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कक्षा- नवमी

ववषय- सं स्कृ तम्


ग्रीष्मावकाश-गृहकाययम् (2023-24)

अस्य ग्रीष्मावकाशगृहकार्यस्य भागद्वम् अस्ति-


I. परिर्ोजनाकार्यम्
II. प्रदत्तकार्यपत्रकम्
I. परिर्ोजनाकार्यम्
1. भाितीर्मासानाां नामानन सां स्कृ तेन लिखत-
2. भतृयहिेेः “नीनतशतकात्” पञ्च-श्लोकान् लित्वा तेषाां भावार्थं नहन्दी-आङ्ग्लभाषर्ा ि
सुन्दिेः अक्षिेः ‘A-4 Size’ इनत पत्रके लिखत।
II. प्रदत्तकार्यपत्रकम्
❖ ननदेशानुसािम् उत्तित – (उच्चािणस्थानानन )

1. “सस्ति:” इनत पदे क: वणय: दन्त्य: नास्ति? इ, स् ,न् , ध्

2. “ व्” वणयस्य उच्चािणस्थानां नकां भवनत ?

3. ए,ओ, न्, ि् इत्यानदषु वणेषु क: वणय: तािव्य:?

4. “मूषका: “अस्तिन् पदे “ष्” वणयस्य उच्चािणस्थानां नकम् अस्ति?

5. अन्त:स्थानाां वणायनाां प्रर्थम: वणय: क:?

6. क: वणय: कण्ठतािव्येः ? ओ, ए, ऊ, व्

7. कस्य वणयस्य उच्चािणस्थानां औष्ठौ? द्, ब्, क् , ट्


❖ प्रत्यर्ान् सां र्ोज्य नवभज्य वा लिखत -
क्‍्वा- प्रत्यर्ेः
1. गत्वा= -----------

2. दा+क्‍्वा= -----------

3. पूज्+क्‍्वा= -----------

4. स्तस्थत्वा= -----------

5. पा+क्‍्वा= -----------
6. उनदत्वा= -----------

7. प्रच्छ् +क्‍्वा= -----------

8. पि्+क्‍्वा= -----------

9. वलधयत्वा= -----------

10. दृश्+क्‍्वा= -----------

तुमुन् प्रत्यर्ेः

1. नम्+तुमुन=
् -----------

2. क्री+तुमन
ु ्=

3. लिख्+तुमुन् = -----------

4. नेतुम्= -----------

5. िृ+तुमुन् = -----------

6. त्यज्+तुमन
ु ् = -----------

7. भनवतुम्= -----------

8. कर्थ्+तुमुन् = -----------

9. िभ्+तुमुन=
् -----------

10. द्रष्टुम् = -----------

ल्यप्- प्रत्यर्ेः

1. अलध+इ+ल्यप्= -----------

2. नविार्य = -----------

3. अव्+गम्+ल्यप्= -----------

4. सम्पूज्य = -----------

5. प्र +नम्+ल्यप्= -----------

6. ननि्+गम्+ल्यप्= -----------
7. अलभिक्ष्य= -----------

8. नवभज्य = -----------

9. उपनवश्य= -----------

10. नव+लिन्त्+ल्यप्= -----------

❖ सां स्कृ तेन सां ख्ाां लिखत -

1.------ बालिका। (1)

2.------ निौ। (2)

3.------िक्रालण। (3/4)

4.------ शाखाेः । (3/4)

5.------- मर्ूिाेः ।

6. ------- वृक्षाेः । (12)

7.------- क्रीडकाेः । (20)

8 .--------- नवद्वाांसेः । (38)

9.--------- पशवेः । (44)

10.------- रुप्यकालण। (50)

❖ मञ्जष
ू ार्ाेः उलित- अव्यर्पदां लित्वा रिक्तस्थानपूनतं कु रुत -

1. उपवने ------ वृक्षाेः शोभन्ते।

2. पश्य, ------- बािकाेः पादकन्दुकेन क्रीडस्तन्त।

3. -------- एका कन्या ------- सखीलभेः सह क्रीडनत।

4. अहां ------- देवािर्म् अगच्छम्।

5. आनदत्येः --------- तिणतािे तरिष्यनत।

6. ------- भानुेः उदेनत ------ तमेः नश्यनत।

7. त्वमेव माता ------ नपता त्वमेव।


8. अिसस्य ------- नवद्या अनवद्यस्य कु तेः धनम्?

9. र्र्था िाजा ----- प्रजा।

10. त्वां नाटकां द्रष्टां ु ------- गनमष्यलस?

मञ्जष
ू ा- अत्र, श्वेः , कु तेः , कदा, र्दा-तदा, तत्र, ि, अनप, सवयत्र, ह्येः , तर्था

❖ उलितपदां लित्वा रिक्तस्थानपूनतं कु रुत -

1. अलम् --------। (कोलाहल)

2. -------- पुष्पाणि पतन्ति। (लता)

3. वयं -------- सह क्रीडाक्षेत्रं गच्छामः । (वमत्र)

4. रामः ------- अलम्। (रावि)

5. ------- समया छात्राः वतष्ठन्ति। (गुरु)

6. --------- नमः । (सरस्वती)

7. --------- हीनः नरः पशुण ः समानः ववत। (ववद्या)

8. णशशुः --------- प्रवत गच्छवत। (जननी)

अवधातव्ांशाः –
(क) अस्य गृहकाययस्य कृ ते 20 अङ्ाः वनधायररताः सन्ति।
समयेन काययकरिम् - 5 अङ्ाः
काययपूियता - 5 अङ्ाः
शुद्धता - 5 अङ्ाः
सुलेखः /सुन्दरता/सज्जता - 5 अङ्ाः

(ख) गृहकायं ए-4 इवत पत्रके करिीयम्। अस्य मुद्रिं कृ त्वा अवप काययपत्रके अवप कायं कतुं

शक्यते।

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