
की क्तस्थमत क टर ै क कर सकते हैं । लाभामथयर् ों द्वारा प्रमतपुमि दे ने के मलए
एक ऑनलाइन प्रमतपुमि ढाों चा भी तैर्ार मकर्ा गर्ा है ।
➢ िादी एिों ग्राि द्य ग आर् ग (केिीआईसी) इसके मलए रािरीर् स्तर पर
न डल कार्ाय िर्न एजेंसी है । राि/ मजला स्तर पर केिीआईसी के राज्र्
कार्ाय लर्, िादी एिों ग्राि द्य ग ब डय (केिीआईबी) और मजला उद्य ग केंर
(डीआईसी) कार्ाय िर्न एजेंमसर्ाों हैं ।
पीएिईिीपी के तहत िमहिा उद्यमियों को सहायता
• सरकार ने दे श के ग्रािीण एिों शहरी क्षेत्र ों िें र जगार सृजन के उद्दे श्य से
प्रिानिोंत्री र जगार सृजन कार्यिि (पीएिईजीपी) के तहत 2016-17 िें
14,768 पररर् जनाएों स्थामपत करने िें िमहला उद्यमिर् ों क मित्तीर् सहार्ता
प्रदान की है ।

• असि िें सबसे अमिक 1,484 पररर् जनाएों और उसके बाद उत्तर प्रदे श िें
1,387 पररर् जनाएों , तमिलनाडु िें 1,248 पररर् जनाएों , ओमडशा िें 942
पररर् जनाएों और मबहार िें 915 पररर् जनाएों स्थामपत हुईों। इसके अलािा अन्य
राि /ों केंरशामसत प्रदे श ों िें पररर् जनाओों की सोंख्या अलग-अलग थी।

• पीएिईजीपी र् जना के तहत िमहला उद्यमिर् ों क शहरी एिों ग्रािीण क्षेत्र ों िें
पररर् जना स्थामपत करने के मलए ििश: 25% और 35% सक्तिडी प्रदान की
जाती है ।
आयुर् के साथ एिओयू

