Professional Documents
Culture Documents
fgUnw fof/k
2011 – 10
(ि) सहदानमकी सॊऩजत्त भें उसे वही अधधकाय प्राप्त होंगे जो उसे तफ प्राप्त
हुमे होते जफ वह ऩुत्र होत़ी;
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
ऩयन्तु इस उऩधाया की कोई फात ककस़ी व्ममन मा अन्मसॊक्राभण को, जजसके
अन्तगगत सॊऩजत्त का ऐसा कोई ववबाजन मा वस़ीमत़ी व्मम ब़ी है , जो 20
हदसम्फय, 2004 से ऩव
ू ग ककमा गमा था, प्रबाववत मा अववधधभान्म नहीॊ कये ग़ी।
(2) कोई सॊऩजत्त, जजसके लरमे कोई हहन्द ू नायी उऩधाया (1) के आधाय ऩय
हकदाय फन जात़ी है , उसके द्वाया सहदानमकी स्वालभत्व की प्रसॊगनतमों सहहत
धारयत की जामेग़ी औय इस अधधननमभ मा तत्सभम प्रवत्ृ त ककस़ी अन्म ववधध
भें अन्तववगष्ट ककस़ी फात के होते हुमे ब़ी वस़ीमत़ी व्ममन द्वाया उसके द्वाया
व्ममन ककमे जाने मोग्म सॊऩजत्त के रूऩ भें सभझ़ी जामेग़ी।
(क) ऩुत्ऱी को वही अॊश आफॊहटत होगा जो ऩुत्र को आफॊहटत ककमा गमा है ;
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
(ि) ऩूवग भत
ृ ऩुत्र मा ककस़ी ऩूवग भत
ृ ऩुत्ऱी का अॊश, जो उन्हें तफ प्राप्त हुआ
होता महद वे ववबाजन के सभम ज़ीववत होते, ऐसे ऩूवग भत ृ ऩुत्र मा ऐस़ी ऩूवग
भत
ृ ऩत्र
ु ़ी की उत्तयज़ीव़ी सॊतान को आवॊहटत ककमा जामेगा औय
सहदानमकी भें कोई सहदानमक औय उसके त़ीन ऩ़ीढी तक के वॊशज ( ऩुत्र, ऩौत्र,
प्रऩौत्र) सजम्भलरत होते थे। कोई नायी सहदानमक नहीॊ हो सकत़ी थ़ी। अफ हहन्द ू
उत्तयाधधकाय ( सॊशोधन) अधधननमभ, 2005 द्वाया ऩत्र
ु ़ी को ब़ी सहदानमक फना
हदमा है औय उसका ब़ी ऩुत्र की बाॉनत वऩता की सम्ऩजत्त भें जन्भ से अधधकाय
होगा।
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
लभताऺया के सभान ही दक्षऺण बायत भें भात-ृ प्रधान कुटुम्फों भें सम्ऩजत्त
का न्मागभन उत्तयज़ीववता से होता था न कक उत्तयाधधकाय द्वाया। उनके
सम्फन्ध भें ब़ी मह स्ऩष्ट कयना आवश्मक था कक वहाॉ उत्तयज़ीववता का ननमभ
चार यहे गा अथवा सम्ऩजत्त उत्तयाधधकाय अधधननमभ के अध़ीन न्मागत होग़ी।
धाया 7 भें मह स्ऩष्ट कय हदमा गमा है कक वहाॊ सम्ऩजत्त का न्मागभन
उत्तयाधधकाय अधधननमभ के अध़ीन होगा।
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
की ऩथ
ृ क् ऩथ
ृ क् सम्ऩजत्तमाॉ होत़ी थ़ीॊ औय मे तत्सभम ऩद के धायक भें ननहहत
होत़ी थ़ीॊ औय वह उत्तयवती को उत्तयाधधकाय भें लभरत़ी थ़ीॊ
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
2012 -10
Discuss the main changes brought about by the Hindu Succession Act, 1956
in the Law of inheritage.
