You are on page 1of 10

आओ बात करें !

बच्चों के लिए अलिव्यक्तत के मौके


अलिव्यक्तत के मौके निकाििा
स्वयं के
बारे में

स्कूल और
कहाननयों बात आसपास
पर करना..... की चीजों
के बारे में

तस्वीरों
के बारे में
स्वयं के बारे में बात करिा

बच्चों के जीवन के साथ जुड़ें।


उनसे जानें:

• उनके ववचार
• उनकी आवश्यकताएँ, इच्छाएँ, अभिलाषाएँ
• उनके अनिु व
• उनकी िावनाओं के बारे में।
चीजों और अिि
ु वों के बारे में बातचीत
बच्चे आसपास की चीजों का अविोकि करके उिके बारे में बात कर सकते हैं:

पेड़ मकाि

फूि मधुमक्तियों के छत्ते

नततलियााँ
दक
ु ािें

गिी
ििके
िािे
तस्वीरों के बारे में बात करिा

प्रत्येक समूह को निम्िलिखित से तस्वीरें दी जा सकती हैं:

• समाचार-पत्रों से
• पत्रत्रकाओं से
• कैिेण्डरों से
• डाक-टिकिों से
• िेबिों से
• पोस्िरों से

बच्चे अपिे-अपिे समह ू में चचत्र के बारे में चचाा कर सकते हैं और उिमें से कोई एक
प्रवतता बिकर पूरी कक्षा को उसके बारे में बता सकता है । तस्वीरों को रचिात्मक और
ववश्िेषणात्मक बातचीत के लिए प्रयोग ककया जा सकता है ।
तस्वीरों के बारे में बात करिा
तस्वीरों की मदद से हम बच्चों को निम्िलिखित करिे के लिए कह सकते हैं:

पता िगािा: जैसे, कुसी पर कौन बैठा है ?

कारण ढूाँढिा: जैसे, लड़की रो क्यों रही है ?

अन्दाजा िगािा: जैसे, छोटी बच्ची सब्जी बेचने वाली महहला से क्या कहे गी? (एक
काल्पननक स्स्थनत के बारे में अन्दाजा लगाते हुए सोचना।

िववष्यवाणी करिा: जैसे, घर पहुँचने पर लड़की क्या करे गी?

सम्बन्ध स्थावपत करिा: जैसे, क्या तम


ु किी साइककल पर बैठे हो? कैसा लगता है
उस पर बैठकर?
कहानियााँ सि
ु िा और उिके बारे में बात करिा

बच्चों को मौका दें -

• कहािी सुििे का

• कहािी से सम्बन्ध बिािे का

• पात्रों और घििाओं की कल्पिा करिे का

• कहािी पूरी करिे का

• कहािी और उसके पात्रों को साथाक,महत्वपूणा तरीके से पुि: रचिे का।


रोि-प्िे

कहािी के पात्रों के रोि अदा करिे यािी िूलमकाएाँ नििािे से:

• सम्प्रेषण की दक्षताएाँ ववकलसत होती हैं

• अन्तर्दाक्ष्ि और कल्पिा ववकलसत होती है

• समूह में निणाय िेिे की क्षमता ववकलसत होती है

• द्वंद्व और िकराव को सुिझािे की दक्षता ववकलसत होती है ।


भिक्षकों के भलए कुछ बातें

• बच्चों को अपिी पूरी बात करिे दें ।

• वे जो कहिा चाहते हैं,उसमें टदिचस्पी िें ।

• बात काििे की प्रवक्ृ त्त और इच्छा पर काबू रिें।

• जो कुछ िी बच्चे द्वारा कहा जाता है , प्रनतकिया में उसी बात को अचधक
ववस्तार से, िई शब्दाविी और समद्ध
ृ वातय-ववन्यास के साथ कहें ।

• बच्चे से अचधक जािकारी िेिे की कोलशश करें ।

• बच्चे को ववषय के ककसी िए पहिू की ओर मागा-दलशात करें ।


• कृष्ण कुमार की पुस्तक “द चाइल््स लैंग्वेज एण्ड द टीचर” पर
आधाररत।
• टीचसस ऑफ इस्ण्डया के भलए श्रीपणास तम्हाणे द्वारा तैयार ।
• अँग्रेजी से अनव
ु ाद : रमणीक मोहन

You might also like