एिएसएिई िोंत्रालर् और आर्ुि िोंत्रालर् ने जून 2018 िें नई मदल्ली िें एक


सिझौता ज्ञापन (एिओर्ू) पर हस्ताक्षर मकए। इस एिओर्ू ने दे श िें आर्ुि
उद्यि ों के मिकास के मलए द न ों िोंत्रालर् ों के सोंस्थान ों और र् जनाओों के िाध्यि
से तालिेल स्थामपत मकर्ा है । इस साझेदारी का उद्दे श्य भारत क 'सिग्र
स्वास्थ्य सेिा' िें एक मिश्व नेता के रूप िें स्थामपत करना है ।
आर्ुि एक उभरता हुआ क्षेत्र है मजसिें मनिारक, उपचारात्मक एिों स्वास्थ्य
लाभ के मलए अपार सोंभािनाएों िौजूद हैं और र्ह भारत की सािामजक-
साों स्कृमतक मिरासत का महस्सा रहा है । आर्ुि उद्य ग िें आर्ुिेद, र्ूनानी, मसर्द्
और ह म्य पैथी दिा मिमनिाय ण इकाइर् ों के साथ-साथ साियजमनक एिों मनजी
क्षेत्र ों के स्वास्थ्य सेिा मितरण केंर शामिल हैं । इसिें अमनिार्य तौर पर
एिएसएिई का िचयस्व है । इनके मिकास और आर्ुि की बाजार महस्सेदारी
बढ़ाने के मलए उद्यमिता मिकास, क्षिता मनिाय ण एिों मित्तीर् सहार्ता के क्षेत्र ों िें
सहर् ग करने की आिश्यकता है ।
आर्ुि क्षेत्र के मलए घरे लू बाजार मपछले एक दशक से लगातार बढ़ रहा है ।
दु मनर्ा भर िें पारों पररक दिाओों की भी स्वीकृमत है । आर्ुि उत्पाद ों जैसे िाद्य
पूरक, न्यूटरास्यूमटकल और हबयल अकय के मनर्ाय त िें उल्लेिनीर् िृक्तर्द् हुई है ।
इसका फार्दा उठाने और इस क्षेत्र िें उद्यि ों के मिकास के मलए एिएसएिई
िोंत्रालर् और आर्ुि िोंत्रालर् ने हाथ मिलाने पर सहिमत व्यि की है । द न ों
िोंत्रालर् आर्ुि क्षेत्र िें उद्यमिता के मिकास के मलए क्षेत्रीर् कार्यशालाओों का
आर् जन कर रहे हैं और एिएसएिई िोंत्रालर् ने आर्ुि उद्य ग ों क मसडबी
का लाभ मदलाने के मलए नई र् जनाएों तैर्ार की हैं ।
संयुक्त
‍ राष्‍‍टर िमहिा मदिस - 2018
सूक्ष्म, लघु एिों िध्यि उद्यि (एिएसएिई) िोंत्रालर् ने 8 िाचय 2018 क
अोंतराय िरीर् िमहला मदिस के अिसर पर भारत की िमहला उद्यमिर् ों के मलए
एक प टय ल लॉन्च मकर्ा: www.udyamsakhi.org.
लगभग 80 लाि िमहलाओों ने भारत िें अपना व्यिसार् स्थामपत मकर्ा है और
एिएसएिई िोंत्रालर् र्ह सुमनमित करने के मलए प्रमतबर्द् है मक भारत िें
िमहलाएों भारतीर् अथयव्यिस्था के मिकास िें िहत्वपूणय भूमिका मनभाती रहें ।
र्ह प टय ल िमहलाओों क सशि एिों आत्ममनभयर बनाने के मलए कि लागत
िाले उत्पाद ों एिों सेिाओों के मलए कार बारी िॉडल तैर्ार करने और
उद्यिशीलता क प्र त्सामहत करने के मलए एक नेटिकय है ।
र्ह प टय ल अपने प्लेटफॉिय के जररर्े उद्यमिता लमनिंग टू ल्स, इनक्र्ूबेशन
सुमििा, रकि जुटाने के मलए प्रमशक्षण कार्यिि, सोंरक्षक उपलब्ध कराने, एक-
एक मनिेशक के साथ िुलाकात करने, बाजार सिेक्षण की सुमििा और
तकनीकी सहार्ता के मलए सहार्ता प्रदान करता है ।
एिएसएिई िोंत्रालर् सोंबोंमित िोंत्रालर् ों एिों मिभाग ,ों राि सरकार ों एिों अन्य
महतिारक ों के सहर् ग से िादी, ग्राि एिों क इर उद्य ग ों समहत इस क्षेत्र के
मिकास क बढ़ािा दे ते हुए एक जीिोंत एिएसएिई क्षेत्र तैर्ार कर रहा है ।
िादी एिं ग्रािोद्योग आयोग
• सौर चरिा मिशन
भारत के रािरपमत श्री रािनाथ क मिोंद ने 27 जून 2018 क नई मदल्ली िें एक
सिार ह िें सौर चरिा मिशन का शुभारों भ मकर्ा। र्ह मिशन ििय 2018-19
और 2019-20 के मलए 50 कर ड़ रुपर्े के बजट के साथ दे श भर िें 50
क्लस्टर ों क किर करता है । र्ह र् जना ग्रािीण क्षेत्र ों िें लगभग एक लाि
ल ग ों के मलए प्रत्यक्ष तौर पर र जगार का सृजन करे गी और हररत अथयव्यिस्था