Or
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
(1) लभताऺया औय दामबाग शािाएॉ दाम सम्फन्ध़ी ननमभों की दृजष्ट से सभाप्त
हो गई हैं। अफ सभस्त दे श के हहन्दओ
ु ॊ के लरए दाम की एक रूऩ ववधध है ।
(2) वणग के आधाय ऩय, अथागत ् द्ववज औय शूद्र के आधाय ऩय ववधध के कनतऩम
उऩफन्धों भें जो कहठनाई थ़ी, वह सभाप्त हो गई है ।
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
(10) हहन्द-ू नायी की सम्ऩजत्त के उत्तयाधधकाय के लरए एकरूऩ का उऩफन्ध
ककमा गमा है । (11) अधधननमभ द्वाया हदमा गमा उत्तयाधधकाय का क्रभ
वऩण्डदान लसद्धान्त अथवा यक्त-सम्फन्ध ऩय आधारयत न होकय स्नेह तथा
सहानुबूनत ऩय आधारयत ककमा गमा है , अथागत ् सम्ऩजत्त उन सम्फजन्धमों को
प्राप्त होग़ी जजनके प्रनत साभान्म भत
ृ क का स्नेह औय सहानुबूनत यही है औय
मह ज़ीवन कार भें स्वमॊ ब़ी उसको अऩऩी सम्ऩजत्त के प्राप्त होने की काभना
यिे होगा (12) मह अधधननमभ की उत्तयाधधकायी तथा ऩरु
ु ष उत्तयाधधकायी भें
कोई बेदबाव नहीॊ यिता।
(13) अधधननमभ भें दाम बाग तथा लभताऺया शािाओॊ के द्वाया ववहहत
उत्तयाधधकाय के क्रभ को सभाप्त कय हदमा है । (14) मह अधधननमभ योग, दोष
तथा अॊगहीनता के कायण दाम प्राप्त कयने से अऩवजजगत नहीॊ कयता है । (15)
धभग ऩरयवतगन के ककए हुए हहन्द ू का वॊशज अऩने सम्फजन्धमों से उत्तयाधधकाय
प्राप्त कयने के अमोग्म होता है ।
(16) अधधननमभ के अन्तगगत ववधवा, अवववाहहत स्त्ऱी तथा ऩनत द्वाया त्माग़ी
ऩथ
ृ क् हुई स्त्ऱी को अऩने वऩता के घय भें यहने का अधधकाय है । हुई अथवा
(17) ककस़ी की हत्मा कयने वारे को उत्तयाधधकाय से वजजगत नहीॊ ककमा गमा
है । (18) हहन्द ू लभताऺया ऩद्धनत का सदस्म इस अधधननमभ के अन्तगगत, अऩना
बाग (Share) वस़ीमत कय सकता है ।
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
(19) इस अधधननमभ के अन्तगगत गबग भें जस्थत सन्तान को ब़ी उत्तयाधधकाय
का अधधकाय प्रदान ककमा गमा है ।
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
2013-10
10
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
की सम्ऩदा के अऩने वैलशष््म हैं। आॊग्र ववधध भें इस़ी ढॊ ग की सम्ऩदा के
लरमे प्रमुक्त होने वारे शददों अथवा ऩदों से इसकी धायणा को ठीक-ठीक
अलबव्मक्त नहीॊ ककमा जा सकता है । हहन्द ू ववधध भें ज़ीवन-कार के लरमे
सम्ऩदा ( estate for life) ऩरयलभत सम्ऩदा ( estate in fee) अथवा ऩूणग सम्ऩदा
(estate in tail) की धायणामें नहीॊ हैं
11
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
अववबक्त ऩरयवाय की ककस़ी ववधवा को बयण-ऩोषण के लरमे दी गई सम्ऩदा
उसकी भत्ृ मु के उऩयान्त अववबक्त ऩरयवाय की सम्ऩजत्त भें जुड जात़ी है ।
ककन्तु महद सम्ऩजत्त बयण-ऩोषण के फदरे भें दी गई है तो वह नायी की
अननफगजन्धत सम्ऩदा हो जात़ी है
उत्तरभोगी
(Reversioners)
ऩनत अथवा गत-स्वाभ़ी ( last owner) के अगरे दामाद ( next heir) को, जजसे
नायी-सम्ऩदा नायी की भत्ृ मु के ऩश्चात ् प्राप्त होऩी है , उत्तयबोग़ी कहा जाता है ।
उत्तबोग़ी कोई ऩुरुष, अथवा नायी हो सकत़ी है । मे दो प्रकाय के होते हैं-
वास्तववक ( real) तथा उऩधारयत ( presumed)। वास्तववक उत्तबोग़ी वह है जो
नायी की भत्ृ मु के सभम अजस्तत्व भें यहता है औय वह सम्ऩजत्त को प्राप्त
कयता है । उऩधारयत उत्तयबोग़ी वह है जो नायी के ज़ीवन-कार भें ककस़ी
सभम सम्ऩजत्त को ऩाने की प्रत्माशा कयता है । इस प्रकाय वास्तववक उत्तबोग़ी
12
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
उऩधारयत उत्तयबोग़ी से लबन्न हो सकता है । वास्तववक उत्तयबोग़ी का
अवधायण नायी की भत्ृ मु के सभम की वस्तुजस्थनत के आधाय ऩय होने से, नायी