िें भी र् गदान करे गी। सौर चरिा इकाइर् ों क ग्राि द्य ग ों के रूप िें िगीकृत
मकर्ा गर्ा है । सौर चरिा मिशन र् जना क केंरीर् बजट 2018-19 िें गैर-
पारों पररक सौर ऊजाय क आगे बढ़ाने और र जगार सृजन के मलए प्रस्तामित
मकर्ा गर्ा था।
• 'िीठी क्रांमत' िें केिीआईसी ने बनाया मिश्‍ि ररकॉडष
शहद के उत्पादन क बढ़ाने के मलए केिीआईसी ने शहद मिशन शुरू मकर्ा
है । ििुिक्खी पालन ग्रािीण क्षेत्र ों एिों उपलब्ध स्थानीर् सोंसािन ों के अनुकूल
है और केिीआईसी ग्रािीण ों के लाभ के मलए इन सोंसािन ों का उपर् ग करने
िें िहत्वपूणय भूमिका मनभा रहा है ।
केिीआईसी ने िुोंबई िें ििुिक्खी पालन मनदे शालर् के नाि से एक अलग
मिभाग और पुणे िें केंरीर् ििुिक्खी अनुसोंिान एिों प्रमशक्षण सोंस्थान की
स्थापना की है । साथ ही उसने आिुमनक एिों िैज्ञामनक तरीके से ििुिक्खी
पालन शुरू मकर्ा।
रािरपमत भिन की ििुिामटका ने पैदािार दे ना शुरू कर मदर्ा है और इस साल
िाचय िें रािरपमत भिन के बागान ों से 186 मकल ग्राि शहद मनकाला गर्ा था।
रािरपमत भिन िें प्रचुर िात्रा िें िनस्पमत एिों जीि हैं मजसिें आि के हरे -भरे
पेड़, भारतीर् ब्लैकबेरी (जािुन), नीि और डरिक्तस्टक्स (अिलतास) शामिल हैं ।
केिीआईसी ने पहले रािरपमत भिन के बागिान ों के मलए एक कृमि प्रमशक्षण
पाठ्यिि आर् मजत मकर्ा था मजसिें उन्ें िनस्पमतर् ों और जीि ों क बनाए
रिने िें ििुिक्खी पालन की दे िभाल और िूल्य के मटप्स मदए गए थे।
केिीआईसी ने रािरपमत भिन िें मिमभन्न चरण ों िें कई ििुिक्खी-बक्से स्थामपत
मकए। इस शहद एिों सोंबोंमित उत्पाद ों का उपर् ग रािरपमत भिन िें आने िाले
मिदे शी गणिान्य व्यक्तिर् ों के मलए उपहार के रूप िें करने की र् जना है ।
रािरपमत भिन िें केिीआईसी के ििुिक्खी पालन कार्यिि िें 16,000 फूल ों
एिों पौि ों क शामिल मकर्ा गर्ा है । रािरपमत भिन पररसर िें पेड़ ों की पर्ाय प्त
सोंख्र्ा है ज परागण के मलए उपर्ुि हैं । र्े पेड़ आसपास के क्षेत्र ों िें उपज िें
व्यापक तौर पर िृक्तर्द् करें गे।
िादी एिों ग्राि द्य ग आर् ग (केिीआईसी) ने मिश्व ििुिक्िी मदिस के अिसर
पर इस साल 21 िई क काजीरों गा िन क्षेत्र िें 100 मिमसोंग असमिर्ा जनजामत
के बीच 1,000 ििुिक्खी के बक्से मितररत मकए।
केिीआईसी ने इस साल जून िें कश्मीर के कुपिाड़ा िें जोंगेली आिी क्षेत्र िें
भी ििुिक्िी के बक्से मितररत मकए। जोंगेली आिी क्षेत्र िें 233 लाभामथयर् ों के
बीच द हजार तीन सौ तीस ििुिक्खी के बक्से भी मितररत मकए।
कुपिाड़ा िें र्ह कार्यिि भारतीर् सेना के साथ उसके सद्भािना कार्यिि के
तहत आर् मजत मकर्ा गर्ा तामक घाटी िें शाों मत एिों सद्भाि स्थामपत ह सके।
भारतीर् सेना ने प्रमशक्षण दे ने िें िदद की और ििुिामटका स्थामपत करने के
मलए 10 प्रमतशत मित्तीर् सहार्ता भी प्रदान मकर्ा। इससे लाभामथयर् ों क
आजीमिका किाने के मलए केिीआईसी िोंच तक पहुों चने िें िदद मिली है ।
कैटिॉक पर िादी
इस साल पहली बार केिीआईसी ने लक्मे फैशन िीक के साथ मिलकर िादी
क सतत मिकास िाले कपड़े के तौर पर प्रदमशयत मकर्ा। इस साल िुोंबई के
लैक्मे फैशन िीक िें चार मडजाइनर लेबल ों द्वारा मनमियत हैं ड-स्पन एिों हैं ड-
िुिन िादी कपड़े के सोंग्रह ने रैं प पर िूि िचाई। एलगोंडल (तेलोंगाना),
कोंजरपुर (िध्य प्रदे श), बस्तर (छत्तीसगढ़), ह मशर्ारपुर (पोंजाब), िालदा,
बदय िान एिों िुमशयदाबाद (पमिि बोंगाल) के क्लस्टर क्षेत्र ों ने फैशन श के मलए
इों मडर्ा िादी के बेहतरीन कपड़े का र् गदान मदर्ा।

िहात्मा गांधी की 150िी ं ियंती िनाने की घोर्र्णा


केिीआईसी ने िहात्मा गाों िी के स्वच्छता एिों िादी के सपने क साकार करने
के मलए पटना नगर मनगि (पीएिसी) क उसके 4,000 बेहतरीन सफाई
कियचाररर् ों के मलए िादी की िदी की मबिी की।
अप्रैल 2018 िें केिीआईसी ने स्ट र-ल केमटों ग ि बाइल ऐप लॉन्च मकर्ा। र्ह
ऐप 4,000 से अमिक िादी इों मडर्ा के आउटलेट क कनेक्ट करे गा और
ि बाइल फ न पर िहज एक क्तक्लक के साथ िरीदार ों क दु कान ों के बारे िें
मिस्तृत जगरह और उत्पाद ों की उपलब्धता प्रदान करे गा।
िादी क इस साल 7 जून क दमक्षण अफ्रीका के पीटरिैररट् जबगय रे लिे स्टे शन
पर प्रदमशयत मकर्ा गर्ा था जहाों गाों िीजी क 125 साल पहले 1893 िें प्रथि
श्रेणी के मडब्बे िें अपनी सीट छ ड़ने से इनकार करने के मलए एक टर े न से फेंक
मदर्ा गर्ा था।
मिदे श िोंत्री सुििा स्वराज ने इसी साल 7 जून क पेंमटर च से पीटरिाररत्जबगय के
मलए टर े न र्ात्रा की। िहात्मा गाों िी के साथ भारत के पर्ाय र् बने सैकड़ ों िीटर
िादी, हैं ड-स्पन और हाथ से बुने हुए उिदा कपड़ ों से टर े न के सभी मडब्बे और
इों जन से सजे थे मजसे उस घटना क र्ाद करने के मलए चलार्ा गर्ा था।
सुििा स्वराज ने चरिा कातते िहात्मा गाों िी की अियप्रमतिा का भी अनािरण
मकर्ा।
िादी को िोकमप्रय बनाना
रे िंड िादी
इस कोंपनी ने अपने कुलीन िेहिान ों की उपक्तस्थमत िें िादी फैशन श का
आर् जन करते हुए रे िोंड िादी के मलए ररटे ल िाकेमटों ग की शुरुआत की थी।
केिीआईसी 13 जुलाई 2018 क नई मदल्ली िें भारत िें ि ट ों े नेग्र के रािरीर्
मदिस कार्यिि िें शामिल हुआ। भारतीर् िादी के साथ इस कार्यिि का
नाि टर ें डी ि ट
ों े नेग्र रिा गर्ा। इस अिसर पर राजनमर्क ों ने हाथ से काता हुआ
और हाथ से बुना हुआ प्राकृमतक कपड़ा पहना।
िादी एिों ग्राि द्य ग आर् ग (केिीआईसी) ने 2 अगस्त 2018 क मत्रमनदाद एिों
ट बैग के उच्चार् ग क िादी उत्पाद ों की पहली िेप भेजी।
बीिारू िादी संस्‍थानों का पुनरुद्धार
बीिार िादी सोंस्थान ों क पुनजीमित करने के मलए िादी एिों ग्राि द्य ग आर् ग
(केिीआईसी) ने 'ितयिान किज र िादी सोंस्थान ों के बुमनर्ादी ढाों चे का
सुदृढीकरण एिों मिपणन बुमनर्ादी ढाों चा सहार्ता' र् जना लागू की है ।
र्ह र् जना उन बीिार िादी सोंस्थाओों क जरूरत के आिार पर िदद दे ने के
मलए है मजनिें सािान्‍दर् ह ने की सोंभािना है । िादी एिों ग्राि द्य ग के तहत पूरे
क्षेत्र का मबिी प्रदशयन 2015-16 िें 41,894.56 कर ड़ रुपर्े से बढ़कर 2017-
18 िें 60,451.28 कर ड़ रुपर्े ह गर्ा।
दे श की मिमभन्न पोंचार्त ों िें बोंद िादी ग्राि द्य ग केंर ों क मफर से ि लने की
क ई र् जना नहीों है ।
तकनीकी केंद्र प्रर्णािी कायषक्रि (टीसीएसपी)
एिएसएिई िोंत्रालर् 2,200 कर ड़ रुपर्े की अनुिामनत लागत पर तकनीकी
केंर प्रणाली कार्यिि (टीसीएसपी) लागू कर रहा है । इसिें मिश्ि बैंक से 20
कर ड़ अिेररकी डॉलर की ऋण सहार्ता भी शामिल है । इसके तहत 15 नए
टू ल रूि और तकनीकी मिकास केंर (टीसीएस) स्थामपत मकए जाएों गे और दे श
भर िें िौजूदा 18 टीसीएस क उन्‍दन्‍दत बनार्ा जाएगा।
मनम्‍नमिक्तित 10 प्रौद्योमगकी केंद्रों पर काि चि रहा है :