के ज़ीवनकार भें मह नहीॊ कहा जा सकता कक वास्तववक उत्तयबोग़ी कौन
होगा। उऩधारयत उत्तयबोग़ी वह है जो ववधवा के ज़ीवनकार भें उसकी भत्ृ मु के
ऩश्चात ् दाम ऩाने की आशा यिता है । मह वह व्मजक्त होता है जो गत स्वाभ़ी
का दामाद होगा, महद ववधवा उस़ी ऺण भत्ृ मु को प्राप्त हो तो। वप्रव़ी कौंलसर ने
एक वाद70 भें कहा है कक " नायी-सम्ऩदा चाहे जैस़ी ब़ी हो, मह स्ऩष्ट है कक
जफ वह सभाप्त नहीॊ होत़ी मह कहना असम्बव है कक उसके ऩनत के दामाद के
रूऩ भें कौन इसे प्राप्त कये गा। नायी सम्ऩदा के सभाप्त होने तक उत्तयाधधकाय
ऩनत के दामादों के लरमे उऩरदध नहीॊ होता। सम्ऩदा की सभाजप्त ऩय सम्ऩजत्त
उन रोगों को प्राप्त होत़ी है जो, महद ऩनत आज तक ज़ीववत यहा होता औय
ववधवा की भत्ृ मु के साथ ही उसकी भत्ृ मु हुई होत़ी तो उसके दामाद हुए होते।"
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
हो सकता है । इस प्रकाय के हहत का ककमा गमा कोई अन्म-सॊक्राभण शून्म
होता है ।1 ककस़ी नायी-सम्ऩदा को प्राप्त कयने के अनेक उत्तयबोग़ी होने की
जस्थनत भें , कोई ब़ी उत्तयबोग़ी दस
ू ये उत्तयबोग़ी के भाध्मभ से अऩना हक
यिता हुआ नहीॊ भाना जामेगा, फजलक उनभें से प्रत्मेक अऩना हक स़ीधे गत
स्वाभ़ी के भाध्मभ से प्राप्त कयता है ।
मद्मवऩ उत्तयबोग़ी का सम्ऩजत्त भें कोई हहत नायी के ज़ीवनकार भें नहीॊ
होता है , ककन्तु नायी द्वाया सम्ऩजत्त के सम्फन्ध भें कनतऩम ववधधववरुद्ध कामग
कयने ऩय वह उसके ववरुद्ध कामगवाही कयने का अधधकाय यिता है । वह उसभें
सजम्भलरत होने का ब़ी अधधकाय यिता है । कोई उत्तयबोग़ी ववधवा के ज़ीवन-
कार भें न्मामारम भें अऩने अगरे उत्तयबोग़ी होने की घोषणा का वाद नहीॊ
रा सकता।73 महद नायी सम्ऩजत्त को ह्रास भें रे जात़ी है , अथवा इसे ऺनत
ऩहुॉचात़ी है तो वह उसे ऐसा कयने से योकने के लरमे वाद प्रस्तुत कय सकता
है ,74 औय इस सम्फन्ध भें चयभ जस्थनत होने ऩय सम्ऩजत्त का आदाता
(receiver) ननमुक्त ककमा जा सकता है । इस़ी आधाय ऩय वह नायी द्वाया ककमे
गमे अन्म-सॊक्राभण को उत्तबोग़ी ऩय आफद्धकय (binding) न होने का वाद ब़ी
रा सकता है ।5 ऊऩय मह कहा जा चक
ु ा है कक ववननहदग ष्ट प्रमोजनों को छोडकय
नायी द्वाया ककमा गमा अन्म-सॊक्राभण उत्तयबोग़ी ऩय आफद्धकय नहीॊ होता है ।
उत्तयबोग़ी इस घोषणा के वाद को नायी के ज़ीवन कार भें प्रस्तुत कयने को
14
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
फाध्म नहीॊ है । वह ववधवा की भत्ृ मु होने औय सम्ऩजत्त के अऩने भें ननहहत
होने ऩय अन्मसॊक्रान्त़ी से सम्ऩजत्त का कदजा रेने का वाद प्रस्तुत कय सकता
है । ववधवा द्वाया अन्म-सॊक्राभण भें अऩऩी सहभनत हदमे यहने ऩय वह ऐसा
कयने के बफफद्ध होता है । नायी द्वाया सम्ऩजत्त के हयास के ववरुद्ध वाद प्रस्तुत
कयने भें उत्तयबोग़ी वाद को सभस्त सम्बव उत्तयबोधगमों की ओय से, अथागत ्
प्रनतननधध रूऩ भें प्रस्तत
ु कयता है ।76 मद्मवऩ मह प्रस्तत
ु कयने का अधधकाय
ननकटतभ उत्तयबोग़ी को ही होता है , ककन्तु ककस़ी कायण से उसके ऐसा न
कयने ऩय दयू का उत्तयबोग़ी ब़ी वाद कयता है ।
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.
P.G.S NATIONAL COLLEGE OF LAW,MATHURA
fgUnw fof/k
हहन्द ू उत्तयाधधकय अधधननमभ, 1956 की धाया 14 द्वाया नायी-सम्ऩदा सभाप्त
कय दी गई है । नायी सम्ऩदा के सभाप्त होने से उत्तयबोग़ी ब़ी सभाप्त हो गमे
हैं। ककन्तु अधधननमभ के रागू होने के ऩव
ू ग के नायी द्वाया ववधधववरुद्ध अन्म-
सॊक्राभण के सम्फन्ध भें उत्तयबोग़ी का अजस्तत्व अफ ब़ी फना हुआ है I
16
Disclaimer: Although all Prevention Measures are being used While making these notes but students are advise, they can consult from
subject book.