• र हतक

• मभिाड़ी

• बद्दी

• बेंगलूरु

• दु गय
• पुडुचेरी

• मिशािापत्तनि

• मसतारगोंज

• भ पाल

• कानपुर

इन प्रौद्य मगकी केंर ों पर काि पहले से ही शुरू ह गर्ा है और र्े जल्द ही


काि करना शुरू कर दें गे।
एनाय कुलि और इों फाल िें प्रौद्य मगकी केंर ों के मलए अनुबोंि पर िाचय 2018 िें
हस्ताक्ष्ाार मकए गए थे।
िौजूदा 3 प्रौद्य मगकी केंर -ों भुिनेश्वर, िुोंबई और औरों गाबाद के उन्नर्न के मलए
मनिाय ण कार्य शुरू ह चुका है ।
पूिोत्तर क्षेत्र (एनईआर) के मिकास के मलए एक मिशेि र् जना बनाई गई है
मजसके तहत मतनसुमकर्ा (असि), दीिापुर (नागालैंड) और अगरतला (मत्रपुरा)
िें प्रौद्य मगकी केंर ों की स्थापना क िोंजूरी दी गई है और कार्य प्रगमत पर है ।
एसएिई एिं अंतरराष्‍‍टरीय सहयोग

• एिएसएिई िोंत्रालर् ने 22 से 24 अप्रैल 2018 तक नई मदल्ली िें पहली बार


अोंतराय िरीर् एसएिई कॉिेंशन का आर् जन मकर्ा। इसिें 39 दे श ों के
प्रमतमनमिर् ों ने भाग मलर्ा।

• इस सम्प्िेलन िें ऑस्टर े मलर्ा, ऑक्तस्टरर्ा, फ्राों स, इों ड नेमशर्ा, इटली, केन्या,
क ररर्ा, िलेमशर्ा, ि रक्क , नाइजीररर्ा, मफलीपीोंस, प लैंड, रूस, स्पेन,
श्रीलोंका, दमक्षण अफ्रीका और र्ूएई के प्रमतमनमििोंडल ों ने भाग मलर्ा।

• इन दे श ों के 160 एसएिई ने कृमि, स्वास्थ्य सेिा, सािररक रक्षा प्रमशक्षण,


मशक्षा, लॉमजक्तस्टक्स, मडमजटल िन रों जन और अपमशि प्रबोंिन जैसे क्षेत्र ों िें
अपने दे श ों के छ टे उद्यि ों का प्रमतमनमित्व मकर्ा।
• 15 एसएिई के साथ प लैंड का सबसे बड़ा प्रमतमनमििोंडल था मजसके बाद
8 एसएिई के साथ उज्बेमकस्तान और 7 एसएिई के साथ घाना का स्थान रहा।
इसिें भारत के चार सौ एसएिई भी शामिल हुए।

• इस सम्प्िेलन के दौरान भारत, मफनलैंड, इटली, रूस और कोंब मडर्ा की


िमहला उद्यमिर् ों के मलए 'िूिेन एों टरप्रेन्य र- सस्टे नेबल लाइिलीहुड् स टु
सक्सेसफुल मबजनेस' मििर् पर एक मिशेि सत्र आर् मजत मकर्ा गर्ा। इसिें
उन्‍दह न
ों े अपनी सफलता और चुनौमतर् ों का अनुभि साझा मकर्ा।

• एिएसएिई िोंत्रालर् िमहलाओों क कार बार स्थामपत करने िें प्र त्सामहत
करने के मलए एक िसौदा तैर्ार करने की प्रमिर्ा िें है ।
भारत के एसएिई और मिटे न, रूस, उज्बेमकस्तान, प लैंड, भूटान, ऑक्तस्टरर्ा,
चेक गणराि, कैिरून एिों श्रीलोंका के एसएिई के बीच तेईस सिझौत ों पर
हस्ताक्षर मकए गए। र्े सिझौते मनम्प्नमलक्तित 12 क्षेत्र ों िें हैं :

• िाद्य प्रसोंस्करण

• कृमि

• िस्त्र

• रक्षा

• ग ला बारूद

• कचरा प्रबोंिन

• डे र्री उत्पाद

• क र्ला

• आभूिण

• स्वास्थ्य दे िभाल
• मशक्षा

• चार मिदे शी एसएिई ने भी भारत सरकार के साथ सोंर्ुि उद्यि स्थामपत


करने के मलए अमभरुमच पत्र पर हस्ताक्षर मकए।

• िोंत्रालर् भारत एिों अन्य दे श ों के एसएिई के बीच सहर् ग क आगे बढ़ाने


और डे टा के आदान-प्रदान के उद्दे श्य से एक मडमजटल व्यापार डे स्क स्थामपत
कर रहा है ।

• अगले सम्मेलन िें भाग लेने के मलए 79 दे श ों ने मदलचस्पी मदिाई है और


इसके साथ ही अब एसएिई कॉन्‍दिेंसन िामियक आर् जन ह गा।

• 2018 कॉिेंशन के दौरान भारत और मिदे श के लगभग 150 प्रमतभामगर् ों ने


अपने कार बार एिों उत्पाद ों क प्रदमशयत करने के मलए स्टाल लगाए थे।

• उद् घाटन सिार ह के दौरान भारत के 35 लघु मदग्गज ों क एिएसएिई


िोंत्रालर् के िोंत्री द्वारा सम्मामनत मकर्ा गर्ा। र्े कोंपमनर्ाों लॉमजक्तस्टक्स, बार् -
टे क्न लॉजी, फािाय , सेिी-कोंडक्टर, टे क्सटाइल, रत्न एिों आभूिण, सुरक्षा और
रसार्न जैसे क्षेत्र ों िें कार्यरत हैं ।
• द मदिसीर् एसएिई कॉिेंशन के दौरान 'टर ाों ससीमडों ग बाउों डरीज' नाि से
एक िादी फैशन श का भी आर् जन मकर्ा गर्ा। इस श क फैशन मडजाइन
काउों मसल ऑफ इों मडर्ा के सुनील सेठी ने तैर्ार मकर्ा और र महत बल, अोंजू
ि दी, पार्ल जैन और पूनि भगत द्वारा िादी कपड़े से तैर्ार मडजाइन इसका
िुख्र् आकियण रहा।

उद्यि संिाद
एिएसएिई िोंत्रालर् द्वारा नई मदल्ली िें 16 से 17 अप्रैल 2018 उद्यि सोंिाद
नाि से मिकास सोंस्थान ,ों प्रौद्य मगकी केंर ों और टू ल रूि का द मदिसीर्
सम्प्िेलन का आर् जन मकर्ा गर्ा।
इस सम्मेलन का उद्दे श्य क्लस्टर एिों टू ल रूि जैसे एिएसएिई िोंत्रालर् के
सफल उपिि ों का व्यापक प्रचार- पसार करना था तामक दे श िें ऐसे कई
अन्‍दर् उपिि स्थामपत मकए जा सकें।
सम्मेलन का उद्दे श्य मिमभन्न िोंत्रालर् ों िें एिएसएिई के मलए र् जनाओों के बारे
िें जानकारी का अमिक से अमिक प्रसार करना था। इस सम्मेलन के िाध्यि
से िोंत्रालर् ने ग्राि स्तर तक पहुों चने के मलए काि मकर्ा मजसके मलए मिकास
सोंस्थान ों क मजला अमिकाररर् ों के साथ सििर् करने के मलए कहा गर्ा था।

ई-पहि
भारत के राष्टर पमत श्री रािनाथ क मिोंद ने 27 जून 2018 क सोंर्ुक्त राष्टर
एसएिई मदिस पर नई मदल्ली िें 'सोंपकय' नाि से एिएसएिई िोंत्रालर् के एक
प टय ल का अनािरण मकर्ा। र्ह प टय ल प्रमतभाओों और प्रमशमक्षत श्रिबल की
िाों ग करने िाले उद्यि ों के बीच एक सेतु का काि करता है ।

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